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गुरुवार, 22 अक्तूबर 2020

कमेला कॉलोनी में स्वच्छता जनजागरण व सम्मान समारोह आयोजित


सहारनपुर। ब्रहस्पतिवार को कमेला कॉलोनी वार्ड 65 में पार्षदों, सफाई, निरीक्षकों, मौहल्ला कमेटियों, सफाई कर्मियों और क्षेत्रीय लोगों ने


नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह की मौजूदगी में दोनो वार्डाे को आदर्श वार्ड बनाने और सहारनपुर को स्वच्छता में नंबर वन लाने का संकल्प लिया। पार्षद गुलशेर व पार्षद शाहिद कुरेशी भी मौजूद रहे।


कमेला कॉलोनी के एमआरएफ सेंटर पर नगर निगम व आई टी सी सुनहरा कल द्वारा मिशन शक्ति के तहत एक स्वच्छता जन जागरण व सम्मान समारोह क्षेत्रीय पार्षद शाहिद कुरैशी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इस अवसर पर महिला


सफाई कर्मियों व मौहल्ला कमेटी से संबद्ध महिलाओं को प्रमाणपत्र, पुष्प व साबुन भंेट कर सम्मानित किया गया। नगरायुक्त ज्ञानेन्द्रसिंह ने कहा कि महिला शक्ति का संकल्प समाज में मूल-चूल परिवर्तन की शक्ति रखता है।


उन्होंने कहा कि आज जिस तरह दोनों वार्डाे की महिला सफाई कर्मियों और


मौहल्ला कमेटियों से जुड़ी महिलाओं ने संकल्प लिया है वह पूरे शहर के लिए


प्रेरक साबित होगा। उन्होंने कहा कि दोनों वार्डाे में डोर टू डोर कूड़ा कलक्शन का काम जल्दी से जल्दी शत प्रतिशत पूरा होगा इसका मुझे विश्वास है। और तब हम सहारनपुर को नंबर वन लाने में अवश्य कामयाब होंगे। नगर स्वास्थय अधिकारी डॉ. ए के त्रिपाठी ने कहा कि यह सप्ताह शक्ति की


उपासना का है, हमारी महिला सफाई कर्मी भी शक्ति पंुज के रुप में है। महिला प्रथम गुरु और समाज की सुधारक है। घर की सफाई से लेकर बच्चों में संस्कार तक महिलाएं ही देती है। पार्षद गुलशेर व पार्षद शाहिद कुरैशी ने


नगरायुक्त को भरोसा दिलाया कि वे अपने दोनांे वार्डाे 65 व 66 में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन कराकर इन्हें आदर्श वार्ड बनायेंगे। क्षेत्रीय पार्षद


शाहिद कुुरैशी ने कमेला कॉलोनी में निगम द्वारा बनवायी गयी सीसी रोड के


लिए मेयर व नगरायुक्त का आभार जताया। मौहल्ला कमेटी की गुलशन खां ने


क्षेत्र की सभी महिलाओं की ओर से निगम द्वारा स्वच्छता अभियान में पूर्ण


सहयोग का भरोसा देते हुए कहा कि सहारनपुर को नंबर वन लाने में दोनों


वार्ड पूरे जी जान से काम करेंगे। आई टी सी की प्रोग्राम अधिकारी लिपिका,


मुख्य सफाई निरीक्षक अमित तोमर ने भी संबोधित किया।


कार्यक्रम में सफाई निरीक्षक महेश चंद राणा, आईटीसी के अर्श चौधरी,


शिवानी, मोनिष सहित अनेक सफाई नायक व क्षेत्र के गणमान्य लोग मौजूद रहे।


संचालन नरेशचंद ने किया।


फेक न्यूज पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी न करें: अवधेश कुमार


सहारनपुर। फेक न्यूज ओरियन्टेशन पर एक कार्यशाला का आयोजन मेरठ सेवा समाज के तत्वावधान में किया गया। कार्यशाला में सड़कदूधली, रामनगर, अम्बेहटा चांद व शब्बीरपुर के ग्रामीण मौजूद रहे। जिन्हें फेक न्यूज ओरियन्टेशन के बारे में जानकारी दी गयी।बैठक को सम्बोधित करते हुए जिला समन्वयक अवधेश कुमार ने बताया कि मेरठ सेवा समाज ग्रामीणों में आपसी भाईचारे व शांति बनाये रखने के लिए प्रेरित कर रही है। उन्होंने बताया कि फेक न्यूज के माध्यम से कुछ लोग धार्मिक व निजी भावनाओं को भडकाकर दंगा कराने की फिराक में रहते हैं, ऐसी फेक न्यूज से हमें बचना चाहिए। हमें किसी भी धर्म, समुदाय के खिलाफ कोई गलत टिप्पणी नहीं करनी चाहिए और ना ही ऐसी फेक न्यूज पर कोई कमेन्ट/टिप्पणी आदि ही करनी चाहिए। कुमार ने कहा कि कुछ लोग फेसबुक, इंस्टाग्राम, टविट्र, व्हाटसअप के जरिये साम्प्रदायिक भावनाएं भडकाकर लोगों को गुमराह करने का कार्य करते हैं,ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें झूठी अफवाहों पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देना चाहिए।कार्यशाला में परियोजना प्रेरक जुबैर अली, अंकित कुमार, रजनी कुमारी,श्रवण कुमार, अफजाल अहमद, पार्षद अब्दुल वाजिद, डा.मंसूर अली मौजूद रहे।


डीआईजी को शिकायती पत्र देकर की मामले की जांच की मांग

सहारनपुर। पुत्र वधु द्वारा ससुराल पक्ष के लोगो को झूठे मामले में फसाने का मामला प्रकाश में आया है। इस कड़ी में ससुराल पक्ष के लोग डी आई जी उपेन्द्र अग्रवाल से मिले और उन्हें शिकायती पत्र देकर मामले की जांच की


मांग की।


प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना गागालेड़ी के अंतर्गत ग्राम चुनेटी शेख निवासी सविता शर्मा पत्नी साधुराम शर्मा ने बताया कि रुचि शर्मा पत्नी अक्षय पुत्री नरेंद्र निवासी ग्राम मल्हेड़ी थाना शामली द्वारा एक झूठा प्राथना पत्र दिया गया था।जिसमें उसने झूठे आरोप लगाए हैं। सविता शर्मा ने बताया कि विगत 20 जनवरी 2020 को रुचि की शादी उसके देवर अक्षय के साथ हुई थी। जो पुलिस में ही तैनात हैं। उसकी पत्नी ने आते ही उस पर जमीन अपने नाम करने का दवाब बनाया। घरवालो के न मानने पर उसने झूठा मामला दर्ज करा दिया। शिकायतीपत्र में मांग की गई कि मामले में निष्पक्ष जांच की जाए।


मंगलवार, 20 अक्तूबर 2020

आयुर्वेद के ये नुस्खे रखेंगे स्वस्थ और मस्त

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*खाइ के मूतै सोवे बाम। कबहुं ना बैद बुलावै गाम यानी भोजन करने के बाद जो व्यक्ति मूत्र-त्याग करता है व बायीं करवट सोता है, वह हमेशा स्वस्थ रहता है और वैद्यों या डॉक्टरों की शरण में जाने से बचता है,ईश्वर ऐसा न करें पर आप ऐसा नहीं करते तो*


*===बन सकते हैं गुर्दा रोगी===*


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मित्रों नमस्कार🙏


*आयुर्वेद में दोनों किडनियों, मूत्रवाहिनियों और मूत्राशय इत्यादि अवयवों को मूत्रवह स्रोत का नाम दिया गया है। पेशाब की इच्छा होने पर भी मूत्र त्याग नहीं करना और खानपान जारी रखना व किडनी में चोट लगना जैसे रोगों को आयुर्वेद में मूत्रक्षय एवं मूत्राघात नाम से जाना जाता है व 99% तक किडनी खराब हो जाने पर भी केवल आयुर्वेद में है किडनी फेल का इलाज*


 


🍂 *आयुर्वेदिक ग्रंथ माधव निदान के अनुसार रूक्ष प्रकृति व विभिन्न रोगों से कमजोर हुए व्यक्ति के मूत्रवह में पित्त और वायु दोष होकर मूत्र का क्षय कर देते हैं जिससे रोगी को पीड़ा व जलन होने लगती है, यही रोग मूत्रक्षय है इसमें मूत्र बनना कम या बंद हो जाता है व आधुनिक चिकित्सा इसको किडनी फेल बोलती है, हम वृक्कर्मणयता(गुर्दे का निकम्मा हो जाना)*


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*वैसे तो किडनी फेल के शुगर, पथरी होना, अति शराब सेवन कई मुख्य कारण हैं लेकिन सबसे अधिक मेरे अनुभव में हाई बीपी के कारण किडनी फेल वाले रोगी होते हैं इसलिए आज बीपी नियंत्रण पर लिखूँगा*


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*ब्लड प्रेशर(बी.पी,उच्च रक्तचाप)*


*ब्लड प्रेशर बढ़ने पर नमक, इमली, अमचूर, लस्सी, चाय, कॉफी, तली-भुनी चीजें, गरिष्ठ आहार, अत्यधिक परिश्रम, अधिक मात्रा में कसैले खाद्य-पदार्थ खाने, धूप में रहने और चिंता से बचें। सेंधा नमक खाएं, इससे रक्त संचार में अवरोध दूर होता है।*


 


🍂 *अगर आपको ऐसा लग रहा है तो यह किडनी रोग हो सकता है* :-


*उबकाई रहना, पेट-कमर के निचले हिस्से में खुजली-दर्द रहना,अक्सर रात में ज्यादा पेशाब जाना या पेशाब संबंधी अन्य दिक्कत,वजन गिरना, भूख कम होना, अक्सर चेहरे या मुँह पर सूजन आदि*


 


🍂 *औषधियां*


*आयुर्वेदिक औषधियों में प्रारंभिक स्तर पर पुनर्नवा मंडूर, गोक्षुरादी गुग्गुलु, चंद्रप्रभावटी, श्वेत पर्पटी, गिलोय सत्व, मुक्ता पिष्टी, मुक्तापंचामृत रस, वायविडंग इत्यादि का सेवन विशेषज्ञ की देखरेख में कर सकते हैं व नियमित रूप से ताज़ा एलोवेरा, ज्वारे व गिलोय का जूस पीने से हीमोग्लोबिन बढ़ता है व विजातीय द्रव्य शरीर से बाहर हो जाते हैं, योगाचार्य की देख-रेख में प्राणायाम आदि उत्तम है।*


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*किडनी फेल के केस में whats app पर घूम रहे गोखरू काढ़ा से घरेलू उपचार द्वारा किडनी ठीक करने की नासमझी न करें, यह अतिश्योक्ति है व केवल गोखरू काढ़ा किडनी ठीक नही कर सकता,स्वयं की विद्वता प्रदर्शन के लिए कुछ लोगों द्वारा अपनाया गया यह तरीका है*


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🍂 *डाइट कैसी हो*


*गाजर, तुरई, टिंडे, ककड़ी, अंगूर, तरबूज, अनानास, नारियल पानी, गन्ने का रस व सेब खाएं लेकिन डायबिटीज है तो गन्ने का रस न पिएं। इन चीजों से पेशाब खुलकर आता है। मौसमी, संतरा, किन्नू, कीवी, खरबूजा, आंवला और पपीते खा सकते हैं। रात को तांबे के बर्तन में रखा पानी सुबह पिएं,सुनिश्चित करें कि सब्जी फल मसाले द्वारा न पके हों व जितना संभव हो अमरुद जैसे फल का छिलका उतारकर-बीज निकालकर बीच का भाग खाएं(मध्यम आवरण सबसे शुद्ध व सुरक्षित होता है)*


