शुक्रवार, 23 जुलाई 2021

सो रहे थे लोग, भूस्खलन से दफन हो गया गांव, 41 की मौत

 


मुंबई । महाराष्ट्र में आफत की बारिश के चलते रायगढ़ जिले में भूस्खलन की वजह से एक गांव का बडा हिस्सा मलबे में दफन हो गया। हादसों में 41 लोगों की मौत हो गई । राहत और बचाव कार्य में भारी बारिश के कारण दिक्कत आ रही है। हादसा तडके करीब तीन बजे हुआ जब लोग सोए हुए थे।

सूत्रों के अनुसार बारिश के चलते रायगढ़, रत्नागिरी, पालघर, ठाणे और नागपुर के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। राज्य में अभी तक 41 लोगों की जान जा चुकी है। रायगढ़ के तलई गांव में लगातार हो रही बारिश से पहाड़ का मलबा गिरने से इसके नीचे 35 घर दब गए। हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई। 70 से ज्यादा लोग लापता हो गए हैं। 15 लोगों को बचाया गया है। 30 से ज्यादा लोग अब भी मलबे में दबे हुए हैं। से देखते हुए मृतकों का आंकड़ा और बढ़ सकता है। जिला कलेक्टर, रायगढ़ कलेक्टर निधि चौधरी ने बताया कि जिले में भूस्खलन से कुल 36 लोगों की मौत हुई, इनमें तलाई इलाके में 32 और सखार सुतार वाड़ी में चार की जान चली गई।  एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। भारी बारिश के कारण राहत कार्य में यहां भारी दिक्कत आ रही है।

पुणे के विभागीय आयुक्त प्रभाकर करंदीकर के अनुसार भारी बारिश की वजह से पहाड़ी का हिस्सा टूटकर गिरा है। रात का समय होने की वजह से सभी लोग अपने घर में थे। दूरस्थ आदिवासी गांव में भूस्खलन की सूचना पर जेसीबी और एंबुलेंस भेजी थी। लेकिन उन्हें मौक़े पर पहुंचने में दिक़्क़त आ रही है। गांववालों का कहना है कि सुबह तीन बजे के आस-पास एक तेज़ आवाज़ से उनकी नींद टूटी। कुछ गांव वालों ने कहा कि उन्हें लगा कि कोई शक्तिशाली बम विस्फोट हुआ है। पास की एक पहाड़ी गांव पर गिर गई और कुछ ही देर में 150-200 लोगों का गांव हज़ारों टन मिट्टी, कीचड़ और पत्थर के मलबे में दब गया। गांव के ज्यादातर मकान कच्चे थे जिनके कारण गांव वालों को निकलने का मौक़ा नहीं मिल सका।

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