गुरुवार, 18 मई 2023

मुज़फ्फरनगर क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा मीनाक्षी स्वरूप और गौरव स्वरूप का

 


मुजफ्फरनगर । मुज़फ्फरनगर क्रिकेट एसोसिएशन  द्वारा आज नगर पालिका की नवनिर्वाचित चेयरमैन मीनाक्षी स्वरूप और उनके पति भाजपा नेता और उद्यमी गौरव स्वरूप का उनके आवास पर जीत की बधाई देते हुए अभिनंदन किया गया। 

गौरव स्वरूप ने क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े सभी पदाधिकारियो और सदस्यों का अपने आवास पर स्वागत किया। एसोसिएशन के  निदेशक और सचिव मनोज पुंडीर और उपाध्यक्ष कुशल पाल सिंह ,इंदर माथुर और कोषाध्यक्ष एवं निदेशक संजय शर्मा , संयुक्त सचिव अजय जैन  ने मीनाक्षी स्वरूप को शुभकामनाएं देते हुए उम्मीद व्यक्त की कि अब मुज़फ़्फ़र नगर में अब पहले से बेहतर विकास होगा ओर मुज़फ्फ  नगर पालिका  एक आदर्श  और  भ्रस्टाचार  मुक्त  नगर पालिका बनकर  बनकर सामने  आएगा। मुज़फ्फर नगर क्रिकेट एसोसिएशन की और से संयुक्त सचिव रोहित चौधरी ,ओमदेब सिंह, विकास राठी, शिरीष वर्मा, आशीष भटनागर ,संजय चौधरी,मेहकार सिंह भी उन्हें शुभकामनाएं देने वालों में शामिल रहे।

सपा की सक्रिय बूथ कमेटी गठन की प्रक्रिया शुरू -जिया चौधरी


मुज़फ्फरनगर। समाजवादी पार्टी की विधानसभा अध्यक्ष व विधानसभा प्रभारियों की मीटिंग में सपा जिलाध्यक्ष जिया चौधरी ने कहा कि मजबूत सक्रिय बूथ कमैटी गठन की प्रक्रिया को सभी पार्टी कार्यकर्ताओं व वरिष्ठ नेताओं के सहयोग  से जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। सपा जिलाध्यक्ष जिया चौधरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी ने मजबूत बूथ कमेटी गठन  को सबसे प्रमुख एजेंडे में रखकर तेजी से कार्य शुरू कर दिया गया है।

सपा जिला महासचिव गोल्डी अहलावत व सपा जिला उपाध्यक्ष सोमपाल सिंह भाटी,

सपा नेता विनय पाल,सपा नेता साजिद हसन ने मीटिंग में सभी जाति वर्ग के नेताओ को क्षेत्रवार जिम्मेदारी सौंपकर मजबूत बूथ कमैटी पुनर्गठन करने का आह्वान किया।मीटिंग में निवर्तमान विधानसभा अध्यक्ष व विधानसभा प्रभारियो को प्रत्येक सेक्टर व बूथ स्तर पर पहुंचकर बूथ कमेटी गठन की प्रक्रिया को तेजी से शुरू करने का निर्णय लिया गया।

मीटिंग की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष जिया चौधरी व संचालन जिला महासचिव विकिल गोल्डी अहलावत द्वारा किया गया। मीटिंग में निवर्तमान विधानसभा अध्यक्ष नोशाद अली, सतबीर त्यागी,सत्यदेव शर्मा, गय्यूर चौधरी प्रधान,मुन्ना ककराला सहित अनेक सपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।

संयुक्त कमिश्नर जीएसटी से व्यापरियों मिलकर सौपा ज्ञापन




संयुक्त कमिश्नर जीएसटी मुजफ्फरनगर 


विषय जीएसटी में व्यापारियो को आने वाली परेशानीयो के बाबत


महोदय

जीएसटी विभाग के द्वारा समाचार पत्रों में सर्वे की जो न्युज प्रसारित हो रही हैं। उससे व्यापारियों में भय का माहौल व्याप्त ही रहा है जैसे कि कुछ महीनो पहले की पुरे प्रदेश में छापामारी के नाम से भय का माहौल बना था अतः विभाग से निवेदन है व्यापारियों का उत्पीडन ना हो


जीएसटी विभाग द्वारा गुड़ पर 25kg तक GST लगा कर विभाग द्वारा रजिस्ट्रर्ड व्यापारियों का भारी नुकसान हुआ है गुड मण्डी के व्यापारियों का छोटी पैकिंग पर 5%जीएसटी लगा है जबकि गुड माफिया सीधे कोल्हुओ सै 10kg 20 kg केनीचे की पैकिंग बिना जीएसटी चुकाए दुसरे प्रदेशो में पहुंचाई जा रही है अतः आपसे निवेदन है कि कोल्हुओं पर से होने वाली लोडिंग वाहन की जांच समय समय पर कराई जाए

भाजपा सांसद के निधन से पार्टी में शोक


अंबाला। भाजपा सांसद रतन लाल कटारिया का गुरुवार निधन हो गया। पीजीआई चंडीगढ़ से उनके शव को पंचकूला लाया गया। दोपहर को मनीमाजरा में उनका संस्कार होगा। बता दें कि पिछले एक माह से रतन लाल कटारिया के शरीर में इन्फेक्शन था और चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती थे। कुछ दिन से बुखार भी था। 

बता दें कि यमुनानगर के गांव संधाली में 19 दिसंबर, 1951 को जन्मे रतन लाल कटारिया पंचकूला के मनसा देवी कांप्लेक्स में रहते थे। छावनी के एसडी कॉलेज से बीए ऑनर्स करने के बाद केयूके से राजनीतिशास्त्र में एमए किया तथा फिर वहीं से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। रतन लाल कटारिया को राष्ट्रगीत गाने, कविताएं लिखने, शायरी करने और अच्छी पुस्तकों को पढ़ने का शौक था। पिता ज्योति राम और माता परिवारी देवी की संतान रतन लाल कटारिया के परिवार में  पत्नी बंतो कटारिया के अलावा एक बेटा तथा दो बेटियां हैं।

आज का पंचाग और राशिफल

 🙏🏻 हर हर महादेव 🙏🏻



🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞


 🌤️  *दिनांक - 18 मई 2023*

🌤️ *दिन - गुरूवार*

🌤️ *विक्रम संवत - 2080 (गुजरात - 2079)*

🌤️ *शक संवत -1945*

🌤️ *अयन - उत्तरायण*

🌤️ *ऋतु - ग्रीष्म ॠतु* 

🌤️ *मास - ज्येष्ठ (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार वैशाख)*

🌤️ *पक्ष - कृष्ण* 

🌤️ *तिथि - चतुर्दशी रात्रि 09:42 तक तत्पश्चात अमावस्या*

🌤️ *नक्षत्र - अश्विनी सुबह 07:22 तक तत्पश्चात भरणी*

*🌤️योग - सौभाग्य शाम 07:37 तक तत्पश्चात शोभन*

🌤️ *राहुकाल - दोपहर 02:14 से शाम 03:55*

🌞 *सूर्योदय-06:01*

🌤️ *सूर्यास्त- 19:09*

👉 *दिशाशूल- दक्षिण दिशा में*

🚩 *व्रत पर्व विवरण - 

🔥 *विशेष - चतुर्दशी  अमावस्या  पूर्णिमा और व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*

               🌞~*वैदिक पंचांग* ~🌞


🌷 *नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए* 🌷

 ➡ *19 मई 2023 शुक्रवार को अमावस्या है ।*

🏡  *घर में हर अमावस अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी । अथवा खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।*

      🙏🏻 

🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞


🌷 *अमावस्या* 🌷

🙏🏻 *अमावस्या के दिन जो वृक्ष, लता आदि को काटता है अथवा उनका एक पत्ता भी तोड़ता है, उसे ब्रह्महत्या का पाप लगता है  (विष्णु पुराण)*

          🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞


🌷 *धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए* 🌷

🔥 *हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।*

🍛 *सामग्री : १. काले तिल, २. जौं, ३. चावल, ४. गाय का घी, ५. चंदन पाउडर, ६. गूगल, ७. गुड़, ८. देशी कर्पूर, गौ चंदन या कण्डा।*

🔥 *विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की १-१ आहुति दें।*

🔥 *आहुति मंत्र* 🔥

🌷 *१. ॐ कुल देवताभ्यो नमः*

🌷 *२. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः*

🌷 *३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः*

🌷 *४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः*

🌷 *५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः*


          🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞मई पंचक तिथि 


पंचक प्रारंभ: शनिवार, 13 मई 2023 पूर्वाह्न 00:18 बजे


पंचक समाप्त: बुधवार, 17 मई 2023 पूर्वाह्न 07:39 बजे

🙏🏻🌷💐🌸🌼🌹🍀🌺💐🙏🏻 जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभ आशीष

अंक ज्योतिष का सबसे आखरी मूलांक है नौ। आपके जन्मदिन की संख्या भी नौ है। आप सही मायनों में उत्साह और साहस के प्रतीक हैं। मंगल ग्रहों में सेनापति माना जाता है। अत: आप में स्वाभाविक रूप से नेतृत्त्व की क्षमता पाई जाती है। लेकिन आपको बुद्धिमान नहीं माना जा सकता।


मंगल के मूलांक वाले चालाक और चंचल भी होते हैं। आपको लड़ाई-झगड़ों में भी विशेष आनंद आता है। आपको विचित्र साहसिक व्यक्ति कहा जा सकता है। यह मूलांक भूमि पुत्र मंगल के अधिकार में रहता है। आप बेहद साहसी हैं। आपके स्वभाव में एक विशेष प्रकार की तीव्रता पाई जाती है।


 

शुभ दिनांक : 9, 18, 27

 

शुभ अंक : 1, 2, 5, 9, 27, 72


 

शुभ वर्ष : 2025, 2036, 2045

 

ईष्टदेव : हनुमान जी, मां दुर्गा।


 

शुभ रंग : लाल, केसरिया, पीला

 

कैसा रहेगा यह वर्ष

राजनैतिक व्यक्ति सफलता का स्वाद चख सकते हैं। मित्रों स्वजनों का सहयोग मिलने से प्रसन्नता रहेगी। आप अपनी शक्ति का सदुपयोग कर प्रगति की और अग्रसर होंगे। पारिवारिक विवाद सुलझेंगे। महत्वपूर्ण कार्य योजनाओं में सफलता मिलेगी। नौकरी में आ रही बाधा When होगी। स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा।



मेष दैनिक राशिफल (Aries Daily Horoscope) 

आज का दिन आपके लिए आर्थिक दृष्टिकोण से अच्छा रहने वाला है। व्यापार कर रहे लोगों के मन में यदि कोई आईडिया आये, तो उसे तुरंत आगे बढ़ाएं, क्योंकि वह आपके व्यापार के लिए अच्छा रहने वाला है। किसी बड़े निवेश में आज आप अच्छा धन लगा सकते हैं। रोजगार की तलाश में दर-दर भटक रहे लोगों को अच्छा अवसर मिल सकता है, जो आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूती देगा। आपको अपने मन में चल रही बातों को किसी बाहरी व्यक्ति के सामने उजागर करने से बचना होगा।




वृष दैनिक राशिफल (Taurus Daily Horoscope) 

आज का दिन आपके लिए तनावग्रस्त रहने वाला है। कार्यक्षेत्र में काम अधिक होने के कारण आपके ऊपर तनाव हावी रहेगा, लेकिन आप अपनी मेहनत और लगन से सभी कामों को समय से पूरा करके देंगे। माताजी को आप ननिहाल पक्ष के लोगों से मेल मिलाप कराने लेकर जा सकते हैं। आपको किसी निवेश की तैयारी करने का मौका मिल सकता है। विद्यार्थियों को बौद्धिक व मानसिक बोझ से छुटकारा मिलेगा। परिवार के सदस्यों का आज आपको पूरा साथ मिलेगा।