 


🍂 *सिरम क्रेटनीन व यूरिक एसिड बढ़ने पर*


*रोगी प्रोटीन युक्त पदार्थ जैसे मांस, सूखे हुए मटर, हरे मटर, फै्रंचबीन, बैंगन, मसूर, उड़द, चना, बेसन, अरबी, राजमा, कांजी व शराब आदि से परहेज करें। नमक, का प्रयोग कम से कम करें। इस रोग में चैरी, अनानास व आलू खाना लाभकारी होता है।*


 


🙏 *फिर कह रहा हूँ कि गुर्दा-रोग को लेकर रोगी भारत में जागरूक नहीं हैं व बहुत भ्रमित रहते हैं, केवल आयुर्वेद चिकित्सा में ही इसका अधिकतम संभावित इलाज होने पर भी पंच-सितारा अस्पतालों में हर बार डायलिसिस कराने पर सोचते हैं कि अगली बार नहीं करानी पड़ेगी पर अफ़सोस कि ऐसा रोगी डायलिसिस पर प्राण त्यागता है।*


 


🙏 *यह सब मैंने केवल परिचयात्मक लिखा,विवेक से निर्णय करें व सम्बंधित अन्य लेख व शंका हेतु नीचे दिए गए whats app नं पर संपर्क करें*


🙏 *ईश्वर आपको स्वस्थ रखे*


 


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आपका ही - *डॉ निशान्त गुप्ता'आयुष'- दर्द,गुर्दा-मूत्र रोग विशेषज्ञ, गाँधी चौक, शामली- 7017288259*


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रविवार, 18 अक्तूबर 2020

बढती उम्र में ये करेंगे तो रहेंगे फिट

 


  *यदि आप 60 वर्ष से अधिक हैं,तो यह हैल्थपोस्ट आपके लिए है-*


*अ-दो चीजें चैक करते रहो-*


1-अपना बी०पी०(2)अपना ब्लडशुगर लेवल।


*ब-अपने भोजन में 3 चीजें कम करें*-


1-नमक (2) चीनी (3) स्टार्च वाली वस्तुएं।


*स- अपने भोजन में 4चीजें बढ़ायें*-


1-हरी सब्जियां (2) बीन्स (3)फल(4) सूखे मेवे (प्रोटीन)।


*द-तीन बातों को भूलने की आवश्यकता*-


1-अपनी उम्र(2)अपना भूतकाल (3) अपनी इच्छाएं।


*य-आपके पास 4 चीजें होनी चाहिए, यह मायने नहीं रखता है कि आप कमजोर हैं या मजबूत-*


1-मित्र,जो आपसे वास्तविक प्यार करें (2)आपकी फिक्र(care) करने वाला परिवार(3) सकारात्मक सोच (4)घर में अपना कक्ष।


*र-5 चीजें आपके स्वास्थ्य के लिए आवश्यक-*


1-नियमित अंतराल पर व्रत(2) मुस्कराहट/हंसी (3) टहलना/व्यायाम/प्राणायाम (4)वजन में कमी(5) सामाजिक/परोपकारी कार्य।


 


*ल- 6 बातें आपको नहीं करनी हैं-*


1-तीव्र भूख लगने तक खाने की प्रतीक्षा।


2-तीव्र प्यास लगने तक पानी पीने की प्रतीक्षा।


3-तेज नींद न आने तक शैय्या पर जाने का इंतजार।


4-खूब थक न जाने तक आराम करने की प्रतीक्षा।


5-जब बीमार पड़ जाए ,तब मैडीकल चैक अप कराने की प्रतीक्षा।


6-जब तक समस्याओं से घिर न जाए, तब तक ईश्वर को याद करने की प्रतीक्षा।


अपना ख्याल रखें तथा उन्हें भी फारवर्ड करें, जिनके आप शुभचिंतक हैं। यदि आप इन्हें अपनायेंगे तो यह आपके लिए बहुत लाभदायक होंगे, ऐसा मानना है।


बुधवार, 30 सितंबर 2020

इस पीपल में बड़े बड़े गुण

*पीपल*



💚अकेला ऐसा पौधा जो दिन और रात दोनो समय आक्सीजन देता है


 


💛पीपल के ताजा 6-7 पत्ते लेकर 400 ग्राम पानी मे डालकर 100 ग्राम रहने तक उबाले,ठंडा होने पर पिए ब्रर्तन स्टील और एल्युमिनियम का नहीं हो, आपका ह्रदय एक ही दिन में ठीक होना शुरू हो जाएगा


 


💛पीपल के पत्तो पर भोजन करे, लीवर ठीक हो जाता है


 


💛पीपल के सूखे पत्तों का पाउडर बनाकर आधा चम्मच गुड़ में मिलाकर सुबह दोपहर शाम खायेँ, किंतना भी पुराना दमा ठीक कर देता है


 


💛पीपल के ताजा 4-5 पत्ते लेकर पीसकर पानी मे मिलाकर पिलाये,1- 2 बार मे ही पीलिया में आराम देना शुरू कर देता है


 


💛पीपल की छाल को गंगाजल में घिसकर घाव में लगाये तुरंत आराम देता है


 


💛पीपल की छाल को खांड (चीनी )मिलाकर दिन में 5-6 बार चूसे, कोई भी नशा छूट जाता है


 


💛पीपल के पत्तों का काढ़ा पिये, फेफड़ो, दिल ,अमाशय और लीवर के सभी रोग ठीक कर देता है


 


💛पीपल के पत्तों का काढ़ा बनाकर पिये, किडनी के रोग ठीक कर देता है व पथरी को तोड़कर बाहर करता है


 


💛किंतना भी डिप्रेशन हो, पीपल के पेड़ के नीचे जाकर रोज 30 मिनट बैठिए डिप्रेशन खत्म कर देता है


 


💛पीपल की फल और ताजा कोपले लेकर बराबर मात्रा में लेकर पीसकर सुखाकर खांड मिलाकर दिन में 2 बार ले, महिलाओ के गर्भशाय और मासिक समय के सभी रोग ठीक करता है


 


💛पीपल का फल और ताजा कोपले लेकर बराबर मात्रा में लेकर पीसकर सुखाकर खांड मिलाकर दिन में 2 बार ले, बच्चो का तुतलाना ठीक कर देता है और दिमाग बहुत तेज करता है


 


💛जिन बच्चो में हाइपर एक्टिविटी होती है, जो बच्चे दिनभर रातभर दौड़ते भागते है सोते कम है, पीपल के पेड़ के नीचे बैठाइए सब ठीक कर देता है


 


💛किंतना भी पुराना घुटनो का दर्द हो, पीपल के नीचे बैठे 30-45 दिन में सब खत्म हो जाएगा


 


💛शरीर मे कही से भी खून आये, महिलाओ को मासिक समय मे रक्त अधिक आता हो, बाबासीर में रक्त आता हो, दांत निकलवाने पर रक्त आये ,चोट लग जाये, 8-10 पत्ते पीसकर,छानकर पी जाएं, तुंरत रक्त का बहना बंद कर देता है


 


💛शरीर मे कही भी सूजन हो, दर्द हो, पीपल के पत्तों को गर्म करके बांध दे, ठीक हो जायेगे


मंगलवार, 29 सितंबर 2020

आज का पंचांग तथा राशिफल 29 सितंबर 2020


🌞 ~ *आज का पंचांग* ~ 🌞


⛅ *दिनांक 29 सितम्बर 2020*


⛅ *दिन - मंगलवार*


⛅ *विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)*


⛅ *शक संवत - 1942*


⛅ *अयन - दक्षिणायन*


⛅ *ऋतु - शरद*


⛅ *मास - अधिक अश्विन*


⛅ *पक्ष - शुक्ल* 


⛅ *तिथि - त्रयोदशी रात्रि 10:33 तक तत्पश्चात चतुर्दशी*


⛅ *नक्षत्र - शतभिषा रात्रि 12:48 तक तत्पश्चात पूर्व भाद्रपद*


⛅ *योग - शूल रात्रि 07:26 तक तत्पश्चात गण्ड*


⛅ *राहुकाल - शाम 03:28 से शाम 04:58 तक*


⛅ *सूर्योदय - 06:30* 


⛅ *सूर्यास्त - 18:26* 


⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*


⛅ *व्रत पर्व विवरण - भौमप्रदोष व्रत*


हर संकट दूर करता है यह व्रत, आरोग्य का मिलता है आशीर्वाद 


 


भगवान शिव को समर्पित प्रदोष व्रत अगर मंगलवार के दिन आए तो इस व्रत को भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है। इस पावन व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की उपासना की जाती है। इस व्रत के प्रभाव से सभी संकट दूर होते हैं और घर-परिवार में सुख समृद्धि आती है। प्रदोष व्रत में सुबह-शाम दोनों समय पूजा का विधान है। इस व्रत में सच्चे मन से भगवान शिव का अभिषेक करने से आर्थिक संकट दूर हो जाते हैं और हर प्रकार के ऋण से मुक्ति मिलती है। 


 


प्रदोष व्रत के लिए त्रयोदशी तिथि के दिन सूर्य उदय से पूर्व उठना चाहिए। इस व्रत में ओम नम: शिवाय का जाप करते रहें। दिनभर निराहार रहकर संध्या काल में स्नान के बाद संध्या वंदना करें। पूजा में भगवान शिव को लाल रंग का फूल नहीं अर्पित करना चाहिए। मंगलवार को प्रदोष तिथि आने के चलते इस दिन शाम को हनुमान चालीसा का पाठ करना लाभदायी होता है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से मंगल ग्रह की शांति भी हो जाती है। भौम प्रदोष व्रत में हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ करें। बजरंग बली को बूंदी के लड्डू अर्पित करें। हनुमान जी के समक्ष चमेली के तेल का दीपक जलाएं। हलवा पूरी का भोग लगाएं। सुंदरकांड का पाठ करें। हलवा पूरी का प्रसाद लोगों में बांट दें। इस व्रत के प्रभाव से रोगों से मुक्ति मिलती है और आयु में वृद्धि होती है। दांपत्य सुख बढ़ता है। इस व्रत को करने से परिवार हमेशा स्वस्थ रहता है।


हनुमानजी से करें प्रार्थना : जब कोई भी उपाय कर्ज़ उतारने में सफल न हो रहा हो तो फिर अंत में हनुमान मंदिर जाकर मंगलवार और शनिवार के रोज उन पर तेल और सिंदूर चढ़ाएं। इसके बाद हनुमान चालीसा करें


ऋण की किश्तों को मंगलवार के दिन ही अदा करें। ऐसा करने से कर्ज शीघ्र ही समाप्त हो जाता है।   


 


* किसी भी महीने की कृष्णपक्ष की 1 तिथि, शुक्लपक्ष की 2, 3, 4, 6, 7, 8, 10, 11, 12, 13 पूर्णिमा व मंगलवार के दिन उधार दें और बुधवार को कर्ज लें।


 💥 *विशेष - त्रयोदशी को बैंगन नही खाना होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*


               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


 


🌷 *घर के झगड़े* 🌷


🏡 *घर के सभी लोग रसोईघर में हाथ-पैर धोकर ज़मीन पर बैठकर साथ मिलकर भोजन करें तो घर के झगड़े शांत होंगे और सुख समृद्धि बढ़ेगी ।*


