बुधवार, 19 मई 2021

पानीपत खटीमा मार्ग पीएसी के जवानों की गाड़ी को ट्रक ने मारी टक्कर, कई जवान घायल

 


मुजफ्फरनगर l जानसठ थाना क्षेत्र के कवाल में अस्थाई जेल से ड्यूटी कर लौट रहे पीएसी के जवानों की गाड़ी एक ट्रक से टकरा गई, जिससे कई जवान घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जवानों को सीएचसी पहुंचाया। जिनमें से चार की हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। ट्रक चालक मौके से ट्रक को छोडकर फरार हो गया।

बुधवार की रात कवाल जेल से अपनी डयूटी कर लौट रहे पीएसी के जवानों की एक गाड़ी पानीपत-खटीमा मार्ग पर एक जानसठ की ओर से जा रहे ट्रक से टकरा गई। जिससे उसमें सवार चार जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। पीएसी की गाड़ी की भिड़ंत की सूचना पर पुलिस में हड़कंप मच गए और आनन फानन में पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने घायल जवानों को सीएचसी में भर्ती कराया। इंस्पेक्टर डीके त्यागी ने बताया कि गाड़ी में कुल आठ जवान सवार थे जिसमें से तीन बिल्कुल ठीक है, जबकि गाड़ी कांस्टेबल अंकित कुमार, दिव्यशक्ति, अंकित व अंकुर तोमर गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि ड्राईवर योगेश को भी हल्की चोट आई है। गंभीर रूप से घायल सभी जवानों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। उन्होंने बताया कि सभी जवान एफ कंपनी 44वी वाहनी पीएसी मेरठ के जवान थे। ट्रक चालक ट्रक मौके पर छोड़कर फरार हो गया है।

जिले में अस्पताल की लापरवाही, जिंदा मरीज़ को किया, मारा हुआ घोषित

 मुजफ्फरनगर l शहर में ये देखिए अस्पताल की लापरवाही कुछ इस तरह हैलो, मैं अस्पताल से बोल रहा हूं, आप के मरीज की कुछ देर पहले मौत हो गई है, आप जल्दी पहुंच जाए। फोन सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया, लेकिन अस्पताल पहुंचे तो मातम, खुशी में उस समय बदल गया जब उनका मरीज जिंदा नजर आया। मौत की खबर के बाद मरीज को जिंदा देखकर परिजनों की जान में जान आई।


कस्बा निवासी एक युवक को कुछ दिन पहले कोरोना हुआ। परिजनों ने मरीज को जनपद के एक अस्पताल में भर्ती करा दिया। बुधवार की सुबह परिजनों के पास एक फोन आया, कॉल करने वाले युवक ने बताया कि मैं अस्पताल से बोल रहा हूं, आप के मरीज की मौत हो गई है, आप उसके शव को ले जाएं, उसके बाद फोन कट हो गया। मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया। कुछ लोगों ने युवक के अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कर दी, जबकि कुछ लोग मरीज के शव को लेने अस्पताल पहुंच गए। बताया गया है कि अस्पताल वालों ने एक युवक के शव को परिजनों को सौंप दिया। उन्होंने कुछ देर बाद मृतक का चेहरा देखा तो दंग रह गए। वह किसी और का शव था। परिजनों ने अस्पताल वालों से कहा कि यह उनके मरीज का शव नहीं है तो उनके होश उड़ गए। परिजन, अस्पताल कर्मचारियों के साथ वार्ड में पहुंचे तो उनका मरीज बेड पर लेटा हुआ था। मरीज को जिंदा देखकर परिजनों में एक और तो खुशी की लहर दौड़ गई, जबकि दूसरी ओर अस्पताल कर्मचारियों की लापरवाही को देखते हुए रोष भी फैल गया। बताया गया है कि एक नाम के दो युवक अस्पताल में भर्ती थे। जिस युवक की मौत हुई उसके परिजनों को सूचना देने के बजाय उन्होंने दूसरे मरीज के परिजनों को मौत की खबर दे दी। इस पूरे प्रकरण में अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई। अस्पताल में हुआ प्रकरण दिनभर नगर में चर्चा का विषय बना रहा।

