रविवार, 31 जनवरी 2021

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का जोरदार स्वागत


मुजफ्फरनगर । सहारनपुर जाते समय मुजफ्फरनगर के गुप्ता रिसोर्ट पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का कांग्रेसियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। 

फूल मालाएं पहनाकर, जोरदार नारों के साथ ,ढोल नगाड़े बजाकर प्रदेश अध्यक्ष का कांग्रेसियों ने अभिनंदन किया।

पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक, पूर्व विधायक पंकज मलिक, जिला अध्यक्ष सुबोध शर्मा, नगर अध्यक्ष जुनेद रऊफ, पूर्व प्रदेश सचिव गुफरान काजमी सहित सैकड़ों कांग्रेसी मौजूद रहे।

किसानों और सरकार के बीच दो फरवरी को फिर वार्ता, राकेश टिकैत ने पूछा सवाल


 नई दिल्ली। टकराव के हालात जारी रहने के बावजूद किसानों और सरकार की बैठक 2 फरवरी को फिर होगी।

केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच वार्ता पटरी पर लौटती दिख रही है। दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान भड़की हिंसा के बाद वार्ता में गतिरोध पैदा गया था, लेकिन सर्वदलीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के आश्वासन के बाद अगली बैठक अब 2 फरवरी को तय की गई है।

इस बीच भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सवाल किया कि सरकार बताए वह कानून वापस क्यों नहीं ले सकती, हम सिर नहीं झुकने देंगे। राकेश टिकैत ने सरकार से कहा कि वह खुद किसानों को बताये कि वह कृषि कानूनों को वापस क्यों नहीं लेना चाहती और 'हम वादा करते हैं कि सरकार का सिर दुनिया के सामने झुकने नहीं देंगे.' ट्रैक्टर परेड में हिंसा के कारण किसान आंदोलन के कमजोर पड़ने के बाद एक बार फिर जोर पकड़ने के बीच टिकैत ने सरकार से कहा, 'सरकार की ऐसी क्या मजबूरी है कि वह नये कृषि कानूनों को निरस्त नहीं करने पर अड़ी हुई है?'

राकेश टिकैत ने कहा कि हमारे जो लोग जेल में बंद हैं वो रिहा हो जाएं फिर बातचीत होगी। प्रधानमंत्री ने पहल की है और सरकार और हमारे बीच की एक कड़ी बने हैं। किसान की पगड़ी का भी सम्मान रहेगा और देश के प्रधानमंत्री का भी सम्मान रखा जाएगा।

समाजसेवी मनीष चौधरी तिरंगे का अपमान पर तीन दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठे

मुजफ्फरनगर l किसान आंदोलन की आड़ में दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान लाल किले पर तिरंगे के अपमान के मामले में दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर जिले के प्रसिद्ध समाजसेवी अपने साथियों संग तीन दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं l
आपको बता दें कि 26 जनवरी के दिन किसान आंदोलन के चलते दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान लाल किले पर तिरंगे के अपमान के विरोध में समाजसेवी मनीष चौधरी द्वारा तीन दिवसीय भूख हड़ताल का ऐलान किया गया l जिसको आज क्रियान्वित करते हुए मनीष चौधरी अपने साथियों सहित तीन दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठ गए l साथ ही उन्होंने सरकार से लाल किले पर तिरंगे का अपमान करने वाले देशद्रोहियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है l

छत्तीसगढ़ में एक गांव में 22 बच्चो के कोरोना पॉजिटिव मिलने से हड़कंप

छत्तीसगढ़ l देश में यूं तो कोरोना के मामले लगातार घट रहे हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ को कोंडागांव में एक क्लास में 22 बच्चों को कोरोना पॉजिटिव होने से हड़कंप मच गया। आपको बता दें कि जिले के बडेराजपुर विकाखंड में संचालित हो रही मोहल्ला क्लास में एक साथ 22 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। 
सीएचएमओ डॉ. टीआर. कुवर ने बताया कि बड़ेराजपुर में संचालित मोहल्ला क्लास में एक बच्चे की तबीयत खराब होने पर उसे उपचार के लिए अस्पताल लाया गया था, जहां उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। इसके बाद प्रकरण की जानकारी शिक्षक को दी गयी और सभी बच्चों एवं शिक्षकों की कोरोना जांच की गई। कल मिली इस जांच में 22 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए।
उन्होंने बताया कि इन बच्चों की उम्र 11 से 14 साल के बीच है। ग्रामीणों द्वारा बच्चों को बाहर ले जाने का विरोध करने पर छात्रावास को ही आइसोलेशन सेंटर बना कर उसमें बच्चों को रखा गया है। सीएचएमओ ने बताया कि बच्चों के साथ ही कुछ बच्चों के परिवार वाले भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिन्हें स्थानीय स्तर पर आईसोलेट किया गया है। 
बीते साल 30 जनवरी को देश में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था। यह मामला केरल राज्य में सामने आया था। एक साल बीत जाने के बाद भारत में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है। देशभर में रोजाना आने वाले कोरोना संक्रमितों की संख्या भी घट रही है लेकिन दो राज्य अभी भी चिंता का कारण बने हुए हैं। ये राज्य केरल और महाराष्ट्र हैं, जहां अभी भी कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा सक्रिम मामले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के मुताबिक, केरल और महाराष्ट्र की देश के कुल सक्रिय मामलों में 67 फीसदी हिस्सेदारी है। सिर्फ यही दो ऐसे राज्य हैं जहां कोरोना के सक्रिय मामले 40 हजार के पार हैं।

ख़तौली में रेल से कटकर युवक की मौत, शिनाख्त नहीं

 मुज़फ्फरनगर l रेलवे फाटक पर रेल से कटकर एक युवक की मौत हो गई l

 मिली जानकारी के अनुसार ख़तौली थानाक्षेत्र के रेलवे फाटक पर ट्रेन के कटकर युवक की मौत हो गई l जिसकी सूचना ख़तौली पुलिस को दी l पुलिस ने मौके पर शव को कब्जे में लेकर परीक्षण हेतू भेज दिया l पुलिस आगे की जांच में जुट गई l मृतक की शिनाख्त नहीं हो सकीं l

पीएमओ ने पूछा राकेश टिकैत का हाल, मोदी से वार्ता के संकेत


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वयं वार्ता के संकेत दिए जाने और पीएमओ द्वारा फोन पर राकेश टिकैत का हाल चाल पूछे जाने के बाद फिर सकारात्मक माहौल बनने के आसार हैं। 

 संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि केंद्र सरकार से बातचीत के दरवाजे खुले हुए हैं, उनके बंद होने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिए गए बयान को ध्यान में रखकर उऩ्होंने ये कहा जिसमें पीएम ने कहा था कि सरकार अपने प्रस्ताव पर कायम है। किसान नेता दर्शन पाल के हस्ताक्षर किए एक बयान में कहा गया है कि वह तीन कृषि कानूनों की पूर्ण निरस्तीकरण की मांग करता रहेगा। मोर्चा ने अपने प्रस्ताव के साथ केंद्र के बारे में प्रधान मंत्री द्वारा दिए गए बयान पर ध्यान दिया ... किसान अपनी चुनी हुई सरकार के पास दिल्ली के दरवाजे पर आ गए हैं और ऐसा सवाल ही पैदा ही नहीं होता कि किसान संगठन सरकार के साथ बातचीत का कोई दरवाजा बंद करें। उन्होंने कहा कि देश भर में एक दिन उपवास मनाकर किसानों ने महात्मा गांधी को  श्रद्धांजलि दी। बयान में कहा गया कि किसानों ने गांधीजी के जीवन से प्रेरित होकर शांतिपूर्वक तरीके से इस आंदोलन को जारी रखने का संकल्प लिया। बयान में कहा गया है कि महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक,बिहार, मध्य प्रदेश गुजरात, हयाना सहित पूरे देश से सदभावना दिवस मनाने की खबरें आ रही थीं। 

