गुरुवार, 18 जून 2020

डिप्रेशन से बाहर निकलने के ये 10 प्राकृतिक उपाय


आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में किसी को भी शांति से दो पल बैठने का समय नहीं मिल पाता है। यही कारण है कि अगर कोई किसी परेशानी से जूझ रहा है, तो वह उसे हल करने के बजाय अंदर ही अंदर घुटता रहता है।
ऐसा भी होता है कि इस बीमारी से पीड़ित शख्स खुद को पहले जैसा पाने के लिए चिकित्सा और कभी-कभी दवाओं तक का सहारा लेता है, लेकिन इनसे भी हर किसी को राहत नहीं मिल पाती है। यही कारण है कि इस बीमारी से बाहर निकलने के लिए प्राकृतिक उपाय से बेहतर और कुछ नहीं होता। तो चलिए डिप्रेशन से बचने के 10 प्राकृतिक उपाय जानते हैं। 
1. ट्रैक पर आने के लिए बेहतर दिनचर्या
डिप्रेशन आपकी पूरी दिनचर्या को अस्त व्यस्त कर देता है। ऐसे में अपनी दिनचर्या को बेहतर बनाएं। अपने दिन में किए जा रहे कार्यों पर विचार करें और सोचें कि कब क्या काम करना है। इसमें कई गतिविधियों को भी शामिल कर सकते हैं। जैसे दोस्तों के साथ घूमने जाना या फिर सैर पर जाना।
2. लक्ष्य निर्धारित करें
डिप्रेशन से पीड़ित इंसान हमेशा यह सोचता है कि वह कुछ नहीं कर पाएगा। जिससे वह अपने बारे में बुरे से बुरा सोचने लगता है। खुद को वापस ऊपर उठाने के लिए लक्ष्य निर्धारित करें। शुरुआत छोटे तौर पर करें, यानी उन कामों से जिनमें आप आसानी से सफल हो जाएं। जैसे खाने में कुछ अच्छा बनाना या फिर कोई पेंटिंग बनाना। और धीरे-धीरे बड़े लक्ष्यों की ओर जाएं। 
3. व्यायाम
इससे शरीर में अच्छे केमिकल्स की मात्रा बढ़ती है। दिमाग सकारात्मकता की ओर जाता है। जरूरी नहीं है कि इसके लिए आपको मैराथॉन में हिस्सा लेना पड़े, आप हफ्ते में खोड़े समय के लिए वॉक पर भी जा सकते हैं।
4. स्वस्थ्य भोजन करें
कोई ऐसा जादुई खाना तो नहीं है, जो डिप्रेशन को दूर कर दे। डिप्रेशन के कारण इंसान बहुत अधिक या बहुत कम खाने लगता है। ऐसे में नियंत्रित मात्रा में स्वस्थ भोजन करें। 
5. अच्छी नींद लें
डिप्रेशन के कारण इंसान अच्छी नींद नहीं ले पाता है या बहुत कम सोता है। लेकिन जीवन शैली में थोड़े से बदलाव लाकर एक अच्छी नींद पाई जा सकती है। रोज सोने और जागने का एक समय निर्धारित करें। एक ही समय पर बिस्तर पर जाएं। नींद में बाधा डालने वाली सभी चीजों को खुद से दूर करें, जैसे मोबाइल फोन, कंप्यूटर और टीवी। थोड़े समय में आपकी नींद अच्छी होती जाएगी।
6. जिम्मेदारियां संभालें
डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति घर और कार्यालय में जिम्मेदारियों से भागता है। लेकिन जिम्मेदारियां संभालने से जीवन शैली बेहतर रहती है और यही चीज इस बीमारी से बाहर निकलने में मदद करती है। अगर कोई शख्स कार्यालय नहीं जाता है और इस बीमारी का सामना कर रहा है तो वह समाज से जुड़ा कोई काम कर सकता है या फिर कोई पार्ट टाइम काम भी पकड़ सकता है। 
7. नकारात्मकता से दूरी
डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति नकारात्मकता में घिर जाता है। ऐसे में सबसे बड़ी चुनौती होती है, नकारात्मकता को चुनौती देना। ऐसे विचारों से खुद को दूर रखना। खुद को वैसे ही स्वीकार करें जैसे आप हैं, किसी से खुद की तुलना ना करें। ये ना सोचें कि दूसरा शख्स आपके बारे में क्या कह रहा है। नकारात्मकता को चुनौती देने में समय लग सकता है लेकिन ये नामुमकिन नहीं है।
8. डॉक्टर की सलाह 
किसी भी तरह की दवाई खाने से पहले डॉक्टर की सलाह लें। कोई भी उल्टी सीधी दवाई खाने से बचें।
9. कुछ नया करें
डिप्रेशन से पीड़ित शख्स खुद को भीड़ के बीच अकेला पाता है। तो ऐसे में कुछ नया करने की कोशिश करें। किसी म्यूजियम में जाएं, पुस्तकालय में जाकर कोई नई किताब लें, किसी पार्क की बेंच पर बैठकर उस किताब को पढे़ं। भाषा से संबंधित क्लास भी ले सकते हैं। या फिर उस काम को करें जिससे आपको खुशी मिलती है।
10. जीवन का आनंद लेने की कोशिश करें
जीवन का आनंद लेने की कोशिश करें, खुद की खुशी को कभी किसी और पर निर्भर ना होने दें। कोई अगर आपके साथ कहीं घूमने के लिए तैयार नहीं है, तो आप खुद जाएं। अपनी खुद की कंपनी का आनंद लें।


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