सोमवार, 27 अप्रैल 2020

गंगा जन्मोत्सव 30 अप्रैल को, गुरु-पुष्य का संयोग


पंडित ललित शर्मा
मां गंगा करोड़ों भारतीयों की आस्था का प्रतीक है। गंगा की उत्पत्ति वैशाख शुक्ल सप्तमी के दिन हुई थी। गंगा सप्तमी या गंगा जन्मोत्सव  इस वर्ष गंगा जन्मोत्सव 30 अप्रैल 2020, गुरुवार को मनाया जाएगा। इस दिन पुष्य नक्षत्र भी है, इसलिए गुरु-पुष्य का अत्यंत शुभ योग भी इस दिन बन रहा है। गंगा सप्तमी के दिन गंगा पूजा और गंगा में स्नान करने का बड़ा महत्व होता है, लेकिन चूंकि इस बार कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन चल रहा है, इसलिए गंगा नदी में स्नान करना संभव नहीं हो पाएगा। ऐसे में अपने घर में ही नहाने के पानी में गंगाजी का जल डालकर और गंगा का आह्वान करके स्नान करें, पुण्य मिलेगा। कहा जाता है गंगा जन्मोत्सव पर गंगाजी के जल से स्नान करने पर पापों का क्षय होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इससे जीवन में आध्यात्मिकता और सात्विकता का विकास होता है। 
वेदों-पुराणों में सप्त नदियों का वर्णन आता है, जिनमें गंगा को सबसे ऊंचा दर्जा प्राप्त है। गंगा स्वर्ग की नदी है, जिसने भगीरथी के आह्वान पर पहले शिवजी की जटाओं में प्रवेश किया और फिर शिवजी की जटाओं से पृथ्वी का स्पर्श किया। गंगाजी ने जिस दिन प्रथम बार पृथ्वी का स्पर्श किया उस दिन को गंगा जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। हिंदुओं की आस्था में गंगा को देवी का दर्जा प्राप्त है। पितरों के पिंड दान और अस्थियां विसर्जन गंगा में करने से उन्हें मोक्ष प्राप्त होता है। गंगा के किनारे जितने भी नगर बसे हुए हैं, वे सभी तीर्थस्थल बन गए हैं। 
गंगाजल को सबसे पवित्र माना जाता है तथा हिंदू धर्म के अनेक संस्कारों में गंगा जल का होना आवश्यक माना गया है। गंगाजल को अमृत समान माना गया है, क्योंकि इसके जल को कितने भी वर्षों तक सहेजकर रखा जा सकता है, वह कभी खराब नहीं होता और उसमें कीड़े आदि नहीं होते। यह बात वैज्ञानिक शोधों से भी सिद्ध हो चुकी है कि गंगा का जल कभी खराब नहीं होता। गंगा से जुड़े अनेक पर्व और मेले वर्षभर आयोजित किए जाते हैं। मकर संक्राति, कुंभ और गंगा दशहरा के समय गंगा में स्नान, दान एवं दर्शन करना महत्वपूर्ण होता है। गंगा के तट पर अनेक प्रसिद्ध मेलों का आयोजन किया जाता है। हरिद्वार में गंगा के तट पर प्रतिदिन भव्य पैमाने पर आरती होती है। 
गंगा नदी की उत्पत्ति की अनेक पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं। इसमें एक कथा के अनुसार गंगा का जन्म भगवान विष्णु के पैर से निकले पसीने की बूंदों से हुआ। एक अन्य कथा के अनुसार गंगा का जन्म ब्रह्माजी के कमंडल से हुआ माना जाता है। एक अन्य मान्यता के अनुसार वामन रूप में राक्षसराज बली से संसार को मुक्त कराने के बाद ब्रह्मदेव ने भगवान विष्णु के चरण धोए और इस जल को अपने कमंडल में भर लिया और एक अन्य कथा अनुसार जब भगवान शिव ने नारद मुनि, ब्रह्मदेव तथा भगवान विष्णु के समक्ष गाना गाया तो इस संगीत के प्रभाव से भगवान विष्णु का पसीना बहकर निकलने लगा जिसे ब्रह्मा जी ने उसे अपने कमंडल में भर लिया और इसी कमंडल के जल से गंगा का जन्म हुआ था।
शास्त्रों के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गंगा स्वर्ग लोक से शिवजी की जटाओं में पहुंची थी, इसलिए इस दिन को गंगा जन्मोत्सव और गंगा सप्तमी के रूप में मनाया जाता है। जिस दिन गंगा जी की उत्पत्ति हुई थी वह दिन गंगा जन्मोत्सव और जिस दिन गंगाजी ने पृथ्वी का स्पर्श किया था वह दिन श्गंगा दशहराष् (ज्येष्ठ शुक्ल दशमी) के रूप में मनाया जाता है। 



गंगा जन्मोत्सव के दिन गुरुवार है और इस दिन पुष्य नक्षत्र होने से गुरु-पुष्य का संयोग बन गया है। इस दिन दान-पुण्य का बड़ा महत्व होता है। इस दिन गंगाजल डालकर स्नान करें और दान-पुण्य करें। इस दिन गंगा स्तोत्र का पाठ करें।


जिस गली में फेंके गए थे डॉक्टरों व पुलिस पर पत्थर, वहां तीन भाइयों की मौत


मुरादाबाद।  मुरादाबाद के जिस नवाबपुरा में पुलिस और डॉक्टरों की टीम पर पत्थर फेंके  उसी गली में तीन सगे भाइयों की एक के बाद एक मौत हो गई है। इनमें से दो कोरोना वायरस से संक्रमित थे, जबकि तीसरे की कोविड-19 की जांच ही नहीं हुई। 
सूत्रोे ने बताया कि इस परिवार में सबसे बड़े सांस के रोगी मुखिया की पंद्रह दिन पूर्व मौत हो गई थी। कुछ ही दिन बाद अचानक उनके भाई की तबियत बिगड़ गई। हालत इतनी गंभीर थी कि उन्हें फौरन टीएमयू अस्पताल रेफर कर दिया गया। वेंटिलेटर स्पोर्ट से उन्हें स्वस्थ करने की कोशिश की जा रही थी। कोरोना की जांच कराई गई। दो दिन बाद आई जांच रिपोर्ट में कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद उसकी मौत भी हो गई। अब परिवार को क्वारंटाइन कर दिया गया। इनमें बच्चे भी शामिल थे। कुछ दिन बाद ही तीसरे की भी तबियत बिगड़ने लगी थी। उन्हें भी टीएमयू में भर्ती कराया और 17 अप्रैल की रिपोर्ट में वह भी संक्रमित पाए गए और कोरोना ने इस युवक की भी जान लेली। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग को यकीन हो गया कि कोरोना संक्रमण इस परिवार को चपेट में ले चुका है। उसके बाद एक एक कर परिवार की महिलाएं और बच्चे भी कोरोना पॉजिटिव मिलने लगे। चारों भाइयों का 12 लोगों का पूरा परिवार संक्रमित हो चुका था।  


पुलिस विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक  इसी परिवार की वजह से ही डॉक्टरों और पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके गए थे। बड़े भाई  की मौत हो गई थी, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मोहल्ले में हेल्थ स्क्रीनिंग और इस परिवार के अन्य लोगों को क्वारंटाइन कराने के लिए लेने गई थी। तभी पथराव किया गया था।


उ0प्र0 उद्योग व्यापार संगठन रजि ने 29 वे दिन भोजन की व्यवस्था।


टीआर ब्यूरो


मुज़फ्फरनगर।लगातार  सेवा के 29वे दिन की कड़ी में प्रभु की कृपया से भूखे एव बेसहारा लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था व्यापारी  नीरज बालियान द्वारा की गयी,भोजन के 200 पैकिट जिला कार्यक्रम अधिकारी बलजीत सिंह  को सोशल डिस्टनसिंग को ध्यान में रखकर वितरण के लिए सौंपे गए,इस अवसत पर प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्ण गोपाल मित्तल ने कहा कि संकट की इस घड़ी में जिन सभी के द्वारा जरूरतमंद लोगों के लिए जो मदद की जा रही है,उ0प्र0 उद्योग व्यापार संगठन रजि उनका आभार प्रकट करता है,भोजन सौपने के दौरान,भीम बालियान,प्रवीन जैन,तरुण मित्तल,गौरव जैन(आइडिया)अभिलक्ष मित्तल,उपस्थित रहे।।


कोरोना से जंग में SD कॉलेज एसोसिएशन ने की 5 लाख से अधिक की मदद, राज्यमंत्री को सौंपे ड्राफ़्ट

टीआर न्यूज़।


मुज़फ्फरनगर। संकट की इस घड़ी में SD कॉलिज एसोसिएशन मदद के लिये सामने आई है। SD कॉलिज एसोसिएशन ने कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए 5 लाख 2 हज़ार की धनराशि दान की है। ढाई लाख पी एम केअर फंड व इतनी ही धनराशि प्रदेश के आपदा कोष में दी गई है। इसका ड्राफ्ट SD कॉलिज एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सूबे की सरकार में स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल को सौंपा। जहाँ कपिल देव ने इस मदद के लिये SD कॉलिज एसोसिएशन का आभार जताया उन्होंने कहा कि इसी प्रकार अन्य संस्थायें भी पी एम केअर फंड में दिल खोलकर दान दे।इस मौके पर एस डी कॉलिज एसोसिएशन के जॉइंट सेक्रेटरी आकाश कुमार,वाईस प्रेजिडेंट हरिभूषण व सदस्य नीरज कुमार ने राज्यमंत्री को विश्वास दिलाया कि एसोसिएशन हर आपदा में सरकार के साथ है।


जिलाधिकारी से लेकर कई लोगों  ने स्वीकार किया एसएसपी का पुश अप चेलेंज 

टीआर ब्यूरो
मुज़फ्फरनगर। जिले के पुलिस मुखिया अभिषेक यादव ने शनिवार रात्रि में पुश अप चेलेंज का एक वीडियो अपने ट्विटर एकाउंट पर शेयर किया था। जिसको लेकर जिलें में एक प्रतिस्पर्धा की कड़ी जुड़ गई।
जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे का पुश उप करते एक वीडियो होने के बाद लोगो ने इसमें रुचि लेना शुरू कर दिया है।रविवार को रालोद के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक चौधरी, न्यूज़ इंडिया 18 के जिला प्रभारी विनेश पंवार , ग्रामीण फ़िल्म एक्टर विकास बालियान की वीडियो सोशल मीडिया पर छाई रही । उसी क्रम में आज दैनिक जागरण के जिला प्रभारी मनीष शर्मा ,हिंदुस्तान क्राइम रिपोर्टर अमितपाल सहित कई व्यक्तियों की वीडियो वायरल हुई है। 
इस कड़ी में बच्चो ने भी अपनी  भूमिका दर्ज कराई।


डाॅ संजीव बालियान की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई


मुजफ्फरनगर। केंद्रीय राज्यमंत्री डाॅ संजीव बालियान की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आाई है। ज्ञात रहे कि मेरठ के एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद उनका सैंपिल जांच के लिए भेजा गया था। 
भाजपा के महानगर अध्यक्ष के करीबी की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सभी सांसद, विधायक और अन्य नेता होम क्वारंटाइन हो गए थे। प्रधानमंत्री रसोई के इस आयोजन में केंद्रीय राज्यमंत्री डाॅ संजीव बालियान समेत पार्टी के मेरठ के तमाम नेता शामिल हुए थे। बाद में  सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, राज्यसभा सदस्य कांता कर्दम, एमएलसी डा.सरोजनी अग्रवाल, पूर्व विधायक अमित अग्रवाल आदि की रिपोर्ट भी निगेटिव आई। इस बीच डाॅ संजीव बालियान का सैंपिल भी जांच के लिए भेजा गया था। आज इसकी रिपोर्ट भी निगेटिव आने से तमाम नेताओं व कार्यकताओं ने राहत की सांस ली। इससे पहले मेरठ के सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, राज्यसभा सदस्य कांता कर्दम, एमएलसी डा.सरोजनी अग्रवाल, पूर्व विधायक अमित अग्रवाल, भाजपा के महानगर महामंत्री पीयूष शास्त्री, महेश बाली, राजकुमार सोनकर, सांसद प्रतिनिधि हर्ष गोयल, अक्षय रस्तोगी, एमएलसी प्रतिनिधि डा.राजेश सिंह, एमएलसी पति डा.ओपी अग्रवाल, वीर सिंह कर्दम आदि ने कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल दिये थे। भाजपा नेताओं  की रिपोर्ट निगेटिव आई। इससे भाजपा सहित प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली। भाजपा के महानगर अध्यक्ष के करीबी की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सभी सांसद, विधायक और अन्य नेता होम क्वारंटाइन हो गए थे। इससे पूर्व भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्विनी त्यागी, विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, सोमेन्द्र तोमर, महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल आदि की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है।


