मंगलवार, 2 फ़रवरी 2021

दंगा पूर्व भाषण के आरोपी नेता कोर्ट में पेश


 मुजफ्फरनगर । वर्ष 2013 में 2013 के दंगे से पूर्व हई शहीद चौक पंचायत के दौरान भड़काऊ भाषण देने के मामले में 7 आरोपी कोर्ट में पेश हुए। इस मामले में आज चार्ज बनना था, परन्तु न्यायालय में शोकसभा होने के चलते न्याययिक कार्य नहीं हो पाया।कोर्ट में गैरहाज़िर होने वालों में पूर्व सांसद सईददुजमा, पूर्व विधायक मौलाना जमील अहमद, नोशाद कुरेशी रहे। इन सबकी तरफ से हाज़री माफ़ी अधिवक्ता द्वारा दी गयी। आज कोर्ट में पूर्व सांसद कादिर राणा,

पूर्व विधायक नूर सलीम राणा, अधिवक्ता व पूर्व सभासद असद ज़मा, सलमान सईद, हाजी एहसान, सुल्तान मुशीर मुशर्रफ़ की पेशी हुई।

गौरतलब है कि वर्ष 2013 में कवाल कांड को लेकर 7 साल 5 माह पहले 30 अगस्त 2013 को शहर के खालापार स्थित शहीद चौक पर मुस्लिमों की एक बड़ी सभा हुई थी, जिसमें कई राजनेता भी शामिल हुए थे। जिसके बाद अचानक ही जिले में दंगा भड़कने पर इस सभा को भी प्रशासन ने जिम्मेदार माना था। जिसमें मुकदमा भी शहर कोतवाली में दर्ज किया गया था, जिमसें तत्कालीन बसपा सांसद कादिर राना, तत्कालीन चरथावल विधायक नूरसलीम राना, मीरापुर विधायक मौलाना जमील अहमद कासमी,पूर्व सांसद सईदुज्जमां, उनके बेटे सलमान सईद, एडवोकेट असद जमां पूर्व सभासद, सुल्तान मुशीर, अहसान कुरैशी, नौशाद कुरैशी और मुशर्रफ के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने समेत अन्य लोगो के विरुद्ध मामला दर्ज हुआ था। इस मामले की सुनवाई यहां गैंगस्टर /स्पेशल एम पी एमएलए कोर्ट में चल रही है। इस मामले में 02. फरवरी 2021 को चार्ज बनना था, जिसके चलते इस मामले के 07 आरोपी कोर्ट में पेश हुए थे,अब अदालत ने इस मामले में सभी आरोपियों को व्यक्तिगत रूप से हाजिर होने का आदेश देते हुए नियत तारीख पर आरोप तय करने के लिए 15 फ़रवरी की तारीख नियत की है। आरोपियों की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता नकली सिंह त्यागी उपस्थित रहे।

रिटायर्ड डीएम के ठिकानों पर छापे में मिला करोड़ों का काला खजाना


 लखनऊ। रिटायर्ड आईएएस अफसर सत्येंद्र सिंह के ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी खनन घोटाले में सत्येंद्र सिंह के ठिकानों पर हुई छापेमारी सत्येंद्र सिंह के 9 ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की। 2012 से 2014 के बीच कौशांबी का डीएम रहते हुए घोटाले का आरोप है। छापेमारी में 44 अचल संपत्तियों, 10 लाख रुपये नगद बरामद, 51 लाख रुपये की बैंक एफडी के मिले कागज़ात, 36 बैंक खाते सत्येंद्र सिंह और उसके परिवार के नाम पर लखनऊ  कानपुर, गाजियाबाद ,नई दिल्ली में के बैंकों में छह लॉकर्स की जानकारी मिली। 2.11 करोड़ रुपए के सोने ,चांदी के जेवर भी बरामद किये गये। पुरानी करेंसी के भी एक लाख रुपये लॉकर में मिले। लखनऊ आवास पर  सीबीआई की छापेमारी हुई।

