कानपुर । मुठभेड़ में विकास दुबे की काॅल डिटेल में कई पुलिसवालों के नंबर मिलने के बाद यह पता चलने पर कि उसने कई पुलिसकर्मियों के साथ संपर्क थे। इस बीच पुलिस के भेदिए के रूप में संदिग्ध माने जा रहे चैबेपुर एसओ विनय तिवारी को आईजी मोहित अग्रवाल ने सस्पेंड कर दिया है। एसओ विनय तिवारी को एसटीएफ ने लिया हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ जारी है। टीमें दोनों का कनेक्शन तलाशने में जुटी हैं।
सूत्रों के अनुसार विकास दुबे की काॅल डिटेल में कई पुलिस वालों के नंबर मिले हैं, सभी की पड़ताल जारी है। पुलिस ने पूरे मकान को ध्वस्त करने के साथ वहां लग्जरी गाडियों समेत तमाम सामान को ध्वस्त कर दिया। सूत्रों से जानकारी मिली है किचौबेपुर थाने के ही एक दारोगा ने ही विकास दुबे को पुलिस रेड की सूचना पहले ही दे दी थी। पुलिस ने विकास दुबे के पिता रामकुमार दुबे को भी हिरासत में लेने के साथ विकास के सभी बैंक खातों को सीज कर दिया गया है। पुलिस विकास की सभी संपत्तियों की जांच कर रही है।
पिछले 24 घंटे में यूपी पुलिस का मोस्ट वांटेड चेहरा बने विकास दुबे की तलाश में यूपी पुलिस पूरी रात छापेमारी करती रही। 8 पुलिसकर्मियों पर फायरिंग का आरोपी विकास दुबे घटना के बाद छिपा बैठा है। इधर सूत्रों से जानकारी मिली है कि चैबेपुर थाने के ही एक दारोगा ने ही विकास दुबे को पुलिस रेड की सूचना पहले ही दे दी थी। सूत्रों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में इन लोगों से विकास दुबे की बातचीत हुई थी। हैरानी की बात है कि विकास दुबे के फोन की काॅल डिटेल में कुछ पुलिसवालों के नंबर भी सामने आए हैं। ये बेहद हैरान करने वाला तथ्य है। जानकारी के मुताबिक पुलिस की जांच में सामने आया है कि चैबेपुर थाने के ही एक दारोगा ने विकास दुबे को पुलिस के आने की जानकारी पहले ही दे दी थी। इस वक्त पुलिस के शक के घेरे में एक दारोगा, एक सिपाही और एक होमगार्ड है। तीनों की काॅल डिटेल के आधार पर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही ह।
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