बयान में कहा गया कि पुलिस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गुंडों द्वारा लगातार की जा रही हिंसा सरकार के अंदर का डर साफ दिखाती है। पुलिस प्रदर्शनकारियों और पत्रकारों बेतरतीब ढंग से गिरफ्तार कर रही है।

किसानों के संगठन ने सभी शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों की तत्काल रिहाई की मांग की और विरोध प्रदर्शन को कवर करने वाले पत्रकारों पर हो रहे हमलों की निंदा की।

आज का पंचांग एवँ राशिफल 31 जनवरी 2021

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🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 

⛅ *दिनांक 31 जनवरी 2021*

⛅ *दिन - रविवार*

⛅ *विक्रम संवत - 2077*

⛅ *शक संवत - 1942*

⛅ *अयन - उत्तरायण*

⛅ *ऋतु - शिशिर*

⛅ *मास - माघ (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - पौष)*

⛅ *पक्ष - कृष्ण* 

⛅ *तिथि - तृतीया रात्रि 08:24 तक तत्पश्चात चतुर्थी*

⛅ *नक्षत्र - पूर्वाफाल्गुनी 01 फरवरी रात्रि 01:18 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी*

⛅ *योग - शोभन दोपहर 12:33 तक तत्पश्चात अतिगण्ड*

⛅ *राहुकाल - शाम 05:04 से शाम 06:28 तक*

⛅ *सूर्योदय - 07:17* 

⛅ *सूर्यास्त - 18:27* 

⛅ *दिशाशूल - पश्चिम दिशा में*

⛅ *व्रत पर्व विवरण - संकष्ट चतुर्थी (चन्द्रोदय रात्रि 09:05)*

 💥 *विशेष - तृतीया को पर्वल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞



🌷 *विघ्नों और मुसीबते दूर करने के लिए* 🌷

👉 *31 जनवरी 2021 रविवार को संकष्ट चतुर्थी (चन्द्रोदय रात्रि 09:05)*

🙏🏻 *शिव पुराण में आता हैं कि हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी ( पूनम के बाद की ) के दिन सुबह में गणपतिजी का पूजन करें और रात को चन्द्रमा में गणपतिजी की भावना करके अर्घ्य दें और ये मंत्र बोलें :*

🌷 *ॐ गं गणपते नमः ।*

🌷 *ॐ सोमाय नमः ।*

           🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


‪🌷 *चतुर्थी‬ तिथि विशेष* 🌷

🙏🏻 *चतुर्थी तिथि के स्वामी ‪भगवान गणेश‬जी हैं।*

📆 *हिन्दू कैलेण्डर में प्रत्येक मास में दो चतुर्थी होती हैं।* 

🙏🏻 *पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्ट चतुर्थी कहते हैं।अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं।*

🙏🏻 *शिवपुराण के अनुसार “महागणपतेः पूजा चतुर्थ्यां कृष्णपक्षके। पक्षपापक्षयकरी पक्षभोगफलप्रदा ॥*

➡ *“ अर्थात प्रत्येक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को की हुई महागणपति की पूजा एक पक्ष के पापों का नाश करनेवाली और एक पक्षतक उत्तम भोगरूपी फल देनेवाली होती है ।*

           🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *कोई कष्ट हो तो* 🌷

🙏🏻 *हमारे जीवन में बहुत समस्याएँ आती रहती हैं, मिटती नहीं हैं ।, कभी कोई कष्ट, कभी कोई समस्या | ऐसे लोग शिवपुराण में बताया हुआ एक प्रयोग कर सकते हैं कि, कृष्ण पक्ष की चतुर्थी (मतलब पुर्णिमा के बाद की चतुर्थी ) आती है | उस दिन सुबह छः मंत्र बोलते हुये गणपतिजी को प्रणाम करें कि हमारे घर में ये बार-बार कष्ट और समस्याएं आ रही हैं वो नष्ट हों |*

👉🏻 *छः मंत्र इस प्रकार हैं –*

🌷 *ॐ सुमुखाय नम: : सुंदर मुख वाले; हमारे मुख पर भी सच्ची भक्ति प्रदान सुंदरता रहे ।*

🌷 *ॐ दुर्मुखाय नम: : मतलब भक्त को जब कोई आसुरी प्रवृत्ति वाला सताता है तो… भैरव देख दुष्ट घबराये ।*

🌷 *ॐ मोदाय नम: : मुदित रहने वाले, प्रसन्न रहने वाले । उनका सुमिरन करने वाले भी प्रसन्न हो जायें ।*

🌷 *ॐ प्रमोदाय नम: : प्रमोदाय; दूसरों को भी आनंदित करते हैं । भक्त भी प्रमोदी होता है और अभक्त प्रमादी होता है, आलसी । आलसी आदमी को लक्ष्मी छोड़ कर चली जाती है । और जो प्रमादी न हो, लक्ष्मी स्थायी होती है ।*

🌷 *ॐ अविघ्नाय नम:*

🌷 *ॐ विघ्नकरत्र्येय नम:* 

पंचक आरम्भ

फरवरी 12, 2021, शुक्रवार को 02:11 am


पंचक अंत

फरवरी 16, 2021, मंगलवार को 08:57 pm


षटतिला एकादशी रविवार, 07 फरवरी 2021

जया एकादशी मंगलवार, 23 फरवरी 2021


09 फरवरी- भौम प्रदोष व्रत

24 फरवरी- प्रदोष व्रत


माघ पूर्णिमा 27 फरवरी, शनिवार

माघ अमावस्या 11 फरवरी 2021, गुरुवार


मेष 

आज का दिन आपके लिए कोई शुभ समाचार लेकर आएगा। आपको आज कुछ अजनबी लोगों का सहयोग मिल सकता है। परिश्रम अधिक करना पड़ेगा लेकिन आपके कुछ विरोधी भी आज परास्त होंगे। यदि बिना कारण के कुछ व्यवधान आपके मार्ग में आ रहे हैं, तो आज आपको उनसे लाभ हो सकता है। आपको कोई नया निर्माण कार्य की आवश्यकता भी महसूस होगी।

वृष 

आज आप अपने धन को गलत तरीके से बढ़ाने की बिल्कुल कोशिश ना करें अन्यथा आज आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। आज आपको कोई शुभ समाचार मिल सकता है और आपके पुराने मित्र मित्रों से भी आज आपकी मुलाकात होगी। आपके कुछ आर्थिक और पारिवारिक संकोच हैं। जो अभी भी दबाव में रहेंगे यदि आज आप अधिक उत्साह और तत्परता दिखाएंगे तो आपका कार्य बिगड़ सकता है इसलिए सावधानी बरतें

मिथुन 

आज आपको अपने परिवार के समस्याओं को देखते हुए कोई भी गलत निर्णय लेना कठिन होगा आपके द्वारा किए गए कार्यों का विरोध होगा परिवार में जो भी विषय बताएं चल रही हैं वह आज सर उठा सकते हैं हालांकि आपका मान सम्मान फिर भी बढ़ेगा अप्रत्याशित लाभ आपको मिल सकता है आज के दिन आप आर्थिक तौर पर करने वाले लेनदेन से सावधानी बरतें।

कर्क 

आज आपको कुछ दूर की यात्रा करनी पड़ सकती है लेकिन मन में चल रही परेशानी के कारण आज आपका मन कंठा ग्रस्त रहेगा। कुछ अधूरे कार्य हैं जिनको आप जो आप को निपटाने होंगे और सुख वैद्य को बराबर समझ कर अपने भाग्य पर छोड़ना होगा। आप आज जो परिश्रम करेंगे उससे आपको लाभ होगा परिवार में खुशहाली रहेगी।