गिरफ्तार किसानों की रिहाई तक कोई बात नहीं


नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को अपनी बैठक में फैसला किया कि किसान आंदोलन के खिलाफ पुलिस एवं प्रशासन की ओर से उत्पीड़न तत्काल बंद किया जाना चाहिए। बयान में कहा गया है, सरकार की तरफ से औपचारिक बातचीत का कोई प्रस्ताव नहीं आया है। ऐसे में हम स्पष्ट करते हैं कि गैरकानूनी ढंग से पुलिस हिरासत में लिए गए किसानों की बिना शर्त रिहाई के बाद ही कोई बातचीत होगी।

किसान मोर्चा ने अपने बयान में कहा कि दिल्ली पुलिस ने 122 आंदोलकारियों की सूची जारी की है जिन्हें हिरासत में लिया गया है। उसने कहा कि हिरासत में लिए गए सभी किसानों की रिहाई होनी चाहिए। मोर्चे ने साफ किया कि, सरकार की तरफ से औपचारिक बातचीत को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत शनिवार को सर्वदलीय बैठक में कहा था कि कृषि कानूनों का क्रियान्वयन 18 महीनों के लिए स्थगित करने का सरकार का प्रस्ताव अब भी बरकरार है। किसान मोर्चा ने प्रधानमंत्री के बयान पर कहा था कि तीनों कानूनों को निरस्त किया जाना चाहिए।

प्रापर्टी डीलर से लव मैरिज करने वाली ही निकली हत्यारिन


 फरीदाबाद। जिससे लव मैरिज की उसी की हत्या करा दी। और तो और शव को पहचानने से भी इंकार कर दिया। अब डबुआ थाना पुलिस ने सैनिक कॉलोनी निवासी लापता प्रॉपर्टी डीलर दिनेश धवन की हत्या का खुलासा करते हुए उसकी पत्नी और प्रेमी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में दो अन्य आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस के अनुसार, पत्नी ने ही प्रेमी व उसके अन्य दोस्तों के साथ मिलकर गला दबाकर हत्या की थी। इसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए पूरे योजनाबद्ध तरीके से शव बेड में डालकर उसे नाले में फेंक दिया था।

प्रॉपर्टी डीलर दिनेश धवन की हत्या 11-12 जनवरी की रात ही उसके घर में डंडा सिर में मारकर एवं गला दबाकर हत्या कर दी थी तथा शव को बोरी में डालकर बाथरूम में छुपा दिया था। इसके बाद आरोपी हरजीत, विष्णु, और अन्य ने मिलकर बाथरूम में से लाश निकाल कर उसको पॉलिथीन और रजाई के कवर और कंबल में लपेटकर बेड के बॉक्स में रख दिया था और पूरे घर की सफाई कर दी थी। जब लाश में से बदबू आने लगी तो महिला ने हरजीत और अपने प्रेमी नितिन को कहा कि लाश को जल्दी से जल्दी ठिकाने लगाओ। जिस पर हरजीत दिनांक 18 जनवरी को रहेड़ी लेकर आया और नितिन के दोस्त दीपक, प्रेमी नितिन के साथ मिलकर लाश सहित पूरे बेड को रेहड़ी में रखकर ले गए और लाश को डबुआ एरिया में गंदे नाले में फेंक दिया था। बाद में बेड को वापस घर ले गए। 28 जनवरी को पुलिस ने नाले से प्रॉपर्टी डीलर के शव को बरामद कर पहचान के लिए बीके अस्पताल में रखवा दिया था। जहां आरोपी की पत्नी ने पति की लाश को पहचानने से भी इनकार कर दिया था।

