मुजफ्फरनगर । दहेज हत्या के आरोप में पांच माह बाद मजिस्ट्रेट की निगरानी में पुलिस ने खालापार स्थित कब्रिस्तान से महिला के शव कब्र से बाहर निकाला। महिला की मां ने ससुराल पक्ष पर दहेज के लिए बेटी की हत्या का आरोप लगाते हुए शहर कोतवाली में कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज करायी थी।
शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला जामियानगर निवासी संजीदा की बेटी शाहिस्ता की शादी अब्बार निवासी खालापर के साथ हुई थी। आरोप था कि ससुराल पक्ष ने दहेज की मांग शुरु कर दी। मांग पुरी न होने पर ससुरालियों ने उसकी बेटी शाहिस्ता की 5 जुलाई को हत्या कर दी। इस संबंध में उस समय पुलिस कार्रवाई नहीं की गयी थी। महिला के शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया। उसके शव को खालापार स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। शाहिस्ता की मां ने ससुरालियों पर दहेज हत्या का आरोप लगाया था। थाना पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने पर महिला ने कोर्ट के आदेश पर पति अब्बार, सास हबीबन, ननद जाहिरा, देवर बाबू, ससुर गुलाम व बाबू के खिलाफ शहर कोतवाली में दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज करायी थी। महिला ने जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे से शव को कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम कराने की मांग की थी। शुक्रवार को जिलाधिकारी के आदेश पर कब्र से शव को बाहर निकाला गया। एसडीएम सदर दीपक कुमार की निगरानी में नायब तहसीलदार राजकुमार व शहर कोतवाली पुलिस ने शव को कब्र से बाहर निकलवाया। मजिस्ट्रेट ने शव को पंचनामा भरवाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। इस दौरान महिला के परिजन भी कब्रिस्तान में मौजूद रहे।
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