               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


 


🌷 *स्नान* 🌷


👉🏻 *गो-झरण से स्नान कराने से रोग नष्ट होंगे पाप नष्ट होंगे…स्नान में गो-झरण डाले…पंचगव्य से स्नान करने से पापनाशिनी उर्जा मिलती है*


👉🏻 *कभी बिलि के पत्ते से स्नान करो , कभी उबटन का स्नान करो..कभी गो-झरण का स्नान करो तो कभी दही लगा के स्नान करो… दही लगाके स्नान करने से लक्ष्मी प्राप्ति होती है ..ये सभी शरीर के लिए है….शरीर स्वस्थ रख के अंतरात्मा में आने के लिए ये सब है…


               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


 


🌷 *दिमागी कमजोरी, यादशक्ति, सिरदर्द के लिए* 🌷


😲 *थोड़ी सी जीभ दांतों के बाहर निकालो जैसे १/२ cm और पहली उंगली अंगूठे के साथ मिला दो (जीरो बना दिया) । इससे दिमागी कमजोरी, यादशक्ति, सिरदर्द आदि दूर होते हैं । सिरदर्द वाले रोगी देसी गाय के घी का नस्य लें । यादशक्ति के लिए तालू में जीभ लगायें ।*


🙏🏻 🌷🙏🏻


पंचक


 


 


28 सितंबर 09:41 सुबह से 3 अक्तूबर 08:51 सुबह तक


 


25 अक्टूबर दोपहर 3.24 से 30 अक्टूबर दोपहर 2.56 बजे तक


 


21 नवंबर रात्रि 10.24 से 26 नवंबर रात्रि 9.20 बजे तक


 


19 दिसंबर प्रातः 7.16 से 23 दिसंबर तड़के 4.32 बजे तक


 


 


एकादशी


 


पद्मिनी एकादशी - 27 सितंबर 2020


 


परम एकादशी - 13 अक्टूबर 2020


 


पापांकुशा एकादशी - 27 अक्टूबर 2020


 


प्रदोष


 


29 सितंबर ( मंगलवार ) भौम प्रदोष व्रत ( शुक्ल )


 


14 अक्‍टूबर ( बुधवार ) प्रदोष व्रत ( कृष्ण )


 


28 अक्‍टूबर ( बुधवार ) प्रदोष व्रत ( शुक्ल


 


अमावस्या


 


शुक्रवार, 16 अक्टूबर आश्विन अमावस्या (अधिक)


 


 


पूर्णिमा


 


 


गुरुवार, 01 अक्टूबर आश्विन पूर्णिमा व्रत (अधिक)


शनिवार, 31 अक्टूबर अश्विन पूर्णिमा व्रत


 


मेष - पॉजिटिव- मेष राशि वालों से अनुरोध है कि आज बाहरी गतिविधियों को स्थगित करके घर पर ही अपनी वित्तीय योजनाओं संबंधी कार्यों पर ध्यान केंद्रित रखें। आपके कार्य संपन्न होंगे। घर में भी एक खुशनुमा माहौल बना रहेगा।


नेगेटिव- किसी अनजान व्यक्ति पर अधिक विश्वास करना या उसकी बातों में आना आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। अपने क्रोध तथा उत्तेजना पर काबू रखें। आपका यह स्वभाव बच्चों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।


व्यवसाय- अभी वर्तमान व्यवसाय पर ही अपना ध्यान केंद्रित रखें। कुछ नया काम शुरू करने के लिए स्थितियां अभी पक्ष में नहीं है। क्योंकि मेहनत के अनुसार अभी उचित परिणाम हासिल नहीं होंगे।


लव- वैवाहिक संबंधों में स्थिति सामान्य रहेगी। पारिवारिक मामले में ज्यादा हस्तक्षेप ना करें।


स्वास्थ्य- स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। परंतु ज्यादा तनाव लेने की वजह से कुछ दिमागी थकान महसूस होगी। इसलिए समय-समय पर आराम भी करना आवश्यक है।


भाग्यशाली रंग- नीला, भाग्यशाली अंक- 9


 


वृष - पॉजिटिव- कुछ समय से कार्यों में जो विघ्न-बाधाएं आ रही थी, अब उनके निवारण होने का समय आ गया है। एकाग्रता से उन पर कार्य करें। इस समय ग्रह स्थितियां आपके पक्ष में हैं। कोर्ट से संबंधित मामले भी आपके पक्ष में रहेंगे।


नेगेटिव- कुछ लोग जलन की भावना से आपकी आलोचना और निंदा कर सकते हैं। परंतु उससे आपका कोई भी अहित नहीं होगा इसलिए निश्चिंत रहें। आर्थिक स्थिति को ठीक रखने के लिए अपने खर्चों को कम करें।


व्यवसाय- व्यापार में कहीं फंसा हुआ या रुका हुआ पैसा आज प्राप्त हो सकता है। इसीलिए इसके लिए प्रयासरत रहें। कुछ राजकीय कार्य भी परेशानी और बाधा के उपरांत पूरे हो जाएंगे। नौकरी में ऑफिस का माहौल सकारात्मक रहेगा।


लव- पति-पत्नी के संबंधों में सुधार आएगा। परंतु प्रेम संबंधों का असर आपके घर और परिवार दोनों पर पड़ सकता है इसलिए इनमें समय नष्ट ना करें।


स्वास्थ्य- अपनी परेशानियों को अपने अंदर रखकर घुटने से कई बार अवसाद व डिप्रेशन की स्थिति उत्पन्न हो सकती हैं। बेहतर होगा कि किसी शुभचिंतक से अपनी परेशानियां शेयर करें।


भाग्यशाली रंग- केसरिया, भाग्यशाली अंक- 6


 


मिथुन - पॉजिटिव- आपने पिछले कुछ समय से बहुत अधिक मेहनत द्वारा जो दीर्घकालीन योजनाएं बनाई थी, आज उस लक्ष्य को हासिल करने का शुभ समय है। आपकी योग्यता व काबिलियत खुलकर लोगों के सामने आएगी।


नेगेटिव- परंतु आर्थिक रूप से कुछ उलझने एवं समस्याएं बढ़ सकती हैं। परंतु हर मुश्किल का सामना आप निडरता से करेंगे और हल् भी पा लेंगे। प्रतिद्वंदी और विरोधियों की गतिविधियों को नजरअंदाज ना करें।


व्यवसाय- कार्यक्षेत्र में आपकी कार्यप्रणाली बहुत ही उत्तम तरीके से रहेगी जिससे उत्पादन क्षमता भी बढ़ेगी। और भविष्य में जल्दी ही लाभदायक स्थितियां उत्पन्न होगी। परंतु प्रत्येक निर्णय स्वयं ही ले तो उत्तम है।


लव- किसी बड़े बुजुर्गों के स्वास्थ्य संबंधी परेशानी रहेगी। जीवनसाथी का सहयोग और सेवा भाव आपको मानसिक रूप से सुकून देगा।


स्वास्थ्य- थकान की स्थिति रहेगी। बदलते हुए मौसम का प्रभाव भी स्वास्थ्य पर पड़ेगा।


भाग्यशाली रंग- लाल, भाग्यशाली अंक- 5


 


कर्क - पॉजिटिव- संतान से संबंधित किसी समस्या का समाधान मिलने से तनावमुक्त महसूस करेंगे। किसी मांगलिक कार्य के आयोजन की योजना भी बनेगी। बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद व स्नेह घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाकर रखेगा।


नेगेटिव- अभी लाभ से ज्यादा व्यय की स्थितियां बन रही है इसलिए अपने खर्चों पर नियंत्रण रखना आवश्यक है। आपके स्वभाव में कभी गुस्सा और कभी चिड़चिड़ापन आपके लिए ही हानिकारक रहेगा।


व्यवसाय- आपने अगर किसी नए काम की शुरुआत की है तो उस पर गंभीरता से विचार करें। निकट भविष्य में यह कार्य आपके लिए आर्थिक दृष्टि से बहुत ही लाभदायक रहेगा। किसी को भी उधार देने से परहेज करें।


लव- बड़े बुजुर्गों का प्रेम और स्नेह आपके परिवार पर बना रहेगा। परंतु प्रेम संबंधों के कारण कोई मानहानि जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है इसलिए सावधान रहें ।


स्वास्थ्य- ज्यादा टेंशन व थकान की वजह से मनोबल में कुछ कमीं महसूस होगी जिसका असर आपकी कार्य क्षमता पर पड़ सकता है।


भाग्यशाली रंग- सफेद, भाग्यशाली अंक- 2


 


सिंह - पॉजिटिव- घर के वरिष्ठ व्यक्तियों की सलाह आपके लिए वरदान साबित होगी। अपने उसूलों व सिद्धांतों के साथ किसी भी कीमत पर समझौता ना करना आपके मान-सम्मान में वृद्धि करेगा। मुसीबत में फंसे किसी मित्र की मदद करने से मन में खुशी रहेगी।


नेगेटिव- परंतु किसी की बातों में आकर कोई निर्णय ना ले। लाभ प्राप्ति में किसी गलत मार्ग को ना अपनाएं। किसी संतान की तरफ से कोई चिंता होने से मन परेशान रहेगा। युवा वर्ग व्यर्थ की मौजमस्ती में अपना समय नष्ट ना करें।


व्यवसाय- व्यवसाय में अगर नए काम की शुरुआत की है, तो उसमें लाभ के अवसर मिलने शुरू होने वाले हैं। हालांकि वह मन मुताबिक नहीं होंगे। कोई नजदीकी यात्रा भी करनी पड़ सकती है।


लव- अत्यधिक व्यस्तता की वजह से घर-परिवार पर अपना समय नहीं दे पाएंगे। परंतु जीवनसाथी का सहयोग आपको तनाव मुक्त रखेगा।


स्वास्थ्य- अगर खांसी, जुकाम जैसी समस्या चल रही है तो उसे हल्के में ना लें। जरा सी असावधानी नुकसानदायक रह सकती हैं।


भाग्यशाली रंग- हरा, भाग्यशाली अंक- 1


 


कन्या - पॉजिटिव- आज आपकी मेहनत व परिश्रम रंग लाएगी। जिससे आपमें आत्मविश्वास तथा ऊर्जा बढ़ेगी। अपनी योग्यता व क्षमता पर भी गर्व होगा। कोई शुभ समाचार भी प्राप्त होगा। विद्यार्थियों का ध्यान अपनी पढ़ाई के प्रति एकाग्रचित्त रहेगा।


नेगेटिव- परंतु सफलता प्राप्त करने के लिए कोई भी गलत कदम ना उठाएं। समय और स्थिति का पूरा ध्यान रखें। आपकी कटु वाणी व गुस्सा भी आपकी योजनाओं पर पानी फेर सकता है।


व्यवसाय- व्यवसाय में विस्तार संबंधी जो रूपरेखा बनाई थी, उस पर अमल करने का उचित समय है। आर्थिक क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम हासिल होंगे। परंतु किसी भी प्रकार का गैरकानूनी काम करने से बचें।


लव- जीवन साथी के साथ छोटी सी बात पर नोकझोंक हो सकती हैं। संबंधों में तनाव ना आने दें।


स्वास्थ्य- अपच तथा बदहजमी जैसे परेशानी महसूस होगी। संयमित खानपान रखें।


भाग्यशाली रंग- बादामी, भाग्यशाली अंक- 5


 


