मंगलवार, 15 दिसंबर 2020

कोरोना ने हमें खुद से जुडना सिखाया है


 मुजफ्फरनगर । कोरोना ने हमें खुद से जुडना सिखाया। 

पत्रकार वार्ता में जैन मुनि और आचार्य विद्यासागर के शिष्य प्रणम्य सागर जी महाराज ने कहा कि आज का समय काफी चुनौतीपूर्ण है। आज शारीरिक और मानसिक रूप से मानव काफी परेशान है। इससे निवारण पाने के लिए स्वयं को अपनी आत्मा से जोड़ना होगा। ध्यान और योग इसका सबसे सरल, सस्ता और सुलभ उपाय है। उन्होंने कहा कि योग भारतीय संस्कृति का अंग रहा है। जैन दर्शन में योग को अपनाया गया है। यह आदिकाल से भारतीयों के स्वस्थ रहने की दिनचर्या रहा है। उन्होंने कहा कि आज जैन दर्शन के अनुसार अर्हं ध्यान योग को अपनाने की आवश्यकता है। इसकी पांच मुद्राएं हैं।

उन्होंने कहा कि इस ध्यान योग को अपनाकर हम स्वयं को शारीरिक रूप से मजबूत बना पायेंगे। आज कोरोना से विश्व भयभीत है, लेकिन मैं इसे महामारी नहीं मानता हूं। क्योंकि कोरोना ने देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को भारतीय संस्कृति से जुड़ना सिखाया है। कोरोना से लड़ाई में इम्युनिटी सबसे प्रभावी साबित हुई है। कोरोना ने ही हमें घर और परिवार के मूल्यों को समझने के लिए समय दिया। हमने भागदौड़ में खो रहे परिवार की अहमियत को समझा और अपनों को समय दे पाये। इससे टूटते परिवार भी संभले हैं। इसके साथ ही घर के भोजन की परम्परा को जीवित किया। हमने बाहर का खाना छोड़ा। फास्ट फूट को मानव स्वास्थ्य के लिए जहर बताया।

कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

बीए की छात्रा से ट्यूबवेल पर गैंगरेप

मुजफ्फरनगर। तमंचे की नोक पर बीए की छात्रा से गैंगरेप के मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है।  बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में कॉफी पिलाने ...