10 से कम कोरोना केस वाले जिलों में शुरू होंगे उद्योग


लखनऊ। लॉकडाउन में रुके हुए उद्योगों को खोलने की मुहिम में तय हुआ है कि पहले उन 28 जिलों में फोकस किया जाए, जहां पर 10 या उससे से कम पाजिटिव केस हैं। इसके अलावा 17 जिले में अभी तक एक भी केस नहीं आया है। इस तरह करीब 45 जिलों में छोटी बड़ी औद्योगिक गतिविधियां शुरू की जा सकती हैं। अधिकारियों की बैठक में तय हुआ है कि जिन जिले में एक भी केस नहीं मिले या जहां दस से कम कोरोना के मामले आए हैं वहां ध्यान दिया जाए और वहां औद्योगिक गतिविधियां जल्द शुरू  हो सकती हैं। इस तरह करीब 45 जिलों में छोटी बड़ी औद्योगिक गतिविधियां शुरू की जा सकती हैं। 
शासन में उच्चस्तरीय बैठक में कहा गया कि 10 से ज्यादा केस वाले जिलों में लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। ऐसे में वहां औद्योगिक गतिविधियां शुरू करने में खासी मुश्किलें आएंगी। असल में विडम्बना यह है कि सर्वाधिक उद्योग वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लगभग सभी जिले कोरोना संक्रमण से ग्रस्त हैं जबकि इस मामले में बुंदेलखंड बहुत बेहतर स्थिति में हैं। पश्चिमी यूपी जैसा हाल मध्य यूपी का है। बेहतर स्थिति में अपेक्षाकृत पूर्वांचल है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा व पश्चिमी यूपी में लगभग सभी जिले कोरोना संक्रमित हैं। यहां आईटी कंपनियों ने अपना काम शुरू करने की कोशिश की है लेकिन इन कंपनियों में काम करने वाले प्रोफेशनल्स को कंपनी आने-जांने में लॉकडाउन के चलते खासी मुश्किलें हैं।
निर्माण कंपनियों के सामने कंटेनर सप्लाई की मुश्किल है तो माल की ढुलाई के लिए ट्रकों की आवाजाही भी सीमित ही है। केवल प्रयागराज में साफ्टवेयर टेक्नालॉजी पार्क ही चालू हो पाया है। सीमेंट फैक्ट्री समेत कई उद्योगों के सामने कच्चा माल मिलना बाधित है। स्टार्ट कंपनियों को भी काम शुरू करने में मुश्किलें हैं। औद्योगिक विकास विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक 10 दिनों में केवल दर्जन भर यूनिट ही चालू हो पाईं हैं। माल की मांग न होने व वित्तीय संकट की समस्याएं तो अलग से हैं।
जिन जिलों में अभी तक एक भी केस नहीं वे हैं अमेठी, फर्रुखाबाद, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट, सिद्धार्थनगर ,कानपुर देहात, फतेहपुर, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बलिया, चंदौली व सोनभद्र। इसके अलावा कोरोना के कम केस वाले हाथरस, मथुरा, एटा, कासगंज, मैनपुरी, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, खीरी, उन्नाव, कन्नौज, इटावा, बांदा, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, महराजगंज, आजमगढ़, मऊ जौनपुर, गाजीपुर , संतरविदास नगर व मिर्जापुरपर भी सरकार का ध्यान है।


दिल्ली के मैक्‍स अस्पताल में डॉक्‍टर समेत 33 स्वास्थ्य कर्मी कोरोना पॉजिटिव 


नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज के मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 33 स्वास्थ्य कर्मियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इसके अलावा यहां की 145 नर्सों को उनके हॉस्टलों में क्वारंटाइन किया गया है। अस्पताल के मुताबिक, सभी स्वास्थ्य कर्मियों की रू​टीन जांच की गई, जिसके बाद कुल 33 स्वास्थ्य कर्मियों के इस खतरनाक वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। इनमें दो डॉक्टर और 23 नर्सिंग स्टाफ शामिल हैं। इसके अलावा अन्य तकनीशियन और सहायक कर्मचारी हैं।
अस्पताल प्रशासन के मुता​बिक, इन सभी को साकेत के मैक्स हॉस्पिटल में स्थानांतरित कर दिया गया है। पटपड़गंज की इन 145 नर्सों को एक निजी छात्रावास में 14 दिनों के लिए छोड़ दिया गया है। इसके अलावा इस हॉस्टल को सील कर दिया गया और स्थानीय अधिकारियों ने इसे कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। अस्पताल प्रशासन के मुता​बिक, इन सभी को साकेत के मैक्स हॉस्पिटल में स्थानांतरित कर दिया गया है। पटपड़गंज की इन 145 नर्सों को एक निजी छात्रावास में 14 दिनों के लिए छोड़ दिया गया है। इसके अलावा इस हॉस्टल को सील कर दिया गया और स्थानीय अधिकारियों ने इसे कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। बता दें, मैक्स ग्रुप ने 15 अप्रैल को को घोषणा की थी कि वह अगले कुछ हफ्तों में देश भर में अपने 24,000 स्वास्थ्य कर्मचारियों और 1,000 रोगियों के कोरोना संक्रमण की जांच करेगा।
बता दें कि दिल्ली सरकार द्वारा संचालित बाबू जगजीवन राम अस्पताल में 29, बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल में 29, दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान में 25 और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में अब तक 50 स्वास्थ्य कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इसके अलावा अपोलो, सर गंगा राम, मूलचंद, आरएमएल, सफदरजंग, एम्स और लोक नायक हॉस्पिटल में भी स्वास्थ्य कर्मियों को इस खतरनाक वायरस से संक्रमित पाया गया है।


लाॅक डाउन के चलते 6 महीने के लिए मिलेगी जीएसटी से छूट


नई दिल्ली। लाॅक डाउन के चलते गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स राहत पैकेज देने पर विचार किया जा रहा है। मामले से वाकिफ लोगों ने बताया कि इसके तहत कोविड 19 महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित रेस्ट्रॉन्ट्स, एविएशन और हॉस्पिटैलिटी जैसे सेक्टरों को यह छूट दी जा सकती है कि वे छह महीनों तक जीएसटी पेमेंट न करें। साथ ही, रियल एस्टेट सेक्टर के लिए जीएसटी रेट घटाया जा सकता है।
अभी इनवॉयस बेस्ड सिस्टम पर टैक्स लगाया जाता है। हालांकि विचार यह किया जा रहा है कि कैश सिस्टम के आधार पर जीएसटी लगाया जाए। साथ ही, ऐसी बिक्री पर जीएसटी राहत देने पर विचार किया जा रहा है, जिसके लिए पेमेंट लॉकडाउन के कारण नहीं मिला है। सूत्रों ने बताया कि कैश की तंगी से जूझ रही इकाइयों को इन उपायों से राहत मिलने की उम्मीद है। इन प्रस्तावों पर अंतिम निर्णय जीएसटी काउंसिल करेगी, जो इस टैक्स के बारे में फैसले करने वाली शीर्ष संस्था है। एक सरकारी अधिकारी ने ईटी को बताया, श्इन सर्विस सेक्टरों को राहत देने पर विचार किया जा रहा है।श् सरकार इन्हें कुछ समय के लिए दूसरे वैधानिक शुल्कों से भी छूट दे सकती है। 
पूरा जीएसटी माफ करने की मांग हो रही है, लेकिन अधिकारी ने बताया कि सरकार टैक्स कुछ समय के लिए न चुकाने की छूट देने को बेहतर तरीका मान रही है। किसी सेक्टर के लिए पूरी टैक्स माफी से क्रेडिट चेन में दिक्कत आएगी जिससे समस्याएं बढ़ेंगी। कैश बेस्ड सिस्टम का मतलब यह होगा कि कारोबारी पैसा मिलने पर जीएसटी चुकाएंगे न कि बिल जारी होने पर। इससे उन्हें अपनी जेब से टैक्स नहीं देना होगा और उन्हें कामकाजी पूंजी की तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा। यह कदम सर्विसेज के मामले में ज्यादा अहम है जिसमें बिल जारी होने के कुछ समय बाद पेमेंट मिलता है। 
सेवा क्षेत्र की अधिकतर इकाइयां क्लाइंट्स से पेमेंट में देरी का सामना कर रही हैं, लेकिन उन पर जीएसटी देनदारी का बोझ बना हुआ है। एक और विकल्प यह है कि ऐसे देर वाले पेमेंट पर जीएसटी न लिया जाए। कई देशों ने कोरोना से बने हालात में टैक्स पेमेंट पर अस्थायी रोक लगाई है। एक अधिकारी ने बताया, श्कारोबारियों को इस संकट से उबरने में मदद देने पर विचार हो रहा है।श् उन्होंने कहा कि उममीद है कि असाधारण आर्थिक स्थिति को देखते हुए राज्य इस कदम का समर्थन करेंगे। 
रेस्ट्रॉन्ट्स पर 5ः जीएसटी लगता है, वहीं हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में कई दरें हैं। 7500 रुपये प्रति रात से ऊपर के किराए वाले कमरों पर 18 प्रतिशत जीएसटी और इससे कम किराए वालों पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगता है। इकॉनमी क्लास ट्रैवल के लिए जीएसटी 5 प्रतिशत है, वहीं बिजनस क्लास पर यह 12 प्रतिशत है। रियल एस्टेट सेक्टर के लिए प्रस्ताव यह है कि रेट बिना क्रेडिट के 5 प्रतिशत से घटाकर 3 प्रतिशत कर दिया जाए, वहीं क्रेडिट के साथ इसे 12 से घटाकर 8 प्रतिशत कर दिया जाए। टैक्स एक्सपर्ट्स ने कहा कि इंडस्ट्री को लिक्विडिटी की सख्त जरूरत है।पीडब्ल्यूसी के नेशनल लीडर (इनडायरेक्ट टैक्स) प्रतीक जैन ने कहा, श्अभी इंडस्ट्री को लिक्विडिटी की जरूरत है, लिहाजा कुछ महीनों के लिए बिना ब्याज के जीएसटी पेमेंट टालने पर विचार होना चाहिए।श्


जिले में पहुँची 2200 पीपीई किट

टीआर ब्यूरो।


मुज़फ्फरनगर। केन्द्र सरकार द्वारा भेजी गई पीपीई भारतीय डाक के द्वारा जिले में पहुँची।


पोस्ट मास्टर दिनेश चंद आर्य ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार यादव के नाम से 2200 पीपीई किट के 11 पैकिट पार्सल के जरिये सिटी पोस्ट ऑफिस पहुँचे है। जिन्हें मुख्य विकास अधिकारी की संस्तुति पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सुपुर्द कर दी गयी है।


आज का पंचाग व राशिफल 27 अप्रैल 2020

 


 


🌞 ~ *आज का पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 27 अप्रैल 2020*
⛅ *दिन - सोमवार* 
⛅ *विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)*
⛅ *शक संवत - 1942*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - ग्रीष्म*
⛅ *मास - वैशाख*
⛅ *पक्ष - शुक्ल* 
⛅ *तिथि - चतुर्थी दोपहर 02:29 तक तत्पश्चात पंचमी*
⛅ *नक्षत्र - मॄगशिरा रात्रि 12:30 तक तत्पश्चात आर्द्रा*
⛅ *योग - अतिगण्ड रात्रि 11:38 तक तत्पश्चातम सुकर्मा*
⛅ *राहुकाल - सुबह 07:36 से सुबह 09:12 तक* 
⛅ *सूर्योदय - 06:11*
⛅ *सूर्यास्त - 19:01* 
⛅ *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - विनायक चतुर्थी*
 💥 *विशेष - चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *सुख-समृद्धि की सदैव वृद्धि हेतु* 🌷
🏡 *घर के मध्य में तुलसी का पौधा होने से घर में प्रेम के साथ-साथ सुख-समृद्धि की भी सदैव वृद्धि होती रहती है |*
🙏🏻 *
               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *देशी गाय व भैंस के दूध में अंतर* 🌷
🐄 *देशी गाय का दूध* 🐄
✅ *१] सुपाच्य होता है |*
✅  *२] इसमें स्वर्ण-क्षार होते हैं  |*
✅ *३] बुद्धि को कुशाग्र बनाता है |*
✅ *४] स्मरणशक्ति बढाता है एवं स्फूर्ति प्रदान करता है |*
✅ *५] यह सत्त्वगुण बढ़ाता है |*
✅ *६] गाय अपना बछड़ा देखकर स्नेह व वात्सल्य से भर के दूध देती है |*
🐃 *भैंस का दूध* 🐃
❌ *१] पचने में भारी होता है |*
❌ *२] इसमें स्वर्ण-क्षार नहीं होते हैं।*
❌ *३] बुद्धि को मंद करता है |*
❌ *४] यह आलस्य व अत्यधिक नींद लाता है |*
❌ *५] यह तमोगुण बढ़ाता है |*
❌ *६] भैंस स्वाद व खुराक देखकर दूध देती है | भैंस का दूध पीके बड़े होनेवाले भाई सम्पदा के लिए लड़ते-मरते हैं |*
🐄 *देशी गाय के दूध में सम्पूर्ण प्रोटीन्स रहने के कारण यह मनुष्यों के लिए अनिवार्य है | भैंस के दूध की अपेक्षा गाय के दूध में रहनेवाले प्रोटीन्स सुगमता से पचते हैं | गाय के दूध में ऑक्सिडेज तथा रिडक्टेज एंजाइम की प्रचुरता रहती है, जो पाचन में सहायता देने के अतिरिक्त दूध पीनेवालों के शरीर में पाये जानेवाले टोक्सिंस (विषैले पदार्थ) को दूर करते हैं |*
🐄 *देशी गाय के दूध की और भी अनेक विशेषताएँ हैं | ऊपर दिये गये बिन्दुओं से देशी गाय के दूध की श्रेष्ठता स्पष्ट हो जाती है | देशी गाय का दूध पीकर हम आयु, बुद्धिमत्ता, सात्त्विकता, निरोगता आदि बढायें या भैंस का दूध पी के इन्हें घटायें – यह हमारे हाथ की बात है |*
🐃 *भैंस के दूध से भी अधिक हानिकारक है जर्सी आदि विदेशी संकरित गायों का दूध |*
🙏🏻 *-
          🌞 ~ *हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
🙏🏻🌷🌻🌹🍀🌺🌸🍁💐🙏🏻- सुबह उठकर मुरली बजाते श्री कृष्ण की तस्वीर के दर्शन करें और कर्ज मुक्ति के लिए प्रार्थना करें।



कर्ज, ऋण या उधार तेजी से सिर से उतर जाएगा.


