प्रयागराज। हनुमानजी को लेकर दिए बयान को लेकर अयोध्या और प्रयागराज में संतों ने किसान नेता राकेश टिकैत के खिलाफ नाराजगी जताई है.
भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत द्वारा भगवान हनुमान को आन्दोलनजीवी कहने पर संतों ने कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने चेतावनी दी है कि टिकैत अपने बयान पर माफी मांगे नहीं तो अंजाम ठीक नहीं होगा। तपस्वी छावनी के महंत जगतगुरु परमहंस आचार्य का कहना है कि राकेश टिकैत का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. किसानों को बदनाम करने वाले कांग्रेसियों द्वारा प्रायोजित है. पीएम नरेंद्र मोदी देश हित में जो भी कानून लाए गए. कांग्रेस उसमें रोड़ा बनी है. अभी तक राकेश टिकैत किसानों को बदनाम कर रहे थे, लेकिन अब वह देवी-देवताओं को बदनाम कर रहे हैं. हनुमान भगवान पर टिप्पणी से साबित होता वह किसानों के लिए नहीं लड़ रहे है. सिर्फ कांग्रेस के फंडिंग से अपनी झोली भर रहे हैं. परमहंस आचार्य ने चेतावनी दी कि फंडिंग के पैसे से अपनी जेब, घर भरने के लिए देवी-देवताओं पर बयान न दें, नहीं तो इसका परिणाम बुरा होगा। अयोध्या हरिधाम पीठ के महंत जगतगुरु राम दिनेशचार्य ने राकेश टिकैत के बयान को ओछी राजनीति करार दिया है. जगतगुरु रामदिनेशचार्य का कहना है कि आंदोलन राष्ट्रहित व समाजहित के लिए होता है. झगड़े के लिए नहीं. उन्होंने मांग की है कि राकेश टिकैत पर कार्रवाई होनी चाहिए. जिससे आने वाले समय में देवी-देवताओं को लेकर बयानबाजी न कर सकें।
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