गुरुवार, 21 अक्तूबर 2021

मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा में दो ऊर्जावान युवाओं के बीच हो सकती है जंग

 मुजफ्फरनगर । आज हम बात करेंगे मीरापुर विधानसभा सीट पर किसकी दावेदारी किस पार्टी से ज्यादा मजबूत रहेगी। बात करें भाजपा की तो भारतीय जनता पार्टी में 2013 के दंगों के दौरान सक्रिय रहने वाले जोगेंद्र वर्मा जिन्होंने दंगे के दौरान अपने पिता को भी खोया साथ ही दंगे के आरोप में 21 दिन जेल में रहने के दौरान अपनी माता को भी खोया था। माता के अंतिम संस्कार के लिए मात्र ढाई घंटे के पैरोल पर 21 दिन की जेल काट रहे जोगेंद्र वर्मा जेल से बाहर आए। अपनी माता का अंतिम संस्कार कर वापस जेल चले गए, लगभग 20 वर्षों से यह परिवार लगातार समाज एवं क्षेत्र की सेवा कर रहा है। किसी भी जाति या किसी भी धर्म को भूलकर हमेशा सामाजिक सेवा को प्राथमिकता दी है। 2017 में भाजपा द्वारा जो टिकट अपने हेलीकॉप्टर प्रत्याशी अवतार सिंह भड़ाना को दिया था उस टिकट के सच्चे हकदार थे जोगेंद्र वर्मा थे, परंतु पार्टी में सक्रियता ना होने के कारण वह इस टिकट से अछूते रह गए। मगर अब 2022 के चुनाव में मीरापुर विधानसभा सीट से अपनी पूरी सक्रियता दिखाते हुए जोगेंद्र वर्मा समाज एवं जनता चाहत में तगड़े टिकट के दावेदार माने जा रहे हैं। यहां पहले दावेदारी करने वाले वीरपाल निर्वाल जिला पंचायत अध्यक्ष बन चुके हैं। 

वही बात करें समाजवादी पार्टी तो अपना जीवन समाज के उत्थान एवं राजनीति के लिए निछावर करने वाले बाबू नारायण सिंह के परिवार में बिजनौर से सांसद रहे स्वर्गीय संजय सिंह चौहान के पुत्र 2017 में खतौली विधान सभा से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले चंदन सिंह चौहान लगातार अपने क्षेत्र में जनता की सेवा कर रहे हैं। इसको देखते हुए पार्टी के आलाकमान ने भी गठबंधन होते हुए चंदन सिंह चौहान को टिकट देने की सहमति लगभग बना ली है। पार्टी नेत्रत्व उन्हें इसका इशारा कर चुका है। ऐसे में यहां दो ऊर्जावान युवाओं का दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है


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