मुजफ्फरनगर । पालिका के जेई मामले में ऐसे ही कुछ सभासद उनके समर्थन में नहीं उतरे थे।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई सभासदों की वीडियो और ग्रुप चैटिंग से ऐसे सभासदों की सामने आ गई है। वायरल वीडियो में इस बात की पुष्टि हो रही है कि अवर अभियंता के खिलाफ बोर्ड बैठक में रखे गए प्रस्ताव को निरस्त करने के लिए इन सभासदों के वसूली हुई थी। सोशल मीडिया पर उछले इस मुद्दे ने तूल पकड लिया है। 24 जुलाई को हुई नगर पालिका की बोर्ड बैठक में जेई प्रकरण को लेकर सभासदों के दो फाड हो गए थे। अधिकांश सभासदों ने वोटिंग करते हुए जेई के खिलाफ प्रस्ताव पास किया था, लेकिन कुछ सभासदों ने जेई के खिलाफ पास हुए प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया। बोर्ड में हुई वोटिंग के दौरान उन्होंने अपने हाथ नीचे रखे। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। वहीं यह मुद्दा व्हाट्सएप पर बने सभासद ग्रुप पर वायरल हो गया। इस ग्रुप पर सभासदों के बीच हुई चैटिंग में उक्त सभासदों की पोल खुल गई। जेई के प्रस्ताव का निरस्त कराने के लिए कुछ सभासदों ने जेई से रकम ली हुई थी, लेकिन बोर्ड में जेई के खिलाफ प्रस्ताव पास करने वाले सभासदों की संख्या अधिक हो गई, जिस कारण उक्त सभासद बोर्ड में बहुमत सिद्ध नहीं कर पाए। ग्रुप में यह मुद्दा दिन भर छाया रहा। हालांकि जाहिरा तौर पर कोई सभासद इस पर कुछ बोलने को तैयार नही है लेकिन इसे वायरल करने के पीछे भी कुछ सभासद ही बताए जा रहे हैं।
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