हत्या के बाद पत्नी लोगों को गुमराह करती रही कि उसका पति बेंगलुरु गया हुआ है, लेकिन पुलिस ने अपने सूत्रों के माध्यम से पता किया तो पता चला कि सैनिक कॉलोनी में रहने वाला प्रॉपर्टी डीलर दिनेश कई दिनों से गायब है। मामले को देख रहे जांच अधिकारी एडिशनल एसएचओ सब इंस्पेक्टर यासीन खान मृतक दिनेश के घर पर गए और उसकी पत्नी से जब पूछा कि क्या यह आपका पति है तो उसने दिनेश की लाश को पहचानने से इनकार कर दिया था। उस समय पुलिस को महिला के दूर के रिश्ते का चाचा हरजीत सिंह भी वहां बैठा हुआ मिला। उसने भी दिनेश की लाश को पहचानने से इनकार कर दिया था। हालांकि, जब पुलिस ने दिनेश की लाश की शिनाख्त उसके दोस्तों से कराई तो उन्होंने अपने दोस्त को पहचान लिया और बताया कि वह कई दिनों से गायब था।

संजीव जीवा को जान का खतरा, पायल माहेश्वरी ने मांगी सुरक्षा



 मुजफ्फरनगर। पूर्वाचल के दिग्गज भाजपा विधायक ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या के मामले में जेल में बंद संजीव जीवा की पत्नी रालोद नेता पायल माहेश्वरी ने अपने पति की हत्या की आशंका जताते हुए सुरक्षा के लिए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया से गुहार लगाई है। 

संजीव जीवा की पत्नी पायल का कहना है कि पेशी के दौरान षड्यंत्र के तहत उसके पति की हत्या कराई जा सकती है। उसने पति की सुरक्षा के लिए सीजेआई से उच्चाधिकारियों को निर्देशित करने का अनुरोध किया है।

वेस्ट यूपी में अपराध जगत की चर्चित हस्ती संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की पत्नी पायल माहेश्वरी निवासी ग्राम आमदपुर जिला शामली ने सुप्रीम कोर्ट नई दिल्ली के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को एक पत्र प्रेषित किया है। पत्र में बताया गया है कि संजीव माहेश्वरी जो कि ब्रहमदत्त द्विवेदी की हत्या व अन्य मामलों में जिला जेल लखनऊ में बंद हैं। संजीव माहेश्वरी कृष्णानंद राय की हत्या के मामले में भी अभियुक्त रहा है। इस मामले में संजीव को न्यायालय से दोष मुक्त किया जा चुका है।

पायल माहेश्वरी ने आरोप लगाया है कि ब्रहमदत्त दिवेदी के पुत्र सुनील दत्त दिवेदी जो कि भाजपा विधायक हैं और कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय जो कि भाजपा नेता हैं, षड्यंत्र के तहत संजीव जीवा की हत्या जेल के अंदर या न्यायालय में पेशी के दौरा करा सकते हैं। पायल ने आरोप लगाया कि संजीव की हत्या के लिए लगातार षड्यंत्र किये जा रहे हैं। 30 जनवरी 2021 को एक बड़े अधिकारी ने जेल में पहुंचकर संजीव को पेशी के दौरान हत्या कराने की धमकी भी दी है। इस मामले में पायल पूर्व में भी कई संस्थाओं के प्रमुखों को प्रार्थना पत्र प्रेषित कर चुकी है। पायल ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया से प्रार्थना की है कि वे उसके पति की जीवन की रक्षा के लिए उच्चाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दें। पायल ने कहा कि संजीव के विचाराधीन मुकदमों में पेशी वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से कराई जाये।

टीबी ग्रसित छह बच्चों को गोद लिया


मुजफ्फरनगर। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ प्रवीण चोपडा ने कहा कि वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने के उद्देश्य से प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन के आह्वान पर क्षय रोग विभाग के साथ स्वंय सेवी संस्थाएं लगातार काम कर रही हैं। इसी क्रम में आज 0-18 वर्ष आयुवर्ग तक के टीबी से ग्रसित बच्चों को गोद लेने के कार्यक्रम के अंतर्गत छह बच्चों को स्वयं सेवी संस्था सम्राट शाखा ने गोद लिया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सम्राट शाखा द्वारा बच्चों को गोद लिए जाने की प्रशंसा की और आशा व्यक्त की कि संस्था आगे भी इसी प्रकार सामाजिक कार्य करती रहेगी। उन्होने बताया कि संस्था जल्दी ही 60 ओर बच्चों को गोद लेगी। संस्था की ओर से इन बच्चों को पोषक खाद्य सामग्री वितरित की गई।