सिंह

आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहेगा व्यापार और व्यवसाय से जुड़े जातकों के लिए आज अनेक क्षेत्रों में साख बढ़ी हुई दिखेगी। भाग्य आपका साथ देगा। आज आपके सभी काम समय पर पूरे होते नजर आएंगे। आपको लगेगा क्या आपके अच्छे दिन आ गए जिससे आपका मन प्रफुल्लित हो उठेगा, लेकिन आपको खर्चों पर नियंत्रण रखना जरूरी होगा।

कन्या 

आज आप संतान को लेकर कुछ चिंतित हो सकते हैं, लेकिन समझदारी से काम ले आपको आपको अपने परिवार में हो रहे उत्साह और त्योहारों में सम्मिलित होने का अवसर प्राप्त होगा। अच्छा भोजन करने से आपका स्वास्थ्य अच्छा होगा और आपको शुभ समाचार मिलना लगातार जारी रहेगा जिससे आपका मन प्रसन्न होगा इसलिए वही कार्य करने की सोची जिनकी आपको पूरे होने की उम्मीद है।

तुला 

आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहेगा। कार्य के क्षेत्र में आपके धाक जमी रहेगी। वह आपके सभी मामले एक के बाद एक सदस्य चले जाएंगे लेकिन आप को आंख के कष्ट के कारण स्वास्थ्य प्रभावित लगेगा जिससे आपके कार्यक्षेत्र में अस्थिरता रहेगी। आपको समय के अनुसार चलना होगा तभी उन्नति करेंगे वरना समय आप को पीछे छोड़ देगा।

वृश्चिक

आपके मन में आज कुछ उलझन ने होंगी जिनके कारण सिर में दर्द की समस्या रहेगी। फिर संतान के लिए भी आज थोड़ी चिंता रहेगी। दांपत्य जीवन किस सुख में वृद्धि होगी। पड़ोसियों के कारण आज आपको कुछ परेशानी हो सकती है। आपको जतिन कार्यों का निष्पादन होगा और लाभदायक उपकर्म का का संचालन भी होगा। आज अपने स्वास्थ्य का थोड़ा ज्यादा ध्यान रखें।

धनु 

आपकी आज घर और वाहन से संबंधित समस्याएं चल रही हैं। आज वह एक बार फिर से सर उठा शक्ति है। शुभ संदेश आपके मन का उत्साह बढ़ेगा। आपके हाथ में धन संपदा सब कुछ होने के बावजूद भी कुछ पारिवारिक अशांति रहेगी इसलिए यदि आप कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने वाले हैं तो सबसे पहले ही ना ले सोच विचार कर लें। आज आपको अपने स्वजनों का भी सहयोग मिलेगा जिससे मन प्रसन्न होगा।

मकर 

आपको आज अपनी किसी चल या अचल संपत्ति का पारिवारिक विवाद नेपाल निपटाना अवश्य हो जाएगा और आप आज अपनी पारिवारिक व्यवस्था को बनाने में व्यस्त रहेंगे। आपने जो सोचा है आज है सभी कार्य सफल होंगे और यदि आपके मित्र आपके कार्य में विरोध कर रहे हैं तो उन में कमी आएगी। पराक्रम भाव और पुरुषार्थ की योजनाएं बनती नजर आ रही है।

कुंभ 

आज आपको अपने पितरों से लाभ की आशा होगी पुराने दोस्तों के आने से परिवार के सभी लोग व्यस्त रहेंगे। यदि आप किसी पर भी अर्थ में संदेह और तर्क वितर्क में रहेंगे तो धन की हानि हो सकती है। अपने नियोजित कार्यक्रमों पर ध्यान दें जो सफल होंगे और आज आपको आर्थिक लाभ के शुभ अवसर मिलेंगे। इससे आपकी आर्थिक स्थिति सुधरेगी।

मीन 

आज के दिन आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। जीवन साथी से आर्थिक कारणों से दूरी रहेगी लेकिन प्रेम भरपूर रहेगा। आपका समय लाभकारी है आप अपने कुशल व्यवहार से सब कुछ पा सकते हैं। जटिलताएं खत्म होंगी और आज के दिन आपके विरोधी आपसे परास्त होंगे।


जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं


दिनांक 31 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 4 होगा। आपका जीवन संघर्षशील होता है। इनमें अभिमान भी होता है। ये लोग दिल के कोमल होते हैं किन्तु बाहर से कठोर दिखाई पड़ते हैं। इस अंक से प्रभावित व्यक्ति जिद्दी, कुशाग्र बुद्धि वाले, साहसी होते हैं। ऐसे व्यक्ति को जीवन में अनेक परिवर्तनों का सामना करना पड़ता है। इनकी नेतृत्व क्षमता के लोग कायल होते हैं। जैसे तेज स्पीड से आती गाड़ी को अचानक ब्रेक लग जाए ऐसा उनका भाग्य होगा। लेकिन यह भी निश्चित है कि इस अंक वाले अधिकांश लोग कुलदीपक होते हैं। 

 

शुभ दिनांक : 4, 8, 13, 22, 26, 31, 

 

शुभ अंक : 4, 8,18, 22, 45, 57, 




  

शुभ वर्ष : 2031, 2040 2060,   

 

ईष्टदेव : श्री गणेश, श्री हनुमान, 


 

शुभ रंग : नीला, काला, भूरा, 

 

जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल : 

परिवारिक मामलों में सहयोग के द्वारा सफलता मिलेगी। नवीन व्यापार की योजना प्रभावी होने तक गुप्त ही रखें। मान-सम्मान में वृद्धि होगी, वहीं मित्र वर्ग का सहयोग मिलेगा। यह वर्ष पिछले वर्ष के दुष्प्रभावों को दूर करने में सक्षम है। आपको सजग रहकर कार्य करना होगा। विवाह के मामलों में आश्चर्यजनक परिणाम आ सकते हैं। नौकरीपेशा प्रयास करें तो उन्नति के चांस भी है। शत्रु पक्ष पर प्रभावपूर्ण सफलता मिलेगी

शनिवार, 30 जनवरी 2021

सकट चतुर्थी व्रत पूजा का मुहूर्त

 *सकट चौथ व्रत कथा और शुभ पूजा मुहूर्त*

हिंदू शास्त्र के अनुसार माघ माह में आने वाली सकट चौथ का विशेष महत्व है। इस दिन मां अपनी संतान की लंबी उम्र के लिए कामना कर भगवान गणेश की उपासना करती हैं, और दिन भर निर्जला उपवास करती हैं। सकट चौथ का यह पर्व भगवान गणेश को समर्पित है, क्योंकि हिन्दू मान्यताओं के अनुसार सकट के दिन ही भगवान गणेश के जीवन पर बहुत बड़ा संकट आया था। इस साल सकट चौथ रविवार के दिन 31 जनवरी को है।  ऐसी मान्यता है कि, इस दिन जो भी माता भगवान गणेश को स्मरण कर पूरे विधि-विधान के साथ व्रत करती है, उसकी संतान हमेशा निरोग रहती है। भगवान गणेश की उसपर विशेष कृपा होती है। 


सकट चौथ का पूजा मुहूर्त

सकट चौथ-  31 जनवरी, दिन – रविवार (2021)


चंद्रोदय का समय- 8 बज-कर, 41 मिनट


पूजा विधि

प्रात:काल उठकर स्नान करके लाल वस्त्र धारण करें। 

भगवान गणेश की पूजा करें।

पूजा के वक्त माता लक्ष्मी की भी मूर्ति ज़रुर रखें।

दिनभर निर्जला उपवास करें।

रात में चाँद को अर्घ्य दें, गणेश जी की पूजा कर फिर फलहार करें।

संभव हो तो फलहार में केवल मीठा व्यजंन ही खाए, सेंधा नमक का भी सेवन ना करें।

इस दिन की पूजा में गणेश मंत्र का जाप करना बेहद फलदाई बताया गया है। गणेश मंत्र का जाप करते हुए 21 दुर्वा भगवान गणेश को अर्पित करना भी बेहद शुभ होता है। 