मिथुन दैनिक राशिफल (Gemini Daily Horoscope)

आज का दिन आपके लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। आपको आज अपने मन में चल रही किसी उलझन को लेकर समस्या बनी रहेगी, जिसके कारण आपका स्वभाव चिड़चिड़ा रहेगा। पिताजी से आपकी किसी बात को लेकर कहासुनी हो सकती है, जिसके बाद वह आपसे नाराज रहेंगे। यदि आप किसी नए काम की शुरुआत करने जा रहे हैं, तो उसमें भी कुछ समय रुकना बेहतर रहेगा। जीवनसाथी को करियर में तरक्की करते देख आज आपको खुशी होगी।



कर्क दैनिक राशिफल (Cancer Daily Horoscope)

आज का दिन आपके लिए बाकी दिनों की तुलना में बेहतर रहने वाला है, क्योंकि आज आप अपने पिताजी से अपने मन में चल रही बातों को लेकर बातचीत करेंगे। विद्यार्थी अपनी पढ़ाई पर फोकस बनाए रखें, नहीं तो समस्या हो सकती है। अविवाहित जातकों के लिए उत्तम विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं। आप परिवार के सदस्यों के साथ किसी मांगलिक कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे, जहां आपकी कुछ रसूखदार लोगों से मुलाकात होगी। बिजनेस संबंधित कुछ योजनाओं को आज बहुत ही सोच विचारकर बनाएं।


सिंह दैनिक राशिफल (Leo Daily Horoscope)

आज का दिन आपके लिए मिश्रित रूप से फलदायक रहने वाला है। आपको किसी नए काम की शुरुआत करना अच्छा रहेगा, लेकिन भाई बहनों से आप सलाह मशवरा करके आगे बढ़े, तो आपके लिए बेहतर रहेगा। पहले यदि किसी को धन उधार दिया था, तो आज वह भी आपको वापस मिल सकता है, जो आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूती देगा। यदि आप किसी यात्रा पर जाए, तो उसमें कीमती सामानों की सुरक्षा अवश्य करें, नहीं तो उसके खोने और चोरी होने का भय सता रहा है।


कन्या दैनिक राशिफल (Virgo Daily Horoscope)

आज का दिन आपके लिए शीघ्रगामी वाहनों के प्रयोग से सावधानी बरतनी है और आपको अपने प्रियजनों को किसी धार्मिक यात्रा पर लेकर जा सकते हैं, लेकिन शेयर मार्केट में निवेश करने वाले लोगों के लिए आज का दिन अच्छा रहेगा। आपको यदि संतान के करियर की कोई चिंता सता रही थी, तो वह भी आज दूर होगी। जीवनसाथी का सहयोग आपको भरपूर मात्रा में मिलता दिख रहा है। आपको आज यदि कोई जानकारी मिले, तो आप उसे तुरंत आगे ना बढ़ाएं।


तुला दैनिक राशिफल (Libra Daily Horoscope) 

आज का दिन आपके लिए समस्याओं से भरा रहेगा। आज आपको समस्या रहने के कारण समझ नहीं आएगा कि इस काम को पहले करुं और किसे बाद में, लेकिन यदि आपने किसी निवेश संबंधी फैसले को जल्दबाजी में लिया, तो उससे आपको समस्या हो सकती है। कोई काम आप किसी बाहरी व्यक्ति से सलाह मशवरा करके ना करें। विद्यार्थियों को पढ़ाई के प्रति सतर्क रहना होगा। परिवार में किसी सदस्य के विवाह में यदि बाधा आ रही थी, तो वह आज दूर होगी और उनके विवाह प्रस्ताव पर मुहर लग सकती है।


वृश्चिक दैनिक राशिफल (Scorpio Daily Horoscope)

आज का दिन आपके लिए उत्तम रूप से फलदायक रहने वाला है। आज आपको किसी नयी संपत्ति की प्राप्ति हो सकती है। पैतृक संपत्ति संबंधित मामले में भी आज आपको जीत मिल सकती है, लेकिन यदि आपने किसी को धन उधार दिया था, तो आज आपका वह धन फंस सकता है, जो आपको थोड़ी समस्या देगा। आप अपनी माताजी की सेहत के प्रति सचेत रहें। यदि उन्हें कोई समस्या चल रही है, तो उसे नजरअंदाज ना करें। बिजनेस कर रहे लोग किसी को साझेदार बनाने से बचें, नहीं तो वह उन्हें धोखा दे सकते हैं।


धनु दैनिक राशिफल (Sagittarius Daily Horoscope)

आज का दिन आपके लिए एक के बाद एक खुशखबरी लेकर आने वाला है। आपको अपने किसी मित्र की सेहत की चिंता सता सकती है। पिताजी से आज आप अपने मन में चल रहे कुछ उलझनों को लेकर बातचीत कर सकते हैं। कार्यक्षेत्र में यदि कुछ समस्याएं आपको लंबे समय से घेरे हुए हैं, तो उनसे भी आज आपको काफी हद तक निजात मिलेगी। संतान के विवाह में कोई बाधा आ रही थी, तो वह भी आज दूर होगी। परिवार में किसी सदस्य को आज अच्छी नौकरी मिलने से घर से दूर जाना पड़ सकता है।


मकर दैनिक राशिफल (Capricorn Daily Horoscope)

आज का दिन आपके लिए मिश्रित रूप से फलदायक रहने वाला है। आपको अपनी किसी पुरानी गलती से आज सबक लेना होगा। किसी को बिना मांगे सलाह ना दें। छोटे बच्चों के साथ आज आप कुछ मस्ती करते नजर आएंगे, लेकिन जीवनसाथी से यदि आपकी कुछ अनबन चल रही है, तो आज उसमें आपको उनसे बातचीत करके उसे समाप्त करना होगा। भाई बहनों का आपको पूरा साथ मिलेगा और किसी नए काम की शुरुआत करना आपके लिए बेहतर रहेगा।


कुंभ दैनिक राशिफल ( Aquarius Daily Horoscope)

आज का दिन बिजनेस कर रहे हैं लोगों के लिए अच्छा रहने वाला है। किसी पुरानी डील से आज आपको अच्छा लाभ मिल सकता है। आपका कोई मित्र आज आपसे लंबे समय बाद मुलाकात करने आ सकता है। आपको परिवार में किसी सदस्य के करियर को लेकर आज कोई बड़ा फैसला लेना पड़ सकता है। नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को अभी कुछ समय और परेशान होना होगा, उसके बाद ही कोई अच्छा अवसर हाथ लग पाएगा। आज आप अपने घर पूजा पाठ व भजन कीर्तन आदि करा सकते हैं।


मीन दैनिक राशिफल (Pisces Daily Horoscope)

आज का दिन आपके लिए आय के नए-नए एक स्त्रोत से आय दिलाने वाला रहेगा। आपको किसी सामाजिक कार्यक्रम में सम्मिलित होने का मौका मिलेगा। यदि आपने कार्यक्षेत्र में कोई अहम फैसला लिया, तो आज वह गलत साबित हो सकता है। विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई के प्रति सावधानी बरतनी होगी, नहीं तो उन्हें परीक्षा की तैयारियों में समस्या आ सकती है। संतान को यदि आप कोई जिम्मेदारी देंगे, तो वह उस पर खरे उतरेंगे। आप आज किसी को धन उधार देने से बचें।

प्रदूषण में मुजफ्फरनगर यूपी टाप

 


मुजफ्फरनगर । केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण द्वारा जारी बुलेटिन में देश के 201 शहरों में मुजफ्फरनगर प्रदूषण में दूसरे नंबर पर रहा है। यूपी में इसका पहला नंबर रहा। 

गत दिवस आसमान पर धूल छाने से यह हाल हुआ है। देश में पहले नंबर पर हरियाणा का चरखी दादरी 376, मुजफ्फरनगर 355 दूसरे, मेरठ 337 तीसरे स्थान पर रहा है, जबकि चौथे स्थान पर ग्रेटर नोएडा 338 दर्ज किया गया। एयर क्वालिटी इंडेस के बढ़ने से शहरवासी परेशान है। राजस्थान की ओर से आ रही धूल भरी हवाओं के चलते मौसम में काफी बदलाव देखने को मिला है। बढ़ता प्रदूषण का वार मानव स्वास्थ्य के लिए भी खतरा बन रहा है।

अवैध वाहन स्टैण्ड संचालन, अवैध वसूली एवं सड़को पर अवैध अतिक्रमण हटाने को 15 दिनों तक चलेगा विशेष अभियान


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के तहत प्रदेश मे अवैध टैक्सी स्टैण्ड, बस स्टैण्ड, रिक्शा स्टैण्ड, अवैध वाहनों के संचालन तथा अवैध वसूली एवं सड़को पर अवैध अतिक्रमण करने वालों के विरूद्ध आज से 31 मई 2023 तक विशेष अभियान चलाकर प्रभावी कार्रवाई किये जाने के निर्देश दिये गये है। सड़क राजमार्गो पर किसी भी प्रकार की अवैध वसूली रोकने के लिए राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाये है।

प्रमुख सचिव गृह श्री संजय प्रसाद द्वारा समस्त मण्डलायुक्त, समस्त पुलिस आयुक्त, समस्त जिलाधिकारी व समस्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को इस संबंध में जरूरी दिशा निर्देश निर्गत कर दिये गये है। निर्देशों में कहा गया है कि प्रदेश के सभी जनपदों में जिला प्रशासन, नगर निकाय, पी0डब्लू0डी0, अन्य संबंधित विभागों तथा परिवहन विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर संयुक्त टीमें गठित की जायेगी। यह विशेष टीमें अवैध टैक्सी, बस, रिक्शा स्टैण्ड तथा संचालित अवैध वाहनों, अवैध पार्किंग व अन्य अवैध परिवहन गतिविधियों को रोकने हेतु कराकर अवैध रूप से संचालित गतिविधियों तथा संचालित करने वाले ठेकेदारों आदि के विरूद्ध अभियान चलाकर प्र्रभावी कार्रवाई कराना सुनिश्चित करेंगी।

श्री संजय प्रसाद ने कहा है कि सड़क राजमार्गो पर किसी प्रकार का अतिक्रमण न हो, इस सम्बन्ध मंे जनपद स्तर पर कार्ययोजना बनाकर कार्रवाई की जाय। सड़को पर से अवैध अतिक्रमण यथा अवैध बाजार, रेहड़ी, ठेले तथा अवैध होर्डिंग आदि हटवाने हेतु नगर निकाय, पी0डब्लू0डी0, विकास प्राधिकरण तथा जनपदीय प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर संयुक्त कार्ययोजना के अनुरूप अभियान चलाकर कार्रवाई की जाय। अतिक्रमण हटवाने से पूर्व वैकल्पिक स्थल व वेंडिग जोन हेतु स्थान निर्धारित कराकर ही अवैध अतिक्रमण हटवाया जाय। वैकल्पिक स्थानों के चिन्हीकरण के पश्चात ठेले, रेहड़ी आदि वहॉ पर व्यवस्थापित कराये जाय।