जिला क्षय रोग अधिकारी डाॅ लोकेश चंद गुप्ता ने बताया कि 0-18 वर्ष आयु वर्ग तक के टीबी से ग्रसित छह बच्चों को मंगलवार को सम्राट शाखा द्वारा गोद लिया गया। जनपद में करीब 453 बच्चों का वर्तमान में टीवी का इलाज चल रहा है, जिनमें से 131 बच्चे विभिन्न संस्थाओं द्वारा गोद लिए जा चुके हैं। रोटरी क्लब, रोटरी इनरव्हील, भारत विकास परिषद एवं अन्य संस्था बच्चों को गोद ले चुकी हैं। यह संस्था प्रतिमाह इन बच्चों के लिए खाद्य सामग्री निशुल्क उपलब्ध कराती हैं। उन्होने बताया  कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन बच्चों को निशुल्क दवा दी जाती है और समय-समय पर उनकी काउंसलिंग भी की जाती है, जिससे इनके इलाज में किसी भी तरह की बाधा न आए और नियमित रूप से दवा का सेवन करते रहें। सरकार की ओर से टीबी के हर मरीज को इलाज के दौरान निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत प्रतिमाह 500 रुपये दिये जाते हैं। यह धनराशि उनके बैंक खाते में सीधे भेजी जाती है, ताकि वह पौष्टिक आहार का सेवन कर सकें।

कार्यक्रम में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0ॅ वी.के.सिंह, जिला क्षयरोग अधिकारी डाॅ0 लोकेश गुप्ता, भारत विकास परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष राम कुमार तायल, शिशु कांत गर्ग, सुनील गर्ग, के.के.बंसल आदि उपस्थित रहे।

जिले में कोरोना के 12 नये मामले मिले

 मुजफ्फरनगर । जिले में आज कोरोनावायरस के 12 नये मामले पाए गए हैं। इनमें शहरी क्षेत्र में आज सात मामले मिले हैं।



कांग्रेस विधायक ने कहाः राम मंदिर के लिए चंदा लेकरं उसी पैसे से शराब पीते हैं भाजपा नेता



झाबुआ। राम मंदिर के नाम पर पूरे देश में धन संग्रह अभियान चल रहा है। इसमें बीजेपी नेता भी भूमिका निभा रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद के लोगों के साथ एमपी में बीजेपी के कार्यकर्ता भी धन संग्रह में जुटे हैं। इसे लेकर कांग्रेस विधायक कांति लाल भूरिया का विवादित बयान आया है। कांतिलाल भूरिया यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं।

एमपी कांग्रेस के दिग्गज नेता और झाबुआ से विधायक कांतिलाल भूरिया ने कहा कि बीचे कुछ सालों में बीजेपी ने राम मंदिर के नाम पर करोड़ों रुपये का चंदा किया है। लेकिन वो पैसा कहां गया।

संजय राउत गाजीपुर प्रदर्शन स्थल पर किसान नेता राकेश टिकैत से मिले



गाजियाबाद। शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार को दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर गाजीपुर में किसानों के विरोध स्थल पर भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की। किसानों के विरोध स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

राउत दोपहर में करीब एक बजे यहां पहुंचे और मंच के पास टिकैत तथा अन्य प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की। उस समय राउत सहित कुछ लोगों ने ही मास्क पहन रखे थे। राउत ने संवाददाताओं से कहा, ”26 जनवरी के बाद जिस तरह से यहां तोड़फोड़ हुयी और टिकैत तथा आंदोलन के दमन की कोशिश की गई, हमने महसूस किया कि किसानों के साथ खड़े रहना और पूरे महाराष्ट्र, शिवसेना तथा उद्धव ठाकरे साहब की ओर से समर्थन करना हमारी जिम्मेदारी है।”