तुला - पॉजिटिव- किसी समारोह या धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए आमंत्रण प्राप्त होगा। संतान संबंधी भी कोई समस्या हल करने में आप सक्षम रहेंगे। स्थितियां धनदायक चल रही है। उनका सदुपयोग करना आपकी क्षमता पर निर्भर करता है।


नेगेटिव- दूसरों की बातों में आने की अपेक्षा अपने निर्णय को ही सर्वोपरि रखें। अन्यथा किसी प्रकार का नुकसान हो सकता है। किसी पड़ोसी के साथ छोटी सी बात को लेकर मामला थाने तक बन सकता है। अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें।


व्यवसाय- काम की क्वालिटी में कमीं की वजह से आर्डर या डील कैंसिल होने की आशंका है। इसलिए कार्यक्षेत्र में कर्मचारियों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखें। और वहां के माहौल को अनुशासित भी बनाकर रखना आवश्यक है।


लव- व्यस्तता की वजह से परिवार में समय नहीं दे पाएंगे। परंतु परिवार के लोग आपकी स्थिति को समझेंगे और सहयोग भी करेंगे।


स्वास्थ्य- किसी पुरानी बीमारी से संबंधित रिपोर्ट ठीक आएंगी। और स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।


भाग्यशाली रंग- ऑरेंज, भाग्यशाली अंक- 6


 


वृश्चिक - पॉजिटिव- आपका दिल के बजाय दिमाग से निर्णय लेना आपकी कई योजनाओं को कार्य रूप में परिणित करेगा। तमाम व्यवस्था के बावजूद आप अपने और घर-परिवार के लिए भी समय निकाल लेंगे। अपनी कार्य क्षमता पर पूर्ण विश्वास रखें।


नेगेटिव- परंतु बोलते समय शब्दों का उचित प्रयोग करें। आपके नकारात्मक शब्द बच्चों में हीन भावना उत्पन्न कर सकते हैं। इसका नकारात्मक प्रभाव उनकी पढ़ाई पर भी पड़ेगा।


व्यवसाय- आपको पहले भी आगाह किया गया है कि व्यवसायिक गतिविधियों में वर्तमान स्थिति पर अपना ध्यान केंद्रित रखें। जल्दी ही लाभ के मार्ग प्रशस्त होने वाले हैं। अचानक ही कोई कार्य बनने से मन में प्रसन्नता रहेगी।


लव- घर परिवार के कार्य में ज्यादा हस्तक्षेप ना करें। इससे घर का वातावरण मधुर बना रहेगा।


स्वास्थ्य- स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। किसी प्रकार की भी चिंता ना करें। परंतु वर्तमान नकारात्मक वातावरण से अपना बचाव करना अति आवश्यक है।


भाग्यशाली रंग- हरा, भाग्यशाली अंक- 9


 


धनु - पॉजिटिव- आज कुछ पुराने दोस्तों के मिलने से कुछ पुरानी यादें ताजा होगी। जिससे मन को खुशी मिलेगी। अगर कोई कोर्ट केस चल रहा है तो फैसला आपके पक्ष में होने वाला है। इसलिए पहले ही उस पर पूरा काम करके रखें।


नेगेटिव- आज बाहरी गतिविधियां तथा अनजान लोगों से दूरी बनाकर रखें। अधिकतर समय अपने घर पर ही व्यतीत करें। क्योंकि किसी प्रकार का वाद-विवाद होने की आशंका लग रही है। संतान से संबंधित भी कोई चिंता रह सकती हैं।


व्यवसाय- व्यवसायिक क्षेत्र में सारे निर्णय स्वयं ही ले, किसी का हस्तक्षेप ना होने दें। नौकरी पेशा व्यक्तियों को अपना टारगेट पूरा होने से उच्चाधिकारियों का प्रोत्साहन प्राप्त होगा।


लव- घर के किसी मुद्दे को लेकर पति-पत्नी में नोकझोंक रह सकती है। परंतु इसका नकारात्मक असर घर के वातावरण पर नहीं पड़ेगा।


स्वास्थ्य- स्वास्थ्य ठीक रहेगा। गर्मी की वजह से पेट में गड़बड हो सकती है। तरल पदार्थों का अधिक से अधिक सेवन करें।


भाग्यशाली रंग- गुलाबी , भाग्यशाली अंक- 3


 


मकर - पॉजिटिव- जिस काम को करने के लिए पिछले काफी समय से सोच-विचार कर रहे थे, आज उसे पूरा करने का समय आ गया है। सूझबूझ और विवेक से कार्य करने से हर बाजी आपके पक्ष पर रहेगी। तथा बाहरी संपर्कों से भी फायदा होगा।ग


नेगेटिव- कोई भी निर्णय इमोशनल होकर ना ले। बच्चे के किसी कार्य से आपको चिन्ता रह सकती है। धन संबंधी नुकसान भी संभव है। अगर घर में सुधार संबंधी कोई योजना बन रही है तो वास्तु के नियमों का पालन अवश्य करें।


व्यवसाय- व्यवसायिक कार्य क्षमता में बढ़ोतरी होगी। पुश्तैनी व्यवसाय में अधिक लाभदायक परिस्थिति में बन रही हैं। समय का भरपूर फायदा उठाएं। अचानक से ही कोई काम बन सकता है। सरकारी सेवारत व्यक्तियों के ऊपर काम की अधिकता रहेगी।


लव- व्यस्तता के बावजूद कुछ समय घर परिवार के लिए अवश्य निकालें। सबके साथ मनोरंजन संबंधी योजनाएं भी बनाएं।


स्वास्थ्य- स्वास्थ्य ठीक रहेगा। आंखों में किसी प्रकार की दिक्कत लग रही है। समय रहते टेस्ट करवा लेंगे तो उचित रहेगा।


भाग्यशाली रंग- लाल, भाग्यशाली अंक- 8


 


कुंभ - पॉजिटिव- अगर किसी महत्वपूर्ण कार्य पर पैसा लगाने की सोच रहे हैं तो आज परिस्थितियां अनुकूल है। इस पर गंभीरता से काम करें। घर में स्वास्थ्य संबंधी या बदलाव की भी योजना बन सकती है।


नेगेटिव- किसी नजदीकी रिश्तेदार की वजह से मनमुटाव होने की आशंका है। इसका असर घर परिवार पर भी पड़ सकता है। परंतु घर के वरिष्ठ व्यक्तियों की सलाह व हस्तक्षेप से समस्या सुलझ जाएगी। कटु वाणी का प्रयोग करने से बचें।


व्यवसाय- वर्तमान समय में चल रहे व्यवसायिक कार्यों के साथ-साथ कुछ नए काम पर भी अपना ध्यान केंद्रित करें। क्योंकि इस समय परिस्थितियां आपके पक्ष में हैं, इसका लाभ अवश्य उठाएं।


लव- घर में किसी भी गलतफहमी को आपस में बैठकर सुलझाने से समस्या का समाधान जल्दी निकलेगा। विवाहेत्तर प्रेम संबंधों से दूर रहे इसका असर आपके परिवारिक जीवन पर भी पड़ सकता है।


स्वास्थ्य- टांगो व घुटनों में दर्द जैसी समस्या रहेगी। वायु, बादी वाली चीजों का सेवन ना करें।


भाग्यशाली रंग- पीला, भाग्यशाली अंक- 8


 


मीन - पॉजिटिव- आप घर और व्यवसाय संबंधी सभी जिम्मेदारियों को बड़ी संजीदगी और गंभीरता से निभाएंगे। कोर्ट केस संबंधी सरकारी मामलों में भी विजय मिलने की संभावना है, इसलिए पूरा ध्यान इन कार्यों में केंद्रित रखें।


नेगेटिव- अचानक से कोई नकारात्मक बात हो सकती है जिसकी वजह से धन हानि होगी। आर्थिक स्थिति डगमगा सकती हैं। अपने क्रोध व उत्तेजना पर काबू बनाकर रखें। तथा धैर्य और संयम से काम लें।


व्यवसाय- शेयर तथा सट्टा जैसे कार्यों से ताल्लुक रखने वाले व्यक्ति और सावधानी से कार्य करें। इस समय रूपए पैसे के मामले में किसी पर भी भरोसा या विश्वास करना ठीक नहीं है। ध्यान रखें कोई व्यवसायिक सूचना लीक हो सकती है।


लव- बड़े बुजुर्गों के प्रति सेवा भाव और देखभाल आपके पारिवारिक जीवन में सौभाग्य लाएगा। प्रेम प्रसंगों में भी प्रगाढ़ता आएगी।


स्वास्थ्य- किसी प्रकार की चोट आदि लगने की संभावना है। वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं तथा नशे आदि के सेवन से भी परहेज करें।


भाग्यशाली रंग- आसमानी, भाग्यशाली अंक- 3


 


जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं


 


दिनांक 29 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 2 होगा। 2 और 9 आपस में मिलकर 11 होते हैं। 11 की संख्या आपस में मिलकर 2 होती है इस तरह आपका मूलांक 2 होगा। इस मूलांक को चंद्र ग्रह संचालित करता है। चंद्र ग्रह मन का कारक होता है। आप अत्यधिक भावुक होते हैं।


 


 


 


आप स्वभाव से शंकालु भी होते हैं। दूसरों के दु:ख दर्द से आप परेशान हो जाना आपकी कमजोरी है। आप मानसिक रूप से तो स्वस्थ हैं लेकिन शारीरिक रूप से आप कमजोर हैं। चंद्र ग्रह स्त्री ग्रह माना गया है। अत: आप अत्यंत कोमल स्वभाव के हैं। आपमें अभिमान तो जरा भी नहीं होता। चंद्र के समान आपके स्वभाव में भी उतार-चढ़ाव पाया जाता है। आप अगर जल्दबाजी को त्याग दें तो आप जीवन में बहुत सफल होते हैं। 


 


 


शुभ दिनांक : 2, 11, 20, 29   


 


शुभ अंक : 2, 11, 20, 29, 56, 65, 92  


  


शुभ वर्ष : 2027, 2029, 2036


 


ईष्टदेव : भगवान शिव, बटुक भैरव


 


शुभ रंग : सफेद, हल्का नीला, सिल्वर ग्रे 


 


कैसा रहेगा यह वर्ष


लेखन से संबंधित मामलों में सावधानी रखना होगी। बगैर देखे किसी कागजात पर हस्ताक्षर ना करें। किसी नवीन कार्य योजनाओं की शुरुआत करने से पहले बड़ों की सलाह लें। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति ठीक-ठीक रहेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से संभल कर चलने का वक्त होगा। पारिवारिक विवाद आपसी मेलजोल से ही सुलझाएं। दखलअंदाजी ठीक नहीं रहेगी।


रविवार, 20 सितंबर 2020

चूना मत लगाइए बस खाइए और देखिए इसके फायदे


#चूना जो पान में लगा के खाया जाता है , उसकी एक डिब्बी ला कर घर में रखे .


 


- यह सत्तर प्रकार की बीमारियों को ठीक कर देता है . गेहूँ के दाने के बराबर चूना गन्ने के रस में मिलाकर पिलाने से बहुत जल्दी #पीलिया ठीक हो जाता है .


 


- चूना #नपुंसकता की सबसे अच्छी दवा है - अगर किसी के शुक्राणु नही बनता उसको अगर गन्ने के रस के साथ चूना पिलाया जाये तो साल डेढ़ साल में भरपूर शुक्राणु बनने लगेंगे . जिन माताओं के शरीर में अन्डे नही बनते उन्हें भी इस चूने का सेवन करना चाहिए .