इवान कोविड हॉस्पिटल पर कर्मचारियों का हंगामा

 


मुजफ्फरनगर l भोपा रोड पर स्थित इवान हॉस्पिटल को निजी कोविड एल-2 अस्पताल बनाया गया था l जहां पर रात्रि ड्यूटी में पहुंचे कर्मचारियों को अस्पताल प्रशासन ने प्रवेश के लिए रोका तो हंगामा हो गया। पुलिस की गाड़ी भी सूचना मिलने पर पहुंच गई है।

निजी कोविड लेवल 2 अस्पताल के बाहर हंगामा करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि इवान अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के बीच जाकर साफ सफाई करने के लिए उन्हें हाउसकीपिंग के लिए 800 रुपए प्रतिदिन यानी 24000 रुपए प्रति माह सैलरी पर रखा था। अपना काम निरंतर करते आ रहे हैं अब अस्पताल प्रशासन उन्हें 500 प्रतिदिन के हिसाब से 15000 रुपए मासिक वेतन देने की बात कह रहा है। जब उन्होंने मना किया तो उन्हें अस्पताल ड्यूटी से अलग करते हुए प्रवेश नहीं करने दिया गया है। कर्मचारी के साथ अस्पताल के सुपरवाइजर ने हाथापाई भी की है। निजी कोविड-अस्पताल पर हंगामे की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है फिलहाल कर्मचारी अस्पताल के बाहर ही जमे हुए हैं। इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि ठेकेदार के माध्यम से कर्मचारियों को रखा गया था जिस वेतन पर रखा गया था उतना ही वेतन दिया जा रहा है।

कोविड-19 के साथ-साथ प्रदेश भर में ब्लैक फंगस कहर, मौते भी बढ़ी

 लखनऊ l प्रदेश में ब्लैक फंगस का कहर बहुत तेजी से बढ़ रहा है। यहां करीब 150 मामले सामने आ चुके हैं। सबसे ज्यादा लखनऊ और मेरठ मंडल ब्लैक फंगस से प्रभावित है। लखनऊ में अब तक 55 और मेरठ में 52 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है। वाराणसी में 30 से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं। 


लखनऊ में केजीएमयू में 18 घंटे में चार मरीजों की सांसें थम गई। अब तक 55 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है। इनमें सात मरीजों की मौत हो चुकी हैं। केजीएमयू में ब्लैक फंगस के 34 मरीज भर्ती हैं। सोमवार रात से मरीजों की मौत का सिलसिला शुरू हुआ जो मंगलवार शाम तक जारी रहा।

इनमें रायबरेली निवासी 40 वर्षीय महिला, अयोध्या की 52 वर्षीय महिला और लखीमपुर खीरी निवासी 50 वर्षीय महिला की जान चली गई। हरदोई के 37 वर्षीय पुरुष ने भी इसी बीमारी से दम तोड़ दिया। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक मंगलवार को ब्लैक फंगस पीड़ित तीन मरीजों को भर्ती किया गया है। वहीं चार मरीजों के ऑपरेशन किए गए हैं। ब्लैक फंगस को हरा चुके एक मरीज को डिस्चार्ज किया गया है।

यूपी में ब्लैक फंगस का कहर तेजी से बढ़ रहा है। यहां करीब 150 मामले सामने आ चुके हैं। सबसे ज्यादा लखनऊ और मेरठ ब्लैक फंगस से प्रभावित है। लखनऊ में अब तक 55 और मेरठ में 52 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है। वाराणसी में 30 से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं। 

लखनऊ में केजीएमयू में 18 घंटे में चार मरीजों की सांसें थम गई। अब तक 55 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है। इनमें सात मरीजों की मौत हो चुकी हैं। केजीएमयू में ब्लैक फंगस के 34 मरीज भर्ती हैं। सोमवार रात से मरीजों की मौत का सिलसिला शुरू हुआ जो मंगलवार शाम तक जारी रहा।

