मुज़फ्फरनगर । जमीयत उलमा-ए-हिन्द जिला मु0नगर की बैठक कैम्प कार्यालय मस्जिद नुमाइश कैम्प में जिलाध्यक्ष मौलाना क़ासिम क़ासमी की अध्यक्षता व जिला महासचिव मौलाना मुकर्रम क़ासमी के संचालन में सम्पन्न हुई । बैठक के एजेंडो पर प्रकाश ड़ालते कहा की समान नागरिक संहिता UCC मुसलमान को मंजूर नहीं। बैठक में सभी पदाधिकारीयों ने विस्तार से चर्चा करते हुये समान नागरिक संहिता को देश तथा संविधान विरोधी बताया। बैठक में जमीयत पदाधिकारीयों ने भारतीय विधि आयोग ( लो कमीशन ऑफ़ इण्डिया ) को UCC पर अपनी अपनी आपत्ति भेजनें की अपील भी की गयी । मौलाना क़ासिम ने कहा की देश का संविधान धर्मनिरपेक्ष है जो सभी धर्मों को अपने अपने धर्मानुसार जीने का हक़ देता है इस लिए हमारे देश में अनेकता में एकता की झलक हर जगह दिखाई देती है,मौलाना मुकर्रम ने कहा की सभी धर्मों के मानने वाले लोग यहाँ हजारों सालो से रह रहे है। हाफ़िज़ शेरदीन ने कहा की जमीयत उलमा-ए-हिन्द समान नागरिक संहिता का बहुत पहले से विरोध कर रही है यह सरासर धर्म में दखल अंदाजी है जिसको स्वीकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा की मुसलमान इस्लाम को मानता है जिसमे महिलाओ एवं बच्चो को विभिन्न अधिकारो के साथ साथ रहन सहन आदि के तौर तरीको को अच्छे से सिखाया गया है ।उन्होंने कहा कि मुसलमान शरीयत को मानता है जिसमे किसी भी दखल अंदाजी को कुबूल नही किया जा सकता है,वक्ताओं ने जमीयत उलमा-ए-हिंद के इतिहास पर प्रकाश डालते कहा की जमीयत उलमा ने हमेशा बगैर किसी भेदभाव के मदद करती है और देशसेवा के लिए हमेशा समर्पित रहती है। बैठक में मौजूद सभी पदाधिकारीयों ने जमीयत उलमा-ए-हिन्द के अध्यक्ष मौलाना सय्यद अरशद मदनी के द्वारा विधि आयोग को भेजे गये सभी सुझावो एवं आपत्तियों का पूर्ण समर्थन किया। मीडिया से जानकारी साझा करते हुये जिला सचिव एवं जिला मीडिया प्रभारी मौ0आसिफ कुरैशी ने कहा की जमीयत उलमा-ए-हिन्द के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी साहब ने स्पष्ट कर दिया है की समान नागरिक संहिता किसी भी सूरत में मंजूर नहीं है उन्होंने कहा की UCC सिर्फ मुसलमान को ही नहीं और बहुत से धर्म के मानने वाले नागरिको को मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा की इससे धार्मिक आज़ादी को चोट पहुँचती है जो की स्वीकार्य नहीं है। बैठक में हाजी अजीजूर्रेहमान मौलाना सय्यद साद मुफ़्ती अब्दुल क़ादिर क़ासमी, मुफ़्ती मुफ़्ती मुजीबर्रहमान व मौलाना इसराईल आदि ने भी अपने अपने विचार रखे। बैठक में सितंबर माह में जनरल बॉडी के इजलास को करने व समाज सुधार कार्यक्रमों को मजबूती से चलाने पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में मौलाना सादिक़, मौलाना नसीम,मौलाना ज़ुबैर रहमानी, क़ारी अहसान,मौलाना इनामुल्लाह,मुफ़्ती मुजीबर्रेहमान, मुफ़्ती दानिश, हकीम उम्मीद, क़ारी सलीम मेहरबान, मौलाना इसराईल,मुफ़्ती तनमीक,मौलाना उस्मान, मुफ़्ती नबी, मौलाना इमरान,मौलाना रिज़वान, मौलाना अबुल कलाम, मौलाना मुजफ्फरुल्लाह, मुफ़्ती मुजीब नदवी, क़ारी जावेद क़ारी आलमगीर आदि मौजूद रहे ।
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