गाजियाबाद। गाजीपुर बाॅर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने जाम लगाकर एक्सप्रेस वे बाधित दिया है। किसानों का कहना है कि ट्रैक्टर रोके जाने को लेकर प्रशासन से बैठक थी लेकिन कोई अधिकारी यहां नहीं पहुंचा है। जिससे किसान गुस्सा हैं। चिल्ला (दिल्ली-नोएडा) बाॅर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है।
भाकियू प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र के किसान कानूनों का समर्थन करने वाले उन किसान संगठन से हम मिलना चाहते हैं। इन कानूनों से किस तरह से लाभान्वित हो रहे हैं और जिसका उपयोग वे अपनी फसल बेचने के लिए कर रहे हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को समर्थन दे रहे लोगों चार-चार हजार रूपए और शराब देकर ट्रैक्टरों में लाया गया। इनको सही जानकारी भी नहीं दी गई कि कहां जा रहे हैं। रास्ते में उनको बैनर थमा दिए गए।
इस बीच केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि कल किसानों को पत्र (बातचीत के लिए) गया है, सरकार लगातार प्रस्ताव भेजती रही है। मुझे उम्मीद है कि आज किसान इस पर सकारात्मक रुख लेंगे, दोबारा बातचीत शुरू होगी और समाधान निकलेगा।
किसान आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभा रहे पंजाब में मोंगा के किसान नेता सुखदेव सिंह के खाते में विदेश से 14 लाख रुपए आये हैं। बैंक ने नोटिस जारी करके पूछा है कि यह रकम किसने और क्यों दी।
इस बीच यूथ कांग्रेस ने कृषि भवन के सामने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी ने बताया, इस ठंड में किसानों को प्रदर्शन करते हुए आज 26 दिन हो गए हैं लेकिन ये गूंगी-बहरी सरकार किसान के साथ तानाशाही रवैये को लेकर अडिग है। सरकार को जगाने के लिए हम प्रदर्शन कर रहे हैं।
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