प्रमुख सचिव गृह ने यह भी कहा है कि सड़क राजमार्गो पर किसी प्रकार की अवैध वसूली न होने पाये। अवैध टोल वैरियर, अवैध तहबाजारी वसूली तथा सड़को पर लगने वाले मार्केट से अवैध वसूली के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभाग, जिला प्रशासन तथा तहसील/नगर निकाय के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाय। इसके अलावा समस्त अवैध गतिविधियों में संलिप्त व्यक्तियों, अपराधियों तथा माफिया तत्वों को चिन्हित कराकर उनके विरूद्ध प्रभावी विधिक कार्रवाई की जाय। ऐसी अवैध गतिविधियॉ संचालित करने वाले अभ्यस्त तत्वों को सड़क परिवहन माफिया के रूप में चिन्हित कराकर उनके विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाय। सड़क राजमार्गो पर यातायात पुलिस कर्मियों द्वारा अवैध वसूली को रोकने हेतु वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर आकस्मिक चेंकिग की कार्रवाई की जाय।

बुधवार, 17 मई 2023

लायंस क्लब दिव्य ने चेयरपर्सन मीनाक्षी को दी जीत की बधाई



मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् मुजफ्फरनगर के अध्यक्ष पद पर भाजपा प्रत्याशी मीनाक्षी स्वरूप के निर्वाचित होने के बाद बधाईयों का तांता लगा हुआ है। समाजसेवा के कार्य में अग्रणी लायंस क्लब दिव्य मुजफ्फरनगर की टीम ने भी आज क्लब प्रेजीडेंट सुनील जैन के नेतृत्व में पटेलनगर स्थित भाजपा नेता उद्यमी गौरव स्वरूप के आवास पर पहुंचकर नव निर्वाचित चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप और उनके पति गौरव स्वरूप को इस प्रचंड जीत के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। 

इस दौरान भाजपा नेता गौरव स्वरूप ने लायंस क्लब दिव्य की टीम का अपने आवास पर स्वागत किया। क्लब के प्रेजीडेंट सुनील कुमार जैन ने कहा कि इस बार शहरवासियों ने भाजपा की नीतियों और जनकल्याणकारी योजनाओं के असर में वोट किया है, इसके साथ ही मीनाक्षी स्वरूप की जीत में स्वरूप परिवार के रसूख ने भी जनता के बीच असर दिखया है। मीनाक्षी स्वरूप की जीत के कारण सभी समाज के लोगों में हर्ष बना हुआ है, उनको उम्मीद है कि अब शहर के विकास में काफी बेहतर काम होगा, क्योंकि जनता ने विकास के लिए ट्रिपल इंजन की सरकार को चुना है। उन्होंने बताया कि आज लायंस क्लब दिव्य ने नवनिर्वाचित चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप और उनके पति गौरव स्वरूप को आवास पर पहुंचकर दी बधाई। क्लब प्रेजीडेंट सुनील जैन, श्रवण गर्ग, गिरीश अग्रवाल, आशुतोष स्वरूप बंसल, अंकित बिन्दल, रजनीश अग्रवाल, जेके जैन, दीपक शर्मा, अजय गर्ग, सुलेख मित्तल, सत्यप्रकाश गोयल और संदीप सिंघल मौजूद रहे।

स्वर्गीय आभा कुलश्रेष्ठ की दूसरी पुण्यतिथि पर स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन

 



मुजफ्फरनगर। श्रीराम कॉलेज, मुजफ्फरनगर के सभागार में स्वर्गीय आभा कुलश्रेष्ठ सहसंस्थापक श्रीराम चैरेटेबिल ट्रस्ट की दूसरी पुण्यतिथि के अवसर पर स्वास्थ्य परीक्षण शिविर एवं श्रद्वांजली सभा का आयोजन किया गया। 

इस अवसर पर श्रीराम कॉलेज में आयोजित स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में दंन्त रोग, स्त्री रोग, नैत्र रोग एवं मधुमेह रोग की जांच के लिये विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा संस्थान में आयोजित इस शिविर के माध्यम से संस्थान के विद्यार्थी एवं सभी सदस्यों एवं उनके परिवारों का निःशुल्क परीक्षण किया गया। श्रीराम कॉलेज द्वारा आयोजित इस स्वास्थ्य शिविर में डा0 ईश्वर चन्द्रा, बाल रोग विशेषज्ञ, डा0 अम्बुज अरोरा, दंत रोग विशेषज्ञ, डा0 कोमल राठौर, स्त्री रोग विशेषज्ञ, डा0 फैसल, परामर्श चिकित्सक, डा0 साजिदा मलिक, आहार विशेषज्ञ, डा0 अरविन्द धीमान, मधुमेह रोग विशेषज्ञ सना, नर्सिंग स्टाफ और प्रीति ओपीडी कोओर्डिनेटर उपस्थित रहे। जिन्होंने महाविद्यालय के लगभग 515 विद्यार्थियों की चिकित्सकीय जांच की।

इस अवसर पर श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज के संस्थापक चेयरमैन डा एससी कुलश्रेष्ठ, श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज के सचिव ई0 संकल्प कुलश्रेष्ठ, श्रीराम गर्ल्स कालेज की अध्यक्षा मुक्ता कुलश्रेष्ठ, श्रीराम कॉलेज की अध्यक्षा डा0 पूनम शर्मा, श्रीराम कॉलेज की प्राचार्या डा0 प्रेरणा मित्तल, श्रीराम कॉलेज आफ इंजीनियरिंग के निदेशक डा आलोक गुप्ता, कम्प्यूटर एप्लीकेशन के डीन निशांत राठी, श्रीराम कॉलेज के डीन, डा0 विनीत कुमार शर्मा, डीन प्रबंधन डा0 सौरभ मित्तल, श्रीराम कॉलेज आफ फार्मेसी के प्राचार्य डा गिरेन्द्र गौतम, बेसिक साइंस विभाग की विभागाध्यक्षा डा0 पूजा तोमर, बायोसाइंस विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 विपिन कुमार सैनी, प्रमुख समाज सेवी निशांक जैन, उद्योगपति अशोक बाटला, प्रवीण कुमार, सचिव चेयरमैन, गजेन्द्र चौहान, वित्त अधिकारी, श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज, के साथ-साथ श्रीराम समूह के सभी निदेशक, प्राचार्य, डीन, विभागाध्यक्ष तथा शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहें। 

 इस अवसर पर सभागार में उपस्थित सभी शिक्षकों ने स्वर्गीय आभा कुलश्रेष्ठ को उनकी दूसरी पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस अवसर पर बोलते हुये कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा0 ईश्वर चन्द्रा ने कहा कि स्वर्गीय आभा कुलश्रेष्ठ जी सरल स्वभाव की महिला थी। वे एक ऐसी महिला थी जिनको अन्नपूर्णा या लक्ष्मी का स्वरूप माना जाये तो गलत नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हर सफल व्यक्ति के पीछे नारी का हाथ होता है। डा0 एससी कुलश्रेष्ठ की सफलता के पीछे उनका योगदान उनकी तपस्या और उनका समपर्ण महान है। उन्होंने अपने जीवन में अनेको लडकियो की शादी कराने के साथ ही हमेशा कमजोर लोगो का हाथ पकडकर उठाया है और जीवन को सफल बनाने में सहयोग किया। अंत में सभागार में उपस्थित सभी शिक्षकों, शिक्षणेत्तर एवं अन्य कर्मचारियो द्वारा उन्हें भावपूर्ण श्रद्वांजलि अर्पित की गई।

मुजफ्फरनगर नई मंडी में नवागंतुक कोतवाल का चोरी की घटना के साथ स्वागत, शांति नगर में दिया घटना को अंजाम

 


मुजफ्फरनगर । नवागत थाना प्रभारी को अज्ञात चोरों द्वारा चोरी की घटना कारित कर स्वागत किया गया । 

थाना नई मण्डी के मौहल्ला शांति नगर में एक घर में चोरी को अंजाम दिया गया। 

बताया जा रहा है की घर के मालिक बुजुर्ग दंपत्ति इलाज के लिए तीन-चार दिन से देहरादून एम्स गए हुए थे। 

  आज वापस घर आकर देखा तो घर की हालत अस्त व्यस्त खुले पड़े थे अलमारियां और अन्य साजो सामान जिन्हें देखकर दोनों पीड़ितों सहित अन्य परिजनों के उड़ गए होश ! मौके पर मंडी पुलिस भी पहुंच गई है!

अभी हाल ही में एसएसपी द्वारा कई थाना प्रभारियों के कार्य क्षेत्र में किया गया है फेरबदल जिसके चलते नवनियुक्त थाना प्रभारी को अज्ञात बदमाशों द्वारा चोरी की घटना कारित कर स्वागत किया गया। 

मुजफ्फरनगर ट्रेन कई घण्टे की देरी से चली, यात्री हलकान से

 


मुजफ्फरनगर। बुधवार को नौचंदी, उत्कल, शालीमार सहित चार ट्रेन कई घंटे देरी से पहुंची। इस दौरान यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई यात्री तो अन्य वाहनों में सवार होकर अपनी मंजिल के लिए रवाना हो गए।

बुधवार को प्रयागराज से सहारनपुर जाने वाली नौचंदी एक्सप्रेस अपने निधार्रित समय से डेढ़ घंटा, हरिद्वार से पुरी ओडिसा जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस एक घंटा, पुरी उड़ीसा से हरिद्वार जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस दो घंटा, बाडमेर राजस्थान से चलकर जम्मू जाने वाली शालीमार एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से पांच घंटे और दिल्ली से जालंधर जाने वाली सुपर फास्ट तीन घंटे देरी से पहुंचीं। इन ट्रेनों में यात्रा करने के लिए यात्री मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर इंतजार करते रहे। ट्रेन के आने के बाद यात्रियों ने अपनी यात्रा शुरू की। उधर, शालीमार ट्रेन का इंतजार करने वाले काफी यात्री अन्य वाहनों में सवार होकर चले गए।

मुजफ्फरनगर प्रदूषण फैलाने पर पेपर मिल को सील किया

 


मुजफ्फरनगर। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने हिंडन नदी को प्रदूषित करने वाली एसके पेपर मिल्स जौली रोड को सील कर दिया है। विभागीय टीम की लगातार की जा रही जांच में पेपर मिल की ओर से हिंडन नंदी में अशुद्धिकृत उत्प्रवाह पाया गया। इस पर तुरंत उत्पादन बंद करते हुए सिलिंग की कार्रवाई की गई।

क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी अंकित सिंह ने बताया कि हिंडन नदी में जल प्रदूषण को नियंत्रित करने को वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। शासन के सख्त निर्देशों के बाद लगातार जांच की जा रही है। जनपद मुजफ्फरनगर में हिंडन नदी में प्रदूषण का मुख्य स्रोत काली नदी पश्चिमी है, जिसके कैचमेन्ट एरिया में मुख्यत: पल्प एंड पेपर उद्योग संचालित हैं।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से नियमित रूप से रात्रि में भी धन्धेड़ा नाले और बेगराजपुर नाले का निरीक्षण किया जा रहा है। यदि किसी उद्योग से अशुद्धिकृत उत्प्रवाह निस्तारित होता पाया जा रहा है तो सीधे उत्पादन बंद करने की कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में एसके पेपर मिल्स जौली रोड में अशुद्धिकृत उत्प्रवाह पाया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से बन्दी आदेश जारी किए गए। साथ ही क्षेत्रीय अधिकारी की ओर से सीलिंग की कार्रवाई की गई।

मुजफ्फरनगर कीटनाशक की दुकान में 41 लाख की टैक्स चोरी पकड़ी

 


मुजफ्फरनगर। जीएसटी की एसआईबी टीम ने बुढ़ाना में कीटनाशक विक्रेता की दुकान और गोदाम में जांच के बाद कर चोरी का माल पकड़ा है। दो दिन तक चली कार्रवाई में टीम ने 41 लाख की कर चोरी मानते हुए मौके पर ही धनराशि जमा कराई।

