रविवार, 31 अक्तूबर 2021

भारतीय किसान यूनियन का एक और विकेट गिरा, नवनियुक्त जिलाध्यक्ष ने दिया इस्तीफा

 




मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष नीरज पहलवान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन को भेजा जादौन ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।

जनप्रतिनिधियों ने किया आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सम्मानित





मुज़फ्फरनगर। वृंदावन गार्डन में मंत्री कपिल देव अग्रवाल के द्वारा 100 करोड़ कोरोना वैक्सीनेशन पूरा होने पर सदर विधानसभा क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व आशाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व आशाओं को राज्यमंत्री कपिलदेव अग्रवाल के के द्वारा दीपावली की शुभकामनाएं भी दी गई। दीप प्रज्वलित कर केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान व कपिल देव अग्रवाल , जिला अध्यक्ष विजय शुक्ला ने शुरू किया कार्यक्रम।

ऐसे करें दिवाली पूजन बरसेगी महालक्ष्मी की कृपा

 


दीपावली पूजा विधि एवं शुभ मुहूर्त

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हर वर्ष भारतवर्ष में दिवाली का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. प्रतिवर्ष यह कार्तिक माह की अमावस्या को मनाई जाती है. रावण से दस दिन के युद्ध के बाद श्रीराम जी जब अयोध्या वापिस आते हैं तब उस दिन कार्तिक माह की अमावस्या थी, उस दिन घर-घर में दिए जलाए गए थे तब से इस त्योहार को दीवाली के रुप में मनाया जाने लगा और समय के साथ और भी बहुत सी बातें इस त्यौहार के साथ जुड़ती चली गई।

“ब्रह्मपुराण” के अनुसार आधी रात तक रहने वाली अमावस्या तिथि ही महालक्ष्मी पूजन के लिए श्रेष्ठ होती है. यदि अमावस्या आधी रात तक नहीं होती है तब प्रदोष व्यापिनी तिथि लेनी चाहिए. लक्ष्मी पूजा व दीप दानादि के लिए प्रदोषकाल ही विशेष शुभ माने गए हैं।

दीपावली पूजन के लिए पूजा स्थल एक  दिन पहले से सजाना चाहिए पूजन सामग्री भी दिपावली की पूजा शुरू करने से पहले ही एकत्रित कर लें। इसमें अगर माँ के पसंद को ध्यान में रख कर पूजा की जाए तो शुभत्व की वृद्धि होती है। माँ के पसंदीदा रंग लाल, व् गुलाबी है। इसके बाद फूलों की बात करें तो कमल और गुलाब मां लक्ष्मी के प्रिय फूल हैं। पूजा में फलों का भी खास महत्व होता है। फलों में उन्हें श्रीफल, सीताफल, बेर, अनार व सिंघाड़े पसंद आते हैं। आप इनमें से कोई भी फल पूजा के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। अनाज रखना हो तो चावल रखें वहीं मिठाई में मां लक्ष्मी की पसंद शुद्ध केसर से बनी मिठाई या हलवा, शीरा और नैवेद्य है।

माता के स्थान को सुगंधित करने के लिए केवड़ा, गुलाब और चंदन के इत्र का इस्तेमाल करें।

दीये के लिए आप गाय के घी, मूंगफली या तिल्ली के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह मां लक्ष्मी को शीघ्र प्रसन्न करते हैं। पूजा के लिए अहम दूसरी चीजों में गन्ना, कमल गट्टा, खड़ी हल्दी, बिल्वपत्र, पंचामृत, गंगाजल, ऊन का आसन, रत्न आभूषण, गाय का गोबर, सिंदूर, भोजपत्र शामिल हैं।


चौकी सजाना

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(1) लक्ष्मी, (2) गणेश, (3-4) मिट्टी के दो बड़े दीपक, (5) कलश, जिस पर नारियल रखें, वरुण (6) नवग्रह, (7) षोडशमातृकाएं, (8) कोई प्रतीक, (9) बहीखाता, (10) कलम और दवात, (11) नकदी की संदूक, (12) थालियां, 1, 2, 3, (13) जल का पात्र

सबसे पहले चौकी पर लक्ष्मी व गणेश की मूर्तियां इस प्रकार रखें कि उनका मुख पूर्व या पश्चिम में रहे। लक्ष्मीजी, गणेशजी की दाहिनी ओर रहें। पूजा करने वाले मूर्तियों के सामने की तरफ बैठे। कलश को लक्ष्मीजी के पास चावलों पर रखें। नारियल को लाल वस्त्र में इस प्रकार लपेटें कि नारियल का अग्रभाग दिखाई देता रहे व इसे कलश पर रखें। यह कलश वरुण का प्रतीक है। दो बड़े दीपक रखें। एक में घी भरें व दूसरे में तेल। एक दीपक चौकी के दाईं ओर रखें व दूसरा मूर्तियों के चरणों में। इसके अलावा एक दीपक गणेशजी के पास रखें।

मूर्तियों वाली चौकी के सामने छोटी चौकी रखकर उस पर लाल वस्त्र बिछाएं। कलश की ओर एक मुट्ठी चावल से लाल वस्त्र पर नवग्रह की प्रतीक नौ ढेरियां बनाएं। गणेशजी की ओर चावल की सोलह ढेरियां बनाएं। ये सोलह मातृका की प्रतीक हैं। नवग्रह व षोडश मातृका के बीच स्वस्तिक का चिह्न बनाएं।

इसके बीच में सुपारी रखें व चारों कोनों पर चावल की ढेरी। सबसे ऊपर बीचों बीच ॐ लिखें। छोटी चौकी के सामने तीन थाली व जल भरकर कलश रखें। थालियों की निम्नानुसार व्यवस्था करें- 1. ग्यारह दीपक, 2. खील, बताशे, मिठाई, वस्त्र, आभूषण, चन्दन का लेप, सिन्दूर, कुंकुम, सुपारी, पान, 3. फूल, दुर्वा, चावल, लौंग, इलायची, केसर-कपूर, हल्दी-चूने का लेप, सुगंधित पदार्थ, धूप, अगरबत्ती, एक दीपक।

इन थालियों के सामने पूजा करने वाला बैठे। आपके परिवार के सदस्य आपकी बाईं ओर बैठें। कोई आगंतुक हो तो वह आपके या आपके परिवार के सदस्यों के पीछे बैठे।

हर साल दिवाली पूजन में नया सिक्का ले और पुराने सिक्को के साथ इख्ठा रख कर दीपावली पर पूजन करे और पूजन के बाद सभी सिक्को को तिजोरी में रख दे।