 


- #शुगर रोज़ सुबह ख़ाली पेट एक गिलास पानी में एक छोटे चने के बराबर चुना मिलकर पीने से शुगर जड़ से ख़त्म हो जाती हैं ( समय समय पर जाँच करवाते रहे.. वरना शुगर का लेवल माइनस भी हो सकता हैं )


 


- विद्यार्थीओ के लिए चूना बहुत अच्छा है जो #लम्बाई बढाता है - गेहूँ के दाने के बराबर चूना रोज दही में मिला के खाना चाहिए, दही नही है तो दाल में मिला के या पानी में मिला के लिया जा सकता है - इससे लम्बाई बढने के साथ साथ स्मरण शक्ति भी बहुत अच्छी होती है । जिन बच्चों की बुद्धि कम है ऐसे मतिमंद बच्चों के लिए सबसे अच्छी दवा है चूना . जो बच्चे बुद्धि से कम है, दिमाग देर में काम करता है, देर में सोचते है हर चीज उनकी स्लो है उन सभी बच्चे को चूना खिलाने से अच्छे हो जायेंगे ।


 


- बहनों को अपने #मासिक_धर्म के समय अगर कुछ भी तकलीफ होती हो तो उसका सबसे अच्छी दवा है चूना । मेनोपौज़ की सभी समस्याओं के लिए गेहूँ के दाने के बराबर चूना हर दिन खाना दाल में, लस्सी में, नही तो पानी में घोल के पीना चाहिए . इससे ओस्टीओपोरोसिस होने की संभावना भी नहीं रहती .


 


- जब कोई माँ #गर्भावस्था में है तो चूना रोज खाना चाहिए क्योंकि गर्भवती माँ को सबसे ज्यादा केल्शियम की जरुरत होती है और चूना केल्शियम का सबसे बड़ा भंडार है . गर्भवती माँ को चूना खिलाना चाहिए अनार के रस में - अनार का रस एक कप और चूना गेहूँ के दाने के बराबर ये मिलाके रोज पिलाइए नौ महीने तक लगातार दीजिये तो चार फायदे होंगे - पहला फायदा होगा के माँ को बच्चे के जनम के समय कोई तकलीफ नही होगी और नॉर्मल डीलिवरी होगी , दूसरा बच्चा जो पैदा होगा वो बहुत हृष्ट पुष्ट और तंदुरुस्त होगा , तीसरा फ़ायदा वो बच्चा जिन्दगी में जल्दी बीमार नही पड़ता जिसकी माँ ने चूना खाया , और चौथा सबसे बड़ा लाभ है वो बच्चा बहुत होशियार होता है बहुत Intelligent और Brilliant होता है उसका IQ बहुत अच्छा होता है .


 


- चूना #घुटने_क_दर्द ठीक करता है , कमर का दर्द ठीक करता है , कंधे का दर्द ठीक करता है, एक खतरनाक बीमारी है Spondylitis वो चुने से ठीक होता है . कई बार हमारे रीढ़ की हड्डी में जो मनके होते है उसमे दूरी बढ़ जाती है Gap आ जाता है जिसे ये चूना ही ठीक करता है . रीढ़ की हड्डी की सब बीमारिया चूने से ठीक होती है . अगर हड्डी टूट जाये तो टूटी हुई हड्डी को जोड़ने की ताकत सबसे ज्यादा चूने में है . इसके लिए चूने का सेवन सुबह खाली पेट करे .


 


- अगर मुंह में ठंडा गरम पानी लगता है तो चूना खाने से बिलकुल ठीक हो जाता है , मुंह में अगर छाले हो गए है तो चूने का पानी पिने से तुरन्त ठीक हो जाता है । शरीर में जब खून कम हो जाये तो चूना जरुर लेना चाहिए , एनीमिया है खून की कमी है उसकी सबसे अच्छी दवा है ये चूना . गन्ने के रस में , या संतरे के रस में , नही तो सबसे अच्छा है अनार के रस में डाल कर चूना ले . अनार के रस में चूना पिने से खून बहुत बढता है , बहुत जल्दी खून बनता है - एक कप अनार का रस गेहूँ के दाने के बराबर चूना सुबह खाली पेट ले .


 


- भारत के जो लोग चूने से पान खाते है, बहुत होशियार है और वे महर्षि वाग्भट के अनुयायी है . पर पान बिना तम्बाखू , सुपारी और कत्थे के ले . तम्बाखू ज़हर है और चूना अमृत है . कत्था केन्सर करता है, पान में सौंठ , इलायची , लौंग , केसर , सौंफ , गुलकंद , चूना , कसा हुआ नारियल आदि डाल के खाए .


 


- अगर घुटने में घिसाव आ गया हो और डॉक्टर कहे के घुटना बदल दो तो भी जरुरत नही चूना खाते रहिये और हरसिंगार ( पारिजातक या प्राजक्ता ) के पत्ते का काढ़ा पीजिये , घुटने बहुत अच्छे काम करेंगे । 


 


चूना खाइए पर चूना लगाइए मत .


ये चूना लगाने के लिए नही है खाने के लिए है.


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शनिवार, 19 सितंबर 2020

ये रखेंगे ध्यान तो नहीं होंगे परेशान

आपके बॉडी पार्ट्स कब ख़राब होते हैं?


 


1 पेट(Stomach)


उस वक्त जब आप सुबह का नाश्ता या तो करते नहीं अथवा फ़ास्ट फ़ूड से करते हैं। 


 


2 गुर्दे (Kidneys)


उस वक्त जब आप 24 घंटे में 10 गिलास पानी नहीं पीते या ग़लत तरीक़े से पानी पीते हैं 


 


3 पित्ता (Gallbladder) 


उस वक्त जब आप रात 11:00 बजे तक सोते नहीं और सूरज उगने से पहले जागते नहीं हैं।


 


4 छोटी आंत (small intestine)


उसवक्त जब आप ठंडी चीजें पीते हैं , बहुत अधिक ठंडी चीजें और बासी खाना खाते हैं।


 


5 बड़ी आंत (Large intestine) उस वक्तजब आप तली हुई या मसालेदार चीजें लगातार अधिक मात्रा में खाते हैं। 


 


6 फेफड़े (Lungs) उस वक्त जब आप धुआं धूल सिगरेट बीड़ी से भरपूर हवा में सांस लेते हैं और रोज़ाना प्राणायाम नहीं करते हैं । 


 


7 यकृत (Liver) उस वक्त जब आप बहुत तली हुई खुराक और फास्ट फूड खाते है अथवा माँस का सेवन करते हैं । 


 


8 दिल (Heart) उस वक्त जब आप ज्यादा नमकीन और कोलेस्ट्रोल वाली चीजें खाते हैं और रोज़ाना सैर नहीं करते हैं । 


 


9 अग्न्याशय pancreas उस वक्त जब आप बहुत ज्यादा मिठाई खाते हैं और खासकर जब वह फ्री में मिल रही हो। 


 


10 आंखें (Eyes) उस वक्त जब आप अंधेरे में मोबाइल और कंप्यूटर पर तेज रोशनी में लगातार अथवा रोज़ाना काम करते हैं या कम्प्यूटर गेम खेलते हैं । 


11. शरीर के जोड़ 


       जब आप प्रति दिन योग आसन और व्यायाम नहीं करते हैं ।


 


12.दिमाग (Brain) उस वक्त बहुत दुखी होता है जब आप सकारात्मक सोच के वजाय नेगेटिव सोचते हैं अथवा ईश्वर की कर्म फल व्यवस्था में विश्वास नहीं रखते हैं ।


13.मानसिक परेशनियाँ उस समय बढ़ती हैं जब आप संसारिक परेशानियों का उपाय और अधिक परिश्रम करने के बजाय या किसी स्पेशलिस्ट से सलाह लेने के बजाय अवैज्ञानिक ज्योतिष और तंत्र मंत्र या नक्षत्रों की पूजा से उनको सुलझाना चाहते हैं जो कि असम्भव है। 


 


 मान्यवर 


अपने जिस्म के हर हिस्से का ख्याल रखें। याद रखें यह बॉडी पार्ट्स मार्केट में ना तो उपलब्ध हैं और ना ही पूर्णतया मरम्मत ही होते है।


       वेदों और आर्ष ग्रंथों का अध्ययन करें और अपने आपकी अंधविश्वास आदि अवैदिक मान्यताओं से रक्षा करें ।


            


सोमवार, 20 जुलाई 2020

सौ मर्ज की एक दवा है ये मुफ्त की बेल


गिलोय एक ही ऐसी बेल है, जिसे आप सौ मर्ज की एक दवा कह सकते हैं। इसलिए इसे संस्कृत में अमृता नाम दिया गया है। कहते हैं कि देवताओं और दानवों के बीच समुद्र मंथन के दौरान जब अमृत निकला और इस अमृत की बूंदें जहां-जहां छलकीं, वहां-वहां गिलोय की उत्पत्ति हुई।


 


इसका वानस्पिक नाम( Botanical name) टीनोस्पोरा कॉर्डीफोलिया (tinospora cordifolia है। इसके पत्ते पान के पत्ते जैसे दिखाई देते हैं और जिस पौधे पर यह चढ़ जाती है, उसे मरने नहीं देती। इसके बहुत सारे लाभ आयुर्वेद में बताए गए हैं, जो न केवल आपको सेहतमंद रखते हैं, बल्कि आपकी सुंदरता को भी निखारते हैं। आइए जानते हैं गिलोय के फायदे…


 


गिलोय बढ़ाती है रोग प्रतिरोधक क्षमता


 


गिलोय एक ऐसी बेल है, जो व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा कर उसे बीमारियों से दूर रखती है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने का काम करते हैं। यह खून को साफ करती है, बैक्टीरिया से लड़ती है। लिवर और किडनी की अच्छी देखभाल भी गिलोय के बहुत सारे कामों में से एक है। ये दोनों ही अंग खून को साफ करने का काम करते हैं।


 


ठीक करती है बुखार


 


अगर किसी को बार-बार बुखार आता है तो उसे गिलोय का सेवन करना चाहिए। गिलोय हर तरह के बुखार से लडऩे में मदद करती है। इसलिए डेंगू के मरीजों को भी गिलोय के सेवन की सलाह दी जाती है। डेंगू के अलावा मलेरिया, स्वाइन फ्लू में आने वाले बुखार से भी गिलोय छुटकारा दिलाती है।


 


*गिलोय के फायदे – डायबिटीज के रोगियों के लिए*


 


गिलोय एक हाइपोग्लाइसेमिक एजेंट है यानी यह खून में शर्करा की मात्रा को कम करती है। इसलिए इसके सेवन से खून में शर्करा की मात्रा कम हो जाती है, जिसका फायदा टाइप टू डायबिटीज के मरीजों को होता है।


 


*पाचन शक्ति बढ़ाती है*


 


यह बेल पाचन तंत्र के सारे कामों को भली-भांति संचालित करती है और भोजन के पचने की प्रक्रिया में मदद कती है। इससे व्यक्ति कब्ज और पेट की दूसरी गड़बडिय़ों से बचा रहता है।


 


*कम करती है स्ट्रेस*


 


गलाकाट प्रतिस्पर्धा के इस दौर में तनाव या स्ट्रेस एक बड़ी समस्या बन चुका है। गिलोय एडप्टोजन की तरह काम करती है और मानसिक तनाव और चिंता (एंजायटी) के स्तर को कम करती है। इसकी मदद से न केवल याददाश्त बेहतर होती है बल्कि मस्तिष्क की कार्यप्रणाली भी दुरूस्त रहती है और एकाग्रता बढ़ती है।