इसके अलावा भगवान गणेश को लड्डू बेहद पसंद होते हैं। ऐसे में इस दिन की पूजा में अन्य भागों के साथ आप बूंदी के लड्डू का भोग लगा सकते हैं। लड्डू के अलावा इस दिन गन्ना, शकरकंद, गुड़, तिल से बनी वस्तुएं, गुड़ से बने हुए लड्डू और घी अर्पित करना बेहद ही शुभ माना जाता है।

सकट चौथ का महत्व और भगवान गणेश की पूजा का विधान

हिंदू धर्म में किए जाने वाले सभी व्रत और त्योहार किसी ना किसी देवी देवता से संबंधित होते हैं। ठीक उसी तरह सकट चौथ का यह व्रत भगवान गणेश से संबंधित माना गया है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा का विधान बताया जाता है। मान्यता है कि, जो कोई भी व्यक्ति सकट चौथ का व्रत करता है उनके जीवन में भगवान गणेश सुख, समृद्धि का वरदान देते हैं। इसके अलावा यह व्रत  संतान की लंबी उम्र की कामना के लिए सबसे उत्तम माना गया है। 

सिर्फ इतना ही नहीं यदि किसी बच्चे के जीवन में पढ़ाई से संबंधित कोई विघ्न, बाधा या परेशानी आ रही हो तो माताओं द्वारा किया जाने वाला यह व्रत बच्चे की उस तकलीफ़ को या परेशानी को भी दूर करता है।  ऐसे संतान पर भगवान गणेश जी की कृपा और आशीर्वाद ताउम्र बना रहता है। इस दिन चंद्रमा की पूजा से पहले तक माताएं अपने बच्चों के लिए निर्जला उपवास रखती हैं और इस दिन के भोग में भगवान गणेश को तिल, गुड़, गन्ना इत्यादि चढ़ाया जाता है।

सकट चौथ पहली व्रत कथा

पौराणिक कथा के अनुसार सकट चौथ के दिन भगवान गणेश पर सबसे बड़ा संकट आकर टला था, इसलिए इस दिन का नाम सकट चौथ पड़ा है। कथा के अनुसार एक दिन मां पार्वती स्नान करने के लिए जा रही थी। तभी उन्होंने अपने पुत्र गणेश को दरवाज़े के बाहर पहरा देने का आदेश दिया और बोली, ‘जबतक मैं स्नान करके ना लौटी किसी को भी अंदर आने की इजाज़त मत देना।’ भगवान गणेश भी मां की आज्ञा का पालन करने लगे और बाहर खड़े होकर पहरा देने लगे। 

ठीक उसी वक्त भगवान शिव माता पार्वती से मिलने पहुंचे।  परंतु गणेश जी ने भगवान शिव को दरवाज़े के बाहर ही रोक दिया । ऐसा देख शिव जी को गुस्सा आ गया और उन्होंने अपने त्रिशूल से वार कर गणेश जी की गर्दन धड़ से अलग कर दी। इधर पार्वती जी ने बाहर से आ रही आवाज़ सुनी तो वह भागती हुई बाहर आईं, पुत्र गणेश की कटी हुई गर्दन देख अत्यंत घबरा गई, और शिव जी से अपने बेटे के प्राण वापस लाने की गुहार लगाने लगी। शिव जी ने माता पार्वती की आज्ञा मानते हुए, गणेश जी पर एक हाथी के बच्चे का सिर लगाकर उन्हें पुनः जीवन दान दे दिया और उसी दिन से सभी महिलाएं अपने बच्चों की सलामती के लिए गणेश चतुर्थी का व्रत करने लगी। 

सकट चौथ की दूसरी कथा

एक समय की बात है, एक नगर में एक कुम्हार रहता था, पर एक दिन जब उसने बर्तन बनाने के बाद आवा लगाया तो वह नहीं पका। कुम्हार परेशान होकर राजा के पास गया और पूरी बात बताई। राजा ने राज्य के राज पंडित को बुलाकर कुछ उपाय सुझाने को बोला, तब राज पंडित ने कहा कि, यदि हर दिन गांव के एक-एक घर से एक-एक बच्चे की बलि दी जाए तो रोज आवा पकेगा। राजा ने आज्ञा दी की पूरे नगर से हर दिन एक बच्चे की बलि दी जाए। 

कई दिनों तक ऐसा चलता रहा और फिर एक बुढ़िया के घर की बारी आई, लेकिन उसके बुढ़ापे का एकमात्र सहारा उसका एकलौता बेटा अगर बलि चढ़ जाएगा तो बुढ़िया का क्या होगा, ये सोच-सोच वह परेशान हो गई। और उसने सकट की सुपारी और दूब देकर बेटे से बोला, ‘जा बेटा, सकट माता तुम्हारी रक्षा करेगी, और खुद सकट माता का स्मरण कर उनसे अपने बेटे की सलामती की दुआ मांगने लगी। अगली सुबह कुम्हार ने देखा की आवा भी पक गया और बालक भी पूरी तरह से सुरक्षित है और फिर सकट माता की कृपा से नगर के अन्य बालक जिनकी बलि दी गई थी, वह सभी भी जी उठें, पौराणिक मान्यताओं के अनुसार उसी दिन से सकट चौथ के दिन मां अपने बेटे की लंबी उम्र के लिए भगवान गणेश की पूजा कर व्रत करने लगी ।

भाजपा ने जिला प्रभारी घोषित किये


लखनऊ । यूपी भाजपा ने जिला प्रभारी घोषित किए, पंकज सिंह, सुरेंद्र नागर, श्रीचंद शर्मा और सतेंद्र शिशौदिया को मिले ये जिले, देखिए पूरी लिस्ट। 

उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार की देर शाम जिला और महानगर प्रभारियों की घोषणा कर दी है। राज्य के लगभग सभी वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है। आने वाला वर्ष चुनावी साल होगा, इसे ध्यान में रखते हुए यह घोषणा की गई है। उत्तर प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष, महामंत्री, मंत्री, मोर्चा के अध्यक्ष, विधायक, विधान परिषद सदस्य और सांसदों को जिला प्रभारी नियुक्त किया गया है। पहली बार भारतीय जनता पार्टी ने बड़े पदों पर आसीन और अनुभवी नेताओं को जिला प्रभारी बनाया है। यूपी भाजपा के उपाध्यक्ष और नोएडा के विधायक पंकज सिंह को मेरठ महानगर और मेरठ जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद सुरेंद्र सिंह नागर को मुरादाबाद जिले का प्रभारी नियुक्त किया गया है। हाल ही में मेरठ सहारनपुर शिक्षक स्नातक सीट से एमएलसी चुने गए श्रीचंद शर्मा को अलीगढ़ का जिला प्रभारी घोषित किया गया है। पश्चिम क्षेत्र के पूर्व उपाध्यक्ष और गौतमबुद्ध नगर के जिला अध्यक्ष रह चुके सतेंद्र सिसोदिया को गाजियाबाद जिले की जिम्मेदारी दी गई है। इस तरह गौतमबुद्ध नगर जिले के तीन वरिष्ठ नेताओं को जिला प्रभारी घोषित किया गया है। नोएडा महानगर का प्रभारी पूर्व विधायक और पूर्व क्षेत्रीय महामंत्री मुंशीलाल गौतम को बनाया गया है। गौतमबुद्ध नगर जिले की जिम्मेदारी भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सतपाल सैनी को दी गई है।

उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय से शुक्रवार की देर रात मिली जानकारी के मुताबिक पश्चिम क्षेत्र, ब्रज क्षेत्र, कानपुर, अवध, काशी और गोरखपुर क्षेत्रों में सभी जिला और महानगर इकाइयों के प्रभारी घोषित कर दिए गए हैं। पश्चिम क्षेत्र में सबसे ज्यादा 19 नेताओं की भारी-भरकम फौज तैनात की गई है। ब्रज क्षेत्र में भी 19 नेता जिला प्रभारी बनाकर भेजे गए हैं। कानपुर क्षेत्र में 17, अवध में 15, काशी में 16 और गोरखपुर क्षेत्र में 12 नेताओं को जिला प्रभारी बनाया गया है।