पूजा की संक्षिप्त विधि स्वयं करने के लिए

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पवित्रीकरण 

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हाथ में पूजा के जलपात्र से थोड़ा सा जल ले लें और अब उसे मूर्तियों के ऊपर छिड़कें। साथ में नीचे दिया गया पवित्रीकरण मंत्र पढ़ें। इस मंत्र और पानी को छिड़ककर आप अपने आपको पूजा की सामग्री को और अपने आसन को भी पवित्र कर लें।

शरीर एवं पूजा सामग्री पवित्रीकरण मन्त्र👇

ॐ पवित्रः अपवित्रो वा सर्वावस्थांगतोऽपिवा।

यः स्मरेत्‌ पुण्डरीकाक्षं स वाह्यभ्यन्तर शुचिः॥


पृथ्वी पवित्रीकरण विनियोग👇

पृथ्विति मंत्रस्य मेरुपृष्ठः ग षिः सुतलं छन्दः

कूर्मोदेवता आसने विनियोगः॥


अब पृथ्वी पर जिस जगह आपने आसन बिछाया है, उस जगह को पवित्र कर लें और मां पृथ्वी को प्रणाम करके मंत्र बोलें-


पृथ्वी पवित्रीकरण मन्त्र👇

ॐ पृथ्वी त्वया धृता लोका देवि त्वं विष्णुना धृता।

त्वं च धारय मां देवि पवित्रं कुरु चासनम्‌॥

पृथिव्यै नमः आधारशक्तये नमः


अब आचमन करें

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पुष्प, चम्मच या अंजुलि से एक बूंद पानी अपने मुंह में छोड़िए और बोलिए-


ॐ केशवाय नमः


और फिर एक बूंद पानी अपने मुंह में छोड़िए और बोलिए-


ॐ नारायणाय नमः


फिर एक तीसरी बूंद पानी की मुंह में छोड़िए और बोलिए-


ॐ वासुदेवाय नमः


इसके बाद संभव हो तो किसी किसी ब्राह्मण द्वारा विधि विधान से पूजन करवाना अति लाभदायक रहेगा। ऐसा संभव ना हो तो सर्वप्रथम दीप प्रज्वलन कर गणेश जी का ध्यान कर अक्षत पुष्प अर्पित करने के पश्चात दीपक का गंधाक्षत से तिलक कर निम्न मंत्र से पुष्प अर्पण करें।


शुभम करोति कल्याणम, 

अरोग्यम धन संपदा, 

शत्रु-बुद्धि विनाशायः, 

दीपःज्योति नमोस्तुते ! 


पूजन हेतु संकल्प 

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इसके बाद बारी आती है संकल्प की। जिसके लिए पुष्प, फल, सुपारी, पान, चांदी का सिक्का, नारियल (पानी वाला), मिठाई, मेवा, आदि सभी सामग्री थोड़ी-थोड़ी मात्रा में लेकर संकल्प मंत्र बोलें- ऊं विष्णुर्विष्णुर्विष्णु:, ऊं तत्सदद्य श्री पुराणपुरुषोत्तमस्य विष्णोराज्ञया प्रवर्तमानस्य ब्रह्मणोऽह्नि द्वितीय पराद्र्धे श्री श्वेतवाराहकल्पे सप्तमे वैवस्वतमन्वन्तरे, अष्टाविंशतितमे कलियुगे, कलिप्रथम चरणे जम्बुद्वीपे भरतखण्डे आर्यावर्तान्तर्गत ब्रह्मवर्तैकदेशे पुण्य (अपने नगर/गांव का नाम लें) क्षेत्रे बौद्धावतारे वीर विक्रमादित्यनृपते : 2070, तमेऽब्दे शोभन नाम संवत्सरे दक्षिणायने/उत्तरायणे हेमंत ऋतो महामंगल्यप्रदे मासानां मासोत्तमे कार्तिक मासे कृष्ण पक्षे अमावस तिथौ (जो वार हो) शनि वासरे स्वाति नक्षत्रे आयुष्मान योग चतुष्पाद करणादिसत्सुशुभे योग (गोत्र का नाम लें) गोत्रोत्पन्नोऽहं अमुकनामा (अपना नाम लें) सकलपापक्षयपूर्वकं सर्वारिष्ट शांतिनिमित्तं सर्वमंगलकामनया– श्रुतिस्मृत्यो- क्तफलप्राप्तर्थं— निमित्त महागणपति नवग्रहप्रणव सहितं कुलदेवतानां पूजनसहितं स्थिर लक्ष्मी महालक्ष्मी देवी पूजन निमित्तं एतत्सर्वं शुभ-पूजोपचारविधि सम्पादयिष्ये।


गणेश पूजन

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किसी भी पूजन की शुरुआत में सर्वप्रथम श्री गणेश को पूजा जाता है। इसलिए सबसे पहले श्री गणेश जी की पूजा करें। 

इसके लिए हाथ में पुष्प लेकर गणेश जी का ध्यान करें। मंत्र पढ़े – गजाननम्भूतगणादिसेवितं 

कपित्थ जम्बू फलचारुभक्षणम्। 

उमासुतं शोक विनाशकारकं 

नमामि विघ्नेश्वरपादपंकजम्।


गणपति आवाहन:👉 ऊं गं गणपतये इहागच्छ इह तिष्ठ।। इतना कहने के बाद पात्र में अक्षत छोड़ दे।

इसके पश्चात गणेश जी को पंचामृत से स्नान करवाये पंचामृत स्नान के बाद शुद्ध जल से स्नान कराए अर्घा में जल लेकर बोलें- एतानि पाद्याद्याचमनीय-स्नानीयं, पुनराचमनीयम् ऊं गं गणपतये नम:। 

रक्त चंदन लगाएं:👉 इदम रक्त चंदनम् लेपनम् ऊं गं गणपतये नम:, इसी प्रकार श्रीखंड चंदन बोलकर श्रीखंड चंदन लगाएं। इसके पश्चात सिन्दूर चढ़ाएं “इदं सिन्दूराभरणं लेपनम् ऊं गं गणपतये नम:। दूर्वा और विल्बपत्र भी गणेश जी को अर्पित करें। उन्हें वस्त्र पहनाएं और कहें – इदं रक्त वस्त्रं ऊं गं गणपतये समर्पयामि।

पूजन के बाद श्री गणेश को प्रसाद अर्पित करें और बोले – इदं नानाविधि नैवेद्यानि ऊं गं गणपतये समर्पयामि:। मिष्ठान अर्पित करने के लिए मंत्र: इदं शर्करा घृत युक्त नैवेद्यं ऊं गं गणपतये समर्पयामि:। प्रसाद अर्पित करने के बाद आचमन करायें। इदं आचमनयं ऊं गं गणपतये नम:। इसके बाद पान सुपारी चढ़ायें: इदं ताम्बूल पुगीफल समायुक्तं ऊं गं गणपतये समर्पयामि:। अब एक फूल लेकर गणपति पर चढ़ाएं और बोलें: एष: पुष्पान्जलि ऊं गं गणपतये नम:

इसी प्रकार अन्य देवताओं का भी पूजन करें बस जिस देवता की पूजा करनी हो गणेश जी के स्थान पर उस देवता का नाम लें।

कलश पूजन👉 इसके लिए लोटे या घड़े पर मोली बांधकर कलश के ऊपर आम के पत्ते रखें। कलश के अंदर सुपारी, दूर्वा, अक्षत व् मुद्रा रखें। कलश के गले में मोली लपेटे। नारियल पर वस्त्र लपेट कर कलश पर रखें। अब हाथ में अक्षत और पुष्प लेकर वरुण देव का कलश में आह्वान करें। ओ३म् त्तत्वायामि ब्रह्मणा वन्दमानस्तदाशास्ते यजमानो हविभि:। अहेडमानो वरुणेह बोध्युरुशंस मान आयु: प्रमोषी:। (अस्मिन कलशे वरुणं सांगं सपरिवारं सायुध सशक्तिकमावाहयामि, ओ३म्भूर्भुव: स्व:भो वरुण इहागच्छ इहतिष्ठ। स्थापयामि पूजयामि॥)

इसके बाद इस प्रकार श्री गणेश जी की पूजन की है उसी प्रकार वरुण देव की भी पूजा करें। इसके बाद इंद्र और फिर कुबेर जी की पूजा करें। एवं वस्त्र सुगंध अर्पण कर भोग लगाये इसके बाद इसी प्रकार क्रम से कलश का पूजन कर लक्ष्मी पूजन आरम्भ करे 

लक्ष्मी पूजन

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सर्वप्रथम निम्न मंत्र कहते हुए माँ लक्ष्मी का ध्यान करें।


ॐ या सा पद्मासनस्था, 

विपुल-कटि-तटी, पद्म-दलायताक्षी।

गम्भीरावर्त-नाभिः, 

स्तन-भर-नमिता, शुभ्र-वस्त्रोत्तरीया।।

लक्ष्मी दिव्यैर्गजेन्द्रैः। मणि-गज-खचितैः, स्नापिता हेम-कुम्भैः।

नित्यं सा पद्म-हस्ता, मम वसतु गृहे, सर्व-मांगल्य-युक्ता।।

अब माँ लक्ष्मी की प्रतिष्ठा करें👉 हाथ में अक्षत लेकर मंत्र कहें – “ॐ भूर्भुवः स्वः महालक्ष्मी, इहागच्छ इह तिष्ठ, एतानि पाद्याद्याचमनीय-स्नानीयं, पुनराचमनीयम्।”

प्रतिष्ठा के बाद स्नान कराएं और मंत्र बोलें – ॐ मन्दाकिन्या समानीतैः, हेमाम्भोरुह-वासितैः स्नानं कुरुष्व देवेशि, सलिलं च सुगन्धिभिः।। ॐ लक्ष्म्यै नमः।। इदं रक्त चंदनम् लेपनम् से रक्त चंदन लगाएं। इदं सिन्दूराभरणं से सिन्दूर लगाएं। ‘ॐ मन्दार-पारिजाताद्यैः, अनेकैः कुसुमैः शुभैः। पूजयामि शिवे, भक्तया, कमलायै नमो नमः।। ॐ लक्ष्म्यै नमः, पुष्पाणि समर्पयामि।’इस मंत्र से पुष्प चढ़ाएं फिर माला पहनाएं। अब लक्ष्मी देवी को इदं रक्त वस्त्र समर्पयामि कहकर लाल वस्त्र पहनाएं। इसके बाद मा लक्ष्मी के क्रम से अंगों की पूजा करें।

माँ लक्ष्मी की अंग पूजा

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बाएं हाथ में अक्षत लेकर दाएं हाथ से थोड़े थोड़े छोड़ते जाए और मंत्र कहें – ऊं चपलायै नम: पादौ पूजयामि ऊं चंचलायै नम: जानूं पूजयामि, ऊं कमलायै नम: कटि पूजयामि, ऊं कात्यायिन्यै नम: नाभि पूजयामि, ऊं जगन्मातरे नम: जठरं पूजयामि, ऊं विश्ववल्लभायै नम: वक्षस्थल पूजयामि, ऊं कमलवासिन्यै नम: भुजौ पूजयामि, ऊं कमल पत्राक्ष्य नम: नेत्रत्रयं पूजयामि, ऊं श्रियै नम: शिरं: पूजयामि।


अष्टसिद्धि पूजा

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अंग पूजन की ही तरह हाथ में अक्षत लेकर मंतोच्चारण करते रहे। मंत्र इस प्रकर है – ऊं अणिम्ने नम:, ओं महिम्ने नम:, ऊं गरिम्णे नम:, ओं लघिम्ने नम:, ऊं प्राप्त्यै नम: ऊं प्राकाम्यै नम:, ऊं ईशितायै नम: ओं वशितायै नम:।


अष्टलक्ष्मी पूजन 

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अंग पूजन एवं अष्टसिद्धि पूजा की ही तरह हाथ में अक्षत लेकर मंत्रोच्चारण करें। ऊं आद्ये लक्ष्म्यै नम:, ओं विद्यालक्ष्म्यै नम:, ऊं सौभाग्य लक्ष्म्यै नम:, ओं अमृत लक्ष्म्यै नम:, ऊं लक्ष्म्यै नम:, ऊं सत्य लक्ष्म्यै नम:, ऊं भोगलक्ष्म्यै नम:, ऊं योग लक्ष्म्यै नम:


नैवैद्य अर्पण

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पूजन के बाद देवी को “इदं नानाविधि नैवेद्यानि ऊं महालक्ष्मियै समर्पयामि” मंत्र से नैवैद्य अर्पित करें। मिष्टान अर्पित करने के लिए मंत्र: “इदं शर्करा घृत समायुक्तं नैवेद्यं ऊं महालक्ष्मियै समर्पयामि” बालें। प्रसाद अर्पित करने के बाद आचमन करायें। इदं आचमनयं ऊं महालक्ष्मियै नम:। इसके बाद पान सुपारी चढ़ायें: इदं ताम्बूल पुगीफल समायुक्तं ऊं महालक्ष्मियै समर्पयामि। अब एक फूल लेकर लक्ष्मी देवी पर चढ़ाएं और बोलें: एष: पुष्पान्जलि ऊं महालक्ष्मियै नम:।


