मंगलवार, 30 जून 2020

आज का पंचांग तथा राशिफल 30 जून 2020


🌞 ~ *आज का पंचांग* ~ 🌞


⛅ *दिनांक 30 जून 2020*


⛅ *दिन - मंगलवार*


⛅ *विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)*


⛅ *शक संवत - 1942*


⛅ *अयन - दक्षिणायन*


⛅ *ऋतु - वर्षा*


⛅ *मास - आषाढ़*


⛅ *पक्ष - शुक्ल* 


⛅ *तिथि - दशमी रात्रि 07:49 तक तत्पश्चात एकादशी*


⛅ *नक्षत्र - स्वाती 01 जुलाई प्रातः 04:04 तक तत्पश्चात विशाखा*


⛅ *योग - शिव दोपहर 02:16 तक तत्पश्चात सिद्ध*


⛅ *राहुकाल - शाम 03:52 से शाम 05:32 तक* 


⛅ *सूर्योदय - 06:01*


⛅ *सूर्यास्त - 19:23* 


⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*


⛅ *व्रत पर्व विवरण - 


 💥 *विशेष - 


               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


 


🌷 *चतुर्मास विशेष* 🌷


➡ *आषाढ़ शुक्ल एकादशी (01 जुलाई, बुधवार) से कार्तिक शुक्ल एकादशी (26 नवम्बर, गुरुवार) तक भगवान विष्णु गुरुतत्व में गुरु जहाँ विश्रांति पाते हैं, ऐसे आत्मदेव में भगवान विष्णु ४ महीने समाधिस्त रहेंगे | इन दिनों में शादी विवाह वर्जित है, सकाम कर्म वर्जित है|*


✅ *ये करना* 


🙏🏻 *जलाशयों में स्नान करना तिल और जौं को पीसकर मिक्सी में रख दिया थोड़ा तिल जौं मिलाकर बाल्टी में बेलपत्र डाल सको तो डालो उसका स्नान करने से पापनाशक स्नान होगा प्रसन्नतादायक स्नान होगा तन के दोष मन के दोष मिटने लगेंगे | अगर “ॐ नमःशिवाय” ५ बार मन में जप करके फिर लोटा सिर पे डाला पानी का, तो पित्त की बीमारी,कंठ का सूखना ये तो कम हो जायेगा, चिडचिडा स्वभाव भी कम हो जायेगा और स्वभाव में जलीय अंश रस आने लगेगा | भगवान नारायण शेष शैय्या पर शयन करते हैं इसलिए ४ महीने सभी जलाशयों में तीर्थत्व का प्रभाव आ जाता है |*


🙏🏻 *गद्दे हटा कर सादे बिस्तर पर शयन करें संत दर्शन और संत के जो वचन वाले जो सत्शास्त्र हैं, सत्संग सुने संतों की सेवा करें ये ४ महीने दुर्लभ हैं |*


🙏🏻 *स्टील के बर्तन में भोजन करने की अपेक्षा पलाश के पत्तों पर भोजन करें तो वो भोजनपापनाशक पुण्यदायी होता है, ब्रह्मभाव को प्राप्त कराने वाला होता है |*


🙏🏻 *चतुर्मास में ये ४ महीनों में दोनों पक्षों की एकादशी का व्रत करना चाहिये |१५ दिन में १दिन उपवास १४ दिन का खाया हुआ जो तुम्हारा अन्न है वो ओज में बदल जायेगा ओज,तेज और बुद्धि को बलवान बनायेगा १ दिन उपवास एकादशी का |*


🙏🏻 *चतुर्मास में भगवान विष्णु के आगे पुरुष सूक्त का पाठ करने वाले की बुद्धि का विकास होता है और सुबह या जब समय मिले भूमध्य में ओंकार का ध्यान करने से बुद्धि का विकास होता है |*


🙏🏻 *दान, दया और इन्द्रिय संयम ये उत्तम धर्म करने वाले को उत्तम लोकों की प्राप्ति होती है|*


🍏 *आंवला-मिश्री जल से स्नान महान पुण्य प्रदान करता है |*


❌ *ये न करना* 


💰 *इन ४ महीनो में पराया धन हड़प करना, परस्त्री से समागम करना, निंदा करना, ब्रह्मचर्य तोड़ना तो मानो हाथ में आया हुआ अमृत कलश ढोल दिया निंदा न करें , ब्रह्मचर्य का पालन करें , परधन परस्त्री पर बुरी नज़र न करें |*