*पश्चिम क्षेत्र में घोषित किए गए प्रभारी*

मेरठ महानगर, पंकज सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष 

मेरठ जिला, पंकज सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष 

बागपत, विजेंद्र कश्यप, पूर्व जिला अध्यक्ष 

सहारनपुर महानगर, कांता कर्दम, प्रदेश उपाध्यक्ष व राज्यसभा सांसद

सहारनपुर जिला, सत्यपाल, पूर्व जिला अध्यक्ष व कॉपरेटिव बैंक के चेयरमैन

शामली, जसवंत सैनी, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष 

मुजफ्फरनगर, चंद्र मोहन सिंह, प्रदेश मंत्री 

गाजियाबाद महानगर, महेंद्र धनौरिया, पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष 

गाजियाबाद जिला, सतेंद्र सिसोदिया, पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष 

नोएडा महानगर, मुंशीलाल गौतम, पूर्व क्षेत्रीय महामंत्री 

गौतमबुद्ध नगर, सत्यपाल सैनी, प्रदेश उपाध्यक्ष 

बुलंदशहर, सूर्य प्रकाश पाल, पूर्व क्षेत्रीय महामंत्री 

हापुड़, सुनीता दयाल, प्रदेश उपाध्यक्ष

अमरोहा, विमल शर्मा, पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष 

मुरादाबाद महानगर, वाईपी सिंह, पूर्व प्रदेश मंत्री 

मुरादाबाद जिला, सुरेंद्र नागर, प्रदेश उपाध्यक्ष व राज्यसभा सांसद 

बिजनौर, विजय पाल सिंह, राज्यसभा सांसद 

रामपुर, राजीव सिसोदिया, पूर्व जिला अध्यक्ष

संभल, देवेंद्र सिंह चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष

ब्रज क्षेत्र में घोषित किए गए प्रभारी

आगरा महानगर, बीएल वर्मा, राज्यसभा सांसद 

आगरा जिला, पूनम बजाज, प्रदेश मंत्री 

मथुरा जिला, विजय शिवहरे, प्रदेश मंत्री 

मथुरा महानगर, अंजुला माहौर, प्रदेश मंत्री 

फिरोजाबाद महानगर, दयाशंकर सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष 

फिरोजाबाद जिला, दयाशंकर सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष 

एटा, धर्मवीर प्रजापति, विधान परिषद सदस्य 

अलीगढ़ जिला, श्रीचंद शर्मा, विधान परिषद सदस्य 

अलीगढ़ महानगर, प्रमोद गुप्ता, पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष 

हाथरस, राजा वर्मा, प्रदेश अध्यक्ष किसान मोर्चा 

मैनपुरी, दिनेश वशिष्ठ, पूर्व जिला अध्यक्ष 

कासगंज, अनिल चौधरी, पूर्व क्षेत्रीय महामंत्री 

बरेली महानगर, गोपाल अंजान, उपाध्यक्ष खादी ग्राम उद्योग 

बरेली जिला, संतोष सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष 

आवला, संतोष सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष

शाहजहांपुर जिला, ब्रज बहादुर भारद्वाज, प्रदेश उपाध्यक्ष 

शाहजहांपुर महानगर, ब्रज बहादुर भारद्वाज, प्रदेश उपाध्यक्ष 

पीलीभीत, पूरन लाल लोधी, प्रदेश महामंत्री पिछड़ा मोर्चा 

बदायूं, महाराज सिंह, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य


*कानपुर क्षेत्र में घोषित किए गए प्रभारी*


कानपुर महानगर उत्तर, विजय बहादुर पाठक, प्रदेश उपाध्यक्ष व एमएलसी

कानपुर महानगर दक्षिण, विजय बहादुर पाठक, प्रदेश उपाध्यक्ष व एमएलसी 

कानपुर देहात, रंजना उपाध्याय, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष 

कानपुर ग्रामीण, रामनरेश तिवारी, प्रदेश महामंत्री किसान मोर्चा

इटावा, राम लखन रावत, पूर्व क्षेत्रीय मंत्री 

कन्नौज, उदयन पालीवाल, पूर्व जिला अध्यक्ष 

फर्रुखाबाद, बाबूराम निषाद, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष 

फतेहपुर, प्रकाश शर्मा, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष 

औरैया, प्रमोद बार्डर, पूर्व क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी 

झांसी महानगर, कमलावती सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष 

झांसी जिला, कमलावती सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष 

बांदा, सत्यपाल सिंह, पूर्व क्षेत्रीय महामंत्री 

महोबा, अशोक जाटव, प्रदेश मंत्री

चित्रकूट, प्रांशु दत्त द्विवेदी, प्रदेश मंत्री

हमीरपुर, देवेश कोरी, प्रदेश मंत्री

जालौन, संजीव श्रृंगीऋषि, पूर्व जिला अध्यक्ष 

ललितपुर, नागेंद्र गुप्ता, पूर्व क्षेत्रीय मंत्री

*अवध क्षेत्र में घोषित किए गए प्रभारी*

लखनऊ महानगर, गोविंद नारायण शुक्ला, प्रदेश महामंत्री व एमएलसी

लखनऊ जिला, गोविंद नारायण शुक्ला, प्रदेश महामंत्री व एमएलसी

रायबरेली, विद्यासागर सोनकर, पूर्व प्रदेश महामंत्री व एमएलसी 

सीतापुर, हरिद्वार दुबे, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष व राज्यसभा सांसद

लखीमपुर, दिनेश तिवारी, पूर्व क्षेत्रीय महामंत्री 

हरदोई, प्रकाश पाल, प्रदेश उपाध्यक्ष

अंबेडकरनगर, दद्दन मिश्रा, पूर्व सांसद

बाराबंकी, रामचंद्र कनौजिया, प्रदेश मंत्री 

बलरामपुर, सुधीर हलवासिया, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष 

बहराइच, नीरज सिंह, पूर्व क्षेत्रीय महामंत्री 

गोंडा, अवनीश सिंह, एमएलसी

श्रावस्ती, अवधेश पांडे बादल, पूर्व जिला अध्यक्ष 

अयोध्या जिला, पदमसेन चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष 

अयोध्या महानगर, पदमसेन चौधरी प्रदेश उपाध्यक्ष 

उन्नाव, शंकर लोधी, प्रदेश मंत्री

काशी क्षेत्र में घोषित किए गए प्रभारी

वाराणसी महानगर, सलिल विश्नोई प्रदेश उपाध्यक्ष व एमएलसी 

वाराणसी जिला, सलिल विश्नोई, प्रदेश उपाध्यक्ष व एमएलसी 

गाजीपुर, कौशलेंद्र सिंह पटेल, पूर्व प्रदेश मंत्री 

प्रतापगढ़, नागेंद्र रघुवंशी, पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष 

भदोही, रमेश मिश्रा, पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष 

जौनपुर, डॉ राकेश त्रिवेदी, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष 

मछली शहर, काशीनाथ तिवारी, पूर्व क्षेत्रीय महामंत्री 

सुल्तानपुर, शंकर गिरी, प्रदेश मंत्री

अमेठी, संजय राय, प्रदेश मंत्री

प्रयागराज महानगर, लक्ष्मण आचार्य, प्रदेश उपाध्यक्ष व एमएलसी 

प्रयागराज गंगा पार, लक्ष्मण आचार्य, प्रदेश उपाध्यक्ष व एमएलसी 

प्रयागराज यमुना पार, ओंकार केसरी, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष 