माँ को यथा सामर्थ वस्त्र, आभूषण, नैवेद्य अर्पण कर दक्षिणा चढ़ाए दूध, दही, शहद, देसी घी और गंगाजल मिलकर चरणामृत बनाये और गणेश लक्ष्मी जी के सामने रख दे। इसके बाद 5 तरह के फल, मिठाई खील-पताशे, चीनी के खिलोने लक्ष्मी माता और गणेश जी को चढ़ाये और प्राथना करे की वो हमेशा हमारे घरो में विराजमान रहे। इनके बाद एक थाली में विषम संख्या में दीपक 11,21 अथवा यथा सामर्थ दीप रख कर इनको भी कुंकुम अक्षत से पूजन करे इसके बाद माँ को श्री सूक्त अथवा ललिता सहस्त्रनाम का पाठ सुनाये पाठ के बाद माँ से क्षमा याचना कर माँ लक्ष्मी जी की आरती कर बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेने के बाद थाली के दीपो को घर में सब जगह रखे। लक्ष्मी-गणेश जी का पूजन करने के बाद, सभी को जो पूजा में शामिल हो, उन्हें खील, पताशे, चावल दे।

सब फिर मिल कर प्राथना करे की माँ लक्ष्मी हमने भोले भाव से आपका पूजन किया है ! उसे स्वीकार करे और गणेशा, माँ सरस्वती और सभी देवताओं सहित हमारे घरो में निवास करे। प्रार्थना करने के बाद जो सामान अपने हाथ में लिया था वो मिटटी के लक्ष्मी गणेश, हटड़ी और जो लक्ष्मी गणेश जी की फोटो लगायी थी उस पर चढ़ा दे।

लक्ष्मी पूजन के बाद आप अपनी तिजोरी की पूजा भी करे रोली को देसी घी में घोल कर स्वस्तिक बनाये और धुप दीप दिखा करे मिठाई का भोग लगाए।

लक्ष्मी माता और सभी भगवानो को आपने अपने घर में आमंत्रित किया है अगर हो सके तो पूजन के बाद शुद्ध बिना लहसुन-प्याज़ का भोजन बना कर गणेश-लक्ष्मी जी सहित सबको भोग लगाए। दीपावली पूजन के बाद आप मंदिर, गुरद्वारे और चौराहे में भी दीपक और मोमबतियां जलाएं।

रात को सोने से पहले पूजा स्थल पर मिटटी का चार मुह वाला दिया सरसो के तेल से भर कर जगा दे और उसमे इतना तेल हो की वो सुबह तक जग सके


माँ लक्ष्मी जी की आरती

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ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता

तुम को निस दिन सेवत, मैयाजी को निस दिन सेवत

हर विष्णु विधाता .

ॐ जय लक्ष्मी माता ...


उमा रमा ब्रह्माणी, तुम ही जग माता

ओ मैया तुम ही जग माता .

सूर्य चन्द्र माँ ध्यावत, नारद ऋषि गाता

ॐ जय लक्ष्मी माता ..


दुर्गा रूप निरन्जनि, सुख सम्पति दाता

ओ मैया सुख सम्पति दाता .

जो कोई तुम को ध्यावत, ऋद्धि सिद्धि धन पाता

ॐ जय लक्ष्मी माता ..


तुम पाताल निवासिनि, तुम ही शुभ दाता

ओ मैया तुम ही शुभ दाता .

कर्म प्रभाव प्रकाशिनि, भव निधि की दाता

ॐ जय लक्ष्मी माता ..


जिस घर तुम रहती तहँ सब सद्गुण आता 

ओ मैया सब सद्गुण आता .

सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता

ॐ जय लक्ष्मी माता ..


तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता

ओ मैया वस्त्र न कोई पाता .

ख़ान पान का वैभव, सब तुम से आता

ॐ जय लक्ष्मी माता ..


शुभ गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि जाता

ओ मैया क्षीरोदधि जाता .

रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता 

ॐ जय लक्ष्मी माता ..


महा लक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता

ओ मैया जो कोई जन गाता .

उर आनंद समाता, पाप उतर जाता 

ॐ जय लक्ष्मी माता ..


दीपावली पूजन मुहूर्त

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दीपावली पूजन के लिये चार विशेष मुहूर्त होते है।


1👉 वृश्चिक लग्न👉 यह लग्न दीपावली के सुबह आती है वृश्चिक लग्न में मंदिर, स्कूल, हॉस्पिटल, कॉलेज आदि में पूजा होती है। राजनीति से जुड़े लोग एवं कलाकार आदि इसी लग्न में पूजा करते हैं।


2👉 कुंभ लग्न👉 यह दीपावली की दोपहर का लग्न होता है। इस लग्न में प्राय बीमार लोग अथवा जिन्हें व्यापार में काफी हानि हो रही है, जिनकी शनि की खराब महादशा चल रही हो उन्हें इस लग्न में पूजा करना शुभ रहता है।


3👉 वृषभ लग्न👉 यह लग्न दीपावली की शाम को बढ़ाएं मिल ही जाता है तथा इस लग्न में गृहस्थ एवं व्यापारीयो को पूजा करना सबसे उत्तम माना गया है।


4👉 सिंह लग्न👉 यह लग्न दीपावली की मध्यरात्रि के आस पास पड़ता है तथा इस लग्न में तांत्रिक, सन्यासी आदि पूजा करना शुभ मानते हैं।


अमावस्या तिथि प्रारंभ👉  04 नवम्बर 2021 

 06:03 AM से,

अमावस्या तिथि समाप्त👉 05 नवम्बर 2021

02:44 AM तक


चौघड़िया मुहूर्त

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 सुबह का मुहूर्त 

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06:40 AM से 08:06 AM तक शुभ ||


                    10:56 AM से 03:13 PM तक चल , लाभ,  अमृत,  ||


दोपहर का मुहूर्त

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04:38 PM से 06:04 PM तक शुभ ||


शाम का मुहूर्त

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06:04 PM से  09:13 PM तक अमृत, चर, ||


रात का मुहूर्त

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12:22 AM से 01:57 AM तक लाभ 05 नवम्बर ||

निशीथ काल 

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04 नवम्बर रात्रि को 011:57 PM से 12:47AM 5 नवम्बर तक निशिता काल रहेगा।


प्रदोष काल

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प्रदोष काल 06:04 PM से 08:35PM तक


वृषभ काल

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Vrishabh Kal 06:42 PM से 08:42PM तक


सिंह काल

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सिंह का काल 01:08 AM से 03:16 AM तक