🍶 *ताम्बे के बर्तन में भोजन नहीं करना चाहिये पानी नहीं पीना चाहिये |*


🕵🏻‍♀ *चतुर्मास में काला और नीला वस्त्र पहनने से स्वास्थ्य हानि और पुण्य नाश होता है |*


🙏🏻 *परनिंदा महा पापं शास्त्र वचन :- “परनिंदा महा पापं परनिंदा महा भयं परनिंदा महा दुखंतस्या पातकम न परम”*


🙏🏻 *ये स्कन्द पुराण का श्लोक है परनिंदा महा पाप है, परनिंदा महा भय है, परनिंदा महा दुःख है तस्यापातकम न परम उससे बड़ा कोई पाप नही | इस चतुर्मास में पक्का व्रत ले लो कि हम किसी की निंदा न करेंगे |*


😖 *असत्य भाषण का त्याग कर दें, क्रोध का त्याग कर दें,*


🍧 *बाजारू चीजें जो आइस्क्रीम है, पेप्सी, कोका- कोला है अथवा शहद आदि है उन चीजों का त्याग कर दें चतुर्मास में, ब्रह्मचर्य पालन करे।


         🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


 


🌷 *देवशयनी एकादशी* 🌷


➡ *30 जून 2020 मंगलवार को रात्रि 07:50 से 01 जुलाई बुधवार को 05:29 तक एकादशी है ।*


💥 *विशेष - 01 जुलाई बुधवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें ।*


🙏🏻 *देवशयनी एकादशी का व्रत महान पुण्यमय, स्वर्ग एवं मोक्ष प्रदान करनेवाले, सब पापों को हरनेवाला है ।*


           🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


 


🌷 *चातुर्मास्य व्रत की महिमा* 🌷


➡ *गतांक से आगे........*


🙏🏻 *चतुर्मास में विशेष रूप से जल की शुद्धि होती है। उस समय तीर्थ और नदी आदि में स्नान करने का विशेष महत्त्व है। नदियों के संगम में स्नान के पश्चात् पितरों एवं देवताओं का तर्पण करके जप, होम आदि करने से अनंत फल की प्राप्ति होती है। ग्रहण के समय को छोड़कर रात को और संध्याकाल में स्नान न करें । गर्म जल से भी स्नान नहीं करना चाहिए। गर्म जल का त्याग कर देने से पुष्कर तीर्थ में स्नान करने का फल मिलता है।*


🙏🏻 *जो मनुष्य जल में तिल और आँवले का मिश्रण अथवा बिल्वपत्र डालकर ॐ नमः शिवाय का चार-पाँच बार जप करके उस जल से स्नान करता है, उसे नित्य महान पुण्य प्राप्त होता है। बिल्वपत्र से वायु प्रकोप दूर होता है और स्वास्थ्य की रक्षा होती है।*


🙏🏻 *चतुर्मास में जीव-दया विशेष धर्म है। प्राणियों से द्रोह करना कभी भी धर्म नहीं माना गया है। इसलिए मनुष्यों को सर्वथा प्रयत्न करके प्राणियों के प्रति दया करनी चाहिए। जिस धर्म में दया नहीं है वह दूषित माना गया है। सब प्राणियों के प्रति आत्मभाव रखकर सबके ऊपर दया करना सनातन धर्म है, जो सब पुरुषों के द्वारा सदा सेवन करने योग्य है।*


🙏🏻 *सब धर्मों में दान-धर्म की विद्वान लोग सदा प्रशंसा करते हैं। चतुर्मास में अन्न, जल, गौ का दान, प्रतिदिन वेदपाठ और हवन – ये सब महान फल देने वाले हैं।*


🙏🏻 *सतकर्म , सत्कथा, सत्पुरुषों की सेवा, संतों के दर्शन, भगवान विष्णु का पूजन आदि सत्कर्मों में संलग्न रहना और दान में अनुराग होना – ये सब बातें चतुर्मास में दुर्लभ बतायी गयी है। चतुर्मास में दूध, दही, घी एवं मट्ठे का दान महाफल देने वाला होता है। जो चतुर्मास में भगवान की प्रीति के लिए विद्या, गौ व भूमि का दान करता है, वह अपने पूर्वजों का उद्धार कर देता है। विशेषतः चतुर्मास में अग्नि में आहूति, भगवद् भक्त एवं पवित्र ब्राह्मणों को दान और गौओं की भलीभाँति सेवा, पूजा करनी चाहिए।*