चंदौली, मीना चौबे, प्रदेश मंत्री

कौशांबी, अनिल सिंह, पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष

मिर्जापुर, अनामिका चौधरी, प्रदेश मंत्री 

सोनभद्र, केके सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष


*गोरखपुर क्षेत्र में घोषित किए गए प्रभारी*


गोरखपुर महानगर, नीलम सोनकर प्रदेश उपाध्यक्ष 

गोरखपुर जिला, नीलम सोनकर, प्रदेश उपाध्यक्ष 

संतकबीरनगर, समीर सिंह, पूर्व प्रदेश मंत्री 

बस्ती, चिरंजीव चौरसिया, प्रदेश महामंत्री पिछड़ा मोर्चा 

सिद्धार्थनगर, जयप्रकाश निषाद, राज्यसभा सांसद 

महाराजगंज, सुभाष यदुवंश, प्रदेश मंत्री 

देवरिया, त्रिंबक त्रिपाठी, प्रदेश मंत्री

कुशीनगर, संतराज यादव, अध्यक्ष भूमि विकास बैंक 

आजमगढ़, देवेंद्र यादव, पूर्व क्षेत्रीय मंत्री 

लालगंज, डॉ शकुंतला चौहान, प्रदेश मंत्री 

मऊ, कामेश्वर सिंह, पूर्व प्रदेश मंत्री

बलिया, विनोद राय, पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष

छह साल का बच्चा पानी और परांठे लेकर पहुंचा गाजीपुर


गाजियाबाद । एक 6 साल का बच्चा पानी, अचार और परांठे लेकर पहुंचा राकेश टिकैत के पास, बोला दादू तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं। 

गाजीपुर बॉर्डर पर किसान अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन दे रहे हैं। राकेश टिकैत के नेतृत्व में हजारों की संख्या में किसान गाजीपुर बॉर्डर पर उमड़ रहा है। गाजियाबाद का एक 6 साल के बच्चा राकेश टिकैत के लिए अपने घर से पानी, अचार और परांठे लेकर गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचा है। बच्चे ने राकेश टिकैत से कहा है कि "दादू तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं।" बच्चे की यह फोटो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है। बच्चे की जज्बे को देखकर राकेश टिकैत ने बच्चे को जीवन में हमेशा सफलता प्राप्त करने का आशीर्वाद दिया है।

गाजियाबाद के बमेटा गांव में रहने वाला 6 साल का बच्चा गोविंद सिंह अपनी बहन और पिता के साथ राकेश टिकैत के पास गिलास में पानी, पराठे, गुड, अचार और संतरा लेकर राकेश टिकैत के पास गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचा। आंदोलन में शामिल हुआ 6 साल का बच्चा गोविंद ने कहा है कि दादू तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं। 

बच्चे के पिता विकास ने बताया कि गोविंद लगातार राकेश टिकैत को मोबाइल और टीवी पर देखता रहता है। बच्चा देश के किसानों को कभी भी परेशान होते हुए नहीं देख सकता। जब राकेश टिकैत के आंसू बच्चे ने देखे तो उसने अपनी मम्मी से बोला कि वह राकेश टिकैत दादू को अपने हाथ से खाना खिलाएगा। अपनी मम्मी से खाना बनवा कर गोविंद अपनी बहन के साथ गाजीपुर बॉर्डर पहुंचा है।

बिजनौर से बलिया तक गंगा आरती के लिए बनेंगे 1138 चबूतरे


लखनऊ । बिजनौर से लेकर बलिया तक पावन सलिला मां गंगा की आरती उतारने के लिए सरकार 1038 नए आरती स्थलों (चबूतरों) का निर्माण कराने जा रही है। इन स्थलों का निर्माण होने के बाद काशी व प्रयागराज समेत प्रदेश के करीब 1100 स्‍थानों पर गंगा आरती होगी। नमामि गंगे विभाग की अगुआई में गंगा के दोनों किनारों पर बसे 1038 गांवों व कस्बों को नए आरती स्‍थल के तौर पर चुना गया है ।

योजना के तहत बिजनौर से लेकर बलिया तक गंगा के पांच किलोमीटर के दायरे में दोनों किनारों पर बसे गांवों में नए आरती स्‍थलों के निर्माण की प्रक्रिया पर्यटन विभाग के सहयोग से शुरू की जाएगी। नए आरती स्‍थलों को जन सहभागिता के आधार पर संचालित किया जाएगा। आरती चबूतरों पर रोज तय समय पर गंगा आरती का आयोजन किया जाएगा। चयनित 1038 गांवों में गंगा घाट का निर्माण कर उन्‍हें धार्मिक स्‍थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इन गांवों में धर्मार्थ भवन का निर्माण करने के भी निर्देश दिए गए हैं।

भाजपा जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला ने की संगठन को मजबूत बनाने की अपील


मुजफ्फरनगर । जसोई गांव एवं चरथावल के बिरालसी मंडल में बैठक लेते हुए जिला अध्यक्ष विजय शुक्ला ने कार्यकर्ताओं से पार्टी को मजबूत बनाने का आह्वान किया। 

जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला द्वारा बघरा मंडल  के गांव जसोई और चरथावल के बिरालसी मंडल में बैठक ली गई। बैठक में मंडल अध्यक्ष , मंडल प्रभारी , ब्लॉक संयोजक , सेक्टर संयोजक , सेक्टर प्रभारी बुलाए गए। 

बूथ स्तर की मजबूती पर चर्चा की गई। साथ में जिला सह मीडिया प्रभारी अचिंत मित्तल, रजनीश बालियान सिसौली , सनातन नरेश उपस्थित रहे। 

बघरा मंडल अध्यक्ष डॉ वीरेंद्र शर्मा बघरा मंडल प्रभारी गौरव चौधरी एवं बिरालसी मंडल के अध्यक्ष विकास आर्य आदि मौजूद रहे।

पचास से ज्यादा है उम्र तो जानिए कब लगेगा कोविड का टीका


मुजफ्फरनगर । कोरोना वैक्सीनेशन के सबसे बड़े चरण की तैयारी शुरू हो गई है। वैक्सीनेशन का तीसरा चरण अब तक का सबसे बड़ा चरण होगा। इस चरण में बुजुर्ग, 50 वर्ष से अधिक उम्र के अधेड़ व बीमार शामिल होंगे।

इस चरण के लिए तैयारियां तेज कर दी गई है। आगामी 20 फरवरी के बाद कोविड पोर्टल पर वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन हो सकेगा। शासन ने इसके संकेत स्वास्थ्य विभाग को दे दिए हैं। इसके लिए पोर्टल में कुछ बदलाव किया जा रहा है।

पांच फरवरी से दूसरे चरण का वैक्सीनेशन शुरू होगा। दूसरे चरण के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि रविवार(31 जनवरी) को है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग तीसरे चरण के लिए तैयारी में लग गया है। एक अनुमान के मुताबिक तीसरे चरण में करीब साढ़े चार से पांच लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए शासन पोर्टल में तब्दीली कर उसे एप जैसा बना रहा है। इस एप को लाभार्थी मोबाइल में डाउनलोड कर सकेंगे।

फोटोयुक्त पहचान पत्र है जरूरी

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक तीसरे चरण में पंजीकरण के लिए फोटो युक्त पहचानपत्र जरूरी होगा। इच्छुक लाभार्थी मोबाइल में एप को डाउनलोड कर उसमें फोटो युक्त पहचान पत्र को अपलोड कर आवेदन कर सकेंगे। अधेड़ व बुजुर्गों को पहचान पत्र के साथ उम्र से जुड़ा एक पत्र अटैच करना होगा। बीमारों को आवेदन करते समय मेडिकल रिकार्ड भी अटैच करना होगा।

तीसरे चरण के टीकाकरण के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसमें रजिस्ट्रेशन के तरीकों को लेकर अभी कोई दिशा-निर्देश नहीं मिला है। तीसरे चरण में बूथ बढ़ेंगे।