दिवाली पर लेजर और दीपों से जगमग अयोध्या


अयोध्या।खूबसूरत और बेमिसाल रामनगरी आयोध्या दीपावली हेतु अभी से रंग-बिरंगी रौशनी से जगमगाने लगी है। एक बार फिर यहां ऐतिहासिक दीपोत्सव मानने की तैयारी की जा रही है , जो कि एक नया विश्व कीर्तिमान रचेगी ।

अयोध्या में इस वर्ष  दीवाली पर 12 लाख दीप प्रज्‍जवलित करने की तैयारी है। साथ ही इस दिन कई सांस्‍कृतिक व साहित्‍य‍िक कार्यक्रम भी होंगे। वहीं 3 नवंबर को सरयू नदी के तट पर छोटी दिवाली के दिन दीपोत्सव का कार्यक्रम रखा गया है। इस दीवाली पर आयोध्या में  20 गेटों का निर्माण किया जा रहा है , जिनके जरिए राम कथा के विभिन्न प्रसंगों का सीरियल पेश किया जाएगा। अयोध्या आने वाले भक्त राम कथा को एक क्रम से देख कर संपूर्ण कथा की जानकारी ले सकेंगे। दीपावली पर दियों का यह नया कीर्तिमान  3 नवंबर शाम 6 बजे से शुरू होगा , जिसके तहत राम की पैडी में 9 लाख दीप एक साथ प्रज्जवलि‍त किए जाएंगे।  

दीवाली से एक दिन पहले इस ऐतिहासिक दिन पर दीपोउत्सव के साथ 3डी होलोग्रैफिक शो, लेजर शो और आतिशबाजी देखने को मिलेगी। इतना ही नहीं रामलीला के मंचन के लिए श्रीलंका के सांस्कृतिक दल को आमंत्रित किया गया है।




आज का पंचांग एवँ राशिफल



🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞

⛅ *दिनांक - 31 अक्टूबर 2021*

⛅ *दिन - रविवार*

⛅ *विक्रम संवत - 2078 (गुजरात - 2077)*

⛅ *शक संवत -1943*

⛅ *अयन - दक्षिणायन*

⛅ *ऋतु - हेमंत* 

⛅ *मास - कार्तिक (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार अश्विन)*

⛅ *पक्ष - कृष्ण* 

⛅ *तिथि - दशमी दोपहर 02 :27 तक तत्पश्चात एकादशी*

⛅ *नक्षत्र - मघा दोपहर 01:17 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी* 

⛅ *योग - ब्रह्म रात्रि 11:22 तक तत्पश्चात इन्द्र*

⛅ *राहुकाल - शाम 04:38 से शाम 06:03 तक*

⛅ *सूर्योदय - 06:42* 

⛅ *सूर्यास्त - 18:02*

⛅ *दिशाशूल - पश्चिम दिशा में*

⛅ *व्रत पर्व विवरण - सरदार पटेल जयंती (दि.अ.)*

💥 *विशेष - 

          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *एकादशी व्रत के लाभ* 🌷

➡️ *31अक्टूबर 2021 रविवार को दोपहर 02:28 से 01नवंबर,सोमवार को दोपहर 01:21 तक एकादशी है |*

💥 *विशेष- 01 नवंबर,सोमवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें |*

🙏🏻 *एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।*

🙏🏻 *जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*

🙏🏻 *जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*

🙏🏻 *एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं ।इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।*

🙏🏻 *धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।*

🙏🏻 *कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।*

🙏🏻 *परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है ।पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ ।भगवान शिवजी ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।*

          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *एकादशी के दिन करने योग्य* 🌷

🙏🏻 *एकादशी को दिया जलाके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें .......विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l*


          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *एकादशी के दिन ये सावधानी रहे* 🌷

🙏🏻 *महीने में १५-१५ दिन में एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के दिन जो चावल खाता है... तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है...ऐसा डोंगरे जी महाराज के भागवत में डोंगरे जी महाराज ने कहा*

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           🌞 *~ हिन्दू पंचाग ~* 🌞 

🙏🍀🌻🌹🌸💐🍁🌷🌺🙏पंचक काल,

12. 12 नवंबर 2021 से 16 नवंबर 2021 तक। 

13. 09 दिसंबर 2021 से 14 दिसंबर 2021 तक।

एकादशी व्रत

 1 नवंबर- रमा एकादशी

  14 नवंबर- देवोत्थान एकादशी, देवउठनी एकादशी

 

 30 नवंबर- उत्पन्ना एकादशी

 

. 14 दिसंबर- मोक्षदा एकादशी

 

. 30 दिसंबर- सफला एकादशी

प्रदोष

02 नवंबर- भौम प्रदोष

16 नवंबर- भौम प्रदोष

02 दिसंबर- प्रदोष व्रत

31 दिसंबर- प्रदोष व्रत


दिनांक 31 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 4 होगा। आपका जीवन संघर्षशील होता है। इनमें अभिमान भी होता है। ये लोग दिल के कोमल होते हैं किन्तु बाहर से कठोर दिखाई पड़ते हैं। इस अंक से प्रभावित व्यक्ति जिद्दी, कुशाग्र बुद्धि वाले, साहसी होते हैं। ऐसे व्यक्ति को जीवन में अनेक परिवर्तनों का सामना करना पड़ता है। इनकी नेतृत्व क्षमता के लोग कायल होते हैं। जैसे तेज स्पीड से आती गाड़ी को अचानक ब्रेक लग जाए ऐसा उनका भाग्य होगा। लेकिन यह भी निश्चित है कि इस अंक वाले अधिकांश लोग कुलदीपक होते हैं।

 

शुभ दिनांक : 4, 8, 13, 22, 26, 31,

 

शुभ अंक : 4, 8,18, 22, 45, 57,



 

शुभ वर्ष : 2031, 2040 2060,

 

ईष्टदेव : श्री गणेश, श्री हनुमान,

 

शुभ रंग : नीला, काला, भूरा,

 

जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल :

परिवारिक मामलों में सहयोग के द्वारा सफलता मिलेगी। नवीन व्यापार की योजना प्रभावी होने तक गुप्त ही रखें। मान-सम्मान में वृद्धि होगी, वहीं मित्र वर्ग का सहयोग मिलेगा। यह वर्ष पिछले वर्ष के दुष्प्रभावों को दूर करने में सक्षम है। आपको सजग रहकर कार्य करना होगा। विवाह के मामलों में आश्चर्यजनक परिणाम आ सकते हैं। नौकरीपेशा प्रयास करें तो उन्नति के चांस भी है। शत्रु पक्ष पर प्रभावपूर्ण सफलता मिलेगी।

मेष दैनिक राशिफल (Aries Daily Horoscope) 