🙏🏻 *पितृकर्म (श्राद्ध) में सिला हुआ वस्त्र नहीं पहनना चाहिए। जिसने असत्य भाषण, क्रोध तथा पर्व के अवसर पर मैथुन का त्याग कर दिया है, वह अश्वमेघ यज्ञ का फल पाता है। असत्य भाषण के त्याग से मोक्ष का दरवाजा खुल जाता है। किसी पदार्थ को उपयोग में लाने से पहले उसमें से कुछ भाग सत्पात्र ब्राह्मण को दान करना चाहिए। जो धन सत्पात्र ब्राह्मण को दिया जाता है, वह अक्षय होता है। इसी प्रकार जिसने कुछ उपयोगी वस्तुओं को चतुर्मास में त्यागने का नियम लिया हो, उसे भी वे वस्तुएँ सत्पात्र ब्राह्मण को दान करनी चाहिए। ऐसा करने से वह त्याग सफल होता है।*


🙏🏻 *चतुर्मास में जो स्नान, दान, जप, होम, स्वाध्याय और देवपूजन किया जाता है, वह सब अक्षय हो जाता है। जो एक अथवा दोनों समय पुराण सुनता है, वह पापों से मुक्त होकर भगवान विष्णु के धाम को जाता है। जो भगवान के शयन करने पर विशेषतः उनके नाम का कीर्तन और जप करता है, उसे कोटि गुना फल मिलता है।*


🙏🏻 *देवशयनी एकादशी के बाद प्रतिज्ञा करना कि ”हे भगवान ! मैं आपकी प्रसन्नता के लिए अमुक सत्कर्म करूँगा।” और उसका पालन करना इसी को व्रत कहते हैं। यह व्रत अधिक गुणों वाला होता है। अग्निहोत्र, भक्ति, धर्मविषयक श्रद्धा, उत्तम बुद्धि, सत्संग, सत्यभाषण, हृदय में दया, सरलता एवं कोमलता, मधुर वाणी, उत्तम चरित्र में अनुराग, वेदपाठ, चोरी का त्याग, अहिंसा, लज्जा, क्षमा, मन एवं इन्द्रियों का संयम, लोभ, क्रोध और मोह का अभाव, वैदिक कर्मों का उत्तम ज्ञान तथा भगवान को अपने चित्त का समर्पण – इन नियमों को मनुष्य अंगीकार करे और व्रत का यत्नपूर्वक पालन करे।*


➡ *समाप्त........*


 


 


        🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🙏🏻🌷🍀🌼🌹🌻🌸🌺💐🙏🏻पंचक


8 जुलाई 


दोपहर 12.31 से 13 जुलाई प्रातः 11.15 बजे तक


4 अगस्त


 रात्रि 8.47 से 9 अगस्त सायं 7.05 बजे तक


 


एकादशी


बुधवार, 01 जुलाई देवशयनी एकादशी


गुरुवार, 16 जुलाई कामिका एकादशी


गुरुवार, 30 जुलाई श्रावण पुत्रदा एकादशी


 


प्रदोष


गुरुवार, 02 जुलै प्रदोष व्रत (शुक्ल)


शनिवार, 18 जुलै शनि प्रदोष व्रत (कृष्ण)


 


अमावस्या


20 जुलाई 2020 - सोमवार - श्रावण अमावस्या (हरियाली, सोमवती अमावस्या)


 


पूर्णिमा


आषाढ़ पूर्णिमा तिथि- 5 जुलाई- दिन रविवार


 


मेष 


आज आपके उपर गणेशजी के आशीर्वाद रहेंगा, इसलिए दिन भर मानसिकरुप से स्वस्थ रहेंगे। पारिवारिक जीवन सुखी रहेगा। साथ में प्रवास का और सुरुचिपूर्ण भोजन का भी योग है। कोई खोई हुई वस्तु आज मिलने की संभावना अधिक है। फिर भी अपने विचारों और आवेश को अंकुश में रखिएगा। विदेशी व्यापार से जुडे़ हुए लोगों को सफलता और लाभ मिलेगा। गणेशजी की सलाह है कि बौद्धिक चर्चा में विवाद टालकर समाधानकारी व्यवहार अपनाइएगा।


