मुजफ्फरनगर। जिला जेल में बंद कैदी शामली के गांव रंगाना निवासी सुबोध (47) की हृदयाघात से मौत हो गई। वह गैंगस्टर एक्ट में सजायाफ्ता था। हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया।
जेलर योगेश कुमार ने बताया कि सुबोध को 20 जनवरी 2021 में एनडीपीएस एक्ट के मुकदमे में शामली जनपद की झिंझाना पुलिस ने जेल भेजा था। उसके खिलाफ दो गैंगस्टर एक्ट और एक जानलेवा हमला का मुकदमा दर्ज था। गैंगस्टर एक्ट के एक मुकदमे में उसे दो साल और एनडीपीएस एक्ट के मुकदमे में पांच साल की सजा हुई थी। दिसंबर 2021 से उसे हार्टअटैक आया था। उसे पहले जिला अस्पताल और बाद में मेरठ मेडिकल में उपचार दिलाया गया था। नवंबर 2022 और मई 2023 में स्टंट डाले गए थे। उसे उपचार के लिए कई कई दिन तक अस्पताल में भर्ती भी कराया गया।
शनिवार को उसे मेरठ मेडिकल ले जाया गया था, वहां से हालत सही बताते हुए वापस जेल भेज दिया था। शनिवार की रात अचानक उसकी हालत बिगड़ गई और तब उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। सूचना मंडी कोतवाली पुलिस को दी गई। रविवार को शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। जेलर योगेश कुमार का कहना हैं कि प्रथम दृष्टया हार्टअटैक से सुबोध की मौत हुई है।
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