डिप्टी कमिश्नर एसआईबी विवेक मिश्रा ने बताया कि ज्वाइंट कमिश्नर जेएस शुक्ला के नेतृत्व में बुढ़ाना में कीटनाशक फर्म शिव सीडस् स्टोर पर कार्रवाई की गई है। दुकान और गोदाम में जो माल मौजूद मिला, उसकी खरीद बिना जीएसटी दिए हुई। दो दिन तक चली कार्रवाई में टीम ने पाया कि 41 लाख की जीएसटी चारी की गई। विभाग ने मौके पर ही 41 लाख जमा कराए।

उन्होंने बताया कि अब आगे की कार्रवाई की जाएगी। जांच में असिस्टेंट कमिश्नर महेश पाठक, रवि पंवार आदि मौजूद रहे। मिश्रा ने बताया कि व्यापारियों को परेशान होने के आवश्यकता नहीं है। यह अभियान उन लोगों के खिलाफ है, जो जीएसटी जमा न करते हुए कर चोरी कर रहे हैं। 

जीएसटी चोरी के लिए फर्जी फर्मे बनाकर उनके नाम पर व्यापार करने की एसआईबी की टीम जांच कर रही है। शहर में कई फर्जी कंपनी विभाग के रडार पर है। जल्द ही इन फर्जी कंपनियों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है। डिप्टी कमिश्नर विवेक मिश्रा का कहना है कि जल्द ही इन फर्जी कंपनियों पर कार्रवाई होगी।

मुजफ्फरनगर शहर में हावी हुए असामाजिक तत्व, नई मंडी से झाँसी रानी तक कई कई गाड़ियों में तोड़फोड़

 


मुजफ्फरनगर । शहर में नगर पालिका चुनाव के बाद कहीं चुनावी रंजिश के चलते तो कहीं असामाजिक तत्व द्वारा गाड़ियों पर प्रहार कर उनके शीशे तोड़े जाने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। हालांकि ऑडी कार के शीशे तोड़ने का मामला गांधी कॉलोनी के पंजाबी समाज द्वारा घर में ही निपटा दिया गया परंतु कई असामाजिक तत्व इस मामले को भुनाने के लिए लगातार माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, वही आज नई मंडी थाना क्षेत्र के भोपा रोड से सिविल लाइन थाना क्षेत्र के झांसी की रानी तक हुटर बजाते हुए बाइक सवार युवकों द्वारा कई गाड़ियों के शीशे तोड़े गए। जिनके फोटो सोशल मीडिया पर बाइक के नंबर सहित वायरल हो रहे हैं। पुलिस ने दावा किया है कि जल्दी इन असामाजिक तत्वों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जाएगी।

मुजफ्फरनगर पंजाबी समाज ने दिखाया दोनों मंत्रियों को आईना, खुद समाज में ही निपटा ऑडी कार का फैसला, कहीं ये बड़ी बात

 


मुजफ्फरनगर। गांधी कॉलोनी के नवनिर्वाचित सभासद और पूर्व सभासद के चुनावी विवाद में जिले के दोनों मंत्री आमने-सामने आ खड़े हुए थे, परन्तु बीती रात दोनों पक्षों ने समाज के समक्ष आपस में ही बैठकर फैसला कर लिया। समाज के नाम पर दोनों मंत्रियों से राय लेना भी उचित नहीं समझा गया । निकाय चुनाव में गांधी कॉलोनी जो कि भारतीय जनता पार्टी का सबसे मजबूत गढ़ माना जाती रही है। उसमें निकाय चुनाव में पंजाबी समाज में दरार बन गई है। गांधी कॉलोनी में छाबड़ा परिवार का अपना एक वजूद रखा है गांधी कॉलोनी के लक्ष्मी नारायण मंदिर, गोलक धाम मंदिर, बारातघर, गांधी कॉलोनी हाउसिंग सोसायटी समेत दो बार से सभासद के पद पर भी इसी परिवार का कब्जा चला आ रहा था। रक्तदान शिविर के आयोजन से सुर्खियों में आए समर्पित युवा के अध्यक्ष अमित पटपटिया ने इस बार नौजवानों की टीम के सहारे इनके खिलाफ मुहिम चलाई और निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से टिकट की मांग की थी । केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान ने अमित की पैरवी भी की थी वहीँ दूसरी तरफ प्रदेश के राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल बह पूर्व सभासद प्रेमी छाबड़ा के पक्ष में अड़कर खड़े हो थे और कपिल देव अग्रवाल ने प्रेमी छाबड़ा को टिकट दिलाने में सफल भी रहे। डॉक्टर संजीव बालियान ने प्रेमी और अमित को बैठाकर मामला निपटाने की कोशिश की, समाज के जिम्मेदार लोगों को भी बीच में बैठाया गया था। वही संघ और संगठन के नेताओं को भी इस प्रकरण में लगाया गया परंतु इसका परिणाम निराशाजनक रहा। वही में दोनों के बीच सीधे मुकाबले में अमित पटपटिया चुनाव जीत गए।

इस जीत के बाद गांधी कॉलोनी में भारतीय जनता पार्टी और समाज में दरार साफ नजर आ रही थी। परिणाम यह निकला कि पूर्व सभासद प्रेमी छाबड़ा के बेटे ने प्रकाश चौक पर अमित पटपटिया के साले मिथुन कुमार भाटिया की ऑडी कार को निशाना बनाकर उसका शीशा तोड़ दिया। यह जानकारी साले ने अमित पटपतिया को दी, उन्होंने तत्काल संजीव बालियान से संपर्क किया और संजीव बालियान ने पुलिस पर दबाव बनाते हुए बार-बार प्रेमी छाबड़ा के घर पुलिस की गाड़ी भेजनी शुरू हो गई। जिसके बाद कपिल देव अग्रवाल खुलकर प्रेमी की तरफ से आ खड़े हुए और प्रेमी के परिवार को बचाते रहे।दोनों मंत्रियों के इसी टकराव के बीच गांधी कॉलोनी में पंजाबी समाज के नेता सक्रिय हुए और उन्होंने दोनों पक्षों को बैठाकर मामला निपटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। पंजाबी समाज के यह नेता चुनाव से पहले भी दोनों को बैठाकर मामला निपटाने की कोशिश कर चुके थे, लेकिन तब विफल रहे थे।

गत रात्रि भारतीय जनता पार्टी के नेता सुखदर्शन सिंह बेदी की अध्यक्षता में पंजाबी समाज के कुछ लोगों की बैठक हुई। जिसमें अशोक छाबड़ा, प्रवीण खेड़ा, बंटी छाबड़ा, जुगल खत्री, सतीश सेठी, ओमप्रकाश बजाज,सागर वत्स आदि ने दोनों पक्षों नवनिर्वाचित सभासद अमित पटपटिया और पूर्व सभासद प्रेमी छाबड़ा में समझौता करा दिया। इस फैसले से प्रेमी पक्ष तो खुश नज़र आ रहा है और उन्होंने अपने घर जाकर खुशियां भी मनाई। इस फैसले से अमित पटपटिया पक्ष फिर खफा हो गया। अमित पटपटिया के साले मिथुन कुमार भाटिया ने बताया कि जो फैसला हुआ है, यह गलत हुआ है और मेरी बहन और अमित की पत्नी मणि पटपटिया भी इस फैसले को लेकर बहुत दुखी नजर आ रही है। 

इस पूरे प्रकरण में एक और दिलचस्प घटना यह हुई कि जिस नवनिर्वाचित सभासद और पूर्व सभासद के लिए दोनों जिले के दोनों मंत्री आमने-सामने आ गए थे , फैसले के वक्त पंजाबी समाज के जिम्मेदार व्यक्तियों ने उन्हें कोई तवज्जो देना भी उचित नहीं समझा। पूर्व सभासद पवन अरोरा के मुताबिक, जब उन्होंने पंजाबी समाज के नेता सुखदर्शन सिंह बेदी से कहा कि यह फैसला केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान और मंत्री कपिल देव अग्रवाल की उपस्थिति में होना चाहिए। तभी ज्यादा प्रभावी रहेगा तो बेदी ने साफ इंकार करते हुए कहा कि मंत्रियों की इसमें मामले में कोई जरूरत नहीं है, हम अपने समाज का फैसला करने के लिए खुद सक्षम है तो इसमे कोई मंत्री क्या करेगा।

पाकिस्तान से आए विस्थापितों के आशियानों पर चला बुलडोजर


जयपुर। राजस्थान के जैसलमेर में जिला कलेक्टर टीना डाबी के आदेश के बाद यूआईटी सहायक अभियंता की अगुवाई में पाकिस्तान से आए विस्थापित हिंदुओं के आशियाने पर बुलडोजर चलाया गया है। इसके बाद से ही आईएएस अफसर टीना डाबी की आलोचना हो रही है। उनके आदेश के बाद जैसलमेर में घरों को ढहा दिया गया है। बच्चों समेत 150 से ज्यादा लोग बेघर हो गए हैं। अब वे सब खुले आसमान के नीचे तपती धूप में रहने को मजबूर हैं। इससे पहले भी पाकिस्तान में अत्याचारों और प्रताड़ना से परेशान होकर भारत आए पाक विस्थापित हिंदुओं के आशियाने पर भी कुछ दिन पहले जोधपुर में बुलडोजर चलाया गया था। जैसलमेर के नगर विकास न्यास ने अमर सागर पंचायत की जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई मंगलवार को शुरू हुई। जैसलमेर के अमर सागर क्षेत्र में रह रहे पाकिस्तान से आए हिंदुओं के मकानों को कलेक्टर टीना डाबी के आदेश के बाद ढहा दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि ये विस्थापित परिवार अमर सागर तालाब के किनारे अवैध मकान बनाकर रह रहे हैं। इस कारण तालाब के पानी की आवक रुक गई। साथ ही यह भूमि काफी कीमती भी बताई जा रही है। इस कार्रवाई में जेसीबी, ट्रैक्टर और पुलिस का बड़ा अमला मौजूद रहा। अतिक्रमण को हटाने के दौरान लोगों ने विरोध भी किया।

जिला कारागार को मिली एक और उपलब्धि

 


मुज़फ्फरनगर। जिला जेल आईएसओ प्रमाणित हुई और उसके बाद अब एक नई उपलब्धि अपने नाम की है। खाने की गुणवत्ता में सुधार के लिए जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा काफी समय से प्रयासों में लगे हुए थे, शहर के प्रसिद्ध होटल सोलिटर के शैफ मुज़फ्फरनगर जेल में आकर खाने की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए बाकायदा प्रशिक्षण देकर गए थे, फाईव स्टार रैटिंग के लिए किए जा रहे प्रयासों में बड़ी सफलता मिली है और मुज़फ्फरनगर जेल को भारतीय खाद्य सरंक्षा एवं मानक प्राधिकरण ( FSSAI) ने "इट राईट कैंपस" से नवाजा है,आज जिलाधिकारी मुज़फ्फरनगर अरविंद मलप्पा बंगारी ने जिला मुख्यालय स्थित आफिस पर मिलने वाले इस प्रमाण पत्र को मीडिया के समक्ष जारी किया तथा जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा की प्रशंसा की,उल्लेखनीय है कि FSSAI के नेतृत्व में इट राईट कैंपस का उद्देश्य देश भर के स्कूलों, विश्वविद्यालयों, कालेजों, कार्यस्थलों, अस्पतालों, चायबागानों जैसे परिसरों में सुरक्षित, स्वस्थ और टिकाऊ भोजन को भोजन को बढ़ावा देना होता है, भारतीय खाद्य सरंक्षा एवं मानक प्राधिकरण की स्थापना खाद्य तथा मानक अधिनियम 2006 के अन्तर्गत किया गया है, यह प्राधिकरण स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के अन्तर्गत आता है, मुज़फ्फरनगर जेल को यह प्रमाण पत्र मिलना एक बहुत बड़ी उपलब्धि कहा जा सकता है तथा सुधारात्मक दिशा में एक सराहनीय और गौरवान्वित करने वाला क्षण भी है, अब तक केवल जेलों में मिलने वाले भोजन और उसकी गुणवत्ता पर बहुत उंगली उठाई जाती थी लेकिन मुज़फ्फरनगर जेल में आमूलचूल परिवर्तन की दिशा में यह एक बहुत बड़ी बात है, जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा के अथक प्रयासों में एक और बेहतर काम परवान चढ़ गया, इस बड़ी उपलब्धि पर मुज़फ्फरनगर कारागार परिवार काफ़ी उत्साहित और प्रसन्नचित्त है, सभी ने जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा को इस बड़ी उपलब्धि पर हार्दिक शुभकामनाएं संप्रेषित कर उनके एवं जेल के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है!इस एक  और उपलब्धि पर जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने कहा कि मुज़फ्फरनगर जेल को यह प्रमाण पत्र एक नई दिशा और बल देगा तथा भविष्य में कुछ और नया एवं बेहतर करने का प्रयास करेंगे, उच्चाधिकारियों एवं  न्यायिक अधिकारियों के सहयोग और विश्वास के दम पर निरंतर कुछ न कुछ बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है, बंदी सुधार ग्रह के वास्तविक उद्देश्य को पूरा करना ही हमारा ध्येय भी है!इस अवसर पर  खाद्य प्रसंस्करण अधिकारी चमन लाल भी उपस्थित रहे।