1. हनुमानजी के चरणों में मंगलवार व शनिवार के दिन तेल-सिंदूर चढ़ाएं और माथे पर सिंदूर का तिलक लगाएं. हनुमान चालीसा या बजरंग बाण का पाठ करें.


2. बुधवार को सवा पाव मूंग उबालकर घी-शकर मिलाकर गाय को खिलाने से शीघ्र कर्ज से मुक्ति मिलती है.


3. प्रतिदिन लाल मसूर की दाल का दान करें.


मेष-स्थिति अच्‍छी है। धनागमन होगा। कहीं से कुछ इंतजाम होगा। कुटुम्‍बीजनों से अच्‍छे वातावरण में कुछ बातचीत होगी। हर लिहाज से अच्‍छा समय है। बस रिस्‍क लेने लायक नहीं है क्‍योंकि लग्‍नेश अच्‍छी स्थिति में नहीं है। स्‍वास्‍थ्‍य पर ध्‍यान दें। हनुमान जी का स्‍मरण करें
वृषभ-बड़े बुजुर्गों से न उलझें। सरकारी लोगों के खिलाफ न जाएं नहीं तो दिक्‍कत हो सकती है। प्रेम,व्‍यवसाय,स्‍वास्‍थ्‍य तीनों की अच्‍छी स्थिति है लेकिन रिस्‍क लेने लायक आप नहीं हैं। नियमों का पालन करते हुए काम करें। गणेश जी की वंदना करें।


मिथुन-स्थिति पहले से सुधार में हैं। हर दृष्टिकोण से नए आयाम आपके जीवन में आएंगे। बस थोड़ा धैर्य के साथ काम करें। चाहे वो स्‍वास्‍थ्‍य हो, प्रेम हो या व्‍यापार हो। मां काली का मानसिक रूप से स्‍मरण करें। सब अच्‍छा होगा।


कर्क-कुछ सुखद समाचार की प्राप्ति हो सकती है। पहले से बेहतर महसूस करेंगे। मानसिक, शारीरिक और हर दृष्टिकोण से। अभी मन थोड़ा विस्‍मयकारी रहता है। इन चीजों का ध्‍यान दें। प्राणायाम करें। भगवान शिव की अराधना करें।


सिंह-उच्‍चाधिकारियों का आशीर्वाद मिल सकता है। अच्‍छे समाचार की प्राप्ति हो सकती है। लॉकडाउन का पालन करते हुए कुछ व्‍यवसायिक स्थिति आपकी अच्‍छी बन सकती है। स्‍वास्‍थ्‍य, प्रेम, व्‍यवसाय तीनों की पहले से बेहतर स्थिति दिखाई पड़ रही है। सूर्यदेव को जल देना जारी रखें।


कन्‍या-स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार है। व्‍यापारिक रूप से कुछ आश्‍वासन मिल सकता है। प्रेम की स्थिति भी कुछ बातचीत से सुधारी जा सकती है। सारी स्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। बस शारीरिक और सरकारी रूप से जो चीजें हैं उन्‍हें मानते हुए आगे बढ़ें। शनिदेव का स्‍मरण करते हुए आगे बढ़ें।


तुला-चोट लग सकती है। घर में भी सावधान रहें। शारीरिक रूप से कोई रिस्‍क न लें। स्‍वास्‍थ्‍य में मूत्र से सम्‍बन्धित कोई परेशानी न होने पाए।  ब्‍लड प्रेशन न बढ़ने पाए। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम, प्रेम में थोड़ी अच्‍छी स्थिति नहीं दिख रही है। व्‍यवसायिक दृष्टि से घर में रहते हुए कुछ जुड़ रहा है। बहुत परेशान न हों। मां काली का स्‍मरण करें। भगवान शिव की वंदना करें।


वृश्चिक-जीवनसाथी के साथ मधुरता बढ़ेगी। व्‍यवसायिक क्षेत्र में कुछ अच्‍छे समाचार की प्राप्ति हो सकती है। कुल मिलाकर रिस्‍क न लें। लग्‍नेश की स्थिति अच्‍छी नहीं है। लाल वस्‍तु पास रखें। हनुमान चालीसा का पाठ करें।


धनु-शत्रु उपद्रव सम्‍भव है। शत्रु शमन भी सम्‍भव है। किसी महिला से न उलझें। प्रेम, व्‍यापार और स्‍वास्‍थ्‍य तीनों मध्‍यम दिख रहा है। हनुमान चालीसा का पाठ करें। बजरंग बली का स्‍मरण करें।


मकर-निर्णय लेने की क्षमता में बढ़ोत्‍तरी होगी लेकिन भावुक होकर निर्णय न लें। स्‍वास्‍थ्‍य ठीक है। व्‍यापार पहले से बेहतर स्थिति में आएगा। कुछ आश्‍वासन मिल सकता है, लॉकडाउन में भी आपके लिए कुछ अच्‍छा हो सकता है। कुल मिलाकर ठीक है लेकिन रिस्‍क लेने लायक आप नहीं हैं। शनिदेव को मानसिक रूप से प्रणाम करें।


कुंभ-स्‍वास्‍थ्‍य और उर्जा पर ज्‍यादा ध्‍यान दें। प्रेम की स्थिति में सुधार है। व्‍यवसायिक क्षेत्र में भी कुछ अच्‍छे समाचार की प्राप्ति हो सकती है। गणेश जी की वंदना करें।


मीन-कुछ नया अध्‍याय जुड़ सकता है। कुछ सकारात्‍मक उर्जा का संचार होगा। पहले से बेहतर होंगे। बस धैर्य से रहें। सरकारी तंत्र के खिलाफ न जाएं। स्‍वास्‍थ्‍य मध्यम,प्रेम की स्थिति अच्‍छी है। कुछ व्‍यवसायिक आश्‍वासन मिल सकता है। भगवान शिव की अराधना करें


जिनका आज जन्मदिन हैं उनको हार्दिक शुभकामनाएं


अंक ज्योतिष का सबसे आखरी मूलांक है नौ। आपके जन्मदिन की संख्या आपस में जुड़ कर नौ होती है। यह मूलांक भूमि पुत्र मंगल के अधिकार में रहता है। आप बेहद साहसी हैं। आपके स्वभाव में एक विशेष प्रकार की तीव्रता पाई जाती है। आप सही मायनों में उत्साह और साहस के प्रतीक हैं
मंगल ग्रहों में सेनापति माना जाता है। अत: आप में स्वाभाविक रूप से नेतृत्त्व की क्षमता पाई जाती है। लेकिन आपको बुद्धिमान नहीं माना जा सकता। मंगल के मूलांक वाले चालाक और चंचल भी होते हैं। आपको लड़ाई-झगड़ों में भी विशेष आनन्द आता है। आपको विचित्र साहसिक व्यक्ति कहा जा सकता है। 


 
शुभ दिनांक : 9, 18, 27   
 
शुभ अंक : 1, 2, 5, 9, 27, 72     
 
शुभ वर्ष :  2025, 2036, 2045
 
ईष्टदेव : हनुमान जी, मां दुर्गा।   
 
शुभ रंग : लाल, केसरिया, पीला 
 
कैसा रहेगा यह वर्ष
आप अपनी शक्ति का सदुपयोग कर प्रगति की और अग्रसर होंगे। पारिवारिक विवाद सुलझेंगे। महत्वपूर्ण कार्य योजनाओं में सफलता मिलेगी। अधिकार क्षेत्र में वृद्धि संभव है। नौकरी में आ रही बाधा दूर होगी। स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा। राजनैतिक व्यक्ति सफलता का स्वाद चख सकते हैं। मित्रों स्वजनों का सहयोग मिलने से प्रसन्नता रहेगी।


रविवार, 26 अप्रैल 2020

मुज़फ्फरनगर भी पहुँचे हरियाणा में फंसे जिले के नागरिक

टीआर ब्यूरो।


मुज़फ्फरनगर।देर रात्रि हरियाणा, पंजाब सहित अन्य राज्यो में काम कर रहे लॉक डाउन के चलते 188 मुजफ्फरनगर वासी पहुंचे है।
सभी यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग व डाटा बेस तैयार किया जा रहा है। थाना सिविल लाइन क्षेत्र के रोडवेज बस स्टैंड पर 7 बसों द्वारा पहुँचे सभी लोगो को तहसील स्तर पर बने क्वारटिन सेंटर पर 14 दिनों के  क्वारटिन के लिए रवाना किया जा रहा है। मौके पर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद है।


लॉकडाउन के बीच गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुले


उत्तरकाशी । कोरोना लॉकडाउन के बीच विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट रविवार को अक्षय तृतिया के मौके पर वैदिक मंत्रोच्चारण व पूजा-अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए गए। गंगोत्री धाम के कपाट 12:35 व यमुनोत्री के कपाट ठीक दोपहर 12:41 पर खोले गए। दोनो धामों के कपाट खुलने के बाद आगामी छह माह तक श्रद्धालु धामों में मां गंगा व यमुना के दर्शनों के भागी बन सकेंगे। हालांकि आज के खास मौके पर लॉकडाउन के कारण श्रद्धालु नहीं पहुंच सके।
रविवार सुबह सात बजे मां गंगा की डोली भैरव घाटी स्थित भैरव मंदिर से गंगोत्री के लिए रवाना हुई और ठीक साढ़े आठ बजे गंगोत्री धाम पहुंची। जहां तीर्थ पुरोहितों ने रीति-रिवाज और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ 12:35 पर गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये गए।
उत्तरकाशी । कोरोना लॉकडाउन के बीच विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट रविवार को अक्षय तृतिया के मौके पर वैदिक मंत्रोच्चारण व पूजा-अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए गए। गंगोत्री धाम के कपाट 12:35 व यमुनोत्री के कपाट ठीक दोपहर 12:41 पर खोले गए। दोनो धामों के कपाट खुलने के बाद आगामी छह माह तक श्रद्धालु धामों में मां गंगा व यमुना के दर्शनों के भागी बन सकेंगे। हालांकि आज के खास मौके पर लॉकडाउन के कारण श्रद्धालु नहीं पहुंच सके।
रविवार सुबह सात बजे मां गंगा की डोली भैरव घाटी स्थित भैरव मंदिर से गंगोत्री के लिए रवाना हुई और ठीक साढ़े आठ बजे गंगोत्री धाम पहुंची। जहां तीर्थ पुरोहितों ने रीति-रिवाज और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ 12:35 पर गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये गए।


मृत किराना व्यापारी के दो परिजन भी पोजिटिव मिले

मेरठ । कोरोना से एक दिन पहले मरने वाले किराना व्यापारी के दो परिजन भी कोरोना संक्रमित निकले। इस बात की पहले ही आशंका जताई जा रही थी कि जिस तरह किराना व्यापारी के इलाज में लापरवाही हुई उससे और भी लोगों में संक्रमण फैलने की संभावना है। वहीं स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन लगातार इस मामले में लीपापोती में जुटा है। दूसरी ओर ये नए केस सामने आने से कोरोना की एक और चेन बनने की आशंका भी बनने लगी है। वहीं किराना व्यापारी की मौत के बाद वीडियो वायरल होने के मामले में जिलाधिकारी अनिल ढींगरा भी रविवार को मेडिकल कॉलेज पहुंचे और कालेज प्रशासन से बातचीत की।
मेरठ महानगर में कोरोना की नई चेन बनती नजर आ रही है। इससे स्वास्थ्य विभाग के हाथ पांव फूल गए हैं। वैसे ये स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का ही नतीजा है ​अगर विभाग केसरगंज निवासी व्यापारी की समय से जांच की जाती तो शायद इस नई चेन को रोका जा सकता था। लेकिन आज रविवार को आई रिपोर्ट के मुताबिक दो लोगों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं। इन दो नए मरीजों के साथ ही जिले में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 92 पहुंच गई है। इससे संक्रमण की चेन बनने हुए नजर आ रही है। शनिवार रात को भर्ती किए गए किराना ​व्यापारी विजय गर्ग की कोरोना संक्रमण के चलते मौत होने से उनके पूरे क्षेत्र में डर का माहौल है। उनकी मौत के बाद रविवार सुबह आई उनकी जांच रिपोर्ट में उनके कोरोना संक्रमितों होने की पुष्टि हुई, इसके बाद से ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। पहली नजर में ही विभाग की लापरवाही साफ नजर आ रही है।
मौत के बाद उनके पूरे परिवार को क्‍वारंटाइन किया गया है। परिजनों की थर्मल स्‍कैनिंग की गई तो यह भी पता चला कि इनमें से अधिकतर लोगों को बुखार है। अब प्रशासन को यह डर सताने लगा है कि कहीं ये सभी कोरोना पॉजिटिव न निकल जाएं। हालांकि रविवार देर शाम आई जांच रिपोर्ट में परिवार के दो लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो गई। इसकी जानकारी मिलते ही विभाग के हाथ पांव फूल गए क्योंकि अब कोरोना की नई चेन शुरू होने का डर सताने लगा है। इससे पहले मेरठ में ही पॉटरी कारोबारी में कोरोना मिलने के बाद उनके परिवार के कई लोग कोरोना संक्रमित निकले थे। वहीं केसरगंज के व्यापारी की कोरोना से मौत के बाद अब केसरगंज नया हॉटस्पॉट बन गया है। देर शाम जिलाधिकारी भी वायरल वीडियो के मामले में मेडिकल कॉलेज पहुंचे और कोरोना वार्ड का जायजा लिया। वहां उन्होंने एक दो मरीजों से बात भी की। उन्होंने वहां भर्ती मरीजों को आश्वासन दिलाया कि उनके इलाज में किसी तरह की समस्या नहीं आने दी जाएगी।


