शनिवार, 17 अप्रैल 2021

तीन सगे व्यापारी भाईयों की मौत के बाद शव उठाने को तैयार नहीं हुए लोग


लखीमपुरखीरी। कोरोना का डर लोगों के जेहन में इस कदर बैठ गया है कि साधारण मौत पर भी लोग शव के पास जाने से कतरा रहे हैं। लखीमपुर खीरी जिले में तीन व्यापारी भाइयों की मौतों ने परिवार को झकझोर कर रख दिया, इस पर सितम ये कि कोरोना के भय केे चलते शव को उठाना तो दूर लोगों ने उसके पास तक आने तक ही जेहमत नहीं उठाई। 

सूत्रों के अनुसार लखीमपुरखीरी के मोहल्ला शांतिनगर में आठ घंटे में तीन भाइयों की मौत से कोहरात मच गया। शहर के संतोष नगर निवासी व्यापारी सुशील अग्रवाल, अनिल अग्रवाल और अतुल अग्रवाल की मेला रोड पर आरा मशीन चलती है। तीनों भाइयों के बच्चे नहीं है। सुशील ने एक लड़की, अतुल और अनिल ने एक-एक लड़का गोद लिया था। शुक्रवार की सुबह सबसे पहले छोटे भाई अतुल की मौत हो गई। अतुल की शादी नहीं हुई थी। पड़ोसियों के सहयोग से शव श्मशान घाट तक पहुंचाया गया। अंतिम संस्कार के बाद शाम होते-होते बड़े भाई सुशील की भी मौत हो गई। कुछ लोग दोनों की मौत का कारण समझ पाते कि तीसरे भाई ने भी दम तोड़ दिया। 

अचानक हुई तीन भाइयों की मौत ने लोगों के मन में कोरोना का डर फैल गया। आसपास के लोगों ने शवों के पास जाने से तक से इनकार कर दिया। दोनों की मौत के बाद उन्हें जब पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया तो पोस्टमार्टम करने से भी इनकार कर दिया गया। मोहल्लों वालों ने पैसा इकट्ठा करके लावारिस लाश ढोने वाले कमरुद्दीन को बुलाया। उसे पैसा देकर दोनों के शवों को लावरिस में अंतिम संस्कार करवाया। अस्पताल प्रशासन ने कोरोना से मौत होने की बात से इनकार किया है। हालांकि तीनों की मौत कैसे हुई अभी इसकी जानकारी नहीं हो पाई है। एक साथ तीन मौतों से पूरे मोहल्ले चीत्कार मच गई। 

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