सतपाल मलिक के करीबी पर सीबीआई छापे

 


नई दिल्ली। सीबीआई ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के एक करीबी के घर छापेमारी की। बताया गया है कि एजेंसी ने यह रेड कथित बीमा घोटाले से जुड़े एक मामले में की है। मामले में मलिक के राज्यपाल रहते हुए उनके तत्कालीन सहयोगी के परिसरों में और दिल्ली और जम्मू कश्मीर में आठ अन्य ठिकानों पर बुधवार को तलाशी ली गई। 

सीबीआई की टीमों ने पूर्व राज्यपाल के तत्कालीन सहयोगी के अवास पर तथा अन्य ठिकानों पर आज सुबह तलाशी अभियान शुरू किया। इससे पहले एजेंसी ने 28 अप्रैल को मलिक से पूछताछ की थी और आज यह कार्रवाई हो रही है। एजेंसी ने अक्तूबर 2022 में मलिक के बयान भी दर्ज किए थे।

गौरतलब है कि मलिक ने कथित तौर पर एक ग्रुप मेडिकल इंश्योंरंस स्कीम तथा लोक निर्माण कार्यों के लिए ठेकों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। सीबीआई ने इस संबंध में दो प्राथमिकी दर्ज की हैं।

*हिंदू धर्मग्रंथों का सार, जानिए किस ग्रंथ में क्या है?*

अधिकतर हिंदुओं के पास अपने ही धर्मग्रंथ को पढ़ने की फुरसत नहीं है। वेद, उपनिषद पढ़ना तो दूर वे गीता तक को नहीं पढ़ते जबकि गीता को एक घंटे में पढ़ा जा सकता है। हालांकि कई जगह वे भागवत पुराण सुनने या रामायण का अखंड पाठ करने के लिए समय निकाल लेते हैं या घर में सत्यनारायण की कथा करवा लेते हैं। लेकिन आपको यह जानकारी होना चाहिए कि पुराण, रामायण और महाभारत हिन्दुओं के धर्मग्रंथ नहीं है। धर्मग्रंथ तो वेद ही है। 

शास्त्रों को दो भागों में बांटा गया है:- श्रुति और स्मृति। श्रुति के अंतर्गत धर्मग्रंथ वेद आते हैं और स्मृति के अंतर्गत इतिहास और वेदों की व्याख्‍या की पुस्तकें पुराण, महाभारत, रामायण, स्मृतियां आदि आते हैं। हिन्दुओं के धर्मग्रंथ तो वेद ही है। वेदों का सार उपनिषद है और उपनिषदों का सार गीता है। आओ जानते हैं कि उक्त ग्रंथों में क्या है।

*वेदों में क्या है?*

वेदों में ब्रह्म (ईश्वर), देवता, ब्रह्मांड, ज्योतिष, गणित, रसायन, औषधि, प्रकृति, खगोल, भूगोल, धार्मिक नियम, इतिहास, संस्कार, रीति-रिवाज आदि लगभग सभी विषयों से संबंधित ज्ञान भरा पड़ा है। वेद चार है ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद। ऋग्वेद का आयुर्वेद, यजुर्वेद का धनुर्वेद, सामवेद का गंधर्ववेद और अथर्ववेद का स्थापत्यवेद ये क्रमशः चारों वेदों के उपवेद बतलाए गए हैं।

ऋग्वेद :ऋक अर्थात् स्थिति और ज्ञान। इसमें भौगोलिक स्थिति और देवताओं के आवाहन के मंत्रों के साथ बहुत कुछ है। ऋग्वेद की ऋचाओं में देवताओं की प्रार्थना, स्तुतियां और देवलोक में उनकी स्थिति का वर्णन है। इसमें जल चिकित्सा, वायु चिकित्सा, सौर चिकित्सा, मानस चिकित्सा और हवन द्वारा चिकित्सा आदि की भी जानकारी मिलती है।

*यजुर्वेद :* यजु अर्थात गतिशील आकाश एवं कर्म। यजुर्वेद में यज्ञ की विधियां और यज्ञों में प्रयोग किए जाने वाले मंत्र हैं। यज्ञ के अलावा तत्वज्ञान का वर्णन है। तत्व ज्ञान अर्थात रहस्यमयी ज्ञान। ब्रम्हांड, आत्मा, ईश्वर और पदार्थ का ज्ञान। इस वेद की दो शाखाएं हैं शुक्ल और कृष्ण।

*सामवेद :* साम का अर्थ रूपांतरण और संगीत। सौम्यता और उपासना। इस वेद में ऋग्वेद की ऋचाओं का संगीतमय रूप है। इसमें सविता, अग्नि और इंद्र देवताओं के बारे में जिक्र मिलता है। इसी से शास्त्रिय संगीत और नृत्य का जिक्र भी मिलता है। इस वेद को संगीत शास्त्र का मूल माना जाता है। इसमें संगीत के विज्ञान और मनोविज्ञान का वर्णन भी मिलता है।

*अथर्वदेव :* थर्व का अर्थ है कंपन और अथर्व का अर्थ अकंपन। इस वेद में रहस्यमयी विद्याओं, जड़ी बूटियों, चमत्कार और आयुर्वेद आदि का जिक्र है। इसमें भारतीय परंपरा और ज्योतिष का ज्ञान भी मिलता है।

 

*उपनिषद् क्या है?*

उपनिषद वेदों का सार है। सार अर्थात निचोड़ या संक्षिप्त। उपनिषद भारतीय आध्यात्मिक चिंतन के मूल आधार हैं, भारतीय आध्यात्मिक दर्शन के स्रोत हैं। ईश्वर है या नहीं, आत्मा है या नहीं, ब्रह्मांड कैसा है आदि सभी गंभीर, तत्व ज्ञान, योग, ध्यान, समाधि, मोक्ष आदि की बातें उपनिषद में मिलेगी। उपनिषदों को प्रत्येक हिन्दुओं को पढ़ना चाहिए। इन्हें पढ़ने से ईश्वर, आत्मा, मोक्ष और जगत के बारे में सच्चा ज्ञान मिलता है।

वेदों के अंतिम भाग को 'वेदांत' कहते हैं। वेदांतों को ही उपनिषद कहते हैं। उपनिषद में तत्व ज्ञान की चर्चा है। उपनिषदों की संख्या वैसे तो 108 हैं, परंतु मुख्य 12 माने गए हैं, जैसे- 1. ईश, 2. केन, 3. कठ, 4. प्रश्न, 5. मुण्डक, 6. माण्डूक्य, 7. तैत्तिरीय, 8. ऐतरेय, 9. छांदोग्य, 10. बृहदारण्यक, 11. कौषीतकि और 12. श्वेताश्वतर।


*षड्दर्शन क्या है?*

वेद से निकला षड्दर्शन : वेद और उपनिषद को पढ़कर ही 6 ऋषियों ने अपना दर्शन गढ़ा है। इसे भारत का षड्दर्शन कहते हैं। दरअसल यह वेद के ज्ञान का श्रेणीकरण है। ये छह दर्शन हैं:- 1.न्याय, 2.वैशेषिक, 3.सांख्य, 4.योग, 5.मीमांसा और 6.वेदांत। वेदों के अनुसार सत्य या ईश्वर को किसी एक माध्यम से नहीं जाना जा सकता। इसीलिए वेदों ने कई मार्गों या माध्यमों की चर्चा की है।

 

*गीता में क्या है?*

महाभारत के 18 अध्याय में से एक भीष्म पर्व का हिस्सा है गीता। गीता में भी कुल 18 अध्याय हैं। 10 अध्यायों की कुल श्लोक संख्या 700 है। वेदों के ज्ञान को नए तरीके से किसी ने व्यवस्थित किया है तो वह हैं भगवान श्रीकृष्ण। अत: वेदों का पॉकेट संस्करण है गीता जो हिन्दुओं का सर्वमान्य एकमात्र ग्रंथ है। किसी के पास इतना समय नहीं है कि वह वेद या उपनिषद पढ़ें उनके लिए गीता ही सबसे उत्तम धर्मग्रंथ है। गीता को बार बार पढ़ने के बाद ही वह समझ में आने लगती है।

गीता में भक्ति, ज्ञान और कर्म मार्ग की चर्चा की गई है। उसमें यम-नियम और धर्म-कर्म के बारे में भी बताया गया है। गीता ही कहती है कि ब्रह्म (ईश्वर) एक ही है। गीता को बार-बार पढ़ेंगे तो आपके समक्ष इसके ज्ञान का रहस्य खुलता जाएगा। गीता के प्रत्येक शब्द पर एक अलग ग्रंथ लिखा जा सकता है।

गीता में सृष्टि उत्पत्ति, जीव विकासक्रम, हिन्दू संदेवाहक क्रम, मानव उत्पत्ति, योग, धर्म, कर्म, ईश्वर, भगवान, देवी, देवता, उपासना, प्रार्थना, यम, नियम, राजनीति, युद्ध, मोक्ष, अंतरिक्ष, आकाश, धरती, संस्कार, वंश, कुल, नीति, अर्थ, पूर्वजन्म, जीवन प्रबंधन, राष्ट्र निर्माण, आत्मा, कर्मसिद्धांत, त्रिगुण की संकल्पना, सभी प्राणियों में मैत्रीभाव आदि सभी की जानकारी है।

श्रीमद्भगवद्गीता योगेश्वर श्रीकृष्ण की वाणी है। इसके प्रत्येक श्लोक में ज्ञानरूपी प्रकाश है, जिसके प्रस्फुटित होते ही अज्ञान का अंधकार नष्ट हो जाता है। ज्ञान-भक्ति-कर्म योग मार्गो की विस्तृत व्याख्या की गयी है, इन मार्गो पर चलने से व्यक्ति निश्चित ही परमपद का अधिकारी बन जाता है। गीता को अर्जुन के अलावा और संजय ने सुना और उन्होंने धृतराष्ट्र को सुनाया। गीता में श्रीकृष्ण ने- 574, अर्जुन ने- 85, संजय ने 40 और धृतराष्ट्र ने- 1 श्लोक कहा है।


उपरोक्त ग्रंथों के ज्ञान का सार बिंदूवार :