नर्सिंग स्टाफ के कोरोना संक्रमित होने के कारण हिंदू राव अस्पताल  बंद


दिल्ली। एम्स के इंस्टीट्यूट रोटरी कैंसर अस्पताल में नियुक्त एक नर्सिंग स्टाफ कोरोना संक्रमित पाई गई है। उनके दो बच्चों को भी संक्रमण हो गया है। हालांकि, जांच में उनके पति में कोरोना की पुष्टि नहीं हुई। 
इससे पहले, ट्रॉमा सेंटर, कार्डियोलॉजी विभाग और गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के तीन नर्सिंग अधिकारियों में संक्रमण पाया गया था। सभी चार नर्सों को अब अस्पताल के नए निजी वार्ड में भर्ती कराया गया है। एम्स के ओएसडी कार्यालय में नियुक्त एक सुरक्षा गार्ड  भी  कोरोना संक्रमित पाया गया है। 
 


अंजू अग्रवाल का क़्वरेंटाइन समय पूरा

 मुज़फ्फरनगर । पालिकाध्यक्ष  अंजू अग्रवाल 12 अप्रैल 2020 से कोरोना वायरस के बचाव एवं एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन द्वारा 26 अप्रैल तक उन्हें होम क्वॉरेंटाइन किया गया था lआज यह अवधि पूर्ण होने पर उनके द्वारा फेसबुक पर जनमानस से अपने विचार जनहित में साझा किए हैं जिसके  प्रबुद्ध नागरिक गण के द्वारा  प्रशंसा भी की गई l कल दिनांक 27 अप्रैल से अभी और  कुछ दिन अपने आवास पर  रहकर प्रभारी कार्यालय अधीक्षक के माध्यम से आवश्यक जनहित की पत्रावली पर अपेक्षित आदेश पारित करने के भी विभागीय निर्देश निर्गत  किए गए है, जिससे जनहित के आवश्यक  कार्यों में  कठिनाई  ना आए  और वह  निर्बाध रूप से संपादित होते रहे l


सांसद परिवार के 6 सदस्य कोरोना पॉजिटिव


कुरनूल। कोरोना का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। आम से लेकर खास लोग तक इसकी चपेट में आ रहे हैं। इस बीच खबर आ रही है कि आंध्र प्रदेश के कुरनूल संसदीय क्षेत्र के सांसद डॉ. संजीव कुमार के परिवार को कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया है। उनके परिवार को छह सदस्यों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वाईएसआर कांग्रेस सांसद डॉ. संजीव कुमार ने खुद इस बात की जानकारी दी है।


यूपी के मजदूरो का हरियाणा से आने का सिलसिला दूसरे दिन भी जारी ।


टीआर ब्यूरो


शामली। हरियाणा के विभिन्न जनपदो मे फंसे उत्तर प्रदेश के मजदूरों को वापस लाने का सिलसिला रविवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। रविवार को लगभग छह सौ मजदूरो को हरियाणा की बसो से लाकर पुलिस प्रशासनिक अधिकारियो की देखरेख मे अपने अपने गृह जनपद को भेज दिया गया।
इस दौरान मजदूरों को सैनेटाईज भी किया गया। शासन के निर्देश पर हरियाणा के विभिन्न जनपदों में लॉक डाउन के चलते फंसे उत्तर प्रदेश के मजदूरो को वापस लाकर अपने अपने गृह जनपदो को भेजा जा रहा है। इन मजदूरां मे काफी तादाद मे छोटे बच्चे व महिलाएं भी शामिल है। शनिवार को लगभग 200 से अधिक मजदूरो को हरियाणा से लाकर पूर्वांचल के लिए रवाना का दिया गया।
दूसरे दिर रविवार को भी मजदूरों को लाने का सिलसिला लगातार जारी रहा। हरियाणा की पांच बसों से जींद, करनाल, कुरूक्षेत्र की फैक्ट्रियों व औद्योगिक क्षेत्रों मे फंसे लगभग 600 मजदूरों को बिडौली चैक पोस्ट पर बने विर्क फार्म पर लाया गया। जिनका प्रशासनिक अधिकारियो की देखरेख मे स्वास्थय विभाग की टीम ने परीक्षण किया। वही यात्रा के दौरान भी सोशल डिस्टेसिंग बनाए रखने की हिदायत दी गई। हरियाणा से लाये गये मजदूरो में महिलाएं व युवा भी शामिल है। स्वास्थय परीक्षण के बाद सभी लोगों को यूपी रोडवेज की बसो मे बैठाकर पूर्वाचलं के जिलो के लिए रवाना कर दिया गया। चालको ने बताया कि मजदूरों को बरेली, कानपूर, उन्नाव, हरदोई तक छोडकर आना है। इस दौरान मजदूरों को सैनेटाईज भी किया गया।


नगर पालिका ने संभाली सफाई की व्यवस्था।


टीआर ब्यूरो।
मुज़फ्फरनगर। नगर में अंजू अग्रवाल पालिका अध्यक्ष के निर्देश पर चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर राजीव कुमार  के नेतृत्व में प्रातः मेरठ रोड पर नाला सफाई का अभियान जेसीबी मशीन एवं रोबोट मशीन के माध्यम से प्रारंभ कराया गया परंतु बरसात होने के कारण बीच में ही अभियान को रोकना पड़ा । छोटी गलियों में छोटी मशीनों से सैनिटाइजर का कार्य कराया गया l शाम के समय वार्ड संख्या 21  सुशीला देवी  सभासद के वार्ड मोहल्ला कृष्णापुरी, हरिजन बस्ती एवं प्रेमपुरी व कृष्णापुरी के मुख्य मार्ग तथा वार्ड संख्या 13  अरविंद धनगर  सभासद के वार्ड में मोहल्ला आनंदपुरी व गाजावाली ,बाल्मीकि बस्ती तथा कच्ची सड़क व जीटी रोड पर अहिल्याबाई चौक तक मच्छरों के उन्मूलन हेतु फागिंग कार्य कराया गया l अभियान में चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर राजीव कुमार सेनेटरी इंस्पेक्टर  संजय पुंडीर व उमाकांत शर्मा के अतिरिक्त सफाई एवं फागिंग की टीम सम्मिलित रही l पालिका अध्यक्ष महोदया द्वारा कहा गया कि जनहित में नाला सफाई अभियान, मच्छरों के उन्मूलन हेतु फागिंग कार्य तथा सैनिटाइजर आदि का कार्य निर्बाध रूप से जनहित में चलता रहेगा ।


स्वस्थ विभाग ने की दारुल उलूम के 24 तलबा की पुनःसैंपलिंग

 


टीआर ब्यूरो।


सहारनपुर।दारुल उलूम देवबंद के छात्र भी विभिन्न स्थानों पर क्वारंटाइन है। इनमें से ईदगाह रोड स्थित मदनी कालेज और यूनानी मेडिकल कालेज में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर से रविवार को 24 दारुल उलूम के छात्रों के दोबारा कोरोना सैंपल लेकर जांच को भेजे गए। सीएचसी प्रभारी इंद्राज सिंह ने बताया कि पहले भी उक्त छात्रों का टेस्ट हुआ था। रिपोर्ट संदिग्ध आने पर दोबारा से सैंपल लेकर भेजे गए हैं।


मंत्री को कराया व्यापारियों की समस्या से अवगत


टीआर ब्यूरो।
मुज़फ्फरनगर।उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री कपिल देव अग्रवाल को लॉक डाउन मे व्यापारियों की समस्याओं से अवगत कराते राहुल गोयल  समाजसेवी, विजय वर्मा,श्रवण गुप्ता, लोकेंद्र मलिक, जोगिंदर एडवोकेट, अमित महेंद्रु आदि उपस्थित रहे।


मानव सेवा सर्वोच्च सेवा : चन्नी बेदी


टीआर ब्यूरो
मुज़फ्फरनगर। सभी धर्मों में मानव सेवा को सर्वोच्च सेवा  माना गया है उसी का पालन करते हुए श्री गुरु सिंह सभा के प्रधान सरदार अमरजीत सिंह सिडाना ने श्री गुरु सिंह सभा के सेक्रेटरी सरदार धनप्रीत सिंह चन्नी बेदी का आज रेलवे स्टेशन व शेल्टर होम पर जाकर अपना जन्मदिन जरूरतमंद  लोगों को भोजन कराकर मनाया व उन्हीं जरूरतमंद लोगों के बीच अपने जन्मदिन का केक  काटा व वहां मौजूद बच्चों को चॉकलेट टॉफी व गिफ्ट बांटे जिससे सभी बच्चे अधिक प्रसन्न हुए।  सभी जरूरतमंद लोगों ने बड़ी श्रद्धा व प्रेम के साथ भोजन छका  वह ढेर सारी शुभकामनाएं आशीर्वाद दिया सरदार धनप्रीत सिंह चन्नी बेदी सेक्रेटरी श्री गुरु सिंह सभा ने कहा कि जन्मदिन तो हर वर्ष मनाते हैं परंतु आज का यह जन्मदिन कभी न भूलने वाला कार्यक्रम है जिसमें की अनेक  जरूरतमंद लोगों की दुआएं प्राप्त हुई हैं व सभी से अनुरोध है बेनती है कि इस कठिनाई के समय में इस तरह के कार्य करते रहना  चाहिए जिससे मन को शांति सुकून मिलता मिलत है सेवा में मुख्य रूप से सरदार अमरजीत सिंह सिडाना सरदार धनप्रीत सिंह चन्नी बेदी, सरदार जगप्रीत सिंह, सरदार प्रभु दयाल सिंह, सरदार गोपाल सिंह, सरदार जसप्रीत सिंह व सरदार जितेंद्र पाल सिंह, सरदार गुरविंदर सिंह भोपे वाले मुख्य रूप से उपस्थित रहे।


राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ते पर लगी पाबंदी हो वापस :अभिषेक


टीआर ब्यूरो।
मुज़फ्फरनगर।राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक चौधरी गुर्जर ने राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ते पर लगाई गई पाबंदी को तत्काल वापस लेने की मांग की है ।आज जारी  बयान  में उन्होंने   कहा कि जहाँ एक ओर राज्य कर्मचारी कोरोना जैसी महामारी में अपनी जान की परवाह किये बगैर जनता के लिए कार्य कर रहा है,वही दूसरी ओर सरकार उसका उत्साह वर्धन न कर उसके मॅहगाई भत्ते पर रोक लगा रही है,केंद्र सरकार के साथ साथ उत्तर प्रदेश सरकार का यह निर्णय  अन्याय पूर्ण है कर्मचारी विरोधी इस फैसले पर सरकार पुनर्विचार करे व इसे वापस ले ।
अभिषेक ने कहा कि जहाँ राज्य कर्मचारी एक तरफ बिना अवकाश लिए  अपनी जान पर खेलकर सामान्य दिनों से दुगना काम कर रहे है,दूसरी तरफ सरकार उन्हें हतोत्साहित कर रही है,पेंशन पर निर्भर रहने वाले बुजुर्गो के लिए तो ये ओर भी घातक है
 अभिषेक ने राज्य सरकार से मांग कि तत्काल राज्यकर्मियों ओर शिक्षकों के महँगाई भत्ते ओर पेंशनरों को मॅहगाई राहत शुरू की जाए,ताकि वो पूरे मनोबल के साथ जनता की सेवा के साथ साथ अपने परिवार के दायित्वों का ढंग से निर्वहन कर सके।


उद्योग व्यापार मंडल ने सौंपे भोजन के पैकेट

टीआर ब्यूरो।


मुज़फ्फरनगर।अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल रजिस्टर्ड जनपद मुजफ्फरनगर द्वारा जरूरतमंदों की सेवा में स्वच्छ मिशन अधिकारी सरदार बलजीत सिंह  को बुलाकर खाने के पैकेट सौपे गए । इस अवसर पर व्यापार मंडल के प्रदेश मंत्री संजय मित्तल, जिला महामंत्री राजेंद्र काठी ,अतुल जैन, चंद्र मोहन जैन ,निधीश राज गर्ग, अशोक अग्रवाल उपस्थित थे


शिव चौक पहुंचा नव दम्पति

मुजफ्फरनगर । अक्षय तृतीया पर आज भी शादियों का जोर रहा। लॉक डाउन के बावजूद तमाम दंपति शादी के बंधन में बंधे। इसी कड़ी में आज गांधी कॉलोनी के युवक शुभम ने शिव मूर्ति पहुंचकर भगवान शिव का आशीर्वाद लिया। शुभम की शादी आज ज्वालापुर निवासी सुदीक्षा के साथ हुई है । ज्वालापुर में विवाह संस्कार के बाद संपत्ति शिव चौक पहुंचा और वहां भगवान शिव का आशीर्वाद लिया।