वृषभ 


आज दिनभर आनंद मन पर छाया रहेगा। अपने कार्य में व्यवस्थितरुप से आप आगे बढा पाएंगे और योजना के अनुसार कार्य भी कर पाएंगे। अपूर्ण कार्यो को सफलतापूर्वक पूर्ण कर पाएंगे। कार्यालय में सहकर्मियों का सहयोग अच्छा मिलेगा। मायके से शुभ समाचार मिलने की संभावना अधिक है। मानसिकरुप से भी आप आनंदित रह पाएंगे। आप का स्वास्थ्य आज अच्छा रहेगा।


 


मिथुन 


आज का दिन मध्यम रहेगा। नए कार्य का प्रारंभ न करने की गणेशजी की सलाह है। जीवनसाथी और संतान के विषय में चिंता रहेगी। जिसके कारण मन में उद्वेग बना रहेगा। पेट में अजीर्णता रहने के कारण स्वास्थ्य भी कुछ नरम-गरम रहेगा। खर्च की भी मात्रा आज कुछ अधिक रहेगी। फिर भी विद्यार्थियों के लिए समय अनुकूल है। संभव हो तो वाद-विवाद टालिएगा, जिससे कि किसी के साथ मनमुटाव के प्रसंग उपस्थित न हो। अपमान अथवा मानभंग की स्थिति से संभलिएगा।


कर्क 


आज आप संभलकर चलिएगा। शारीरिक स्फूर्ति और मानसिक प्रसन्नता बनाए रखने के लिए आज कष्ट का अनुभव होगा। छाती में पीडा अथवा अन्य विकार से भी कष्ट की अनुभूति होगी। घर में सदस्यों के साथ उग्र चर्चा या वाद-विवाद हो जाने से भी मन में दुख बना रहेगा। धन का अधिक से अधिक खर्च होगा। सामाजिकरुप से मानहानि का प्रसंग उपस्थित न हो इसका ध्यान रखिएगा। अनिद्रा आपको सताएगी।


 


सिंह 


कार्य सफलता और प्रतिस्पर्धियों पर विजय मिलने से आप के मन में प्रसन्नता छाई रहेगी ऐसा गणेशजी कहते हैं। भाई-बहनों के साथ संबंधो में मीठास भी बनी रहेगी। मित्रो और स्नेहीजनो के साथ किसी रमणीय पर्यटनस्थल पर घूमने-फिरने का आनंद उठा सकेंगे। आज के दिन आप का आरोग्य भी अच्छा रहेगा। आर्थिकरुप से भी आपको लाभ होगा। मानसिक रुप से उद्वेगरहित रहेंगे। भाग्यवृद्धि होने के भी संकेत है। नए कार्य प्रारंभ करने के लिए आज का दिन शुभ है।


कन्या 


आपके लिए आज का दिन शुभ रहेगा ऐसा गणेशजी कहते हैं। वाणी की मधुरता से दूसरे लोगों के मन पर अपनी सकारात्मक छाप छोड़ सकेंगे। पारिवारिक वातावरण भी अच्छा रहेगा। फिर भी वाणी पर संयम बरतने से वाद-विवाद की संभावना कम हो जाएगी। आर्थिक कार्य भी आज सुखपूर्वक संपन्न होंगे। नकारात्मक विचारो से आप दूर रहिएगा। मित्रो और स्नेहीजनों से भेंट होगी। छोटा प्रवास हो सकता है।


 


तुला 


आपके प्रत्येक कार्य में आत्मविश्वास छलकता हुआ दिखेगा ऐसे गणेशजी के आशीर्वाद हैं। आर्थिक योजनाएं भी सरलतापूर्वक बना सकेगें। शारीरिक तथा मानसिक रुप से प्रसन्नता का अनुभव होगा। वस्त्राभूषण और आनंद-प्रमोद के पीछे खर्च होगा। वैचारिकरुप से दृढता रहेगी। सृजनात्मक प्रवृत्तियों में मन लगा रहेगा।


वृश्चिक 


गणेशजी कहते हैं कि आज के दिन मौज-शौक और मनोरंजन के पीछे खर्च होगा। स्वास्थ्य के सम्बंध में शिकायत रहेगी। मन के अंदर चिंता की भावना रहेगी। दुर्घटना से बचे। कुटुंबीजनों और सगे- सम्बंधियों के साथ गलतफहमी या अनबन होगा। कोर्ट- कचहरी संबंधी कार्यों में सावधानी रखें। हरेक विषय में संयमित व्यवहार अनर्थ होने से बचा लेंगे।