सड़क सुरक्षा के नियमों की जागृति हेतु चैधरी छोटू राम कॉलेज मुजफ्फरनगर में विचार गोष्ठी संपन्न

 


मुजफ्फरनगर।  राज्य सड़क सुरक्षा माह  में सड़क सुरक्षा संबंधी  नियमों की जन जागृति हेतु आज एक विचार गोष्ठी का आयोजन चैधरी छोटू राम कॉलेज मुजफ्फरनगर मैं किया गया जिसमें कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों इकाइयों के स्वयंसेवक सेविकाओं तथा रोवर रेंजर ने सक्रिय भागीदारी की। इस गोष्ठी के अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर नरेश मलिक जी ने कि किस प्रकार छोटी सी असावधानी से बहुत बड़ी दुर्घटना हो जाती है जिससे न केवल दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति ही बल्कि परिवार के अन्य सदस्य भी परिवार के अन्य सदस्य भी अनेकों समस्याओं से रूबरू होते हैं उन्होंने बताया की सीट बेल्ट वह हेलमेट से काफी हद तक हम अपने को विपरीत परिस्थितियों में भी अपने को सुरक्षित रख सकते हैं गाड़ी की गति सीमा के संदर्भ में उन्होंने प्रकाश डालते हुए अवगत कराया कि की पेपराजीन गैस किस प्रकार फेफड़ों के कैंसर का कारण बनती है तथा वायु प्रदूषण को बढ़ाती है। उन्होंने विचार गोष्ठी में सभी प्रतिभाग करने बालों को वाहन चलाते समय स्टंटध् विशेष करतब ने दिखाने की सलाह दी। किस विचार गोष्ठी में कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना की द्वितीय इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ आई डी शर्मा ने सड़क सुरक्षा के मैस्कट डिजाइन के लिए ऑनलाइन प्रतियोगिता के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई तथा अधिक से अधिक स्वयंसेवक सेविकाओं को इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने की सलाह दी तथा आवश्यक मार्गदर्शन का वादा किया व यातायात के नियमों के बारे में विभिन्न पोस्टरों के माध्यम से उपस्थित स्वयंसेवक सेविकाओं को रूबरू कराकर विचार गोष्ठी को जीवंत करने का प्रयास किया है तथा घर से चलते समय बहन को ले जाते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए पर प्रकाश डाला। जिनमें गाड़ी के सभी टायरों में उचित प्रेशर का होना, ईंधन, क्लच व ब्रेक आदि का  ठीक प्रकार से कामकरना, निद्रा व मद्यपान की  स्थिति में कभी भी गाड़ी नहीं चलाना आदि पर विशेष ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने बताया की हमें सीट बेल्ट वह हेलमेट का प्रयोग अपनी जीवन रक्षा के लिए अवश्य ही करना चाहिए न की ट्रैफिक पुलिस से बचने के लिए क्योंकि ट्रैफिक पुलिस भी आपके सहयोग के लिए ही सदैव तत्पर रहती है। उन्होंने मुख्य रूप से सभी का इस ओर  ध्यान आकर्षित किया कि हमें वाहन को अपने कंट्रोल में रखते हुए वाहन चलाना चाहिए न कि अपने को गाड़ी के कंट्रोल में रखते हुए। आज की इस विचार गोष्ठी में शामिल होने के 

 लिए अनेक स्वयंसेवक व सेविकाओं ने यातायात के नियमों से संबंधित पोस्टर तैयार किए तथा अपने पोस्टरों से सभी का ध्यान आकर्षित किया जिनमें अदिति चैधरी, अपूर्वा चैधरी, प्राची शर्मा ,श्रेया सिंघल, राणा कुमार, वैशाली त्यागी, वैशाली, कनक  व झनक आदि की भूमिका मुख्य रही। विचार गोष्ठी के अंत में रोबरस लीडर डॉ हरिओम शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया कार्यक्रम अधिकारी डॉ जॉनी सिंह व डॉ अभिषेक सिंह का

विचार गोष्ठी को सफल बनाने में बहुमूल्य योगदान रहा।

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