खतौली में एक और कोरोना पॉजिटिव मिला 


मुजफ्फरनगर । खतौली में आज एक और कोरोना संक्रमित मिला है। वह उस व्यक्ति का भाई बताया गया है जिसकी पिछले दिनों मौत हो गई थी। पिछले दिनों मिले कोरोना संक्रमितों में सिसौली की महिला समेत दूसरे राज्य के तीन अन्य ठीक हो गए है इसलिए अब जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 19 रह गयी है।
खतौली में कोरोना संक्रमितों की संख्या रोज बढती जा रही है,जिसके कारण खतौली पहले से ही हॉट स्पॉट बना हुआ है और सील है,वहां बैंक आदि सभी सुविधाएँ भी बंद है द्यकल भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर मौत की आगोश में पहुँचे युवक के परिवार की एक रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मच गया था । कोरोना संक्रमितों की संख्या में आये दिन हो रहे इजाफे से नागरिकों में भय का माहौल है। कस्बे के कोरोना हॉटस्पॉट में तब्दील होने से पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने नागरिकों से लॉकडाउन का पालन कराने के लिये और सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। पहले ही कोरोना हॉट स्पॉट बन चुके कस्बे के मोहल्ला इस्लामनगर की चारों तरफ से नाकेबन्दी कर शनिवार को आरआरएफ के जवानों की तैनाती कर दी गयी है ।
दरअसल शाहीन बाग दिल्ली में आरओ वाटर सप्लाई का काम करने वाला कोरोना संक्रमित युवक सलीम पुत्र मुस्तकीम, लॉकडाउन को धता बताकर बीती 11 अप्रैल को अपने घर कस्बे के मोहल्ला इस्लामनगर पहुंच गया था। 13 अप्रैल को होम क्वारंटाइन कराये गये सलीम की 14 अप्रैल को मौत होने के बावजूद कुम्भकर्णी नींद में सोये स्वास्थ्य विभाग ने मृतक की मौत के कारणों की जाँच कराये बगैर शव दफनाने की अनुमति परिजनों को दे दी थी। समाचार पत्रों में सलीम की मौत को लेकर लापरवाही उजागर होने के बाद हरकत में आये स्वास्थ्य विभाग ने 15 अप्रैल को मृतक के 2 साल के पुत्र, 4 साल की पुत्री, 45 साल की माँ और 11 साल की बहन के सैम्पल लेकर जाँच को भेजे थे। इस दिन भी स्वास्थ्य विभाग ने लापरवाही से काम लेकर मृतक सलीम की इद्दत में बैठी पत्नी व भाई का सैम्पल नहीं लिया था।
21 अप्रैल को मृतक के परिवार की 3 रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने पर स्वास्थ्य विभाग ने तीनों को मुजफ्फरनगर मेडिकल बेगराजपुर के आइसुलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया था। इस दिन मृतक सलीम के परिवार की एक रिपोर्ट आने से रह गयी थी। शनिवार को वो रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आने से जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मच गया। आला अधिकारियों के आदेश पर आनन-फानन में कस्बे के मोहल्ला इस्लामनगर पहुँची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोरोना संक्रमित को मुजफ्फरनगर मेडिकल बेगराजपुर के आइसुलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया। स्वास्थ्य विभाग ने 21 अप्रैल को कोरोना संक्रमित मृतक सलीम की पत्नी व भाई सहित जनाजे में शामिल होने वाले 28 लोगों के सैम्पल लेकर जाँच को भेजे थे। इन सभी की रिपोर्ट के आने का कस्बेवासियों को इन्तजार था ,इन्ही में से आज एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है द्य
सीओ आशीष प्रताप व कोतवाल सन्तोष कुमार त्यागी ने कोतवाली के स्टाफ व आरएएफ के जवानों के साथ कस्बे में पैदल गश्त कर नागरिकों से लॉकडाउन का पालन करने का आव्हान किया। सीओ व कोतवाल ने लॉकडाउन का उल्लंघन करके अनावश्यक रूप से घरों से बाहर निकलने वालों को सख्त कार्यवाही किये जाने की चेतावनी दी।कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा होने के चलते हॉटस्पॉट में तब्दील मोहल्ला इस्लामनगर को चारों तरफ से सील कर आरएएफ के जवानों की तैनाती कर दी गयी है।


सलामः हज यात्रा के लिए जोडे थे पैसे, खिलाया गरीबों को खानाः बोले मेरी तो हो गई हज


मंगलौर।  लॉकडाउन के बाद से लोग एक-दूसरे की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। अब्दुर्रहमान की उम्र 55 वर्ष है। वो कर्नाटक के मंगलौर के रहने वाले हैं। खेतों में काम करके उनका जीवन चलता है। ताउम्र उनकी एक ही तमन्ना थी कि वो हज यात्रा के लिए मक्का-मदीना जाएं। इस साल वो जाने वाले भी थे। उन्होंने अपनी कमाई का एक-एक पैसा जोड़कर इस यात्रा का पूरा इंतजाम भी कर लिया था। लेकिन कोरोना वायरस के कारण सब कुछ कैंसिल हो गया। लेकिन उन्होंने इस हज के लिए जोड़ी रकम से उन लोगों की मदद करने की ठानी, जो लोग खाना नहीं खा पा रहे थे, जिन गरीब, मजदूर लोगों के घर का राशन खत्म हो गया।
मंगलौर के बंतवाल के रहने वाले अब्दुर्रहमान ने 25 ऐसे परिवारों की मदद की, जिनके घरों में खाने को राशन तक नहीं था। उन्होंने लोगों के घर चावल और बाकी खाने का सामान वितरित किया। वो कहते हैं, ‘मुझे बहुत दुख हुआ जब मैंने रोज कमाने खाने वाले लोगों को लॉकडाउन के दौरान घर बैठे देखा। तो मैंने उनकी मदद करने की ठानी।’ यहां तक कि अब्दुर्रहमान ने इस नेक काम हुए खर्च के बारे में बताने से मना कर दिया। वहीं उनके बेटे इलियास ने बताया कि उनके पिता बतौर मजदूर काम करते हैं। उनकी मां घर में रहती हैं। वो कहते हैं कि उनके पिता बीते काफी वर्षों से हज यात्रा के लिए पैसे इकट्ठा कर रहे थे। लेकिन जब ये लॉकडाउन हुआ और उन्होंने इलाके के गरीब लोगों को भूखे देखा, तो उनसे रहा नहीं गया। लिहाजा, वे उनकी मदद करने के लिए आगे आए।


अहिल्याबाई चैक के पास लावारिस शव मिला


मुजफ्फरनगरं। थाना सिविल लाइन क्षेत्र के अहिल्याबाई चैक के पास एक लावारिस शव मिला है। लाॅक डाउन के बीच शव मिलने से पुलिस में हडकंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक की अभी कोई शिनाख्त नहीं हो पाई है।


उ0प्र0 उद्योग व्यापार संगठन रजि ने भोजन की व्यवस्था


टीआर ब्यूरो
मुज़फ्फरनगर।नगर में सेवा के 28वे दिन की कड़ी में  प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्ण गोपाल मित्तल के मार्गदर्शन में भूखे एव बेसहारा लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था व्यापारी  रोहताश गुप्ता,सिद्धार्थ गुप्ता,द्वारा की गई,भारी बारिश के दौरान भी सेवा जारी रखते हुए।भोजन के 200 पैकिट जिला कार्यक्रम अधिकारी बलजीत सिंह को सोशल डिस्टनसिंग रखकर वितरण के लिए सौंपे गए,जिससे कि कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति भूखा न रहे,भोजन सौपने के दौरान,सरदार बलविंदर सिंह,मुकेश गुप्ता,तरुण मित्तल,गौरव जैन(आइडिया)अभिलक्ष मित्तल,उपस्थित रहे।


चिरंजीवी भगवान परशुराम का जन्मोत्सव हर्षोल्लास से मनाया 


भाजपा नेता पंडित श्री भगवान शर्मा ने इस बार लाकडाउन में 
भंडारा न करके 25 जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित किया 
मुजफ्फरनगर । भगवान विष्णु के  छठे अवतार चिरंजीवी भगवान परशुराम का जन्मोत्सव आज हर्षोल्लास से मनाया गया। मौ. बचनसिंह कालोनी में सरवट ग्राम प्रधान श्रीमती उषा शर्मा के आवास पर आज सुबह चिरंजीवी भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर आयोजित संक्षिप्त कार्यक्रम में वरिष्ठ भाजपा नेता पंडित श्री भगवान शर्मा ने भगवान परशुराम के चित्र पर फूल अर्पित करने के बाद अपने विचार रखे। उन्होंने लाकडाउन का पालन करते हुए इस बार परशुराम जन्मोत्सव पर भंडारा आयोजित नहीं करते हुए 25 जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित किया, जिसमें आटा, दाल, चावल, आलू, नमक व चीनी के पैकेट दिए। इस अवसर पर पंडित श्री भगवान शर्मा ने कहा कि सभी कोरोना महामारी से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए और बेहद जरुरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलें, वरना घरों में रहे और सुरक्षित रहें।  उन्होने कहा कि कोरोना महामारी से लडाई में हम सभी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहिए, तभी कोरोना पर काबू पाया जा सकता है। इस मौके पर पंडित श्री भगवान शर्मा, श्रीमती उषा शर्मा, ऋषभ शर्मा, मा. सोहनबीर सिंह, हरपाल शर्मा, मा. श्याम लाल, सुरेश शर्मा, चौ. भंवर सिंह, नीरज त्यागी, संजय त्यागी, मामचंद शर्मा, वरूण त्यागी, रमेश ठाकुर, गजेंद्र नेगी,  ब्रह्म प्रकाश शर्मा, विजय कुमार, अजय कुमार, कुलदीप सिंह, विक्की आदि ने  सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भगवान परशुराम के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।


किराना कारोबारी और पत्नी की डकैती के बाद घर में ही निर्मम हत्या


मेरठ। जानी के रसूलपुर धोलड़ी गांव में किराना कारोबारी और उनकी पत्नी की देररात डकैती के बाद घर में ही निर्मम हत्या कर दी गई। सुबह के समय वारदात की जानकारी हुई। पत्नी पति की लाश घर में ही लहूलुहान हालत में मिली। धारदार हथियारों और डंडों से पीटकर वारदात को दिया गया अंजाम। पुलिस  और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। फिलहाल दोनों शवों को मोर्चरी भिजवाया गया।
रसूलपुर धौलड़ी गांव में 70 वर्षीय किराना कारोबारी सतेंद्र उर्फ शक्ति गर्ग अपनी पत्नी सरिता के साथ रहते थे। सतेंद्र एक बेटा स्वास्थ्य विभाग में मोदीनगर में है तैनात और दूसरा बेटा बैंक में कार्यरत है। पति पत्नी अकेले यहां गांव में रहते थे। रविवार सुबह एक व्यापारी सत्येंद्र के मकान पर सामान लेने के लिए पहुंचा था। घर का छोटा गेट खुला देख कर व्यापारी ने कई बार आवाज लगाई, लेकिन सत्येंद्र बाहर नहीं आए। पड़ोसियों ने अंदर जाकर देखने के लिए कहा, जिसके बाद व्यापारी अंदर गए।
अंदर बैठक में चारपाई पर सत्येंद्र की लहूलुहान लाश पड़ी मिली। इसके बाद हत्या का हल्ला मच गया। आसपास के लोग जमा हो गए और पुलिस को सूचना दी गई। एक कमरे में सत्येंद्र की लाश मिली, जबकि दूसरे कमरे में उनकी पत्नी सरिता का शव पड़ा हुआ मिला। आशंका जताई जा रही है कि डकैती के बाद दोनों की धारदार हथियारों से काटकर और डंडों से पीटकर हत्या की गई।


अब बैंको में नही लगेगी भीड़ । डाक घर भी करेंगे भुगतान।


टीआर ब्यूरो।


मुज़फ्फरनगर । नगर के 957 बैक खाता धारकों को 1567310 राशि का भुगतान मुजफ्फरनगर जनपद के डाकघरों द्वारा किया गया। मुज़फ्फरनगर डाकघर के प्रवर अधीक्षक वीर सिंह ने बताया कि सभी को अवगत कराया गया है कि जिस व्यक्ति, मजदूर, किसान, व्यापारी का किसी भी बैंक में खाता है और वह उनके खाते में DBT के माध्यम से वृद्धावस्था पेंशन, किसान सहायता राशि ,जनधनयोजना के खातों मे सरकार द्वारा भेजी जाने वाली सहायता राशि का भुगतान लेना चाहता है और वह व्यक्ति  बैक जाने में असमर्थ है ,चलने, फिरने से लाचार है, अपाहिज है, बीमार है, बैक उसके घर से दूर है और वह अपने बैक खाते से धनराशि का भुगतान लेना चाहता है और उसका खाता आधार से लिंक है तो नजदीकी उपडाकघर, शाखाडाकघर को फोन करके अथवा अपने घर ,ग्राम के नजदीकी शाखाडाकपाल से अवकाश के दिन भी सम्पर्क  करके AEPS (आधार इनेबिलड पेटेंट सिसटम),मोबाइल, OTP और आधार नं की सहायता से पोस्टमैन के माध्यम से घर बैठे किसी भी बैंक की न्यूनतम 100, अधिकतम 10,000रु तक की धनराशि डाकघर से निःशुलक रुपये प्राप्त कर सकता है। इसके लिए खाताधारक का डाकघर में खाता होना जरुरी नहीं है और न ही अपने बैक का खाता नंबर याद रखने की आवश्यकता है, केवल अपने बैंक का नाम याद होना चाहिए और केवल आधार कार्ड अपडेट और 100 रु से इंडिया पोस्ट पेमेंट बैक (IPPB) का खाता खुलवा सकते है,  जिसके माध्यम से घर बैठे अपने सुकन्या, आर डी, पी पी एफ, खाते मे धन राशि जमा कर सकते है ।इसके अलावा घर बैठे टीवी, मोबाइल रिचार्ज कर सकते है, टेलीफोन,गैस,पानी बिजली के बिल का भुगतान, कर सकते है  बीमा कि प्रीमियम कि भुगतान कर सकते है अपने किसी दोस्त, परिवार के सदस्य के बैंक खाते मे पैसा भेज सकते है। अधिक जानकारी के लिए आज ही नजदीकी डाकघर से समपर्क करे।।