 


*बढ़ाती है आंखों की रोशनी*


 


गिलोय को पलकों के ऊपर लगाने पर आंखों की रोशनी बढ़ती है। इसके लिए आपको गिलोय पाउडर को पानी में गर्म करना होगा। जब पानी अच्छी तरह से ठंडा हो जाए तो इसे पलकों के ऊपर लगाएं।


 


*अस्थमा में भी फायदेमंद*


 


मौसम के परिवर्तन पर खासकर सर्दियों में अस्थमा को मरीजों को काफी परेशानी होती है। ऐसे में अस्थमा के मरीजों को नियमित रूप से गिलोय की मोटी डंडी चबानी चाहिए या उसका जूस पीना चाहिए। इससे उन्हें काफी आराम मिलेगा।


 


*गठिया में मिलेगा आराम*


 


गठिया यानी आर्थराइटिस में न केवल जोड़ों में दर्द होता है, बल्कि चलने-फिरने में भी परेशानी होती है। गिलोय में एंटी आर्थराइटिक गुण होते हैं, जिसकी वजह से यह जोड़ों के दर्द सहित इसके कई लक्षणों में फायदा पहुंचाती है।


 


*अगर हो गया हो एनीमिया, तो करिए गिलोय का सेवन*


 


भारतीय महिलाएं अक्सर एनीमिया यानी खून की कमी से पीडि़त रहती हैं। इससे उन्हें हर वक्त थकान और कमजोरी महसूस होती है। गिलोय के सेवन से शरीर में लाल रक्त कणिकाओं की संख्या बढ़ जाती है और एनीमिया से छुटकारा मिलता है।


 


*बाहर निकलेगा कान का मैल*


 


कान का जिद्दी मैल बाहर नहीं आ रहा है तो थोड़ी सी गिलोय को पानी में पीस कर उबाल लें। ठंडा करके छान के कुछ बूंदें कान में डालें। एक-दो दिन में सारा मैल अपने आप बाहर जाएगा।


 


*कम होगी पेट की चर्बी*


 


गिलोय शरीर के उपापचय (मेटाबॉलिजम) को ठीक करती है, सूजन कम करती है और पाचन शक्ति बढ़ाती है। ऐसा होने से पेट के आस-पास चर्बी जमा नहीं हो पाती और आपका वजन कम होता है।


 


*यौनेच्छा बढ़ाती है गिलोय*


 


आप बगैर किसी दवा के यौनेच्छा बढ़ाना चाहते हैं तो गिलोय का सेवन कर सकते हैं। गिलोय में यौनेच्छा बढ़ाने वाले गुण पाए जाते हैं, जिससे यौन संबंध बेहतर होते हैं।


 


*खूबसूरती बढ़ाती है गिलोय*


 


गिलोय न केवल सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है, बल्कि यह त्वचा और बालों पर भी चमत्कारी रूप से असर करती है….


 


*जवां रखती है गिलोय*


 


गिलोय में एंटी एजिंग गुण होते हैं, जिसकी मदद से चेहरे से काले धब्बे, मुंहासे, बारीक लकीरें और झुर्रियां दूर की जा सकती हैं। इसके सेवन से आप ऐसी निखरी और दमकती त्वचा पा सकते हैं, जिसकी कामना हर किसी को होती है। अगर आप इसे त्वचा पर लगाते हैं तो घाव बहुत जल्दी भरते हैं। त्वचा पर लगाने के लिए गिलोय की पत्तियों को पीस कर पेस्ट बनाएं। अब एक बरतन में थोड़ा सा नीम या अरंडी का तेल उबालें। गर्म तेल में पत्तियों का पेस्ट मिलाएं। ठंडा करके घाव पर लगाएं। इस पेस्ट को लगाने से त्वचा में कसावट भी आती है।


 


*बालों की समस्या भी होगी दूर*


 


अगर आप बालों में ड्रेंडफ, बाल झडऩे या सिर की त्वचा की अन्य समस्याओं से जूझ रहे हैं तो गिलोय के सेवन से आपकी ये समस्याएं भी दूर हो जाएंगी।


 


*गिलोय का प्रयोग ऐसे करें:*


 


अब आपने गिलोय के फायदे जान लिए हैं, तो यह भी जानिए कि गिलोय को इस्तेमाल कैसे करना है…


 


गिलोय जूस


 


गिलोय की डंडियों को छील लें और इसमें पानी मिलाकर मिक्सी में अच्छी तरह पीस लें। छान कर सुबह-सुबह खाली पेट पीएं। अलग-अलग ब्रांड का गिलोय जूस भी बाजार में उपलब्ध है।


 


काढ़ा


 


चार इंच लंबी गिलोय की डंडी को छोटा-छोटा काट लें। इन्हें कूट कर एक कप पानी में उबाल लें। पानी आधा होने पर इसे छान कर पीएं। अधिक फायदे के लिए आप इसमें लौंग, अदरक, तुलसी भी डाल सकते हैं।


 


पाउडर


 


यूं तो गिलोय पाउडर बाजार में उपलब्ध है। आप इसे घर पर भी बना सकते हैं। इसके लिए गिलोय की डंडियों को धूप में अच्छी तरह से सुखा लें। सूख जाने पर मिक्सी में पीस कर पाउडर बनाकर रख लें।


 


गिलोय वटी


 


बाजार में गिलोय की गोलियां यानी टेबलेट्स भी आती हैं। अगर आपके घर पर या आस-पास ताजा गिलोय उपलब्ध नहीं है तो आप इनका सेवन करें।


 


साथ में अलग-अलग बीमारियों में आएगी काम


 


अरंडी यानी कैस्टर के तेल के साथ गिलोय मिलाकर लगाने से गाउट(जोड़ों का गठिया) की समस्या में आराम मिलता है।इसे अदरक के साथ मिला कर लेने से रूमेटाइड आर्थराइटिस की समस्या से लड़ा जा सकता है।चीनी के साथ इसे लेने से त्वचा और लिवर संबंधी बीमारियां दूर होती हैं।आर्थराइटिस से आराम के लिए इसे घी के साथ इस्तेमाल करें।कब्ज होने पर गिलोय में गुड़ मिलाकर खाएं।


 


*साइड इफेक्ट्स का रखें ध्यान*


 


वैसे तो गिलोय को नियमित रूप से इस्तेमाल करने के कोई गंभीर दुष्परिणाम अभी तक सामने नहीं आए हैं लेकिन चूंकि यह खून में शर्करा की मात्रा कम करती है। इसलिए इस बात पर नजर रखें कि ब्लड शुगर जरूरत से ज्यादा कम न हो जाए। *गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को गिलोय के सेवन से बचना चाहिए।पांच साल से छोटे बच्चों को गिलोय न दे* 🙏


*_एक निवेदन :---अभी वर्षाऋतु का काल है अपने घर में बड़े गमले या आंगन में जंहा भी उचित स्थान हो गिलोय की बेल अवश्य लगायें यह बहु उपयोगी वनस्पति ही नही बल्कि आयुर्वेद का अमृत और ईश्वरीय अवदान है । योगाचार्य आदर्श मिश्र पतञ्जलि योगपीठ हरिद्वार।


मंगलवार, 23 जून 2020

बाबा रामदेव ने लॉन्च की कोरोना की आयुर्वेदिक दवा कोरोनिल 


नई दिल्ली. योग गुरु बाबा रामदेव  के संस्थान पतंजलि आयुर्वेद  ने कोरोना वायरस की आयुर्वेदिक दवा कोरोनिल लॉन्च कर दी है. क्लीनिकल ट्रायल के बाद पतंजलि ने यह दवा तैयार की है. कोरोनिल किट 545 रुपए में उपलब्ध होगी.  इस मौके पर बाबा रामदेव ने कहा, 'पूरा देश और दुनिया जिस क्षण की प्रतीक्षा कर रहा था आज वो आ गया है. कोरोना की पहली आयुर्वेदिक दवा तैयार हो गई है. इस दवा से हम कोरोना की हर तरह की जटिलता को नियंत्रित कर पाए. इस दवा से तीन दिन के अंदर 69 फीसदी मरीज रिकवर हो गए यानी पॉजिटिव से निगेटिव हो गए.' बाबा रामदेव ने कहा, 'इस दवा के जरिए 7 दिन में 100 फीसदी मरीज ठीक हुए हैं. इस दवा का ट्रायल 280 लोगों पर किया गया है.'
आचार्य बालकृष्ण के अनुसार दवा में अश्वगंधा, गिलोय, तुलसी, श्वसारि रस व अणु तेल हैं. यह दवा अपने प्रयोग, इलाज और प्रभाव के आधार पर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी प्रमुख संस्थानों, जर्नल आदि से प्रामाणिक है. अमेरिका के बायोमेडिसिन फार्माकोथेरेपी इंटरनेशनल जर्नल में इस शोध का प्रकाशन भी हो चुका है. पतंजलि का दावा है कि यह शोध संयुक्त रूप से पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट, हरिद्वार एंड नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, जयपुर द्वारा किया गया है. दवा का निर्माण दिव्य फार्मेसी, हरिद्वार और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड, हरिद्वार द्वारा किया जा रहा है.


शनिवार, 20 जून 2020

क्या आप कोरोना के बारे में जानते हैं ये

W H O की तरफ से गाइड लाइन आई है । हमें लगता है वर्तमान समय में जहां भी अच्छी जानकारी मिले उसे पढ़ना चाहिए और दूसरो तक भेजनी भी चाहिए।


फेसमास्क सम्बन्धी जानकारी।


 


 मास्क का उपयोग सीमित समय के लिए किया जाना चाहिए। यदि आप इसे लंबे समय तक पहनते हैं:


 


 1. रक्त में ऑक्सीजन कम हो जाती है।


 


 2. मस्तिष्क को ऑक्सीजन कम मिलता है।


 


 3. आप कमजोर महसूस करने लगते हैं।


 


 4. मृत्यु तक ले जा सकता है।


 


 *सलाह*


 


 *a*- जब आप अकेले हों तो इसे हटा दें। मैंने कार में बहुत से लोगों को अभी भी चेहरा MASK पहने हुए AC के साथ देखता हूं। अज्ञान या अशिक्षा?


 


 *B* - इसे घर पर इस्तेमाल न करें।


 


 *C* - केवल इसका उपयोग भीड़ वाली जगह पर करें और जब एक या अधिक व्यक्तियों के साथ निकट संपर्क में हो।


 


 *D* -अपने आप को सबसे अधिक बार अलग करते हुए इसका उपयोग कम करें।


E- AC का इस्तेमाल कम से कम करे।


 


  *सुरक्षित रहें!!!*


 


 दवाएं जो आइसोलेशन अस्पतालों में ली जाती हैं


 


  1. विटामिन सी -1000


  2. विटामिन ई (ई)


  3. (10 से 11) घंटे तक, 15-20 मिनट धूप में बैठे।


  4. हम आराम करते हैं / कम से कम 7-8 घंटे सोते हैं


  5. हम रोजाना 2.5 लीटर पानी पीते हैं


  6. सभी भोजन गर्म (ठंडा नहीं) होना चाहिए।


  और यह सब हम अस्पताल में प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए करते हैं


 


  ध्यान दें कि कोरोनावायरस का पीएच 5.5 से 8.5 तक भिन्न होता है


 


  इसलिए, वायरस को खत्म करने के लिए हमें बस इतना करना है कि वायरस की अम्लता के स्तर से अधिक क्षारीय खाद्य पदार्थों का सेवन करें।


  जैसे कि :


  हरा नींबू - 9.9 पीएच


  पीला नींबू - 8.2 पीएच


  एवोकैडो - 15.6 पीएच


  * लहसुन - 13.2 पीएच


  * आम - 8.7 पीएच


  * कीनू - 8.5 पीएच


  * अनानास - 12.7 पीएच


  * वॉटरक्रेस - 22.7 पीएच


  * संतरे - 9.2 पीएच


 


  कैसे पता चलेगा कि आप कोरोना वायरस से संक्रमित हैं?


