नई दिल्ली। टकराव के हालात जारी रहने के बावजूद किसानों और सरकार की बैठक 2 फरवरी को फिर होगी।
केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच वार्ता पटरी पर लौटती दिख रही है। दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान भड़की हिंसा के बाद वार्ता में गतिरोध पैदा गया था, लेकिन सर्वदलीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के आश्वासन के बाद अगली बैठक अब 2 फरवरी को तय की गई है।
इस बीच भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सवाल किया कि सरकार बताए वह कानून वापस क्यों नहीं ले सकती, हम सिर नहीं झुकने देंगे। राकेश टिकैत ने सरकार से कहा कि वह खुद किसानों को बताये कि वह कृषि कानूनों को वापस क्यों नहीं लेना चाहती और 'हम वादा करते हैं कि सरकार का सिर दुनिया के सामने झुकने नहीं देंगे.' ट्रैक्टर परेड में हिंसा के कारण किसान आंदोलन के कमजोर पड़ने के बाद एक बार फिर जोर पकड़ने के बीच टिकैत ने सरकार से कहा, 'सरकार की ऐसी क्या मजबूरी है कि वह नये कृषि कानूनों को निरस्त नहीं करने पर अड़ी हुई है?'
राकेश टिकैत ने कहा कि हमारे जो लोग जेल में बंद हैं वो रिहा हो जाएं फिर बातचीत होगी। प्रधानमंत्री ने पहल की है और सरकार और हमारे बीच की एक कड़ी बने हैं। किसान की पगड़ी का भी सम्मान रहेगा और देश के प्रधानमंत्री का भी सम्मान रखा जाएगा।
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