आलोक स्वरूप और अनिल स्वरूप ने एसडीएम के आदेश को बताया एक पक्षीय और नियम विरुद्ध


मुजफ्फरनगर । निजी स्वामित्व भूमि को शत्रु संपत्ति मानते हुए उक्त भूमि को राज्य सरकार में दर्ज किये जाने से सम्बंधित प्रकरण में पिछले कुछ दिनों कुछ समाचार पत्रों तथा वाट्सअप न्यूज़ ग्रुप में प्रकाशित समाचार/लेख की वस्तु स्थिति से अवगत कराते हुए प्रमुख समाजसेवी आलोक स्वरूप और अनिल स्वरूप ने आज एसडीएम सदर के आदेश को नियम विरुद्ध और एक पक्षीय बताया। 

उन्होंने कहा कि एक आदेश उप जिलाधिकारी सदर मुज़फ्फरनगर द्वारा दिनांक 31/12/2020 को पारित हुआ है जिसमे उन्होंने आदेश किया है कि “ग्राम-युसुफपुर बाहर हदूद के खाता स. 3 खसरा न. 37, 39, 43, 44, एवं 45 हे०, ग्राम-युसुफपुर अन्दर हदूद के खाता स. 7 खसरा न. 182, 202, 361, 363, 364, 370, 374, 375, 376, 378 हे०, ग्राम-युसुफपुर नॉन जेड०ए० के खाता स. 5 खसरा न. 365, 366, खाता सं. 7 के खसरा न. 371, 372, 373, 377, 379, 382, 383, व 384 हे० तथा खाता स. 12 खसरा न. 203 व 204 हे० से वर्तमान प्रविष्टि को धारा-38(5) उ०प्र० राजस्व संहिता, 2006 के अन्तर्गत निरस्त कर भूमि को राज्य सरकार में दर्ज किया जाता है”। ये आदेश निराधार है, न्यायहित में नहीं है तथा नियम विरूद्ध है। 

सर्वप्रथम उप जिलाधिकारी सदर के आदेश में उल्लेखित है कि “नोटिस सं. 22 दिनांक 15/06/2020 विपक्षी/प्रतिवादी संख्या 1-आलोक स्वरुप अनिल स्वरुप पुत्रगण विनोद कुमार सिंह के द्वारा नोटिस की प्रति प्राप्त न करने के कारण उक्त नोटिस की प्रति उनके दक्षिण मुहाने पर चस्पा की गयी व प्रतिवादीगणों को जवाब व साक्ष्य प्रस्तुत करने हेतु प्रयाप्त अवसर प्रदान किया गया लेकिन उनके द्वारा कोई  जवाब या साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया गया”  जबकि वास्तविकता यह है कि आलोक स्वरुप जी ने नोटिस की तामील करते हुए उप जिलाधिकारी सदर को एप्लीकेशन दिनांक 27/06/2020 प्रेषित करते हुए अवगत कराया था “कि कोरोना महामारी के मद्देनजर तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने टीवी न्यूज़ के माध्यम से विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों को LOCKDOWN 1.0 के मद्देनजर आवागमन सूक्ष्म रूप में करने के लिए सचेत किया है I इसलिए कोरोना महामारी को देखते हुए तथा LOCKDOWN 1.0 को दृष्टिगत लेते हुए मैं घर से कही भी बाहर नहीं जा रहा हूँ अत: जुलाई-अगस्त कि तिथि नियुक्त करने कि कृपा करे” किन्तु आजतक भी सुनवाई कि नियत तिथि से अवगत नहीं कराया गया है। ये एप्लीकेशन / पत्र रजिस्टर्ड डाक द्वारा भेजी गयी थी तथा उप जिलाधिकारी कार्यालय को प्राप्त हो गयी थी I अत: यह कहना कि नोटिस पर आलोक स्वरुप आदि ने जानबूझकर नोटिस प्राप्त नहीं किया और अपना पक्ष नहीं रखा, बिलकुल बेबुनियाद और निराधार है I ये आदेश एक पक्षीय आदेश है तथा कोरोना महामारी में एक पक्षीय आदेश पारित करना, वो भी समुचित सुनवाई किये बिना किसी भी दशा में न्यायोचित नहीं है I उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने भी समय-समय पर दिशा निर्देश दिए है कि “ADVERSE ORDER” कोरोना काल में अपेक्षित नहीं है I यह आश्चर्य का बिंदु है कि इस कोरोना महामारी में जहाँ पूरा देश की जनता एकजुट होकर आवागमन कम से कम करके (विशेष रूप से वरिष्ठ व बीमार नागरिक) महामारी से लड़ते हुए जीवन यापन कर रहे है ऐसी स्थिति में कोरोना काल में नोटिस निर्गत करना और कोरोना काल में ही मात्र 6 महीने के अन्दर एक पक्षीय आदेश पारित करना बड़ा ही विचारणीय विषय है I इस न्यायालय में कोरोना काल से भी पहले के वर्षों पुराने वाद लम्बित चले आ रहे हैं जिनका निस्तारण नहीं हो पा रहा है तथा प्रश्नगत वाद का निस्तारण मात्र 6 महीने में एक पक्षीय आदेश द्वारा करना एक सामान्य प्रक्रिया प्रतीत नहीं होती है I इससे पूर्व भी एक नोटिस न. 178 दिनांकित 27/01/18 को तहसीलदार सदर द्वारा, अज्ञात शिकायतकर्ता के आधार पर केवल हमको निर्गत किया गया था तथा 3 साल व्यतीत होने के बाद भी उक्त नोटिस न. 178 का आदेश आज तक पारित नहीं हुआ है जिसमे हमने प्रत्यावेदन दे दिया था परन्तु सुनवाई की तिथि आज तक नहीं लगी है I शत्रु सम्पत्ति अधिनियम में एक और नोटिस न. 371 दिनांकित 13/04/18 प्रभारी शत्रु सम्पत्ति से भी अज्ञात शिकायतकर्ता के आधार पर केवल हमको प्रेषित हुआ था जिस पर हमने अपना प्रत्यावेदन 3 साल पहले ही दाखिल कर दिया था परन्तु इस नोटिस में भी कोई सुनवाई की तिथि आज तक नियुक्त नहीं हुई है I 

तहसीलदार सदर द्वारा प्रेषित नोटिस न. 178 व प्रभारी शत्रु सम्पत्ति द्वारा प्रेषित नोटिस न. 371 आज तक लंबित चले आ जबकि यह जगजाहिर है कि नोटिस निर्गत होने के बाद अधिकारी के पास दो ही विकल्प होते है या तो नोटिस को CONFIRM किया जाये या नोटिस को WITHDRAW किया जाये । नोटिस को लंबित रखने का कोई भी प्रावधान किसी भी नियम में नहीं है I सम्बंधित अधिकारी भी भली-भांति जानते है कि विवादित भूमि शत्रु सम्पत्ति नहीं है तथा माननीय सर्वोच्च न्यायालय दिल्ली ने विवादित भूमि का स्वामित्व सरकार का नहीं माना है निजी स्वामित्व माना है I मैंने 40-50 रिमाइंडर भी भेजे है तथा 2 वर्ष पूर्व आपके माध्यम से प्रेस कांफ्रेंस भी की थी जिसमे मैंने अपेक्षा की थी कि शत्रुसम्पत्ति सम्बंधित नोटिसों की सुनवाई की जाये व शीघ्र-अतिशीघ्र उनका निस्तारण किया जाये जो आज तक नहीं हुआ है। 