आज का दिन आप अपने व्यापार के कुछ नवीन विकास योजनाओं को बनाने में व्यतीत करेंगे। यदि व्यापार में उतार-चढ़ाव आए, तो आपको उसके लिए किसी वरिष्ठ व्यक्ति से सलाह मशवरा करना होगा। यदि आज आपके आस पड़ोस में कोई वाद-विवाद हो, तो आपको उसमें पडने से बचना होगा। यदि आपने ऐसा नहीं किया, तो वह कानूनी हो सकता है। आज आप अपने परिवार के सदस्यों की कुछ जरूरतों की आवश्यकता की पूर्ति करने पर भी धन व्यय  करेंगे।

वृष दैनिक राशिफल (Taurus Daily Horoscope) 

आज का दिन आपके लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। यदि विद्यार्थियों ने किसी परीक्षा की तैयारी की है, तो वह आज उसके लिए आवेदन कर सकते हैं। प्रेम जीवन जी रहे लोगों को अपने जीवनसाथी से बहसबाजी में नहीं पड़ना है। यदि ऐसा किया तो, वह आपके रिश्ते में दरार डाल सकता है। आज धन के मामले में आपको किसी पर भी भरोसा करने से पहले बचना होगा। आज आपको आपका कहीं लंबे समय से रुके हुए पेमेंट भी मिल सकती है।

मिथुन दैनिक राशिफल (Gemini Daily Horoscope) 

आज का दिन आपके लिए महत्वपूर्ण रहने वाला है। आज आपके मन में यदि कोई आईडिया आए, तो आज आपको उसे तुरंत आगे बढ़ाना होगा। यदि आपने उसे पहले किसी को बताया, तो वह आपके लिए कुछ परेशानी भरा रह सकता है। आज आपका कोई ऐसा काम पूरा हो सकता है, जिसकी आप होने की प्रतीक्षा कर रहे थे, जिसके कारण आपको तनाव भी हो सकता है। आज सायंकाल के समय आप अपने परिवार के छोटे बच्चों के साथ मौज मस्ती में व्यतीत करेंगे।

 

कर्क दैनिक राशिफल (Cancer Daily Horoscope) 

आज का दिन आपके लिए व्यस्तता भरा रहेगा। आज आप अपने पिछले रुके हुए कामों को पूरा करने के लिए तत्पर रहेंगे, जिसके कारण आपके ऊपर काम का बोझ भी आ सकता है और आज आप अपने परिवार के सदस्यों के लिए समय निकालने में नाकामयाब रहेंगे, जिसके कारण आपके जीवनसाथी से आज आपकी कोई बहसबाजी भी हो सकती है। आज आप अपने किसी दोस्त के घर किसी मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। यदि आपने पहले कहीं निवेश किया हुआ है, तो वह आज आपको दोगना होकर मिल सकता है।


सिंह दैनिक राशिफल (Leo Daily Horoscope) 

आज का दिन आपके लिए निश्चित रूप से फलदायक रहेगा। आज यदि आप अपने घर व परिवार में अपनी किसी बात को अपने परिवार के सदस्यों के सामने रखेंगे, तो वह उसे समझ कर आपकी मदद भी अवश्य करेंगे। यदि आपकी बहन के विवाह में कोई बाधा आ रही थी, तो आज आप उसे किसी वरिष्ठ सदस्य की मदद से समाप्त करने में सफल रहेंगे। आज आप किसी अच्छे सरकारी अधिकारी से मिलकर अपना काम निकलवाने में सफल रहेंगे।


कन्या दैनिक राशिफल (Virgo Daily Horoscope) 

आज का दिन आपके लिए कुछ खास रहने वाला है। आज आपकी नौकरी में आपके साथी आज आपकी प्रशंसा करते नजर आएंगे, जिसके कारण आपके अधिकारी भी आपसे प्रसन्न रहेंगे और वह आपको वेतन वृद्धि अथवा पदोन्नति जैसा कोई उपहार दे सकते हैं। आज आप व्यस्तता के कारण भी अपने परिवार के सदस्यों के लिए समय निकालने में कामयाब रहेंगे, जिसके कारण वह भी आपसे प्रसन्न रहेंगे। संतान पक्ष की ओर से आपको आज कोई हर्षवर्धन समाचार सुनने को मिल सकता है।

तुला दैनिक राशिफल (Libra Daily Horoscope)

आज का दिन आपके लिए कुछ उलझनों में व्यतीत होगा। आज सुबह से ही आपके चारों ओर का वातावरण अजीब सा रहेगा, जिसके कारण आपको एक के बाद एक परेशानी सामने आती रहेगी, लेकिन फिर भी आपको अपने धैर्य व साहस से काम लेना होगा। आज आपको अपने मन मुताबिक लाभ न मिलने के कारण आप थोड़ा परेशान रहेंगे, लेकिन जितना लाभ होगा, आप उसमें अपने दैनिक खर्च निकालने में भी कामयाब रहेंगे।


वृश्चिक दैनिक राशिफल (Scorpio Daily Horoscope)

आज का दिन कारोबार के लिए मध्यम रहने वाला है। आज आप अपने जीवनसाथी के सहयोग व सानिध्य से जिस भी कार्य को करेंगे, उसमें आप सफल अवश्य होंगे। यदि आज आप किसी कार्य को सीधे करें और वह ना हो, तो आपको उस कार्य को करने के लिए आपको थोडा टेढ़ा रास्ता चलना होगा, लेकिन ऐसा करने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन आज आपको यदि किसी व्यक्ति की मदद करने का मौका मिले, तो अवश्य करें। आज आप अपने माता पिता को देव दर्शन की यात्रा पर लेकर जा सकते हैं।

 

धनु दैनिक राशिफल (Sagittarius Daily Horoscope) 

आज का दिन आपके लिए कुछ चिंता भरा रहेगा। यदि आपने पहले कभी शेयर बाजार में निवेश किया था, तो आज आपका वह धन डूब सकता है, जिसके कारण आप चिंतित रहेंगे, लेकिन ससुराल पक्ष से आज आपको कोई लंबे समय से रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है, जिसके कारण आपकी चिंता थोड़ी कम होगी। विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा के मार्ग प्रशस्त होंगे। रोजगार की दिशा में जो लोग कार्यरत हैं, आज उनको निराशा हाथ लग सकती है।

 

मकर दैनिक राशिफल (Capricorn Daily Horoscope) 

आज का दिन आपके लिए एनर्जी भरा रहेगा। आज आप अपने परिवार के सदस्यों को छुट्टी पर कहीं पिकनिक मनाने लेकर जा सकते हैं, जिसके कारण परिवार के छोटे बच्चे बहुत परेशान नजर आएंगे। आज आप यदि कहीं निवेश करें, तो वह भी दिल खोलकर करें, क्योंकि वह भविष्य में आपको भरपूर लाभ दे सकता है। जीवनसाथी से यदि कोई बात विवाद चल रहा था, तो वह भी आज समाप्त होगा। आज आपके मन मे पैसों को लेकर संतोष रहेगा।

