मुज़फ्फरनगर। जनपद व मेरठ सीमा से सटे एक गांव में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरीएंट के कई संदिग्ध मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। शुक्रवार को सीएमओ ने आनन-फानन में भी आकस्मिक बैठक बुलाते हुए जहां एक और पांच स्वास्थ्य केंद्रों में पीआईसीयू वार्ड बनाए हैं, वही तीन स्वास्थ्य केंद्रों में कोरोना मरीजों को लेकर मॉक ड्रिल भी की गई।
मुजफ्फरनगर और मेरठ जनपद की सीमा पर स्थित एक गांव में शुक्रवार को कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के कई संदिग्ध मरीज पाए गए हैं। सीमा पर स्थित गांव में संदिग्ध मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में शुक्रवार को सीएमओ डॉक्टर एमएस फौजदार ने विभाग की आकस्मिक बैठक बुलाते हुए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। इसके तहत जनपद में पांच स्वास्थ्य केंद्रों में बच्चों के लिए PICU (पीडियाट्रिक इंटर्सिव केयर यूनिट) वार्ड बनाए गए हैं। इनमे से जिला महिला चिकित्सालय में 40 बेड, सीएचसी फलौदा पुरकाजी में 10 बेड, सीएचसी भोपा में 10 बेड, सीएचसी सिसौली में 10 बेड तथा सीएचसी बुढ़ाना में 10 बेड तैयार किए गए हैं। इनमें से आज तीन सीएचसी पर शुक्रवार को कोरोना मरीजों को लेकर मॉक ड्रिल का भी आयोजन किया गया। सीएमओ ने बताया कि दो अन्य सीएचसी पर शनिवार को मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। जिला महिला चिकित्सालय में स्टेट नोडल अधिकारी डॉक्टर दीपक ओहरी ने मॉक ड्रिल का अवलोकन किया। डॉ दीपक ने इसके साथ ही कूकड़ा ब्लॉक स्थित एएनएमटीसी सेंटर में बीएसएल लैब-2 का भी निरीक्षण किया।
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