इनमें रायबरेली निवासी 40 वर्षीय महिला, अयोध्या की 52 वर्षीय महिला और लखीमपुर खीरी निवासी 50 वर्षीय महिला की जान चली गई। हरदोई के 37 वर्षीय पुरुष ने भी इसी बीमारी से दम तोड़ दिया। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक मंगलवार को ब्लैक फंगस पीड़ित तीन मरीजों को भर्ती किया गया है। वहीं चार मरीजों के ऑपरेशन किए गए हैं। ब्लैक फंगस को हरा चुके एक मरीज को डिस्चार्ज किया गया है।

मेरठ में मंगलवार को ही ब्लैक फंगस के 24 नए मामले सामने आए। अब जिले में कुल केस 52 हो गए हैं। चार मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है, जिसमें एक संदिग्ध है। एक मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो गया है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, कनग ईएनटी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में दो, विजन केयर आई सेंटर में एक, आनंद हॉस्पिटल में दो, एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में आठ समेत कुल 22 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हुए हैं। लोकप्रिय हॉस्पिटल में ब्लैक फंगस के तीन संदिग्ध मरीज हैं। एक संदिग्ध मरीज की मौत हो गई है। डॉक्टरों के अनुसार, ज्यादातर मरीज कोरोना संक्रमित और मधुमेह के शिकार हैं। 

न्यूटिमा में भर्ती एक मरीज की मंगलवार को आंखों की रोशनी चली गई। उसकी चेहरे और जबड़े की सर्जरी करनी पड़ी है। केएमसी, साईं, लोकप्रिय, सिरोही हॉस्पिटल से पांच मरीज हायर सेंटर रेफर किए गए हैं। विजन केयर हॉस्पिटल में आए मोदीनगर के लक्ष्मण को गंभीर हालत देख एम्स दिल्ली भेज दिया गया। चार अन्य मरीज एक निजी क्लीनिक में हैं, जिसकी जांच की जा रही है। उसमें एक-एक रोहटा और राधना का है।

प्रधानमंत्री के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करने पर कार्रवाई की मांग


मुजफ्फरनगर। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है जिसमें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया गया है, क्रांति सेना के पदाधिकारियों द्वारा उस वीडियो की जांच करने पर पता लगा कि यह व्यक्ति नियाजीपुरा निवासी शोएब पुत्र नईम है, जिसने किसी दूसरे व्यक्ति की हीर्ष करते हुए एक वीडियो बनाई और इस वीडियो में माननीय प्रधानमंत्री के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करते हुए अपने क्षेत्र में घुसने पर काट कर फेंक देने की चेतावनी दी !  जिसका संज्ञान लेते हुए क्रांति सेना पदाधिकारियों ने संबंधित थाने में पहुंचकर उक्त व्यक्ति के खिलाफ तहरीर देकर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की! इस दौरान  वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष शरद कपूर, जिला महासचिव राजेश कश्यप ,नगर अध्यक्ष लोकेश सैनी, नगर महासचिव अखिलेश पुरी , नगर उपाध्यक्ष बसंत कश्यप, अनुज सक्सेना आदि उपस्थित रहे।

बिजली पानी गायब रहने से शहर वासी बेहाल


मुजफ्फरनगर । हल्की वर्षा से शहर बिजली और पानी की कमी से जूझता रहा। तमाम दावों के बावजूद आपूर्ति ठप रही।

शहर में हल्की वर्षा के बाद बिजली की आपूर्ति ठप हो गयी। सवेरे 11 बजे से ही शहरी क्षेत्र में विद्युत सप्लाई बंद है। घरों में पीने का पानी तक नहीं है क्योंकि सभी ट्यूवेल बिजली न होने से बंद पड़ी हुई है। कोई ये बताने वाला नहीं है कि बिजली कब तक बंद रहेगी। कहीं तार टूटा है तो कहीं इन्सुलेटर फट रहा है तो कहीं ट्रांसफार्मर फुंकार है। विभाग के कर्मचारियों व उपभोक्ता के लिए विकराल समस्या बन गयी है। इसका कोई समाधान अभी तो कम से कम नजर नहीं आता। जहां एक तरफ विद्युत विभाग कर्मचारी वर्षा के बीच आपूर्ति नॉर्मल करने को जूझ रहे हैं तो दफ्तरों में बैठे बिजली अधिकारी असहाय हैं। उनको समझ ही नही आ रहा कि किया क्या जाए और उपभोक्ता इन सब के बीच बेचैन लाचार बिन पानी बिन बिजली के इस आस में देखता है की शायद बिजली आ गयी है तो फिर पानी भी जल्द आ जाएगा। लेकिन घंटों आपूर्ति ठप रहने से सब कुछ चौपट है।