क्या आप जानते हैं भगवान परशुराम के बारे में ये


गणेश को एकदंत किया परशुराम जी ने
ब्रह्मवैवर्त पुराण में एक प्रसंग आता है जब परशुरामजी शिवजी से मिलने कैलाश पर आते है पर श्री गणेश उन्हें मिलने नही देते । दोनों के बीच भीष्म युद्ध होता है और इस युद्ध में परशुराम जी अपने फरसे से श्री गणेश का एक दांत तोड़ देते है।
कुंती पुत्र कर्ण अपना सही परिचय छिपाकर भगवान परशुराम से अस्त्र शस्त्र की शिक्षा लेते है द्य एक दिन जब परशुराम जो को पता चलता है की कर्ण भी क्षत्रिय वंश से है तो वे उन्हें श्राप देते है की जब तुम्हे सबसे ज्यादा अस्त्र शस्त्र की विद्या के जरुरत पड़ेगी तभी तुम यह भूल जाओगे द्य इसी श्राप के कारण महाभारत में कर्ण की मृत्यु हो जाती है। परशुराम भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं,परंतु मेरी मौलिक और विनम्र व्याख्या यह है कि श्परशुश् में भगवान शिव समाहित हैं और राम में भगवान विष्णु। इसलिए परशुराम अवतार भले ही विष्णु के हों, किंतु व्यवहार में समन्वित स्वरूप शिव और विष्णु के है।इसलिए मेरे मत में परशुराम दरअसल शिवहरि हैं। पिता जमदग्नि और माता रेणुका ने तो अपने पाँचवें पुत्र का नाम श्रामश् ही रखा था, लेकिन तपस्या के बल पर भगवान शिव को प्रसन्न करके उनके दिव्य अस्त्र परशु प्राप्त करने के कारण वे राम से परशुराम हो गए। शिव संहार के देवता हैं। परशु संहारक है,क्योंकि परशु शस्त्र है। जबकी राम प्रतीक हैं विष्णु के। और विष्णु पोषण के देवता हैं अर्थात्घ् राम यानी पोषणध्रक्षण का शास्त्र। मेरे दूसरे मत में परशुराम शस्त्र और शास्त्र के समन्वय का नाम है,संतुलन जिसका पैगाम है। यह परशुराम का तेज, ओज और शौर्य ही था कि कार्तवीर्य सहस्रार्जुन का वध करके उन्होंने अराजकता समाप्त की तथा नैतिकता और न्याय का ध्वजारोहण किया। कुल मिलाकर हम ब्राह्मणो के प्रेरणास्रोत भगवान परशुराम ने अन्याय का संहार और न्याय का सृजन किया।
एक बार कार्तवीर्य ने परशुराम की अनुपस्थिति में आश्रम उजाड़ डाला था जिससे परशुराम ने क्रोधित हो उसकी सहस्त्र भुजाओं को काट डाला। रामावतार में श्री रामचन्द्र द्वारा शिव का धनुष तोड़ने पर ये क्रुद्ध होकर आए थे। इन्हेांने परीक्षा के लिए उनका धनुष श्री रामचन्द्र जी को दिया था। जब श्री रामचन्द्र जी ने धनुष चढ़ा दिया तो परशुराम समझ गए कि रामचन्द्र विष्णु के अवतार हैं। इसलिए उनकी वन्दना करके वे तपस्या करने चले गए। परशुराम ने अपने जीवनकाल में अनेक यज्ञ किए। यज्ञ करने के लिए उन्होंने बत्तीस हाथ ऊँची सोने की वेदी बनवाई थी। महर्षि कश्यप ने दक्षिण में पृथ्वी सहित उस वेदी को ले लिया तथा फिर परशुराम से पृथ्वी छोड़कर चले जाने के लिए कहा। परशुराम ने समुद्र से पीछे हटकर गिरिश्रेष्ठ महेन्द्र पर निवास किया। रामजी का पराक्रम सुनकर वे अयोध्या गए और राजा दशरथ ने उनके स्वागतार्थ रामचन्द्र को भेजा। उन्हें देखते ही परशुराम ने उनके पराक्रम की परीक्षा लेनी चाही। अतः उन्हें क्षत्रिय संहारक दिव्य धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाने के लिए कहा। राम के ऐसा कर लेने पर उन्हें धनुष पर एक दिव्य बाण चढ़ाकर दिखाने के लिए कहा। राम ने वह बाण चढ़ाकर परशुराम के तेज पर छोड़ दिया। बाण उनके तेज को छीनकर पुनः राम के पास लौट आया। रामजी ने परशुराम को दिव्य दृष्टि दी। जिससे उन्होंने राम के यथार्थ स्वरूप के दर्शन किए। परशुराम एक वर्ष तक लज्ज्ति, तेजहीन तथा अभिमानशून्य होकर तपस्या में लगे रहे। तद्न्तर पितरों से प्रेरणा पाकर उन्होंने वधूसर नामक नदी के तीर्थ पर स्नान करके अपना तेज पुनः प्राप्त किया। 
परशुराम कुंड नामक तीर्थस्नान में पांच कुंड बने हुए हैं। परशुराम ने समस्त क्षत्रियों का संहार करके उन कुंडों की स्थापना की थी तथा अपने पितरों से वर प्राप्त किया था कि क्षत्रिय संहार के पाप से मुक्त हो जाएंगे। जानापाव पहाड़ी का संक्षिप्त परिचय एवं धार्मिक एवं पौराणिक महत्व रू - इस स्थल को जानापाव कहने के बारे में जनश्रुति है। परशुराम के पिता ऋषि जमदग्नि ने परशुराम को अपनी माँ का सिर काटने का आदेश दिया था। उन्होंने यह कार्य करके पिता को कहा कि अब मुझे माँ जीवित चाहिए। तब ऋषि ने अपने कमण्डल से जल छींटा तो माँ में वापस जान आ गई थी। इसलिए इसका नाम जानापाव यानी जान वापस आना पड़ा। इन्दौर जिले की महू तहसील से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर विन्ध्याचल पर्वत की श्रृंखला में धार्मिक एवं पौराणिक महत्व का स्थान जानापाव स्थित है।
जानापाव में भगवान परशुराम जी के पिता महर्षि जमदग्नि ने जनकेश्वर शिवलिंग की स्थापना कर अत्यन्त कठोर तपस्या की थी। तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिवजी ने महर्षि जमदग्नि को वरदान स्वरूप समस्त कामनाओं की पूर्ति करने वाली कामधेनू गाय प्रदान की थी। वर्षों पूर्व जानापाव पहाड़ी ज्वालामुखी का उद्गम स्थल था। ज्वालामुखी के लावे से ही मालवा क्षेत्रा में काली मिट्टी का फैलाव हुआ था। वर्तमान में यह बिन्दुजल कुण्ड के रूप में विद्यमान है। नदियों का उद्गम स्थलः जानापाव पहाड़ी की मुख्य विशेषता यह है कि यहाँ से सात नदियों का उद्गम हुआ है। इनमें से तीन नदियाँ चोरल, गम्भीर एवं चम्बल मुख्य हैं। शेष सहायक नदियाँ नखेरी, अजनार, कारम और जामली हैं। राम चरितमानस में आया है कि ‘सहसबाहु सम सो रिपु मोरा’ का कई बार उल्लेख आया है। महिष्मती नगर के राजा सहस्त्रार्जुन क्षत्रिय समाज के हैहय वंश के राजा कार्तवीर्य और रानी कौशिक के पुत्र थे। सहस्त्रार्जुन का वास्तविक नाम अर्जुन था। उन्होने दत्तात्रेय को प्रसन्न करने के लिए घोर तपस्या की। दत्तात्रेय उसकी तपस्या से प्रसन्न हुए और उसे वरदान मांगने को कहा तो उसने दत्तात्रेय से एक हजार हाथों का आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके बाद उसका नाम अर्जुन से सहस्त्रार्जुन पड़ा। इसे सहस्त्राबाहू और राजा कार्तवीर्य पुत्र होने के कारण कार्तेयवीर भी कहा जाता है।
कहा जाता है महिष्मती सम्राट सहस्त्रार्जुन अपने घमंड में चूर होकर धर्म की सभी सीमाओं को लांघ चुका था। उसके अत्याचार व अनाचार से जनता त्रस्त हो चुकी थी।
वेद-पुराण और धार्मिक ग्रंथों को मिथ्या बताकर ब्राह्मण का अपमान करना, ऋषियों के आश्रम को नष्ट करना, उनका अकारण वध करना, निरीह प्रजा पर निरंतर अत्याचार करना, यहाँ तक की उसने अपने मनोरंजन के लिए मद में चूर होकर अबला स्त्रियों के सतीत्व को भी नष्ट करना शुरू कर दिया था। एक बार सहस्त्रार्जुन अपनी पूरी सेना के साथ झाड-जंगलों से पार करता हुआ जमदग्नि ऋषि के आश्रम में विश्राम करने के लिए पहुंचा। महर्षि जमदग्रि ने सहस्त्रार्जुन को आश्रम का मेहमान समझकर स्वागत सत्कार में कोई कसर नहीं छोड़ी। कहते हैं ऋषि जमदग्रि के पास देवराज इन्द्र से प्राप्त दिव्य गुणों वाली कामधेनु नामक अदभुत गाय थी।
महर्षि ने उस गाय के मदद से कुछ ही पलों में देखते ही देखते पूरी सेना के भोजन का प्रबंध कर दिया। कामधेनु के ऐसे विलक्षण गुणों को देखकर सहस्त्रार्जुन को ऋषि के आगे अपना राजसी सुख कम लगने लगा। उसके मन में ऐसी अद्भुत गाय को पाने की लालसा जागी। उसने ऋषि जमदग्नि से कामधेनु को मांगा। किंतु ऋषि जमदग्नि ने कामधेनु को आश्रम के प्रबंधन और जीवन के भरण-पोषण का एकमात्र जरिया बताकर कामधेनु को देने से इंकार कर दिया। इस पर सहस्त्रार्जुन ने क्रोधित होकर ऋषि जमदग्नि के आश्रम को उजाड़ दिया और कामधेनु को ले जाने लगा। तभी कामधेनु सहस्त्रार्जुन के हाथों से छूट कर स्वर्ग की ओर चली गई।
जब परशुराम अपने आश्रम पहुंचे तब उनकी माता रेणुका ने उन्हें सारी बातें विस्तारपूर्वक बताई। परशुराम माता-पिता के अपमान और आश्रम को तहस नहस देखकर आवेशित हो गए। पराक्रमी परशुराम ने उसी वक्त दुराचारी सहस्त्रार्जुन और उसकी सेना का नाश करने का संकल्प लिया। परशुराम अपने परशु अस्त्र को साथ लेकर सहस्त्रार्जुन के नगर महिष्मतिपुरी पहुंचे। जहां सहस्त्रार्जुन और परशुराम का युद्ध हुआ। किंतु परशुराम के प्रचण्ड बल के आगे सहस्त्रार्जुन बौना साबित हुआ। भगवान परशुराम ने दुष्ट सहस्त्रार्जुन की हजारों भुजाएं और धड़ परशु से काटकर कर उसका वध कर दिया।
सहस्त्रार्जुन के वध के बाद पिता के आदेश से इस वध का प्रायश्चित करने के लिए परशुराम तीर्थ यात्रा पर चले गए। तब मौका पाकर सहस्त्रार्जुन के पुत्रों ने अपने सहयोगी क्षत्रियों की मदद से तपस्यारत महर्षि जमदग्रि का उनके ही आश्रम में सिर काटकर उनका वध कर दिया। सहस्त्रार्जुन पुत्रों ने आश्रम के सभी ऋषियों का वध करते हुए, आश्रम को जला डाला। माता रेणुका ने सहायतावश पुत्र परशुराम को विलाप स्वर में पुकारा।
जब परशुराम माता की पुकार सुनकर आश्रम पहुंचे तो माता को विलाप करते देखा और माता के समीप ही पिता का कटा सिर और उनके शरीर पर 21 घाव देखे। यह देखकर परशुराम बहुत क्रोधित हुए और उन्होंने शपथ ली कि वह हैहय वंश का ही सर्वनाश नहीं कर देंगे बल्कि उसके सहयोगी समस्त क्षत्रिय वंशों का संहार कर देंगे। और उन्होंने उसके हैहय वंश और उसके सहयोगी समस्त क्षत्रियों का संहार करना प्रारंभ कर दिया। कहा जाता है की महर्षि ऋचीक ने स्वयं प्रकट होकर भगवान परशुराम को ऐसा घोर कृत्य करने से रोक दिया था तब जाकर किसी तरह क्षत्रियों का विनाश भूलोक पर रुका। तत्पश्चात भगवान परशुराम ने अपने पितरों के श्राद्ध क्रिया की एवं उनके आज्ञानुसार अश्वमेध और विश्वजीत यज्ञ किया।
महाभारत के अनुसार महाराज शांतनु के पुत्र भीष्म ने भगवान परशुराम से ही अस्त्र-शस्त्र की विद्या प्राप्त की थी। एक बार भीष्म काशी में हो रहे स्वयंवर से काशीराज की पुत्रियों अंबा, अंबिका और बालिका को अपने छोटे भाई विचित्रवीर्य के लिए उठा लाए थे। तब अंबा ने भीष्म को बताया कि वह मन ही मन किसी और का अपना पति मान चुकी है तब भीष्म ने उसे ससम्मान छोड़ दिया, लेकिन हरण कर लिए जाने पर उसने अंबा को अस्वीकार कर दिया.. तब अंबा भीष्म के गुरु परशुराम के पास पहुंची और उन्हें अपनी व्यथा सुनाई। अंबा की बात सुनकर भगवान परशुराम ने भीष्म को उससे विवाह करने के लिए कहा, लेकिन ब्रह्मचारी होने के कारण भीष्म ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। तब परशुराम और भीष्म में भीषण युद्ध हुआ और अंत में अपने पितरों की बात मानकर भगवान परशुराम ने अपने अस्त्र रख दिए। इस प्रकार इस युद्ध में न किसी की हार हुई न किसी की जीत।
बाल्मीकि रामायण के अनुसार श्रीराम से परशुराम भगवान से कोई विवाद नही हुआ था । गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरित मानस में वर्णन है कि भगवान श्रीराम ने सीता स्वयंवर में शिव धनुष उठाया और प्रत्यंचा चढ़ाते समय वह टूट गया। धनुष टूटने की आवाज सुनकर भगवान परशुराम भी वहां आ गए। अपने आराध्य शिव का धनुष टूटा हुआ देखकर वे बहुत क्रोधित हुए और वहां उनका श्रीराम व लक्ष्मण से विवाद भी हुआ। जबकि वाल्मीकि रामायण के अनुसार सीता से विवाह के बाद जब श्रीराम पुनरू अयोध्या लौट रहे थे। तब परशुराम वहां आए और उन्होंने श्रीराम से अपने धनुष पर बाण चढ़ाने के लिए कहा। श्रीराम ने बाण धनुष पर चढ़ा कर छोड़ दिया। यह देखकर परशुराम को भगवान श्रीराम के वास्तविक स्वरूप का ज्ञान हो गया और वे वहां से चले गए। भगवान परशुराम महान और न्यायप्रिय देवता है द्य उन्हें क्षत्रियों का संहारक भी कहा जाता है पर इसका सही अर्थ हम सभी को समझना चाहिए द्य उन्होंने उन्ही पापी और दुष्ट क्षत्रियों का वध किया जिनके पाप से धरती पर बोझ बन गया था द्य उन्होंने २१ बार ऐसे दुष्ट क्षत्रियों से धरती को पाप मुक्त किया था द्य यहा आप यह भाव बिलकुल भी ना ले की उन्होंने अच्छे और सच्चे क्षत्रियो को भी मारा था द्य वे तो स्वयं भगवान थे और उनका अवतार भी सिर्फ दुष्ट क्षत्रियों का विनाश करने के लिए हुआ था।


