मुजफ्फरनगर ।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी बिजेन्द्र कुमार सिंह ने एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर के खिलाफ कोर्ट में केस दायर किया है। उन्होंने एडीएम प्रशासन पर अभद्रता और अपमान करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने एडीएम पर डराने और धमकाने का भी आरोप लगाया है। जबकि एडीएम प्रशासन ने शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर नगर स्वास्थ्य अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा। वहीं उनके वेतन पर भी रोक लगा दी।सीएमओ के आदेश के बाद अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. बिजेन्द्र कुमार सिंह ने 20 नवम्बर को नगर पालिका में नगर स्वास्थ्य अधिकारी का कार्यभार संभाला था। उन्होंने अपने कार्यालय में करीब पांच घंटे बैठकर कार्य भी किया। इसके बाद नगर स्वास्थ्य अधिकारी सीएमओ से 24 नवम्बर तक अवकाश लेकर अपने भतीजे की शादी में शामिल होने के लिए चले गए। 21 नवम्बर को एडीएम प्रशासन ने सफाई व्यवस्था को लेकर नगर स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांग लिया। जब उनके द्वारा कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया तो उनके वेतन पर रोक लगा दी।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जब वे शादी समारोह में परिवार के बीच थे तो एडीएम प्रशासन का कई बार फोन आया। इसके बाद नगर मजिस्ट्रेट का भी फोन आया। उन्होंने सीएमओ से अवकाश लेने पर नाराजगी जताते हुए फटकार लगाई। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने दोनों अधिकारियों को बताया कि वह अपने भतीजे की शादी में अवकाश लेकर आए हुए है, लेकिन दोनों अधिकारियों ने उनकी कोई बात नहीं सुनी। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि एडीएम प्रशासन ने उनके साथ अभद्रता और अपमान किया है। उन्होंने उनके खिलफ न्यायालय न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम में केस दायर किया है। उन्होंने बताया कि वह कोर्ट में उपस्थित होकर अपनी बयान भी दर्ज कराएगे।
"अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह से हुई वार्ता में उन्होंने बताया कि हमारे संज्ञान में इस तरीके का कोई मामला नहीं है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी मेरे खिलाफ कोर्ट गए है। मुझे इसकी जानकारी मीडिया के जरिए ही हो रही है। शहर की सफाई को लेकर नगर स्वास्थ्य अधिकारी से स्पष्टीकरण जरूर मांगा गया था। मेरे द्वारा उनके साथ कोई अभद्रता नहीं की गई है।”
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