कुंभ दैनिक राशिफल (Aquarius Daily Horoscope) 

आज का दिन आपके लिए सामान्य रहने वाला है। आज आपको अपने डेली रूटीन में किसी एक अक्समात कार्य के आने के कारण बदलाव करना पड़ सकता है, लेकिन फिर भी आपको इस बात का ध्यान देना होगा कि जो कार्य अत्यधिक आवश्यक हो उसे पहले करने के लिए समय निकालेंगे। सायंकाल के समय घूमने फिरने के दौरान आपको कोई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी, जो आपके लिए लाभदायक रहेगी। आज आपके किसी परिवार के सदस्य के स्वास्थ्य को लेकर भी आप परेशान रहेंगे।


मीन दैनिक राशिफल (Pisces Daily Horoscope)

आज का दिन आपके लिए शुभफल लेकर आएगा। आज आपके सामने धन कमाने के रास्ते नजर आएंगे, लेकिन आपको ध्यान देना होगा कि आप किसी गलत रास्ते को ना सुने। नौकरी कर रहे जातक यदि किसी पार्ट टाइम कार्य को करने की सोच रहे हैं, तो उसके लिए समय निकालने में कामयाब रहेंगे। विद्यार्थियों को आज अपने गुरुजनों के सहयोग की आवश्यकता होगी। परिवार में यदि कोई कलह लंबे समय से पैर पसारे हुए थी, तो आज वह भी समाप्त होगी।

कैमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष चौहान की गाड़ी क्षतिग्रस्त, बड़ा हादसा टला

 


मुज़फ्फरनगर । लखनऊ जाते हुए चिकित्सा विभाग में भाजपा के नामित सदस्य व कैमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सुभाष चौहान की सीतापुर में गाड़ी के सामने जानवर आने से गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। गाड़ी की रफ्तार कम होने की से बड़ा हादसा टला गया। गाड़ी में सवार सभी लोग सुरक्षित बताये गये हैं।

शनिवार, 30 अक्तूबर 2021

जोगेंद्र वर्मा ने किया गोस्वामी समाज की सभा में अतिथियों का सम्मान




 मुजफ्फरनगर । आज शुक्रतीर्थ  हनुमत धाम में गोस्वामी समाज की सभा में वरिष्ठ जनों का सम्मान मीरापुर विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता जोगेंद्र वर्मा ने किया। इसमें क्षेत्रिय  उपाध्यक्ष  मानसिंह गोस्वामी व क्षेत्रीय महासचिव विनोद गोयल, जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला, अशोक बाठला, कार्यक्रम संयोजक  सीमा गोस्वामीजी ओर गोस्वामी समाज के गणमान्य वरिष्ठ जनों के विचार सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

राष्ट्रीय जागरूक ब्राह्मण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर.डी.शर्मा की उपस्थिति में शुकतीर्थ में दशनाम गोस्वामी समाज ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समर्थन में एक विशाल जनसभा का आयोजन किया। जिसमें राष्ट्रीय जागरूक ब्राह्मण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर.डी.शर्मा ने पहुंचकर यूपी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। इस दौरान उनके साथ विधि प्रकोष्ठ मंडल अध्यक्ष श्री अमित गौड़ एडवोकेट अपने साथी मेरी आवाज़ सुनो के ज़िला अध्यक्ष कुलदीप त्यागी, रामकुमार शर्मा, आशु मलिक, उमेश चंद शर्मा, विकास वर्मा, परवीन व अन्य के साथ मौजूद रहे। 
साथ ही राष्ट्रीय जागरूक ब्राह्मण महासंघ के जनपद मुज़फ्फरनगर के जिलाध्यक्ष एडवोकेट सुधीर शर्मा भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ उपस्थित रहे। शुकतीर्थ के हनुमत धाम में आयोजित दशनाम गोस्वामी समाज द्वारा आयोजित विशाल जनसभा में पहुंचने पर राष्ट्रीय जागरूक ब्राह्मण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर.डी.शर्मा का जिलाध्यक्ष सुधीर शर्मा एडवोकेट के नेतृत्व में स्वागत किया गया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आर.डी शर्मा ने कहा कि यूपी में भाजपा सरकार के आने के बाद भयमुक्त वातावरण का निर्माण हुआ है।आज अपराधी अपराध करने से पहले दस बार सोचता है।यूपी में निरंतर विकास कार्य कराये जा रहे हैं।उत्तर प्रदेश अब उत्तम प्रदेश बन रहा है।ऐसे में हम सबको एकजुट होकर एक बार पुनः भारतीय जनता पार्टी की सरकार यूपी में बनवानी है।जिलाध्यक्ष सुधीर शर्मा एडवोकेट ने कहा कि आज योगी जी के नेतृत्व में यूपी की तसवीर बदल गयी है।कोरोना काल मे यूपी सरकार के मैनेजमेंट की पूरे देश मे सराहना हुई है।भव्य राम मंदिर के निर्माण से देश व प्रदेश में उत्साह का माहौल है।यूपी में पूर्ण बहुमत के साथ एक बार फिर से बीजेपी की सरकार बनेगी।
            इस दौरान मुख्य रूप से राष्ट्रीय जागरूक ब्राह्मण महासंघ के विधि प्रकोष्ठ के मण्डल अध्यक्ष एडवोकेट अमित गौड़,एडवोकेट रविंद्र भारद्वाज, सविंदर रॉय ,डॉ. बिजेंद्र शर्मा उर्फ चमोली,क्षेत्र पंचायत सदस्य अंकुर पहलवान आदि उपस्थित रहे।

हैकिंग और साईबर सुरक्षा पर कार्यशाला संपन्न


मुजफ्फरनगर । श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के कम्प्यूटर सांइस एवं इंजीनियरिंग विभाग द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका शीर्षक ‘‘ईथीकल हैकिंग एवं साईबर सुरक्षा रहा। 

इस कार्यशाला की शुरूआत मुख्य अतिथि डा0 एस0सी0 कुलश्रेष्ठ, चेयरमैन श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज तथा डा0 आलोक गुप्ता, निदेशक श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज द्वारा दीपप्रज्वलित करके की गयी। इस कार्याशाला में दिल्ली की प्रमुख कम्पनी सोहांग एन्टरप्राईजेज के प्रमुख एवं तकनीकी विशेषज्ञ श्री सुरमीत सिंह एवं श्री देवाशीष नेगी सिस्को सर्टीफाईड नेटर्वक एक्सपर्ट द्वारा छात्र/छात्रओं को साईबर सिक्योरिटी के प्रयोगातमक पहलुओं से रूबरू कराया गया। 