जिले में कोरोना के 174 मामले मिले, दो की मौत


मुजफ्फरनगर । जिले में आज फिर कोरोना के 174 पाजिटिव मामले मिले हैं । आज 441 लोगों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है। आज दो लोगों की मौत हो गई। 

*Corona Sheet -Muzaffarnagar DATE--19-05-2021* 

------------------

TOTAL RESULT RECVD--147


TOTAL NEGATIVE--97


TOTAL RTPCR POSITIVE 50


TOTAL ANTIGEN POSITIVE --65


PVT LAB POSITIVE --56


Positive Other Distt--3


 *TOTAL POSITIVE CASE --174* 


TOTAL CUMMULATIVE POSITIVE CASE --28585


TOTAL DISCHARGE --441


TOTAL CUMMULATIVE DISCHARGE --24502


TOTAL DEATH---02


CUMMULATIVE DEATH- 231


TOTAL ACTIVE CASE--3852

गठवाला खाप के चौधरी बाबा हरकिशन मलिक नहीं रहे

 


मुजफ्फरनगर । गठवाला खाप के चौधरी हमारे बाबा हरकिशन मलिक  हमारे बीच मे नहीं  रहे । 

लंबे समय तक खाप चौधरी और किसानों के हमदर्द के जाने पर तमाम लोगों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है । टीआर न्यूज ईश्वर से प्रार्थना करता है कि इस महान आत्मा को अपने श्री चरणो में स्थान दे ओर शोकाकुल परिवार को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।

नई मंडी थाना क्षेत्र में खाली प्लॉट मे युवती की लाश मिलने से फैली सनसनी

 मुजफ्फरनगर l संदिग्ध परिस्थितियों घर से गायब हुई युवती की लाश खाली पड़े प्लॉट में मिलने से सनसनी फैल गई l



मिली जानकारी के अनुसार थाना नई मंडी क्षेत्र निवासी युवती काजल पुत्री रणधीर से कल रात से घर से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी l जिसकी लाश एक खाली प्लॉट मे मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई l पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले कर परीक्षण के लिए भिजवाया है l युवती की मौत के कारणों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है l

जनपद में कोरोना मरीजों से तय की गई रकम से अधिक वसूली करने वाले चार कोविड अस्पताल संचालकों को नोटिस जारी

 


 मुजफ्फरनगर। जनपद में कोरोना मरीजों से तय की गई रकम से अधिक वसूली करने की शिकायतों के बाद मुख्यमंत्री का दौरा पूरा होते ही स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। बताया जा रहा है कि जिले के जनप्रतिनिधियों द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष यह मामला उठाया गया थाए जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने जिले के चार कोविड अस्पताल संचालकों को नोटिस जारी किए हैंए जिसमें अभी तक का पूरा हिसाब मांगा गया है। इसके लिए जांच के लिए भी एसीएमओ डॉण् वीके सिंह को नियुक्त किया गया है।

उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले में चार अस्पतालों को कोविड अस्पताल की मंजूरी दी गई है। जिनमें प्रतिदिन उपचार के धनराशि भी निर्धारित की गई है। ईवान अस्पताल में प्रतिदिन के 12 हजारए सैनी हार्ट केयर सेंटर में 11 हजारए डिवाइन अस्पताल में 10 हजार तथा भारत आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज में प्रतिदिन के इलाज के दस हजार रुपये निर्धारित है।

Featured Post

मंगलवार विशेष :पंचाग एवँ राशिफल

 🙏🏻 हर हर महादेव🙏🏻  🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞  🌤️ *दिनांक - 04 मार्च 2025* 🌤️ *दिन - मंगलवार* 🌤️ *विक्रम संवत - 2081* 🌤️ *शक संवत -...