 


जमातियों ने खाने की थालियों में मारी लात, कहा- रोटी दाल नहीं, खाने में चाहिए नानवेज


कानपुर। कोरोना वायरस महामारी के बीच उत्तर प्रदेश के कानपुर से जमातियों की बदसलूकी एक बार फिर सामने आई है। यहां जमातियों ने हैलट के कोविड-19 अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में खाने की थालियों को फेंक दिया। इतना ही नहीं, संक्रमितों को खाना लेकर पहुंचे वार्ड ब्वाय के साथ गाली गलौच करने लगे। जमाती उसे मारने के लिए भी दौड़े, उसने किसी तरह से वहां से भागकर अपनी जान बचाई। मरीजों वाला खाना नहीं खाएंगे दरअसल, जमातियों और उनके संपर्क में आने वाले लोगों का कहना है कि रोजाना मरीजों वाला खाना नहीं खांएगे। वार्ड ब्वाय ने फौरन इसकी सूचना अस्पताल प्रशासन को दी जिसके बाद हड़कंप मच गया। हैलट के कोविड-19 अस्पताल के तीसरे फ्लोर में बने आइसोलेशन वार्ड में 20 से 25 जमातियों समेत उनके संपर्क में आए 60 संक्रमित भर्ती हैं। वार्ड ब्वाय दोहपर के वक्त पैक्ड थाली में दाल, चावल रोटी लेकर गया था। खाना देख भड़के जमाती मैन्यू के हिसाब से दाल, चावल और रोटी को देख वार्ड में भर्ती जमाती भड़क गए। जमाती और उनके साथी वार्ड ब्वाय से कहने लगें कि यह खाना ले जाओ। वार्ड ब्वाय ने कहा कि अपनी बात अस्पताल प्रशासन के सामने रखो। इस जमातियों ने खाने की थालियों को फर्श पर फेंक दिया। पैक्ड थालियों में लात मार कर पूरा खाना फर्श में फैला दिया। वार्ड ब्वाय ने जब जमातियों की इस करतूत का विरोध किया तो उसे मारने के लिए दौड़ा लिए। जमातियों की इस हरकत के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। वेज की जगह नानवेज खाने की मांग कर रहे थे जमाती कानपुर मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड में भर्ती जमाती वेज खाने की जगह नानवेज की डिमांड कर रहे है। खाने में जब उनको वेज दिया जा रहा है तो वह मेडिकल स्टाफ, वार्ड ब्वाय के साथ बदसलूकी कर रहे है। मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल आरती लाल चंदानी जमातियों के इस व्यौहार से काफी दुखी है। उनका कहना है कि जिस तरह से जमाती व्यौहार कर रहे है उससे लगता है कि अब पुलिस का सहारा लेना पड़ेगा। 


प्रदेश में अजान पर किसी तरह की पाबंदी नहीं


लखनऊ। कोरोना के खतरे को देखते हुए किए गए लॉकडाउन के बीच मुसलमानों का पवित्र रमजान का महीना शुरू हो चुका है। विभिन्न प्रदेशों की सरकारें मुस्लिमों से घर पर ही नमाज पढ़ने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील कर रही हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने मस्जिदों से अजान पर पाबंदी लगा दी है। हालांकि यह दावा बेबुनियाद है, यूपी सरकार की ओर से अजान पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है।
दरअसल सोशल मीडिया पर पूर्व राज्यसभा सांसद शाहिद सिद्दिकी समेत कई यूजर्स ने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश में अजान पर रोक लगा दी गई है। शाहिद ने ट्वीट किया, 'रमजान में अजान बहुत महत्वपूर्ण होती है। यह एक क्षेत्र विशेष के लोगों को सेहरी और इफ्तार के बारे में बताती है। इसे सुनकर ही लोग अपना रोजा तोड़ते हैं। भारत समेत पूरी दुनिया में कहीं पर भी अजान पर रोक नहीं लगाई गई है, फिर इसे यूपी में क्यों रोका गया है?' शाहिद के अलावा अन्य कई यूजर्स ने भी इसे लेकर ट्वीट किए हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर किए जा रहे ये दावे पूरी तरह से गलत हैं। 
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में रमजान के दौरान मस्जिदों से अजान पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है। हालांकि मस्जिदों में नमाज पढ़ने को लेकर रोक जरूर है। उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता 'नंदी' ने कहा है कि अजान को लेकर सरकार ने किसी तरह की पाबंदी नहीं लगाई है। वहीं राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने भी अजान पर पाबंदी की खबरों का खंडन किया। उन्होंने कहा, 'हर जगह अजान हो रही है। मस्जिद में जो भी मौलवी रहते हैं, वह समय पर अजान देते हैं। अजान मुस्लिम समुदाय के लिए नमाज, सेहरी और इफ्तार के समय को बताने का एक कॉल होता है, इसपर पाबंदी का सवाल ही नहीं उठता है।' 
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी के पीआरओ अभय नाथ त्रिपाठी ने भी इस बात की पुष्टि की है कि धीमी आवाज में सरकारी निर्देशों का पालन करते हुए मस्जिद से अजान किए जाने पर किसी तरह की पाबंदी नहीं है। उन्होने यह भी कहा कि पुलिसकर्मी लगातार धर्मगुरुओं के माध्यम से और निजी तौर पर मुस्लिमों से अपील कर रहे हैं कि वे ऐहतियात बरतें और घरों में रहकर ही नमाज पढ़ें।


अक्षय तृतीया पर 5 राशियों  की चमकेगी किस्मत 


हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का बड़ा महत्व है. इस दिन लोग बड़ी श्रद्धा से मां लक्ष्मी की उपासना करते हैं. माना जाता है कि इस दिन धन से जुड़ा आर्थिक निवेश व्यक्ति को सालभर शुभ परिणाम देता है. आज अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर आपको बताते हैं कि इस वर्ष किन 5 राशियों पर मां लक्ष्मी मेहरबान रहने वाली हैं. ज्योतिषविदों का कहना है कि यह वर्ष मेष, सिंह, कन्या, मकर और मीन राशि के लिए आर्थिक रूप से काफी बेहतर रहने वाला है. 
मेष- यह वर्ष आर्थिक तौर पर, मेष राशि के जातकों के लिए सफल रहेगा. खासतौर से वो लोग जो, घर से ही अपना काम कर रहे हैं, उन्हें इस दौरान कई नए अवसरों की प्राप्ति होगी. आपकी आय के स्रोतों में वृद्धि होगी. हालांकि आपको अपनी आय और खर्चों में सही तालमेल बैठाने की भी आवश्यकता रहेगी. साथ ही अपने गुस्से को लेकर सतर्क रहें, अन्यथा आर्थिक और पेशेवर जीवन में आपको परेशानी हो सकती है. 
वृषभ- इस वर्ष आपको आर्थिक जीवन में पहले से अधिक व निरंतर प्रयास करने की आवश्यकता होगी, तभी आप धन की प्राप्ति करने में सफल रहेंगे. क्योंकि इस दौरान आपकी आय कम और खर्चों अधिक होंगे. कार्यक्षेत्र पर भी आपको कुछ समस्या हो सकती हैं. आशंका है कि नौकरीपेशा जातकों का स्थानांतरण हो. हालांकि आपको अगस्त के बाद, परिस्थितियों में कुछ सकारात्मक बदलाव नजर आएगा. 
मिथुन- यह वर्ष आर्थिक तौर पर मिथुन राशि के जातकों को मिश्रित परिणाम देने वाला है. व्यापारी जातकों को इस दौरान लाभ की प्राप्ति होगी. हालांकि  जनवरी 2021 से आपके जीवन में कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. ऐसे में अपना ध्यान रखें. खासतौर से पार्टनरशिप में व्यापार कर रहे जातकों को अधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. वहीं, नौकरीपेशा जातकों को भी अपने कार्यक्षेत्र में कुछ समस्याओं से दो-चार होना पड़ेगा. 
कर्क- इस वर्ष कर्क राशि के व्यापारी जातकों को आर्थिक जीवन में उत्तम फलों की प्राप्ति होगी. खासतौर से वो जातक जो किसी भी रचनात्मक क्षेत्र, जैसे आभूषण, डिजाइनिंग, सौंदर्य प्रसाधन, इवेंट आदि, से जुड़े हैं, उन्हें इस दौरान बेहतर परिणाम मिलेंगे. साथ ही पारिवारिक व्यापार से जुड़े जातकों को भी मुनाफा अर्जित करने में सफलता मिलेगी. हालांकि आपको अपने खर्चों पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता होगी. नौकरी पेशा जातकों के लिए शुरुआत से सितंबर तक का समय सामान्य से थोड़ा कम अच्छा रहेगा. फिर सितंबर से परिस्थितियां पुनः बेहतर होती दिखाई देंगी. 
सिंह- इस राशि के जातकों के लिए यह साल आर्थिक रूप से अच्छा रहने वाला है. खासतौर से सरकारी संगठन और मीडिया से जुड़े जातकों को शुभ परिणामों की प्राप्ति होगी. व्यापारी जातकों को अक्टूबर तक कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. उसके बाद पुनः आर्थिक स्थितियां बेहतर होती प्रतीत होंगी. 
कन्या- कन्या राशि के लिए यह वर्ष आर्थिक तौर पर बेहतर रहेगा. क्योंकि इस दौरान आपके जीवन में धन का आगमन होने की संभावना है. इससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होने के साथ-साथ सुख-सुविधाओं में भी इजाफा होगा. जमीन की बिक्री और खरीद से जुड़े व्यापारियों और कृषि, इंटीरियर, और केटरिंग, आदि पर कार्यरत लोगों की भी, आय में बढ़ोतरी होगी. इस समय आपको किसी भी छोटे व्यापार में निवेश करना विशेष उत्तम रहने वाला है. 
तुला- तुला राशि के व्यापारी जातकों के लिए इस वर्ष की शुरुआत बेहतर रहेगी. खासतौर से आईटी, आयात-निर्यात, कपड़ा व्यवसाय, व्यापार और शेयर बाजार में लिप्त लोगों को लाभ होगा. इस दौरान उत्तम फल प्राप्त होंगे. आय में वृद्धि के साथ-साथ व्यापार में विस्तार करने के भी कई अवसर मिलने की संभावना है. हालांकि नौकरीपेशा जातकों को आर्थिक जीवन में नवंबर माह तक कुछ समस्या रहेंगी.
वृश्चिक- वृश्चिक राशि के जातकों के जीवन में इस वर्ष की शुरुआत में किसी महिला के सहयोग से भाग्य का साथ मिलेगा. जिससे उन्हें अपने संगठन में अच्छी पदोन्नति की प्राप्ति होगी. यदि आप नौकरी बदलने का सोच रहे हैं तो उसके लिए भी समय उत्तम है. हालांकि नवंबर माह के बाद स्थितियों में कुछ परिवर्तन आएगा. परिणामस्वरूप आपको सफलता प्राप्त करने के लिए पहले से अधिक मेहनत करनी पड़ेगी. व्यापारी जातकों के लिए सितंबर तक की समयावधि सामान्य से कम अच्छी रहेगी, क्योंकि इस समय उनकी आय कम और खर्चें अधिक होंगे, जिससे आर्थिक तंगी हो सकती है.   
धनु- धनु राशि के जातकों को शुरुआती दिनों में कुछ तनाव मिल सकता है. क्योंकि ग्रहों की स्थिति के चलते धन का अनावश्यक आदान-प्रदान होगा जो आपके मानसिक तनाव में वृद्धि का मुख्य कारण रहेगा. हालांकि नवंबर के बाद आपकी नौकरी में स्थानांतरण होने से कुछ सकारात्मक बदलाव दिखाई देंगे. लेकिन इसके लिए आपको शुरुआत से ही अपने खर्चों पर लगाम लगाने की आवश्यकता होगी. सरकारी सेवा के क्षेत्र में, फ्रीलांसिंग, स्टॉक मार्केट, घर से काम करने वाले, साथ ही रियल एस्टेट में कार्यरत जातक, दूसरों से बेहतर प्रदर्शन करने में दूसरों से अधिक सफल होंगे. 
मकर- अक्षय तृतीया के पर्व पर ग्रहों की चाल बदलने से मकर राशि के जातकों के जीवन में धन का आगमन होगा. उन्हें शुभ फलों की प्राप्ति होगी. इस दौरान नौकरी पेशा व कारोबारी दोनों ही जातकों को अपने-अपने क्षेत्र में प्रतिष्ठा और आर्थिक लाभ मिलेगा. साथ ही संभावना है कि किराए, धातुओं से जुड़ा व्यापार, शेयर बाजार, कृषि और किसी पैतृक संपत्ति से भी आप लाभ अर्जित करने में सफल रहेंगे.
कुंभ- कुंभ राशि के जातकों को शुरुआती दिनों के बाद से, अपने आर्थिक जीवन में बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे. क्योंकि ग्रहों की स्थिति बता रही है कि जून 2020 के बाद का समय आपके लिए भाग्यशाली रहने वाला है. इस दौरान आपको अचानक से धन लाभ होने की संभावना है. इस वर्ष आपके लिए लंबे समय के लिए निवेश करना, सबसे अधिक शुभ रहेगा. हालांकि कानूनी मामलों में, आपको कुछ धन भी खर्च करना पड़ सकता है. फिर नवंबर 2020 से मार्च 2021 तक स्थितियां थोड़ी स्थिर रहें. इस समय किसी भी तरह का कर्ज लेने से बचें, अन्यथा उसे चुकाने में आपको समस्या आएगी. 
मीन- मीन राशि के जातकों के लिए यह साल विशेष भाग्यशाली रहने वाला है. क्योंकि ग्रहों की स्थिति इस वर्ष आपकी राशि में 'धन' और 'राजयोग' का निर्माण कर रही है. जिससे आपको साल भर शुभ फलों की प्राप्ति होगी. अक्षय तृतीया की शुरुआत में भी अधिकतर ग्रहों का  आपकी राशि के द्वितीय और एकादश भाव में मौजूद होना आपकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने का कार्य करेगा. आपकी पद और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. इस समयावधि में आपके द्वारा किया गया हर निवेश उत्तम लाभ देगा.