*1.ईश्वर के बारे में :*

ब्रह्म (परमात्मा) एक ही है जिसे कुछ लोग सगुण (साकार) कुछ लोग निर्गुण (निराकार) कहते हैं। हालांकि वह अजन्मा, अप्रकट है। उसका न कोई पिता है और न ही कोई उसका पुत्र है। वह किसी के भाग्य या कर्म को नियंत्रित नहीं करता। ना कि वह किसी को दंड या पुरस्कार देता है। उसका न तो कोई प्रारंभ है और ना ही अंत। वह अनादि और अनंत है। उसकी उपस्थिति से ही संपूर्ण ब्रह्मांड चलायमान है। सभी कुछ उसी से उत्पन्न होकर अंत में उसी में लीन हो जाता है। ब्रह्मलीन।

 

*2.ब्रह्मांड के बारे में :*


यह दिखाई देने वाला जगत फैलता जा रहा है और दूसरी ओर से यह सिकुड़ता भी जा रहा है। लाखों सूर्य, तारे और धरतीयों का जन्म है तो उसका अंत भी। जो जन्मा है वह मरेगा। सभी कुछ उसी ब्रह्म से जन्में और उसी में लीन हो जाने वाले हैं। यह ब्रह्मांड परिवर्तनशील है। इस जगत का संचालन उसी की शक्ति से स्वत: ही होता है। जैसे कि सूर्य के आकर्षण से ही धरती अपनी धूरी पर टिकी हुई होकर चलायमान है। उसी तरह लाखों सूर्य और तारे एक महासूर्य के आकर्षण से टिके होकर संचालित हो रहे हैं। उसी तरह लाखों महासूर्य उस एक ब्रह्मा की शक्ति से ही जगत में विद्यमान है।

 

*3.आत्मा के बारे में :*


आत्मा का स्वरूप ब्रह्म (परमात्मा) के समान है। जैसे सूर्य और दीपक में जो फर्क है उसी तरह आत्मा और परमात्मा में फर्क है। आत्मा के शरीर में होने के कारण ही यह शरीर संचालित हो रहा है। ठीक उसी तरह जिस तरह कि संपूर्ण धरती, सूर्य, ग्रह नक्षत्र और तारे भी उस एक परमपिता की उपस्थिति से ही संचालित हो रहे हैं।


आत्मा का ना जन्म होता है और ना ही उसकी कोई मृत्यु है। आत्मा एक शरीर को छोड़कर दूसरा शरीर धारण करती है। यह आत्मा अजर और अमर है। आत्मा को प्रकृति द्वारा तीन शरीर मिलते हैं एक वह जो स्थूल आंखों से दिखाई देता है। दूसरा वह जिसे सूक्ष्म शरीर कहते हैं जो कि ध्यानी को ही दिखाई देता है और तीसरा वह शरीर जिसे कारण शरीर कहते हैं उसे देखना अत्यंत ही मुश्लिल है। बस उसे वही आत्मा महसूस करती है जो कि उसमें रहती है। आप और हम दोनों ही आत्मा है हमारे नाम और शरीर अलग अलग हैं लेकिन भीतरी स्वरूप एक ही है।

 

*4.स्वर्ग और नरक के बारे में :*


वेदों के अनुसार पुराणों के स्वर्ग या नर्क को गतियों से समझा जा सकता है। स्वर्ग और नर्क दो गतियां हैं। आत्मा जब देह छोड़ती है तो मूलत: दो तरह की गतियां होती है:- 1.अगति और 2. गति।


1.अगति: अगति में व्यक्ति को मोक्ष नहीं मिलता है उसे फिर से जन्म लेना पड़ता है।


2.गति :गति में जीव को किसी लोक में जाना पड़ता है या वह अपने कर्मों से मोक्ष प्राप्त कर लेता है।


अगति के चार प्रकार है-1.क्षिणोदर्क, 2.भूमोदर्क, 3. अगति और 4.दुर्गति।


क्षिणोदर्क : क्षिणोदर्क अगति में जीव पुन: पुण्यात्मा के रूप में मृत्यु लोक में आता है और संतों सा जीवन जीता है।


भूमोदर्क :भूमोदर्क में वह सुखी और ऐश्वर्यशाली जीवन पाता है।


अगति :अगति में नीच या पशु जीवन में चला जाता है।

दुर्गति :दुर्गति में वह कीट, कीड़ों जैसा जीवन पाता है।


गति के भी 4 प्रकार :-गति के अंतर्गत चार लोक दिए गए हैं:- 1.ब्रह्मलोक, 2.देवलोक, 3.पितृलोक और 4.नर्कलोक। जीव अपने कर्मों के अनुसार उक्त लोकों में जाता है।

 

*तीन मार्गों से यात्रा :*


जब भी कोई मनुष्य मरता है या आत्मा शरीर को त्यागकर यात्रा प्रारंभ करती है तो इस दौरान उसे तीन प्रकार के मार्ग मिलते हैं। ऐसा कहते हैं कि उस आत्मा को किस मार्ग पर चलाया जाएगा यह केवल उसके कर्मों पर निर्भर करता है। ये तीन मार्ग हैं- अर्चि मार्ग, धूम मार्ग और उत्पत्ति-विनाश मार्ग। अर्चि मार्ग ब्रह्मलोक और देवलोक की यात्रा के लिए होता है, वहीं धूममार्ग पितृलोक की यात्रा पर ले जाता है और उत्पत्ति-विनाश मार्ग नर्क की यात्रा के लिए है।

 

*5.धर्म और मोक्ष के बारे में :*


धर्मग्रंथों के अनुसार धर्म का अर्थ है यम और नियम को समझकर उसका पालन करना। नियम ही धर्म है। धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष में से मोक्ष ही अंतिम लक्ष्य होता है। हिंदु धर्म के अनुसार व्यक्ति को मोक्ष के बारे में विचार करना चाहिए। मोक्ष क्या है? स्थितप्रज्ञ आत्मा को मोक्ष मिलता है। मोक्ष का भावर्थ यह कि आत्मा शरीर नहीं है इस सत्य को पूर्णत: अनुभव करके ही अशरीरी होकर स्वयं के अस्तित्व को पूख्‍ता करना ही मोक्ष की प्रथम सीढ़ी है।


*6.व्रत और त्योहार के बारे में :*


हिन्दु धर्म के सभी व्रत, त्योहार या तीर्थ सिर्फ मोक्ष की प्राप्त हेतु ही निर्मित हुए हैं। मोक्ष तब मिलेगा जब व्यक्ति स्वस्थ रहकर प्रसन्नचित्त और खुशहाल जीवन जीएगा। व्रत से शरीर और मन स्वस्थ होता है। त्योहार से मन प्रसन्न होता है और तीर्थ से मन और मस्तिष्क में वैराग्य और आध्यात्म का जन्म होता है।

 

मौसम और ग्रह नक्षत्रों की गतियों को ध्यान में रखकर बनाए गए व्रत और त्योहार का महत्व अधिक है। व्रतों में चतुर्थी, एकादशी, प्रदोष, अमावस्या, पूर्णिमा, श्रावण मास और कार्तिक मास के दिन व्रत रखना श्रेष्ठ है। यदि उपरोक्त सभी नहीं रख सकते हैं तो श्रावण के पूरे महीने व्रत रखें। त्योहारों में मकर संक्रांति, महाशिवरात्रि, नवरात्रि, रामनवमी, कृष्ण जन्माष्टमी और हनुमान जन्मोत्सव ही मनाएं। पर्व में श्राद्ध और कुंभ का पर्व जरूर मनाएं।

 

व्रत करने से काया निरोगी और जीवन में शांति मिलती है। सूर्य की 12 और 12 चंद्र की संक्रांति होती है। सूर्य संक्रांतियों में उत्सव का अधिक महत्व है तो चंद्र संक्रांति में व्रतों का अधिक महत्व है। चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ, अषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, अश्विन, कार्तिक, अगहन, पौष, माघ और फाल्गुन। इसमें से श्रावण मास को व्रतों में सबसे श्रेष्ठ मास माना गया है। इसके अलावा प्रत्येक माह की एकादशी, चतुर्दशी, चतुर्थी, पूर्णिमा, अमावस्या और अधिमास में व्रतों का अलग-अलग महत्व है। सौरमास और चंद्रमास के बीच बढ़े हुए दिनों को मलमास या अधिमास कहते हैं। साधुजन चतुर्मास अर्थात चार महीने श्रावण, भाद्रपद, आश्विन और कार्तिक माह में व्रत रखते हैं।

 

उत्सव, पर्व और त्योहार सभी का अलग-अलग अर्थ और महत्व है। प्रत्येक ऋतु में एक उत्सव है। उन त्योहार, पर्व या उत्सव को मनाने का महत्व अधिक है जिनकी उत्पत्ति स्थानीय परम्परा या संस्कृति से न होकर जिनका उल्लेख वैदिक धर्मग्रंथ, धर्मसूत्र, स्मृति, पुराण और आचार संहिता में मिलता है। चंद्र और सूर्य की संक्रांतियों अनुसार कुछ त्योहार मनाएं जाते हैं। 12 सूर्य संक्रांति होती हैं जिसमें चार प्रमुख है:- मकर, मेष, तुला और कर्क। इन चार में मकर संक्रांति महत्वपूर्ण है। सूर्योपासना के लिए प्रसिद्ध पर्व है छठ, संक्रांति और कुंभ। पर्वों में रामनवमी, कृष्ण जन्माष्टमी, गुरुपूर्णिमा, वसंत पंचमी, हनुमान जयंती, नवरात्री, शिवरात्री, होली, ओणम, दीपावली, गणेशचतुर्थी और रक्षाबंधन प्रमुख हैं। हालांकि सभी में मकर संक्रांति और कुंभ को सर्वोच्च माना गया है।


*7.तीर्थ के बारे में :*


तीर्थ और तीर्थयात्रा का बहुत पुण्य है। जो मनमाने तीर्थ और तीर्थ पर जाने के समय हैं उनकी यात्रा का सनातन धर्म से कोई संबंध नहीं। तीर्थों में चार धाम, ज्योतिर्लिंग, अमरनाथ, शक्तिपीठ और सप्तपुरी की यात्रा का ही महत्व है। अयोध्या, मथुरा, काशी और प्रयाग को तीर्थों का प्रमुख केंद्र माना जाता है, जबकि कैलाश मानसरोवर को सर्वोच्च तीर्थ माना है। बद्रीनाथ, द्वारका, रामेश्वरम और जगन्नाथ पुरी ये चार धान है। सोमनाथ, द्वारका, महाकालेश्वर, श्रीशैल, भीमाशंकर, ॐकारेश्वर, केदारनाथ विश्वनाथ, त्र्यंबकेश्वर, रामेश्वरम, घृष्णेश्वर और बैद्यनाथ ये द्वादश ज्योतिर्लिंग है। काशी, मथुरा, अयोध्या, द्वारका, माया, कांची और अवंति उज्जैन ये सप्तपुरी। उपरोक्त कहे गए तीर्थ की यात्रा ही धर्मसम्मत है।

 

*8.संस्कार के बारे में :*


संस्कारों के प्रमुख प्रकार सोलह बताए गए हैं जिनका पालन करना हर हिंदू का कर्तव्य है। इन संस्कारों के नाम है-गर्भाधान, पुंसवन, सीमन्तोन्नयन, जातकर्म, नामकरण, निष्क्रमण, अन्नप्राशन, मुंडन, कर्णवेधन, विद्यारंभ, उपनयन, वेदारंभ, केशांत, सम्वर्तन, विवाह और अंत्येष्टि। प्रत्येक हिन्दू को उक्त संस्कार को अच्छे से नियमपूर्वक करना चाहिए। यह मनुष्य के सभ्य और हिन्दू होने की निशानी है। उक्त संस्कारों को वैदिक नियमों के द्वारा ही संपन्न किया जाना चाहिए।

 