 


धनु 


आर्थिक लाभ और सामाजिक प्रतिष्ठा मिलने के साथ आप पारिवारिक जीवन में भी सुख- संतोष की भावना अनुभव करेंगे। गणेशजी की कृपा से आय में वृद्धि और व्यापार में लाभ मिलेगा। मनपसंद पात्र के साथ सुखद क्षण बितेगा। मित्रों के साथ रमणीय स्थानों में पर्यटन का आयोजन होगा। अविवाहितों के लिए वैवाहिक योग बनेंगे। पत्नी तथा पुत्र द्वारा लाभ प्राप्ति की संभावना है।


मकर 


व्यवसाय के क्षेत्र में धन, मान तथा प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यापार हेतु भागदौड़ और वसूली हेतु प्रवास से लाभ होने की संभावना रहेगी। उच्च पदाधिकारी खुश होने से पदोन्नति के संयोग खड़े होंगे। सरकार, मित्र तथा सम्बंधियों से लाभ होंगे। गृहस्थ जीवन में आनंद अनुभव होगा। संतान की प्रगति आपमें संतोष की भावना का एहसास कराएगी।


 


कुंभ 


गणेशजी कहते हैं कि शारीरिक से रुप से अस्वस्थ रहने पर भी मानसिक स्वस्थता बनाए रखें। आज काम करने का उत्साह कम रहेगा। नौकरी में उच्च पदाधिकारियों से संभलकर रहना पड़ेगा। मौज-शौक तथा घूमने- फिरने के पीछे धन खर्च होगा। संतान के सम्बंध में चिंता रहेगी। प्रतिस्पर्धियों के साथ चर्चा में न उतरें। विदेश से समाचार मिलेंगे।


मीन 


आज गणेशजी आपके आकस्मिक धनलाभ का योग देखते हैं। मानसिक तथा शारीरिक श्रम के कारण स्वास्थ्य खराब हो सकता है। सर्दी, सांस की तकलीफ, खाँसी औऱ पेट दर्द जोर पकड़ेंगे। खर्च में वृद्धि होगी। जलाशय से दूर रहने में सुरक्षा है। विरासत सम्बंधी लाभ होंगे। अनैतिक कामवृत्ति पर संयम रखें। ईश्वर भक्ति और आध्यात्मिक विचार आपके कष्ट को कम करेंगे।


 


जिनका आज जन्मदिन हैं उनको हार्दिक शुभकामनाएं


 


अंक ज्योतिष के अनुसार आपका मूलांक तीन आता है। यह बृहस्पति का प्रतिनिधि अंक है। ऐसे व्यक्ति निष्कपट, दयालु एवं उच्च तार्किक क्षमता वाले होते हैं। अनुशासनप्रिय होने के कारण कभी-कभी आप तानाशाह भी बन जाते हैं। आप दार्शनिक स्वभाव के होने के बावजूद एक विशेष प्रकार की स्फूर्ति रखते हैं।


 


आपकी शिक्षा के क्षेत्र में पकड़ मजबूत होगी। आप एक सामाजिक प्राणी हैं। आप सदैव परिपूर्णता या कहें कि परफेक्शन की तलाश में रहते हैं यही वजह है कि अकसर अव्यवस्थाओं के कारण तनाव में रहते हैं। 


 


 


 


शुभ दिनांक : 3, 12, 21, 30


 


शुभ अंक : 1, 3, 6, 7, 9, 


 


 


शुभ वर्ष : 2028, 2030, 2031, 2034, 2043, 2049, 2052,    


 


ईष्टदेव : देवी सरस्वती, देवगुरु बृहस्पति, भगवान विष्णु 


 


शुभ रंग : पीला, सुनहरा और गुलाबी 


 


कैसा रहेगा यह वर्ष


आपके लिए यह वर्ष सुखद है। किसी विशेष परीक्षा में सफलता मिल सकती है। नौकरीपेशा के लिए प्रतिभा के बल पर उत्तम सफलता का है। नवीन व्यापार की योजना भी बन सकती है।


 


दांपत्य जीवन में सुखद स्थिति रहेगी। घर या परिवार में शुभ कार्य होंगे। महत्वपूर्ण कार्य से यात्रा के योग भी है। मित्र वर्ग का सहयोग सुखद रहेगा। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे


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