इसके विपरीत अब वर्तमान में एक नया नोटिस राजस्व अधिनियम के अंतर्गत प्रेषित कर दिया जिसका एक पक्षीय आदेश भी पारित कर दिया व विवादित भूमि जो अब तक 570 बीघे पर केन्द्रित थी अब इस नए नोटिस सं. 32 से मात्र 51 बीघे लगभग रह गयी है I यदि ये शत्रु सम्पत्ति है तो पूरी सम्पत्ति अर्थात 570 बीघा शत्रु सम्पत्ति घोषित होनी चाहिये न कि मात्र 51 बीघे I यह तो तर्क है कि पूरी विवादित भूमि नवाब साहब की शत्रु सम्पत्ति है या पूरी नहीं है मात्र 10% का छोटा भाग शत्रु सम्पत्ति होना सम्भव नहीं है I मैंने स्वयं अधिकारियों को लिखित में अवगत कराया था कि यदि माननीय सर्वोच्च न्यायालय दिल्ली के आदेश दिनांक 18/11/1953 से वो संतुष्ट नहीं है तो माननीय सर्वोच्च न्यायालय दिल्ली में रिव्यु पेटीशन दायर कर सकते है किन्तु मेरे लिखित सुझाव के बावजूद आज तक माननीय सर्वोच्च न्यायालय दिल्ली में रिव्यु पेटीशन सरकार के द्वारा दायर नहीं की गयी। 

नोटिस न. 32 में मूल बिंदु CUTTING, OVERWRITING खतौनी के खसरा नम्बरों में किया जाना दर्शाया गया है I यह तो जगजाहिर है कि खसरा अधिकारी के पास / विभाग की कस्टडी में रहता है तथा आम जनमानस खसरो में स्वयं CUTTING, OVERWRITING नहीं कर सकता है I अत: सर्वप्रथम जिस अधिकारी / कर्मचारी ने संभवत: CUTTING, OVERWRITING की है उससे स्पष्टीकरण मांगना चाहिये कि उसने किस आधार पर CUTTING, OVERWRITING की थी I CUTTING, OVERWRITING किया जाना एक गंभीर विषय है तथा किसी भी सरकारी दस्तावेज में यदि करोड़ो रूपये की सम्पत्ति की हेरा-फेरी हुई है तो नियमानुसार सर्वप्रथम FIR दायर की जानी चाहिये जिससे इस षड्यंत्र का पर्दाफाश हो सके। यह भी उल्लेखनीय है कि मात्र खसरो में प्रविष्टि से कोई सम्पत्ति मालिक नहीं बनता है बैनामा आदि होने के बाद खसरो में प्रविष्टि सामान्य दाखिल ख़ारिज की प्रविष्टि होती है अहम् दस्तावेज बैनामा इत्यादि होता है जो रजिस्ट्रार कार्यालय में रिकॉर्ड में रहता है अत: मूल बैनामा आदि का अध्यन करना जरुरी है न कि केवल खसरो का। नोटिस न. 32 में केवल खसरो का जिक्र किया गया है और कोई भी उल्लेख नहीं है कि मूल दस्तावेज जैसे कि बैनामा आदि में भी CUTTING/OVERWRITING की गयी है अथवा नहीं I जब मूल दस्तावेजो में कोई CUTTING/OVERWRITING नहीं है जो कि अहम् सरकारी दस्तावेज है तो मात्र खसरो में CUTTING/OVERWRITING होने से ऐसा आदेश पारित करना नियम विरूद्ध है। यह भी उल्लेखनीय है कि नोटिस न. 32 केवल मुझे तथा मेरी काबिज सम्पत्ति पर ही दिया है। वर्तमान में मैं मात्र 12-13 बीघे पर ही काबिज हूँ जबकि आदेश में जो अन्य भूमि दर्शायी है उसमे कई कॉलोनियां विकसित है तथा सैकडों परिवार काबिज है तथा सम्पत्ति स्वामी है। जब नोटिस में खसरा न. -37,39,43,44,45, 182, 202, 361, 363, 364, 370, 374,375, 376, 378, 365,366, 371, 372, 373, 377, 379, 382,383, 384,203,204 उल्लेखित है तो न्यायहित में वर्तमान में सभी कब्जाधारियो / सम्पत्ति मालिको को चिन्हित कर सबको नोटिस निर्गत किया जाना चाहिये था जिससे वो सभी अपना पक्ष आपके समक्ष अपनी सम्पत्ति के बारे में रखते। केवल मेरे विरूद्ध EX-PARTY ORDER बिना किसी और को पक्षदार बनाये नोटिस देना न्यायहित में नहीं है ऐसे में न्यायहित में या तो सभी उपरोक्त खसरो के सभी कबिजो को नोटिस निर्गत हो या सार्वजानिक सूचना समाचार पत्रों के माध्यम से प्रकाशित करानी चाहिए। 

यह भी उल्लेखनीय है कि यदि CUTTING, OVERWRITING हुई भी है जो एक विवाद का बिंदु है तो भी CUTTING, OVERWRITING से पूर्व सरकार का नाम भूमि में इन्द्राज नहीं था तथा प्राइवेट पार्टियो कि प्रविष्टियाँ है अत: CUTTING, OVERWRITING से किसी के अधिकार प्रभावित होंगे वो निजी व्यक्ति है जिसमे सरकार हस्तक्षेप नहीं कर सकती तथा प्राइवेट पार्टियो के विवाद के लिए सिविल कोर्ट का प्रावधान है। माननीय उच्च न्यायालय ने अपने आदेश Jitendra Bahadur Singh VS State of U.P and 5 Others दिनांकित 04/09/2015 में इसका उल्लेख किया है जिसके बाद मुख्य सचिव ने एक G.O न. 650(1)/एक-9-15-रा-9 दिनांक 16/09/2015 को जारी किया था जिसमे स्पष्ट रूप से उप जिलाधिकारी / अन्य अधिकारियों को प्रतिबंधित किया था कि निजी वाद में सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं होना चाहिये। 

यदि CUTTING, OVERWRITING हुई है तो भी जिस निजी व्यक्ति का नाम प्रभावित हुआ है तो उसके नाम से पुन: प्रविष्टि होने से भी सरकार में सम्पत्ति किसी भी दशा में दर्ज नहीं हो सकती। सर्वप्रथम विवादित भूमि शत्रु सम्पत्ति घोषित होनी चाहिये तब सरकार का हस्तक्षेप करना न्यायोचित  होगा। सरकार ने स्वयं विवादित भूमि को कभी नवाब साहब की या शत्रु सम्पत्ति नहीं माना है। और ये भी अहम् है कि सरकार ने स्वयं इस विवादित भूमि के कुछ भाग का अधिग्रहण किया था और उसकी अधिग्रहण राशी लाला दीपचंद को अदा की थी। अधिग्रहण राशी भी माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने ही तय की थी I माननीय सर्वोच्च न्यायालय दिल्ली का आदेश स्टेट ऑफ़ यूपी VS लाला दीप चन्द व अन्य दिनांकित 16/1/1980 का है। 

अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष की छुट्टी


अमरोहा। भाजपा जि‍लाध्‍यक्ष बृजेश चौधरी का अश्‍लील वीडि‍यो वायरल होने के बाद हो रही पार्टी की कि‍रकि‍री पर प्रदेश नेतृत्व ने कड़ा कदम उठाया है।

प्रदेश अध्‍यक्ष स्‍वतंत्र देव सि‍ंह ने भाजपा जि‍लाध्‍यक्ष को हटा दि‍या है। अब उनके स्‍थान पर ऋषि‍पाल नागर को जि‍लाध्‍यक्ष बनाया है। बता दें कि‍ भाजपा जि‍लाध्‍यक्ष बृजेश चौधरी का अश्‍लील वीडि‍यो वायरल हो रहा था। प्रदेश ही नहीं देशभर में पार्टी की छवि‍ को नुकसान हो रहा था।

इस विवाद के चलते प्रदेश अध्‍यक्ष स्‍वतंत्र देव सि‍ंह ने उन्‍हें जि‍लाध्‍यक्ष पद से हटा दि‍या है। सूत्रों की माने तो कई और नेता भी रडार पर हैं, इन पर भी कभी भी गाज गि‍र सकती है।

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