*9.पाठ करने के बारे में :*


वेदो, उपनिषद या गीता का पाठ करना या सुनना प्रत्येक हिन्दू का कर्तव्य है। उपनिषद और गीता का स्वयंम अध्ययन करना और उसकी बातों की किसी जिज्ञासु के समक्ष चर्चा करना पुण्य का कार्य है, लेकिन किसी बहसकर्ता या भ्रमित व्यक्ति के समक्ष वेद वचनों को कहना निषेध माना जाता है। प्रतिदिन धर्म ग्रंथों का कुछ पाठ करने से देव शक्तियों की कृपा मिलती है। हिन्दू धर्म में वेद, उपनिषद और गीता के पाठ करने की परंपरा प्राचीनकाल से रही है। वक्त बदला तो लोगों ने पुराणों में उल्लेखित कथा की परंपरा शुरू कर दी, जबकि वेदपाठ और गीता पाठ का अधिक महत्व है।

 

*10.धर्म, कर्म और सेवा के बारे में :* 


धर्म-कर्म और सेवा का अर्थ यह कि हम ऐसा कार्य करें जिससे हमारे मन और मस्तिष्क को शांति मिले और हम मोक्ष का द्वार खोल पाएं। साथ ही जिससे हमारे सामाजिक और राष्ट्रिय हित भी साधे जाते हों। अर्थात ऐसा कार्य जिससे परिवार, समाज, राष्ट्र और स्वयं को लाभ मिले। धर्म-कर्म को कई तरीके से साधा जा सकता है, जैसे- 1.व्रत, 2.सेवा, 3.दान, 4.यज्ञ, 5.प्रायश्चित, दीक्षा देना और मंदिर जाना आदि।

 

सेव का मतलब यह कि सर्व प्रथम माता-पिता, फिर बहन-बेटी, फिर भाई-बांधु की किसी भी प्रकार से सहायता करना ही धार्मिक सेवा है। इसके बाद अपंग, महिला, विद्यार्थी, संन्यासी, चिकित्सक और धर्म के रक्षकों की सेवा-सहायता करना पुण्य का कार्य माना गया है। इसके अलवा सभी प्राणियों, पक्षियों, गाय, कुत्ते, कौए, चींटी आति को अन्न जल देना। यह सभी यज्ञ कर्म में आते हैं।


*11.दान के बारे में :* 


दान से इंद्रिय भोगों के प्रति आसक्ति छूटती है। मन की ग्रथियां खुलती है जिससे मृत्युकाल में लाभ मिलता है। देव आराधना का दान सबसे सरल और उत्तम उपाय है। वेदों में तीन प्रकार के दाता कहे गए हैं- 1.उक्तम, 2.मध्यम और 3.निकृष्‍ट। धर्म की उन्नति रूप सत्यविद्या के लिए जो देता है वह उत्तम। कीर्ति या स्वार्थ के लिए जो देता है तो वह मध्यम और जो वेश्‍यागमनादि, भांड, भाटे, पंडे को देता वह निकृष्‍ट माना गया है। पुराणों में अन्नदान, वस्त्रदान, विद्यादान, अभयदान और धनदान को ही श्रेष्ठ माना गया है, यही पुण्‍य भी है। 


*12.यज्ञ के बारे में :* 


यज्ञ के प्रमुख पांच प्रकार हैं- ब्रह्मयज्ञ, देवयज्ञ, पितृयज्ञ, वैश्वदेव यज्ञ और अतिथि यज्ञ। यज्ञ पालन से ऋषि ऋण, देव ऋण, पितृ ऋण, धर्म ऋण, प्रकृति ऋण और मातृ ऋण समाप्त होता है। नित्य संध्या वंदन, स्वाध्याय तथा वेदपाठ करने से ब्रह्म यज्ञ संपन्न होता है। देवयज्ञ सत्संग तथा अग्निहोत्र कर्म से सम्पन्न होता है। अग्नि जलाकर होम करना अग्निहोत्र यज्ञ है। पितृयज्ञ को श्राद्धकर्म भी कहा गया है। यह यज्ञ पिंडदान, तर्पण और सन्तानोत्पत्ति से सम्पन्न होता है। वैश्वदेव यज्ञ को भूत यज्ञ भी कहते हैं। सभी प्राणियों तथा वृक्षों के प्रति करुणा और कर्त्तव्य समझना उन्हें अन्न-जल देना ही भूत यज्ञ कहलाता है। अतितिथ यज्ञ से अर्थ मेहमानों की सेवा करना। अपंग, महिला, विद्यार्थी, संन्यासी, चिकित्सक और धर्म के रक्षकों की सेवा-सहायता करना ही अतिथि यज्ञ है। इसके अलावा अग्निहोत्र, अश्वमेध, वाजपेय, सोमयज्ञ, राजसूय और अग्निचयन का वर्णण यजुर्वेद में मिलता है।


*13.मंदिर जाने के बारे में :*


प्रति गुरुवार को मंदिर जाना चाहिए: घर में मंदिर नहीं होना चाहिए। प्रति गुरुवार को मंदिर जाना चाहिए। मंदिर में जाकर परिक्रमा करना चाहिए। भारत में मंदिरों, तीर्थों और यज्ञादि की परिक्रमा का प्रचलन प्राचीनकाल से ही रहा है। मंदिर की 7 बार (सप्तपदी) परिक्रमा करना बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह 7 परिक्रमा विवाह के समय अग्नि के समक्ष भी की जाती है। इसी प्रदक्षिण को इस्लाम धर्म ने परंपरा से अपनाया जिसे तवाफ कहते हैं। प्रदक्षिणा षोडशोपचार पूजा का एक अंग है। प्रदक्षिणा की प्रथा अतिप्राचीन है। हिन्दू सहित जैन, बौद्ध और सिख धर्म में भी परिक्रमा का महत्व है। इस्लाम में मक्का स्थित काबा की 7 परिक्रमा का प्रचलन है। पूजा-पाठ, तीर्थ परिक्रमा, यज्ञादि पवित्र कर्म के दौरान बिना सिले सफेद या पीत वस्त्र पहनने की परंपरा भी प्राचीनकाल से हिन्दुओं में प्रचलित रही है। मंदिर जाने या संध्यावंदन के पूर्व आचमन या शुद्धि करना जरूरी है। इसे इस्लाम में वुजू कहा जाता है।

 

*14.संध्यावंदनके बारे में :*


संध्या वंदन को संध्योपासना भी कहते हैं। मंदिर में जाकर संधि काल में ही संध्या वंदन की जाती है। वैसे संधि आठ वक्त की मानी गई है। उसमें भी पांच महत्वपूर्ण है। पांच में से भी सूर्य उदय और अस्त अर्थात दो वक्त की संधि महत्वपूर्ण है। इस समय मंदिर या एकांत में शौच, आचमन, प्राणायामादि कर गायत्री छंद से निराकार ईश्वर की प्रार्थना की जाती है। संध्योपासना के चार प्रकार है- 1.प्रार्थना, 2.ध्यान, 3.कीर्तन और 4.पूजा-आरती। व्यक्ति की जिस में जैसी श्रद्धा है वह वैसा करता है।

 

*15..धर्म की सेवा के बारे में :*


धर्म की प्रशंसा करना और धर्म के बारे में सही जानकारी को लोगों तक पहुंचाना प्रत्येक हिन्दू का कर्तव्य होता है। धर्म प्रचार में वेद, उपनिषद और गीता के ज्ञान का प्रचार करना ही उत्तम माना गया है। धर्म प्रचारकों के कुछ प्रकार हैं। हिन्दू धर्म को पढ़ना और समझना जरूरी है। हिन्दू धर्म को समझकर ही उसका प्रचार और प्रसार करना जरूरी है। धर्म का सही ज्ञान होगा, तभी उस ज्ञान को दूसरे को बताना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को धर्म प्रचारक होना जरूरी है। इसके लिए भगवा वस्त्र धारण करने या संन्यासी होने की जरूरत नहीं। स्वयं के धर्म की तारीफ करना और बुराइयों को नहीं सुनना ही धर्म की सच्ची सेवा है।

 

*16.मंत्र के बारे में :*


वेदों में बहुत सारे मंत्रों का उल्लेख मिलता है, लेकिन जपने के लिए सिर्फ प्रणव और गायत्री मंत्र ही कहा गया है बाकी मंत्र किसी विशेष अनुष्ठान और धार्मिक कार्यों के लिए है। वेदों में गायत्री नाम से छंद है जिसमें हजारों मंत्र है किंतु प्रथम मंत्र को ही गायत्री मंत्र माना जाता है। उक्त मंत्र के अलावा किसी अन्य मंत्र का जाप करते रहने से समय और ऊर्जा की बर्बादी है। गायत्री मंत्र की महिमा सर्वविदित है। दूसरा मंत्र है महामृत्युंजय मंत्र, लेकिन उक्त मंत्र के जप और नियम कठिन है इसे किसी जानकार से पूछकर ही जपना चाहिए।

 

17.प्रायश्चित के बार में :-प्राचीनकाल से ही हिन्दु्ओं में मंदिर में जाकर अपने पापों के लिए प्रायश्चित करने की परंपरा रही है। प्रायश्‍चित करने के महत्व को स्मृति और पुराणों में विस्तार से समझाया गया है। गुरु और शिष्य परंपरा में गुरु अपने शिष्य को प्रायश्चित करने के अलग-अलग तरीके बताते हैं। दुष्कर्म के लिए प्रायश्चित करना , तपस्या का एक दूसरा रूप है।   यह मंदिर में देवता के समक्ष 108 बार साष्टांग प्रणाम , मंदिर के इर्दगिर्द चलते हुए साष्टांग प्रणाम और कावडी अर्थात वह तपस्या जो भगवान मुरुगन को अर्पित की जाती है, जैसे कृत्यों के माध्यम से की जाती है। मूलत: अपने पापों की क्षमा भगवान शिव और वरूणदेव से मांगी जाती है, क्योंकि क्षमा का अधिकार उनको ही है।

 

*18.दीक्षा देने के बारे में :*


दीक्षा देने का प्रचलन वैदिक ऋषियों ने प्रारंभ किया था। प्राचीनकाल में पहले शिष्य और ब्राह्मण बनाने के लिए दीक्षा दी जाती थी। माता-पिता अपने बच्चों को जब शिक्षा के लिए भेजते थे तब भी दीक्षा दी जाती थी। हिन्दू धर्मानुसार दिशाहीन जीवन को दिशा देना ही दीक्षा है। दीक्षा एक शपथ, एक अनुबंध और एक संकल्प है।  दीक्षा के बाद व्यक्ति द्विज बन जाता है। द्विज का अर्थ दूसरा जन्म। दूसरा व्यक्तित्व। सिख धर्म में इसे अमृत संचार कहते हैं।

 

यह दीक्षा देने की परंपरा जैन धर्म में भी प्राचीनकाल से रही है, हालांकि दूसरे धर्मों में दीक्षा को अपने धर्म में धर्मांतरित करने के लिए प्रयुक्त किया जाने लगा। धर्म से इस परंपरा को ईसाई धर्म ने अपनाया जिसे वे बपस्तिमा कहते हैं। अलग-अलग धर्मों में दीक्षा देने के भिन्न-भिन्न तरीके हैं।


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 *🩷(    जय श्री राधे     )🩷* 

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*पीली पोखर प्रेम की भरी रहे दिन रैन,* 

*जहा किशोरी पग धरे माधव धरे दोउ नैन..*


*हे किशोरी जी! मेरे पापों का! मेरे पुण्यो का!*

*सबका हरण कर लीजिए और मुझें शून्य बना लीजिए!*

*मैं खुद को..आपके चरणों में.. समर्पित करना चाहता हूं!*

*जब मेरा कोई वजूद ही नही रहेगा!*

*हे श्यामा जूँ... तब आपसे बिछड़ने का.........*

*डर भी नही सताएगा!*

*कृपा करों किशोरी कृपा करों!!!*

*बोलियें!..लाड़ली सरकार की जय्य्य्य!*


       *🌹🌹राधे राधे🌹🌹*


*🌹!!.....हर हर महादेव.....!!🌹*

*🌹!!.....जय राधेश्याम.....!!🌹*

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         💙(*राधे🌹राधे*)💙 

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*ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐॐ*