 


  1. गला


  2. सूखा गला


  3. सूखी खांसी


  4. उच्च तापमान


  5. सांस की तकलीफ


  6. गंध की कमी…।


  #गर्म पानी के साथ नींबू फेफड़ों तक पहुंचने से पहले वायरस को खत्म कर देता है ...


  इस जानकारी को खुद तक न रखें। इसे अपने सभी परिवार और दोस्तों को प्रदान करें।


 


  हम आपके अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र की कामना करते है!


जनहित में जानकारी


   स्वस्थ रहें सुरक्षित रहें


सावधान इस तरह के लोगों को कोरोना का खतरा अधिक

नई दिल्ली l कोरोना वायरस का असर तीन तरह के लोगों पर सबसे ज्यादा पड़ता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि मोटापा ग्रस्त लोग, रक्त समूह ‘ए’ वाले मरीज व शरीर में विशेष प्रोटीन की मौजूदगी वाले मरीजों में संक्रमण का खतरा सर्वाधिक होता है। साथ ही अमेरिका के तीन वैज्ञानिकों ने पाया है कि वे मरीज जो पहले किसी दूसरी तरह का संक्रमण झेल चुके हैं, उनके लिए कोविड-19 बड़ा खतरा बनकर आता है।


नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के डायरेक्टर फ्रांसिस कोलिन्स का कहना है कि गंभीर संक्रमण वाले कोरोना मरीज में 22 तरह के प्रोटीन लगातार पाए जाते हैं। जो कि मरीज में गंभीर संक्रमण का संकेत हैं। वैज्ञानिकों ने इसका पता लगाने के लिए एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल विकसित किया जो संक्रमित मरीजों के रक्त में इन प्रोटीनों की पहचान कर सकता है।


रक्त समूह बताता है गंभीरता : ए ब्लड ग्रुप वाले कोविड मरीजों को उपचार के दौरान वेंटिलेटर की आवश्यकता पड़ने का खतरा 50 प्रतिशत होता है। जबकि ओ ब्लड ग्रुप वाले मरीज ऑक्सीजन की कमी के मामले में आंशिक रूप से सुरक्षित हैं। विशेषज्ञ कोलिन्स का कहना है कि वायरस के लिए हर व्यक्ति के स्वरूप में परिवर्तन के लिए हर इंसानी शरीर एक खास मेजबान की भूमिका निभाता है, जिस कारण किसी व्यक्ति में वायरस का असर बहुत ज्यादा होता है और किसी में बहुत कम।


गुरुवार, 18 जून 2020

डिप्रेशन से बाहर निकलने के ये 10 प्राकृतिक उपाय


आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में किसी को भी शांति से दो पल बैठने का समय नहीं मिल पाता है। यही कारण है कि अगर कोई किसी परेशानी से जूझ रहा है, तो वह उसे हल करने के बजाय अंदर ही अंदर घुटता रहता है।
ऐसा भी होता है कि इस बीमारी से पीड़ित शख्स खुद को पहले जैसा पाने के लिए चिकित्सा और कभी-कभी दवाओं तक का सहारा लेता है, लेकिन इनसे भी हर किसी को राहत नहीं मिल पाती है। यही कारण है कि इस बीमारी से बाहर निकलने के लिए प्राकृतिक उपाय से बेहतर और कुछ नहीं होता। तो चलिए डिप्रेशन से बचने के 10 प्राकृतिक उपाय जानते हैं। 
1. ट्रैक पर आने के लिए बेहतर दिनचर्या
डिप्रेशन आपकी पूरी दिनचर्या को अस्त व्यस्त कर देता है। ऐसे में अपनी दिनचर्या को बेहतर बनाएं। अपने दिन में किए जा रहे कार्यों पर विचार करें और सोचें कि कब क्या काम करना है। इसमें कई गतिविधियों को भी शामिल कर सकते हैं। जैसे दोस्तों के साथ घूमने जाना या फिर सैर पर जाना।
2. लक्ष्य निर्धारित करें
डिप्रेशन से पीड़ित इंसान हमेशा यह सोचता है कि वह कुछ नहीं कर पाएगा। जिससे वह अपने बारे में बुरे से बुरा सोचने लगता है। खुद को वापस ऊपर उठाने के लिए लक्ष्य निर्धारित करें। शुरुआत छोटे तौर पर करें, यानी उन कामों से जिनमें आप आसानी से सफल हो जाएं। जैसे खाने में कुछ अच्छा बनाना या फिर कोई पेंटिंग बनाना। और धीरे-धीरे बड़े लक्ष्यों की ओर जाएं। 
3. व्यायाम
इससे शरीर में अच्छे केमिकल्स की मात्रा बढ़ती है। दिमाग सकारात्मकता की ओर जाता है। जरूरी नहीं है कि इसके लिए आपको मैराथॉन में हिस्सा लेना पड़े, आप हफ्ते में खोड़े समय के लिए वॉक पर भी जा सकते हैं।
4. स्वस्थ्य भोजन करें
कोई ऐसा जादुई खाना तो नहीं है, जो डिप्रेशन को दूर कर दे। डिप्रेशन के कारण इंसान बहुत अधिक या बहुत कम खाने लगता है। ऐसे में नियंत्रित मात्रा में स्वस्थ भोजन करें। 
5. अच्छी नींद लें
डिप्रेशन के कारण इंसान अच्छी नींद नहीं ले पाता है या बहुत कम सोता है। लेकिन जीवन शैली में थोड़े से बदलाव लाकर एक अच्छी नींद पाई जा सकती है। रोज सोने और जागने का एक समय निर्धारित करें। एक ही समय पर बिस्तर पर जाएं। नींद में बाधा डालने वाली सभी चीजों को खुद से दूर करें, जैसे मोबाइल फोन, कंप्यूटर और टीवी। थोड़े समय में आपकी नींद अच्छी होती जाएगी।
6. जिम्मेदारियां संभालें
डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति घर और कार्यालय में जिम्मेदारियों से भागता है। लेकिन जिम्मेदारियां संभालने से जीवन शैली बेहतर रहती है और यही चीज इस बीमारी से बाहर निकलने में मदद करती है। अगर कोई शख्स कार्यालय नहीं जाता है और इस बीमारी का सामना कर रहा है तो वह समाज से जुड़ा कोई काम कर सकता है या फिर कोई पार्ट टाइम काम भी पकड़ सकता है। 
7. नकारात्मकता से दूरी
डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति नकारात्मकता में घिर जाता है। ऐसे में सबसे बड़ी चुनौती होती है, नकारात्मकता को चुनौती देना। ऐसे विचारों से खुद को दूर रखना। खुद को वैसे ही स्वीकार करें जैसे आप हैं, किसी से खुद की तुलना ना करें। ये ना सोचें कि दूसरा शख्स आपके बारे में क्या कह रहा है। नकारात्मकता को चुनौती देने में समय लग सकता है लेकिन ये नामुमकिन नहीं है।
8. डॉक्टर की सलाह 
किसी भी तरह की दवाई खाने से पहले डॉक्टर की सलाह लें। कोई भी उल्टी सीधी दवाई खाने से बचें।
9. कुछ नया करें
डिप्रेशन से पीड़ित शख्स खुद को भीड़ के बीच अकेला पाता है। तो ऐसे में कुछ नया करने की कोशिश करें। किसी म्यूजियम में जाएं, पुस्तकालय में जाकर कोई नई किताब लें, किसी पार्क की बेंच पर बैठकर उस किताब को पढे़ं। भाषा से संबंधित क्लास भी ले सकते हैं। या फिर उस काम को करें जिससे आपको खुशी मिलती है।
10. जीवन का आनंद लेने की कोशिश करें
जीवन का आनंद लेने की कोशिश करें, खुद की खुशी को कभी किसी और पर निर्भर ना होने दें। कोई अगर आपके साथ कहीं घूमने के लिए तैयार नहीं है, तो आप खुद जाएं। अपनी खुद की कंपनी का आनंद लें।


रविवार, 14 जून 2020

रक्तदान दिवस पर जिलाधिकारी ने किया रक्तदान

 


टीआर ब्यूरों l 


 मुजफ्फरनगर l विश्व रक्तदान दिवस है जगह जगह जरूरतमंदों के लिए रक्तदान किया जा रहा है तो वही आज जनपद मुजफ्फरनगर की जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे  द्वारा विश्व रक्तदान दिवस पर जिला अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में रक्तदान किया गया जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने रक्तदान करके जनमानस को एक संदेश दिया की हम सभी को जरूरतमंदों के लिए रक्तदान करना चाहिए और समय-समय पर रक्तदान करने से शरीर की कोशिकाएं मजबूत होती है वही जरूरतमंद को समय पर रक्त मिल जाता है जिससे उसे नई जिंदगी मिल जाती है ब्लड बैंक में रक्तदान करने में जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे और सीएमओ प्रवीण चोपड़ा सहित जिला अस्पताल अधिकारी मौजूद रहे l


 इसी क्रम में राष्ट्रीय लोक दल के प्रवक्ता अभिषेक चौधरी ने भी आज जिला अस्पताल पहुंचकर स्वेच्छा से रक्तदान किया


शनिवार, 13 जून 2020

ये लक्षण भी हो सकते हैं कोरोना का संकेत




नई दिल्ली. कोरोना वायरस के आम लक्षण सर्दी, खांसी और बुखार हैं लेकिन एक नई स्टडी की मानें तो इन सबके पहले कोविड के कई मरीजों में न्यूरोलॉजिकल लक्षण दिखाई देने लगते हैं. ये स्टडी अमेरिका के नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन की है. मरीजों के न्यूरोलॉजिकल लक्षणों पर की गई ये समीक्षा एनल्स ऑफ न्यूरोलॉजी में प्रकाशित की गई है. 


अस्पताल में भर्ती मरीजों में से आधे में COVID-19 के न्यूरोलॉजिकल लक्षण दिखे, जिसमें सिरदर्द, चक्कर आना, असजगता, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, गंध और स्वाद का ना महसूस होना, दौरे, स्ट्रोक, कमजोरी और मांसपेशियों में दर्द भी शामिल हैं. 


स्टडी के प्रमुख लेखक और न्यूरो-संक्रामक रोगों के नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन चीफ डॉक्टर इगोर कोरालनिक ने कहा, 'आम जनता और चिकित्सकों को इसके बारे में पता होना जरूरी है, क्योंकि कोरोना वायरस इंफेक्शन बुखार, कफ और सांस की दिक्कत से पहले शरीर में न्यूरोलॉजिक लक्षणों के साथ मौजूद हो सकता है.'


