शुक्रवार, 31 दिसंबर 2021

कपड़ा व्यापारियों के गुस्से से डरी सरकार

 


नई दिल्ली। दिल्ली और सूरत सहित देश के प्रमुख कपड़ा बाजार के व्यापारियों की नाराजगी और आक्रोश आखिरकार काम कर ही गया। व्यापारियों की नाराजगी को देखते हुए सरकार ने नरम रवैया अपनाते हुए कपड़ों पर एक जनवरी से लागू नई जीएसटी दर को वापस लेने का निर्णय लिया है।जीएसटी परिषद ने शुक्रवार को अपनी बैठक में फैसला किया कि कपड़ा कारोबार पर जीएसटी दर में 5 प्रतिशत से 12 प्रतिशत की प्रस्तावित बढ़ोतरी को लागू नहीं किया जायेगा। इसको रोक दिया गया है। इससे कपड़ा कारोबारियों को बड़ी राहत मिली है।

बता दें कि जीएसटी काउंसलिंग की मीटिंग में कपड़ा कारोबार पर वर्तमान में लागू 5 प्रतिशत जीएसटी को बढ़ाकर 12 प्रतिशत करने और इसको एक जनवरी से लागू करने का प्रस्ताव किया गया था। इसके बाद से ही देशभर में कपड़ा कारोबारियों के द्वारा सरकार के इस निर्णय का विरोध करते हुए प्रदर्शन और बाजार बन्द किये जा रहे थे। इसी विरोध को देखते हुए सरकार ने जीएसटी दर में इस वृद्धि को वापस लेने का निर्णय किया है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में बजट पूर्व बैठक में गुजरात, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, राजस्थान और तमिलनाडु जैसे राज्यों ने कहा कि वे जीएसटी दर में वृद्धि के पक्ष में नहीं हैं, जो 1 जनवरी, 2022 से लागू होने वाली थी। 

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