*🚩🔱🌹जय श्री Զเधॆ Զเधॆ🌹🔱🚩*

*ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐॐ*


   *╔════════ஜ۩۞۩ஜ═══════╗*

  *.ilश्री.प्रियालाल.जू.नाम.परम.सुखदायी.il*

*╚════════ஜ۩۞۩ஜ═══════╝*


                 *‼️ हरि.बोल.il ‼️*

       

       *🎊Զเधॆ🎊              🎊श्याम🎊*

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*🙏🏻 .ilराधे.राधे.l.il 🙏🏻*

*li.✎दास﹏﹏﹏﹏﹏राधे.राधे.li*



*.ilआधौ.नाम.तारिहै.राधा.il*


*'र' के कहत रोग सब मिटिहैं,* 

*'ध' के कहत मिटै सब बाधा॥*


*राधा राधा नाम की महिमा,*

*गावत वेद पुराण अगाधा।*


*अलि किशोरी रटौ निरंतर,*

*वेगहि लग जाय भाव समाधा॥*


*.ilजय.गौर.हरि.il*


*हा हा देर करो न किशोरी।*

*श्री वृंदावन वास दीजिए,*

*टहल महल नव कुंजन खोरी।।*


*वंशीवट तट करत केलि नित*

*अवलोकूं सुंदर वर जोड़ी।*

*ललितलडैती आस पुरावो* 

*चूक माफ करि लखि निज ओरी।।*


*आपके चरणों में रम जाये तो*

*ये जीवन चंदन हो जाये,*

*मन में आपकी भक्ति बसे तो*

*ये मन वृन्दावन हो जाये..*


*मन मथुरा और तन वृंदावन*

*नयन बहे यमुना जल पावन*

*रोम  रोम  बसे  है  गोपी  ग्वाला*

*धडकन जपती निशिदीन माला.*

*साँसो मे मुरली की सरगम*

*प्राण तुम्ही हो ओ नंदलाला.*

*श्री राधे की पाती*


*।। राधा माधव से कोई मिला दे मुझे,*

*श्री वृन्दावन की राह दिखा दे मुझे ।।*


*।। जिस वन मे कन्हैया गैया चरावे,*

*उस वन का कोई मोर बना दे मुझे ।।*


*।। जिस वन मे कन्हैया खेले,*

*उस वन की रज बना दे मुझे ।।*

*🙏।। श्री राधे जी ।।🙏*


*गोविन्द कब वृन्दावन बसाओगे,* 

*चरणों का चाकर बनाओगे...👏👏* 


*राधे गोविन्द जपते छुटे प्राण,* 

*कब चरणों की रज में मिलाओगे.....*

*मोहे घनश्याम👏👏*


*🙏🌹मेरे राधे गोविन्द🌹🙏*


*💯% भिखारी हमारे परम दयालु* 

*श्री प्रियालाल जू की चरण धूली का*

*चौधरी परिवार 🙏🌹⛳️🌹🙏*


*श्री प्रियालाल जू नाम परम सुखदाई* 

*🙏🙏🌹🌹🌹⛳️🌹🌹🌹🙏🙏*



🙏🌹🌹🌹🌹🌹🙏               

*राधा मंगल नाम है, राधा मंगल रूप।*

*राधा मूल सजीवनी, राधा केलि अनूप।।*

*राधा कृपा कटाक्ष की लागी हिय बौछार।*

*राधा गुन सुमिरन कथन छिन-छिन नित्य विहार।* 

*जाग्रत सुपने सैन में हिय राधा कौ ध्यान।*

*अंतर-बाहर दिस-विदिस वहीं रूप मँडरान!!*


*🚩  जय श्री राम 🚩*

*राम* 

*राम* 

*|    राम*

*|         राम*

*|              राम* 

*|                  राम*

*|                     राम*

*|                         राम*

*|                            राम*

*|                               राम*

*|                                राम*

*|                                 राम*

*|                                राम*

*|                              राम* 

*|                           राम           " ,,*

*ॐराम राम राम राम राम राम राम ॐ*

*|                           राम           ,, "*

*|                              राम* 

*|                                राम* 

*|                                 राम*

*|                                 राम* 

*|                                 राम*

*|                              राम*

*|                           राम* 

*|                        राम*

*|                     राम*

*|                 राम*

*|             राम*

*|         राम*

*|    राम* 

*राम*

*राम* 

*🚩 जय श्री राम 🚩*


       *📿हरे कृष्ण📿हरे कृष्ण📿*

       *📿कृष्ण कृष्ण📿हरे हरे📿*

         *📿हरे राम📿हरे राम📿*

         *📿राम राम📿हरे हरे📿*


*नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय*

*भस्माङ्गरागाय महेश्वराय।*

*नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय*

*तस्मै नकाराय नम:शिवाय।।*


 *सीता राम चरन रति मोरे।*

*अनुदिन बढ़उ अनुग्रह तोरे।।*

      *जय जय "श्री राम"*


  *ॐ नमः भगवते वासुदेवाय*


*‼️ॐ त्र्यम्बकं यजामहे‼️*

 *‼️सुगंधिं पुष्टिवधँनम।‼️*

*‼️उर्वारूकमिव बन्धनान‼️*

*‼️मृत्यॉर्मुश्रीय मामृतात।। ‼️*

          

               *🔱🌿ॐ नमः शिवाय🌿🔱*

              

*नित्य प्रति गुण मैं तेरे गाऊँ।*

*मैं तेरे चरणों पर सीस नवाऊँ।* 

*गद गद प्रेम से सदा पुकाऊँ ,*

*जय होवे सीता राम तेरी जय होवे।*

*जय जय श्री सीता राम जी🙏🌹🙏*


*🌺🌺 जय श्री राधे कृष्णा 🌺🌺*

*श्री राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे जय श्री राधे कृष्णा मनके हुए 108 मनोकामना पूर्ण हो जो नित्य करे राधा रानी का जाप वो कभी भी ना हो उदास शुभ दिवस*

*🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏*


*🌹आदिअनादि अनन्तशिवहर🌹*


*हे गोविन्द..*

*तेरे चरणों में प्रीत लगी है*

*गोविन्द मुझको मत बिसराना,*

*तेरा हृदय सिंहासन कोई भी पाए,*

*अपनी चरण शरण में हमे बिठाना..!!*

*🎠🎠🎠जय श्री श्याम*🎠🎠🎠


*रख लूं नजर में चेहरा तेरा,*

*दिन रात इसी पे "मैं" मरता रहूँ।*

*जब तक ये साँसें चलती रहें,*

*मैं "कृष्ण" "कृष्ण" जपता रहूँ।*


*राम रामेति रामेति, रमे रामे मनोरमे।*

*सहस्रनाम तत्तुल्यं,रामनाम वरानने॥*


*"ॐ देविकानन्दनाय विधमहे,*

*वासुदेवाय धीमहि।*

*तन्नो कृष्ण:प्रचोदयात"....॥*


*श्री रामाय रामभद्राय, रामचन्द्राय वेधसे ।*

 *रघुनाथाय नाथाय,सीताया पतये नमः !*


*"हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण, हरे हरे*

  *हरे राम, हरे राम, राम राम, हरे हरे"....*


*जय श्री राम जय श्री कृष्ण 🙏🚩🚩🙏*


*श्रीराधाकृष्ण नाम जप महाधन हमारो*

*श्री प्रियालाल जू नाम जप महाधन हमारो*


*🌹प्रेम-गली अति सांकरी,*

     *तामें दो न समाहिं।*

*🌹जब मैं था तब हरि नहीं,*

       *जब हरि है मैं नाहिं।*

*🌹कबीर बादल प्रेम का,*

      *हम पर बरसा आइ।*

*🌹अंतर भीगी आत्मा,*

       *हरी भई बनराइ।*                                       *🌹अकथ कहानी प्रेम की,* 

       *कछू कही न जाय।*

*🌹गूंगे केरी सरकरा,*

      *खाइ और मुसकाय।*


    *ॐ ।। श्री हरि : ।। ॐ*

    *हे नाथ ! हे मेरे नाथ ! !*

    *मैं आपको भूलूॅं नहीं !*

  *🌹🌹🌹🌹🌹🌹*


*✍💯% भिखारी सियाराम जी की*

*चरण धूली का चौधरी परिवार* 

*सियाराम जय राम जय जय राम 🙏🙏*


*✍💯% भिखारी श्री राधा-कृष्ण जी की*

*चरण धूली का चौधरी परिवार🙏🙏*

*श्री राधाकृष्ण नाम परम सुखदाई 🙏🙏*


 *श्री राधा नाम परम् सुखदायी।*

 *भजते ही कृपा करें कन्हाई।।*


*मैं न तो ब्राह्मण हूँ, न क्षत्रिय हूँ, न वैश्य हूँ, न शूद्र हूँ; न* *ब्रह्मचारी हूँ, न गृहस्थ हूँ और न संन्यासी ही हूँ; किन्तु सम्पूर्ण* *परमानन्दमय अमृत के उमड़ते हुए महासागर रूप गोपीकान्त* *श्यामसुन्दर के चरण कमलों के दासों का दासानुदास हूँ ।*


*✍💯% भिखारी हमारे परम् दयालु*

 *श्री प्रियालाल जू व हमारे परम् दयालु*

 *श्री सियाराम जू की चरण धूली का*

        *चौधरी परिवार🙏🌹🙏*

   

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बेटा ही निकला मेरठ के कर्णवाल दंपती का कातिल


मेरठ। दिल्ली में सरिये की फैक्टरी में काम करने वाले प्रमोद कर्णवाल और उनकी पत्नी ममता ने आर्यन को लेकर हजारों सपने देखे होंगे लेकिन, उसी बेटे ने अपने मां बाप की जिंदगी छीन ली। हैरान करने वाली बात तो यह है कि इस दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम देने के बाद भी आर्यन के चेहरे पर कोई अफसोस नहीं नजर आया।

एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के मुताबिक, आर्यन के पिता उसकी मां के साथ शराब पीकर मारपीट करते थे। दो दिन पहले पड़ोस में रहने वाले एक शिक्षक से भी प्रमोद की कहासुनी हो गई थी।इसके बाद उसने घर आकर पत्नी की पिटाई कर दी थी। सोमवार को टिंडे की सब्जी में कम रेशा होने पर भी प्रमोद ने पत्नी को पीटा था। इससे गुस्साए आर्यन ने पिता को मारने की प्लानिंग कर ली। रात को आठ बजे वो मैंगो शेक लेकर आया। उसमें नींद की गोली मिलाकर दादा-दादी और मां को पिला दी। उसका प्लान था कि तीनों सो जाएंगे और वह बाप को मार देगा। मैगों शेक देने के बाद वह रात को पौने 10 बजे गुरुग्राम जाने की बात कहकर निकल गया। रात को 11:19 मिनट पर वह दोस्त आदित्य वशिष्ठ के साथ चाकू लेकर स्कूटी से घर पहुंचा। मोबाइल से पिता को फोन कर गेट खुलवाया।

प्रमोद नीचे गेट खोलने आए तो आदित्य ने उनके पैर छुए। इसके बाद दोनों ऊपर चले गए। कुछ देर तक दोनों बैठे रहे, इसके बाद जब लगा कि प्रमोद लेट गए हैं दोनों ने उनका गला काट डाला। शरीर पर कई जगह वार किए।

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