डा0 एस0सी0 कुलश्रेष्ठ चेयरमैन श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज ने सभी तकनीकी विशेषज्ञों का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से श्री राम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के शिक्षकों एवं छात्रों के तकनीकी ज्ञान में निश्चित वृद्वि होगी और कहा कि साईबर क्राईम को रोकने के लिये भारतीय सरकार को निगरानी प्रणाली को ओर मजबूत करने और कानूनी प्रावधानों को मजबूत करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा की विद्यार्थियों को चाहिए कि वें स्वकेन्द्रित हो कर अपने संकाय की समस्त गतिविधियों एवं नई तकनीकी से परिचित रहें। संस्था द्वारा आयोजित प्रत्येक गतिविधियों में भाग ले कर अवसर का लाभ उठाऐं। 

इस कार्यशाला मे बी0टैक0 की सभी संकायों के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवम् चतुर्थ वर्ष के एवं कम्प्यूटर एप्लीकेशन के छात्र/छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यशाला के दौरान विभिन्न मुद्दो पर चर्चा की गयी जैसे नवीनतम तकनीकी वी0ओ0आई0पी0, एन0एफ0सी0, एल0टी0एस0पी0, एस0एस07, ऐथिकल हेकिंग, एस0एस0एल0, ऐसट्रीक साईबर अपराध व उनकी चुनौतियो का परिचय, मोबाईल फोन फॉरेंिसक के लिए कानून परिवर्तन एजेसियों द्वारा पीछा मानक संचालन प्रक्रिया, माननीय न्यायालय में डिजिटल साक्ष्यता की स्वीकार्यरता में साइबर कानून और चुनौतियॉ, मोबाईल फॉरेसिंक उपकरण का प्रदर्शन, वेब सुरक्षा उपकरण का प्रदर्शन, मानकीकरण और साइबर ऑडिट, साइबर सुरक्षा मे उभरती टैक्नोलॉजी आदि। 

शिक्षक एवम् छात्र प्रशिक्षण कार्यक्रम की महत्व पर प्रकाश डालते हुए डा0 आलोक गुप्ता, निदेशक श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज ने कहा कि इंटरनेट अब समाज के कॉफी निकट है और इस तरह के साइबर अपराधों से पूरी की पूरी अर्थव्यवस्था चोपट हो सकती है और साइबर आपराधियों से निपटने के लिए नई प्रणाली विकसित करने की जरूरत है। उनके अनुसार प्रतिस्पर्धा के इस दौर मे शिक्षक को चाहिए कि वह अपने विद्यार्थियों के लिये एक आदर्श बनें तथा उन्हें यह बताते हुये गर्व की अनुभुति हुई कि श्रीराम समूह कि सभी संकाय सदस्य इस ओर तत्पर है कि विद्यार्थियों मे प्रयोगात्मक शिक्षा भी विकसित की जाये। 

इस अवसर पर कार्यक्रम के सफल आयोजन लिए श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज, डीन एकेडमीक साक्षी श्रीवास्तव द्वारा कम्प्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष श्री पवन गोयल बधाई दी एवं उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम के माध्यम से जहां एक ओर विद्यार्थीयांे का तकनीकी ज्ञान विकसित होता है वही उनके आत्मविश्वास में वृद्वि होती है।

इस अवसर कम्प्यूटर सांईस इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष पवन गोयल द्वारा मुख्य अतिथि एवं सभी शिक्षकों का आभार व्यक्त किया गया।  और इस अवसर पर देवेश मलिक, रूचि रॉय, व्योम शर्मा, रविकुमार, विनय पाठक आदि उपस्थित रहें। कार्यशाला के सफल आयोजन में छात्र कॉडिनेटर्स शाहदाब, पुनीत शर्मा, मानसी राठी प्रिंयाशी त्यागी, योगेश सैनी, अंकित बदानी, किर्ती का विशेष योगदान रहा।

गौरव स्वरूप ने पूर्व मुख्यमंत्री की पंचायत को लेकर कि बड़ी मुलाकात




मुजफ्फरनगर। डाक बंगले पर पूर्व जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी गौरव स्वरूप ने राष्ट्रीय महासचिव समाजवादी पार्टी विशंभर प्रसाद निषादसे शिष्टाचार मुलाकात कि 11/11/2021 को बुढ़ाना मै राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव की कश्यप महासम्मेलन को लेकर बात चीत कि वही *विशंभर प्रसाद निषाद ने गौरव स्वरूप को दिशा निर्देश दिए और कहां की ज्यादा से ज्यादा संख्या मै लोग बुढ़ाना राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव के विचार सुनने और समाजवादी पार्टी को मजबूत करने के लिये कार्यक्रम में पहुंचे मुलाकात करने वालो मै गौरव स्वरूप के साथ विनय पाल ,राम निवास पाल,सतीश गुर्जर,जनार्दन विश्वकर्मा,शलभ गुप्ता एड.,महानगर महामंत्री ,सुमीत बारी,टीटू रमन पाल,अलका शर्मा,विभा चौधरी,चाहती देवी आदि रहे



तिहरे हत्याकांड में आरोपी को उम्रकैद और जुर्माना


मुज़फ्फरनगर । तिहरे हत्याकाण्ड के अपराधी को आजीवन कारावास व अर्थदण्ड से किया दण्डित किया गया है। 

वर्ष 2011 में अभियुक्त द्वारा मिल रोड थानाक्षेत्र मन्सूरपुर में ट्रिपल मर्डर की घटना को कारित किया गया था। जिसके सम्बन्ध में अभियुक्त के विरुद्ध थाना मन्सूरपुर पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किये गये थे I उक्त अभियोगों में मॉनिटरिंग सेल द्वारा न्यायालय में प्रभावी पैरवी की गयी। जिसके परिणाम स्वरुप आज  FTC-1 कोर्ट मुजफ्फरनगर द्वारा अभियुक्त को आजीवन कारावास व 01 लाख 02 हजार रुपए के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया।

दण्डित अभियुक्त का नाम दानपाल सिंह पुत्र तिरपाल सिंह निवासी मिल रोड थाना मन्सूरपुर जनपद मुजफ्फरनगर है।

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बीए की छात्रा से ट्यूबवेल पर गैंगरेप

मुजफ्फरनगर। तमंचे की नोक पर बीए की छात्रा से गैंगरेप के मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है।  बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में कॉफी पिलाने ...