टीआर ब्यूरों l
मुजफ्फरनगर l अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष महेश चौहान की अध्यक्षता में एक बैठक हुई जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए प्रदेश मंत्री संजय मित्तल ने कहा की भारत सरकार के नए अध्यादेश से मंडी स्थलों में व्यापार करने वाले व्यापारियों को बर्बाद करके रख दिया है पूर्णकालिक व्यवस्था के चलते किसान और व्यापारी एक गाड़ी के दो पहिए हैंl भारत सरकार के कृषि मंत्री ने अपने बयान में कहा है कि किसान को आजादी दे दी गई है और वह अपने उत्पाद को कहीं भी ले जा कर के बेच सकते हैं मगर कृषि मंत्री को यह नहीं पता है किसान को पहले से ही अपने उत्पाद को कहीं भी किसी भी राज्य में अपने रेट पर बेचने की पूर्ण आजादी थी इस तरह की बात बोलकर बेवजह लोगों को भ्रमित किया जा रहा है इस कानून से जो मंडियों के बाहर से मंडी शुल्क की चोरी करके व्यापार कर रहे थे उनको आजादी मिली है और मंडियों में बैठा हुआ इमानदार व्यापारी बर्बाद हो गया है हम इस कानून की निंदा करते हैं मंडियों में बैठा व्यापारी सरकार का कलेक्शन एजेंट है जो मार्किट से टैक्स वसूल कर सरकार के खाते में जमा कराता है मंडी समितियों द्वारा व्यापारियों को नीलामी के जरिए भारी भरकम रकम लेकर दुकानें दी गई है अगर किसान मंडियों का रास्ता भूल जाएंगे तो इन दुकानों का क्या होगा कृषि मंत्री ने कहा की मंडियों में कुल 25 से 30 लाइसेंसी होते हैं कृषि मंत्री को कभी घूम कर भी देखना चाहिए मंडियों में 30 दुकानें हैं या तीन सौ दुकानें हैं क्या सरकार व्यापारियों के मुंह से निवाला छीन लेगी फिर सरकार का यह नारा लगाना सबका साथ सबका विकास इस नारे का कोई औचित्य नहीं है हमारी सरकार से पुरजोर मांग है की मंडी शुल्क को मंडियों सहित पूर्णतया समाप्त किया जाएl अगर सरकार ने मंडी यार के अंदर मंडी सुख समाप्त नहीं किया तो व्यापारियों को सड़क पर उतर कर सरकार के खिलाफ आंदोलन करना पड़ेगा इस बैठक में राजेंद्र सिंघल महेश चौहान राजेंद्र काठी प्रमोद त्यागी राकेश ढींगरा जनार्दन विश्वकर्मा जयपाल शर्मा नीरज बंसल विपिन मित्तल अंशुमन अग्रवाल डॉ पुनीत राजेश गोयल अविन गर्ग अनुज सिंगल आदि उपस्थित थे
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