सोमवार, 31 अक्तूबर 2022

मेले में जाने के लिए पशुओं पर लगा बैन : चंद्र भूषण सिंह


 मुजफ्फरनगर । जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह ने अवगत कराया है कि प्रदेश में हापुड सहित पश्चिमी उ0प्र0 के अन्य सभी सीमावर्ती जनपदो में गोवंशीय एवं भैसवंशीय पशुओ में घातक वायरल बीमारी लम्पी स्किन डीजीज का प्रकोप फैला हुआ है। इस बीमारी में पशुओ की त्वचा पर गाठनुमा फफोले व घाव हो जाते है। पशुओ को तेज बुखार बना रहता है एवं पशु चारा खाना बन्द कर देता है। गर्भित पशुओं में गर्भपात हो जाता है तथा पशु बांझपन के शिकार हो जाते है। दुधारू पशुओं का दूध लगभग समाप्त हो जाता है। जिसके कारण कार्तिक पूर्णिमा मेला प्रदर्शनी में पशुओं के एक स्थान पर एकत्र होने से लक्षणविहीन किन्तु रोग के वाहक पशुओं के द्वारा यह बीमारी अन्य सभी संपर्क में आने वाले पशुओं में घातक रूप से फैलने की प्रबल सम्भावना है। उक्त गंगा स्नान मेले गढ़मुक्तेश्वर के दृष्टिगत जनपद से पशुओं को बाहर जाने पर रोक लगाये जाने हेतु अनुरोध किया गया है।

इसी सम्बन्ध में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, मुजफ्फरनगर के पत्र संख्या 2125/गंगा स्नान मेला/2022-23 दिनांक 29.10.2022 प्राप्त हुआ है जिसमें उल्लेखित किया गया है कि वर्तमान में जनपद के पशुओं में लम्पी स्किन डिजीज का प्रकोप हुआ है, पशुओं की यह बीमारी निकटतम जनपदों में भी है, इस बीमारी मंे पशुओं की त्वचा पर गाठनुमा फफोले व घाव हो जाते है, पशु को तेज बुखार बना रहता है एवं पशु चारा खाना बन्द कर देता है। यह बीमारी 03 से 06 सप्ताह बनी रहती है तथा इलाज के बाद पशु के पूर्ण स्वस्थ होने में 03 से 04 माह का समय लगता है। यह बीमारी वर्तमान में गोवंशीय पशुओं में है परन्तु अन्य प्रजाति के पशुओं में भी होने की संभावना है। कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान मेले का आयोजन ग्राम शुक्रताल में किया जा रहा है। इस मेले में भी पशुओं के एक स्थान पर एकत्र होने के लक्षणविहिन किन्तु रोग के वाहक पशुओं के द्वारा यह बीमारी अन्य पशुओं के सम्पर्क में आने वाले पशुओं में भी घातक रूप से फैलने की प्रबल सम्भावना है। शुक्रताल में आयोजित होने वाले गंगा स्नान मेले में पशुओं के क्रय-विक्रय पर रोक लगाने हेतु जनपद से पशुओं को बाहर जाने तथा जनपद से बाहर से पशुओं के आने पर रोक लगाया जाना उचित होगा। वर्तमान में उ0प्र0 सरकार द्वारा लम्पी स्किन डिजीज के कारण पशुओं के परिवहन पर पूर्व से रोक लगी हुई है ।

अतः उपरोक्तानुसार जनपद में होने वाले कार्तिक पूर्णिमा मेला में पशुओं के एक स्थान पर एकत्र होने से, लक्षणविहीन किन्तु रोग के वाहक पशुओं के द्वारा यह बीमारी अन्य सभी संपर्क में आने वाले पशुओं में घातक रूप से फैलने की प्रबल सम्भावना है। जिसके दृष्टिगत रखते हुए जनपद मुजफ्फरनगर में कार्तिक पूर्णिमा मेला-2022 में पशुओं के साथ एकत्र होने व क्रय-विक्रय पर रोक लगायी जाती है तथा जनपद से पशुओं के बाहर जाने तथा जनपद में बाहर से पशुओं के आने पर रोक लगायी जाती है। अगर किसी श्रद्वालु के द्वारा इसका अनुपालन नही किया जाता है तो उसे मेले में प्रवेश नही करने दिया जाये। ताकि पशुओं में फैलने वाली घातक वायरल बीमारी लम्पी स्किन डिजीज के प्रकोप को बढने से रोका जा सकें और कार्तिक मेला का आयोजन सफलतापूर्वक किया जा सकें। अतः उक्त दिये गये निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करें।

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