गाजियाबाद। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर सफर जल्द महंगा हो जाएगा। इससे गुजरने वाले वाहनों से अगले माह से टोल वसूला जाएगा। नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया ने इसके लिए तैयारी पूरी कर ली है. इस एक्सप्रेस-वे से रोजाना औसतन 52000 वाहन गुजर रहे हैं। इनमें से 91 फीसदी वाहनों पर फास्टैग लगा हुआ था। देश में पहली बार आटोमैटिक नंबर प्लेट रिकगनाइजेशन सिस्टम के जरिये टोल वसूला जाएगा। इसका ट्रायल भी पूरा हो गया है। एनएचएआई अधिकारियों के अनुसार जुलाई मध्य तक सड़क परिवहन मंत्रालय से अप्रूवल मिलने की संभावना है, जिसके बाद वाहनों से टोल लिया जाना लगेगा।
दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर निजामुद्दीन से मेरठ के बीच आठ स्थानों पर लगाए गए कैमरों के जरिये कंट्रोल रूम द्वारा वाहनों के नंबर प्लेट को स्कैन किया जा रहा है। एनएचएआइ द्वारा बनाए गए इस कंट्रोल रूम की विशेषता यह है कि वाहनों को बिना रोके फास्टैग के जरिये टोल टैक्स वसूला जाएगा। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे पर प्रत्येक एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर कैमरे लगे हैं, जिसकी मदद से एक्सप्रेस वे से निकलने ही टोल चार्ज वाहन पर लगे फास्टैग अपने आप ही कट जाएगा. एनएचएआई के अधिकारियों के अनुसार एक्सप्रेस वे पर टोल करीब 2 रुपए प्रति किमी लिए जाने की संभावना है। जुलाई में मंत्रालय से स्वीकृति मिलने की संभावना है। इस तरह सारी प्रक्रिया शुरू होने में करीब दो सप्ताह का समय लग जाएगा। 15 जुलाई के आसपास टोल वसूलना शुरू हो सकता है।
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