गुरुवार, 11 जून 2020

क्या आप भी हैं ब्लड प्रेशर के मरीज़ तो ध्यान से पढ़िए

 


*जितना स्ट्रेस (तनाव) उतनी बिमारियां,* यह बात आजकल के समय में खूब साबित हो रही है। पहले जमाने में 60 से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों में हाई बी.पी., शुगर और दिल से संबंधित बिमारियां देखी और सुनी जाती थी। मगर जैसे-जैसे हमारा जीवन जीने का तरीका बदल रहा है, वैसे-वैसे हम बहुत जल्द बिमारियों के शिकार बनते जा रहे हैं। जन्म लेते बच्चे को जब शुगर और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बिमारियों का शिकार पाया जाता है, तो इंसान सोच में पड़ जाता है, कि यह इस समाज का आने वाले समय में क्या होगा?


आज बहुत से कम लोग घर का बना भोजन खाना पसंद करते हैं। खासतौर पर भारतीय घरों में बनने वाले भोजन में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। यहां के बने खाने में उन मसालों का उपयोग किया जाता है, जो भोजन का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ शरीर को कई फायदा पहुंचाते हैं। बात अगर करे अजवाइन की, तो इस मसाले का इस्तेमाल कुछ घरों में हर सब्जी पकाते वक्त किया जाता है। अजवाइन का सबसे बड़ा गुण है कि यह आपके Digestive System को मजबूत बनाती है, जिससे आपके द्वारा खाया गया भोजन अच्छी तरीके से पच जाता है। 


*इसके अलावा अजवाइन का सेवन करने से शरीर को और भी कई लाभ मिलते हैं, जैसे कि...*


 


*ब्लड प्रेशर रहता है कंट्रोल*


अजवाइन में कार्वाक्रोल नामक यौगिक पाया जाता है, जो शरीर में मौजूद खून के दौरे को सही रखने में मदद करता है। यह यौगिक तत्व न तो खून को जरूरत से ज्यादा तेज क्रिया करने देता है और न ही इसे अधिक धीमा होने देते हैं, यथार्त अजवाइन का सेवन करने वाले व्यक्ति को न तो हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है और न ही लो बी.पी. की परेशानी उसे झेलनी पड़ती है। यदि किसी व्यक्ति को हाई बी.पी या लो बी.पी. की समस्या है, तो अजवाइन का पानी पीकर भी वह इसे कंट्रोल में रख सकता है। अजवाइन का पानी बनाना बेहद आसान काम है।


 


*अजवाइन का पानी*


-1 चम्मच अजवाइन को रातभर के लिए 1 गिलास पानी में भिगोकर रख दें।


-सुबह उठकर अजवाइन और पानी को गैस पर उबलने के लिए रख दें।


-पानी जब आधा रह जाए, तो इसे छानकर थोड़ा ठंडा होने के बाद पिएं।


-आप चाहें तो 1 चुटकी काला नमक इस पानी में मिलाकर पी सकते हैं।


 


 


इस पानी को हर रोज पीने से आपका बड़ा हुआ ब्लड प्रेशर कंट्रोल होगा, यदि बी.पी. ज्यादा लो रहता है तो आप इस पानी में 1 टीस्पून सफेद नमक भी मिलाकर पी सकते हैं। लो बी.पी. के पेशेंट्स को नमकीन चीजों का सेवन समय-समय पर करते रहना चाहिए, ऐसा करने से उनका बी.पी. एक दम कम नहीं होगा।


 


*हाई बी.पी. के मरीजों को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?*


 


*क्या खाएं...*


 हरी पत्तेदार सब्जियां, दलिया, चुकंदर का जूस, सुबह खाली पेट लहसुन की 1 कली, अनार,केले, डार्क चॉकलेट इत्यादि चीजें खानी चाहिए।


 


*क्या न खाएं...*


अचार, फ्राइड फूड, अल्कोहल यानि शराब, डिब्बा बंद खाना, अधिक चाय या कॉफी, टोमॉटो केचअप चीजों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।


 


*Low Blood Pressure के मरीज*


लो बी.पी. के मरीजों को कुछ न खाने से जरूरी है, समय-समय पर कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए। ध्यान रखें आप जो भी खाएं उसमें नमक की मात्रा पूर्ण होनी चाहिए। खाने के अलावा आप एनर्जी ड्रिंक्स, जूस, चाय और कॉफी का सेवन कर सकते हैं।


 


*तुलसी के पत्ते*


ब्लड प्रेशर चाहे हाई हो या फिर लो, तुलसी के पत्तों का सेवन आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगा। रोज सुबह तुलसी के 6-7 पत्ते खाने से बॉडी में ब्लड का प्रेशर सही ढंग से काम करता है। तुलसी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व आपको स्ट्रेस फ्री रखने में भी मदद करते हैं। ऐसे में हर रोज सुबह 6-7 पत्ते तुलसी के जरूर खाएं। इससे ब्लड प्रेशर ही नहीं, कैंसर जैसी बीमारी भी आपके निकट नहीं भटकती।


 


*अजवाइन का पानी पीने के और भी कई लाभ हैं, जैसे कि...*


 


*वजन कम करने में मददगार*


जिन लोगों का वजन अधिक हैं, उन्हें भी सुबह उठकर इस अजवाइन वाले पानी का सेवन करना चाहिए। अगर गर्म तासीर वाली चीजें ज्यादा सूट नहीं करती तो हर रोज पीने की जगह आप हफ्ते में 3 या 4 बार भी इसे पी सकते हैं।


 


*अपच, गैस और एसिडिटी*


जिन्हें अक्सर पेट में गैस, अपच और भूख न लगने की समस्या रहती है, उन्हें भी इस पानी का सेवन करना चाहिए। अजवाइन का पानी आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को तंदरूस्त रखने में मदद करता है।


 


*सर्दी-जुकाम*


कुछ लोगों को गर्मियों में भी कोल़्ड की समस्या रहती है, ऐसे में उन्हें हर रोज अजवाइन वाले पानी का सेवन करना चाहिए। इससे उनकी इम्युनिटी पॉवर स्ट्रांग बनती है।


 


*गठिया के मरीजों के लिए फायदेमंद*


जिन्हें गठिया की समस्या है, उन्हें भी अजवाइन वाला पानी पीना चाहिए। इससे जोड़ों में होने वाले दर्द और सूजन से राहत मिलती है। यह शरीर के कोलेस्ट्रोल लेवल को भी बैलेंस करने में मदद करता है।


कई बीमारियों का इलाज है अलसी

अलसी के बीजों से बना काढ़ा पीने से आपको मिलेगी इन बीमारियों से निजात


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अलसी लाभकारी है. इसके बीजों से बना काढ़ा नियमित पीने से कई बीमारियों के उपचार में फायदेमंद है. दो चम्मच अलसी के बीजों को दो कप पानी में मिक्स करें व आधा रह जाने तक उबालें. तैयार काढ़ा छान लें व थोड़ा ठंडा होने पर इसे पीएं.


हार्ट ब्लॉकेज को करे दूर:


 नियमित रूप से तीन महीने तक अलसी का काढ़ा पीने से दिल की धमनियों में रुकावट दूर होती है. अलसी में उपस्थित ओमेगा-3 शरीर में बुरे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर दिल संबंधी रोगों से बचाव करने में मददगार है. यह शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालकर शुद्धिकरण करता है.


नियंत्रित ब्लड शुगर :


 मधुमेह में अलसी का काढ़ा लाभदायक है. नियमित रूप से प्रातः काल खाली पेट यह काढ़ा पीने से ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है.


थायरॉइड में असरदार :


 प्रातः काल खाली पेट एक कप काढ़ा हाइपो और हाइपरथायरॉइड दोनों में फायदा देता है.


जोड़ों के दर्द में आराम : साइटिका, नसों व धमनियों का दबना, जोड़दर्द में काढ़े को नियमित पीएं.


गांठ करे दूर :


 सुबह-शाम दो बार काढ़ा पीने से शरीर में होने वाली किसी भी प्रकार की गांठ पिघल जाती है.


वजन घटाए :


 काढ़ा शरीर में जमे अतिरिक्त वसा को निकालकर वजन कम करती है. अलसी में उपस्थित फाइबर भूख कम करता है.


पेट की समस्याएं :


नियमित यह काढ़ा पीने से कब्ज, पेटदर्द, अफारा से राहत मिलती है.


घने और लंबे बाल :


 आधा चम्मच अलसी के बीज रोज प्रातः काल गुनगुने पानी के साथ लेने से बालों के झडऩे की समस्या दूर होती है. 3-4 माह तक काढ़ा पीने से बाल सफेद नहीं होते. ऑयल की मालिश से भी बाल मजबूत होते हैं.


गिलोय और अश्वगंधा से ठीक होगा कोरोना

नई दिल्ली l बाबा रामदेव ने पूरी गारंटी के साथ कहा कि कोरोना का गिलोय और अश्वगंधा से उपचार किया जा सकता है. टीओआई ने बाबा रामदेव के हवाले से छापा है कि, जब कोरोनोवायरस शरीर में प्रवेश करता है, तो यह पूरी प्रणाली को प्रभावित करता है. वायरस अधिक से अधिक कोशिकाओं से मल्टीप्लाई होता है और उन्हें संक्रमित करता है। गिलोय इस संक्रमण को खत्म करने में 100 फीसदी प्रभावी है.


बाबा रामदेव के अनुसार, गिलोय और अश्वगंधा संक्रमित रोगियों को पहले ही दिए जा चुके हैं और इन रोगियों में रिकवरी की दर मृत्यु दर के साथ 100 प्रतिशत थी.


हालांकि अभी कुछ ​​परीक्षण अभी चल रहे हैं और इस बाबत चीजें थोड़े समय में ही स्पष्ट हो जाएंगी, बाबा रामदेव के अनुसार, पतंजलि द्वारा अनुसंधान पूरा हो गया है और जल्द ही उनके वैज्ञानिक शोध को दुनिया के सामने पेश किया जाएगा.


डॉक्टर ने ही मरीज को रक्त देकर बचाई उसकी जान,दिया मानवता का परिचय


टीआर ब्यूरों l 


मुज़फ्फरनगर l जिले के जाने-माने चिकित्सक डॉ प्रवीण कंबोज के सुपुत्र डॉ पराग कंबोज (MS) ने समाज में एक नई मिसाल कायम करते हुए अपने ही मरीज मोबिना आयु 35 वर्षीय बलवा खेड़ी मुजफ्फरनगर ब्लॉक चरथावल को ब्लड ग्रुप A+ की आवश्यकता पड़ी जिसके लिए डॉ पराग कांबोज ने मानवता का परिचय देते हुए स्वयं ही SD मैडिकल ब्लड बैंक को मरीज के लिए रक्त उपलब्ध करवाया और मरीज को और भी रक्त आवश्यक होने पर उसकी मदद करने की पूर्ण विश्वास दिला कर उसकी सर्जरी की,जिले में ऐसे बहुत कम चिकित्सक हैं जो गरीब मरीज को अपना रक्त देकर उसकी सर्जरी करते हैं। डॉ पराग कांबोज ने बताया कि उन्होंने पहली बार रक्तदान किया है और एक जरूरतमंद मरीज को खून देकर उन्हें बहुत खुशी हो रही है। एक डॉक्टर द्वारा अपने ही मरीज को रक्तदान कर उसकी जान बचाने की खबर सुनकर जनपद वासी खूब वाहवाही कर रहे हैं।।


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मुजफ्फरनगर। तमंचे की नोक पर बीए की छात्रा से गैंगरेप के मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है।  बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में कॉफी पिलाने ...