बीजेपी सांसद समेत 12 नेताओं की रिपोर्ट निगटिव -आईसोलेशन वार्ड में भर्ती तीन संदिग्ध मरीजों की  मौत

मेरठ । मेरठ भाजपा नेता की पिता की कोरोना से मौत के मामले में बीजेपी सांसद समेत 12 नेताओं की रिपोर्ट निगटिव आने से भाजपा नेताओं ने राहत की सांस ली हें। हालाकि नेता के संपर्क में आये 36 नेता  क्वारेंटीन किए जाएंगे। भाजपा के के महानगर अध्यक्ष परिवार समेत क्वारेंटीन है। कोरोना संक्रमित नेता विभांशु. अध्यक्ष का पीएसओ है ।



मेरठ मेडिकल अस्पताल के कोरोना  हो गई। इन मरीजों में दो की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। एक मरीज की कोरोना जांच रिपोर्ट अभी नहीं आई है। एक दिन में तीन मौत होने से अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मचा है। सुबह से शाम तक कॉलेज प्रशासन, चिकित्सकों के साथ बैठक करता रहा।


 केसरगंज के किराना व्यापारी की मौत के बाद रविवार की सुबह रिपोर्ट आई। इसके साथ ही मेरठ में कोरोना से मरने वालों की संख्या पांच हो गई। वहीं कुल संख्या अब 90 हो गई है। किराना व्यापारी के इलाज में परिजनों ने मेडिकल कालेज प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाकर शनिवार की रात ही वीडियो वायरल कर दिये थे। रविवार की सुबह मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा.आरसी गुप्ता, सीएमओ डा.राजकुमार ने किराना व्यापारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि केसरगंज दाल मंडी के रहने वाले विजय गर्ग कोरोना पॉजिटिव थे। शनिवार की रात उनकी मौत हो गई थी।


मेडिकल अस्पताल के कोविड-19 संदिग्ध आईसोलशन वार्ड में केसरगंज दाल मंडी के रहने वाले 65 वर्षीय विजय कुमार गर्ग को भर्ती कराया गया था। इनकी हालत लगातार बिगड़ रही थी। इनकी कोरोना वायरस की रिपोर्ट नहीं आई है। देर शाम इनकी मौत हो गई। वहीं वार्ड में भर्ती रफीक एवं अहोना की देर शाम मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन का कहना है इन दोनों की रिपोर्ट शनिवार देर शाम आ गई है। इन दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।


29 अप्रैल तक मौसम का बदलता रहेगा मिजाज


मुजफ्फरनगर। गरज के साथ तेज बारिश ने जहां मौसम को बदला वही किसानों के लिए यह बारिश मुसीबत लेकर आई।
सुबह से छाए घने बादलों से दिन का तापमान  फिसल गया। इसकें बाज जोरदार बारिश हुई। आज से मैदानों में अगले तीन से चार दिनों तक उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। आंधी-बारिश के साथ कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि होने के आसार हैं। मौसम में जारी इस उतार-चढ़ाव से दिन के तापमान में बढ़ोतरी पर ब्रेक रहेगा। 
मौसम विभाग के अनुसार अगले 72 घंटे में बादल और धूप की लुका-छिपी जारी रहेगी। आंधी और हल्की बारिश के भी आसार हैं। 27 अप्रैल को पहाड़ों पर पहुंच रहे नए पश्चिमी विक्षोभ का असर 28-29 अप्रैल को मैदानों में पड़ने के आसार हैं। इससे 29 अप्रैल तक वेस्ट यूपी का मौसम उतार-चढ़ार भरा रहेगा।


कुबेर को आज ही के दिन खजाना मिला था


अक्षय तृतीया जो इस वर्ष 26 April को है उसका महत्व क्यों है जानिए कुछ महत्वपुर्ण जानकारी
-🙏 आज  ही के दिन माँ गंगा का अवतरण धरती पर हुआ था ।
🙏-महर्षी परशुराम का जन्म आज ही के दिन हुआ था ।


🙏-माँ अन्नपूर्णा का जन्म भी आज ही के दिन हुआ था 


🙏-द्रोपदी को चीरहरण से कृष्ण ने आज ही के दिन बचाया था ।


🙏- कृष्ण और सुदामा का मिलन आज ही के दिन हुआ था ।
🙏- कुबेर को आज ही के दिन खजाना मिला था ।


🙏-सतयुग और त्रेता युग का प्रारम्भ आज ही के दिन हुआ था ।


🙏-ब्रह्मा जी के पुत्र अक्षय कुमार का अवतरण भी आज ही के दिन हुआ था ।


🙏- प्रसिद्ध तीर्थ स्थल श्री बद्री नारायण जी का कपाट आज ही के दिन खोला जाता है ।
🙏- बृंदावन के बाँके बिहारी मंदिर में साल में केवल आज ही के दिन श्री विग्रह चरण के दर्शन होते है अन्यथा साल भर वो बस्त्र से ढके रहते है ।


🙏- इसी दिन महाभारत का युद्ध समाप्त हुआ था ।


🙏- अक्षय तृतीया अपने आप में स्वयं सिद्ध मुहूर्त है कोई भी शुभ कार्य का प्रारम्भ किया जा सकता है


जुडवां को नाम दिया लॉक-डाउन और बेटे का नाम रख दिया रमजान 


आगरा। कोरोना की दहशत के बीच आगरा के लेडी लॉयल अस्पताल में एक ही दिन में 86 सिजेरियन और 68 सामान्य प्रसव कराकर अनूठा रिकॉर्ड अपने नाम कर किया।
132 साल पुराने इस अस्पताल में सुबह छह बजे सिजेरियन ऑपरेशन के साथ-साथ सामान्य प्रसव का सिलसिला प्रारंभ हुआ। ज्यो-ज्यों समय बढ़ा, अस्पताल के प्रसूति वार्ड में किलकारियों की गूंज बढ़ती गई। मातृत्व सुख की मुस्कुराहट ने प्रसूताओं के दिल-ओ-दिमाग से दर्द का नाम-ओ-निशां मिटा दिया, तो डॉक्टर्स के चेहरे संतोष से भर दिए। डॉक्टर और उनके सहयोगी आते। नवजात के परिजनों को खुशखबरी देते और ग्लब्स बदलकर फिर काम में जुट जाते। यह सिलसिला रात 11 बजे तक अनवरत चलता रहा। 
इस तरह लेडी लॉयल अस्पताल के डॉक्टर्स ने 132 साल के इतिहास में रिकार्ड बना लिया। पंजीकृत 45 की जगह 86 प्रसव कराए गए। यहां रोज औसतन 15 सामान्य प्रसव होते हैं। लॉकडाउन में एसएनएमसी और निजी अस्पतालों के प्रसवों का भी बोझ लेडी लॉयल ने उठा रखा था। इस कार्य में 16 सर्जन और 85 नर्स व स्टाफ ने सभी व्यवस्थाएं संभालीं। यह कार्य इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि इस कठिन दौर में कई डॉक्टर्स मरीजों से लगातार दूरियां बना रहे हैं। रमजान के पाक महीने में अल्लाह पाक ने बेटा दिया है। इसका नाम रमजान ही रख दिया। मेरी पत्नी और में बहुत खुश हैं। पिता रहमान को मानो शब्द ही नहीं मिल रहे थे। इतना ही कुछ ने मौके पर किसी को इबादत नाम दिया तो किसी को दुआ। एक महिला को भर्ती कराया गया था। उसके दो बच्चे हुए हैं। उन्होंने अपने बच्चों के नाम लॉक और डाउन ही रख दिए। पूरे परिसर में बस यही गूंजता है कि लॉक डाउन को देख लिया।  खून एवं अन्य जांचों की फाइलें सेनेटाइज करके रखी गई थीं। पांचों ओटी को सेनेटाइज कराया। इसके बाद पहला प्रसव राजपुर की रीना का हुआ। डॉ. संगीता ने बताया कि गायत्री मंत्र का जाप करते हुए पहले प्रसव की शुरूआत की। लगभग आधा घंटा लगा। उसको बेटी हुई। डॉक्टर्स के मुंह से निकला लक्ष्मी ने रख दिया हमारी ओटी में पांव। गूंजी पहली किलकारी। बच्ची का नाम किलकारी ही रख दिया गया।  


मौलाना साद के हवाला नेटवर्क से जुड़े दो लोगों से हुई पूछताछ


नई दिल्ली। तबलीगी जमात पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा कसता जा रहा है। जांच टीम ने हवाला नेटवर्क से जुड़े दो लोगों से पूछताछ की है, जिनमें से एक पर रकम विदेश भेजने का शक है। एजेंसियों के निशाने पर एक ट्रस्ट भी है, जिसकी भूमिका भी संदेह के घेरे में है।
सूत्रों की मानें तो इस ट्रस्ट को लेकर मौलाना साद और उनके बेटों से भी पूछताछ की जाएगी। जांच टीम हवाला कनेक्शन से जुड़े जिन लोगों से पूछताछ कर रही है, उनमें से एक के बारे में यह जानकारी मिल रही है कि वह पिछले दिनों 90 लाख रुपये विदेश भेज चुका है। उससे पूछताछ कर जांच टीम अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आखिरकार यह रकम किसकी थी, उसे किसने मुहैया कराई और यह रकम किसे भेजी गई। क्या है ट्रस्ट जांच का मामला रू एजेंसियों की जांच में एक ट्रस्ट की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। एजेंसियां फिलहाल ट्रस्ट का जमात से कोई रिश्ता है नहीं, इसकी जांच कर रही हैं।
करीब 18 नंबरों की जांच मौलाना साद, उनके के बेटों जमात के पदाधिकारियों व करीबी रिश्तेदारों पूरे नेटवर्क को खंगालने के लिए की जा रही थी। कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) और लोकेशन के आधार पर ही पुलिस को हवाला कनेक्शन से जुड़े दो लोगों के बारे में जानकारी मिली। वहीं जिस संदिग्ध ट्रस्ट की भूमिका की जांच की जा रही है, उसके बारे में भी सीडीआर की जांच और क्राइम ब्रांच द्वारा छापेमारी के दौरान एकत्र किए गए दस्तावेजों की जांच से पता चला है। 
रकम की लेन-देन को लेकर की जा रही जांच के दौरान जिस ट्रस्ट की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है, उसका बैंक अकाउंट भी निजामुद्दीन इलाके में स्थित उसी बैंक में है, जहां जमात मुख्यालय का अकाउंट है। इस ट्रस्ट को मुख्य रूप से संचालित करने वाले शख्स की पहचान कर ली गई है। उससे पूछताछ की जाएगी। वहीं बैंक को नोटिस जारी कर खातों के बारे में जानकारी मांगी जा रही है।


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