अभिषेक वालिया
प्रबंध निदेशक
मुजफ्फरनगर।नगर पालिका मुज़फ्फरनगर चेयरमैन पद पर लगातार दो बार कांग्रेस के वैश्य प्रत्याशी ने जीत हासिल कर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की आशाओं को जीवित रखा है। लेकिन इस बार कांग्रेस पार्टी के सामने मुजफ्फरनगर नगर पालिका अध्यक्ष पद की कुर्सी को बचाकर रखना प्रतिष्ठा का प्रश्न बनता नजर आ रहा है । इस बार यहां प्रमुख रूप से टिकट के दावेदारों में पार्टी से जुड़े लोग ही शामिल है।
एक दशक पहले जहाँ कांग्रेस के पंकज अग्रवाल ने जीत हासिल की थी,वही इससे पहले लगातार नगर पालिका पर भाजपा का केसरिया झंडा लहराता रहा था। लेकिन उद्यमी पंकज अग्रवाल ने भाजपा प्रत्याशी संजय अग्रवाल को हराकर जीत हासिल की । गत चुनाव में इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए पंकज अग्रवाल ने महिला सीट के चलते अपनी पत्नी के चुनाव लड़ने से मना करने के कारण अपनी चाची अंजु अग्रवाल को कांग्रेस से चुनाव लड़ाया। यहां अंजु अग्रवाल ने भाजपा प्रत्याशी अरविंद राज शर्मा की पत्नी को हराया। कार्यकाल के अंतिम दिनों मैं अंजू अग्रवाल ने भाजपा की सदस्यता ले ली थी, लेकिन भाजपा में जाना भी उन्हें रास नहीं आया। भाजपा ने उन्हें दिल से नहीं अपनाया ओर न ही उनकी कोई मदद की ।
चुनाव का ऐलान होने के साथ ही अब प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया शुरु हो गई है। कांग्रेसी इस सीट को खोना नहीं
चाहते। ऐसे में कांग्रेस पार्टी मजबूत प्रत्याशी की तलाश में है। फिलहाल कांग्रेस नगराध्यक्ष अब्दुल आरिफ की पत्नी प्रसिद्ध व्यूटिशियन आयशा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमल मित्तल की पत्नी पूनम रानी का नाम इस पद के लिए चल रहा है। इसके अलावा महिला सेवादल का जिलाध्यक्ष बिलकिस चौधरी भी मजबूत प्रत्याशियों में मानी जा रही है। इसके अलावा सपा नेता रहे डा. अशोक सिंघल की पत्नी का आवेदन भी हाईकमान तक पहुंचा है।
मुजफ्फरनगर नगर पालिका अध्यक्ष पद प्रत्याशी के रूप में समाजसेवी एवं किसान चिंतक कमल मित्तल की पत्नी पूनम रानी का नाम कांग्रेस पार्टी में वैश्य प्रत्याशी के रूप में सबसे ऊपर नज़र आ रहा है।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत के करीबी मित्रों में शामिल कमल मित्तल जनपद के अधिकारियों में अच्छी पहचान रखते हैं। इसी कारण कमल मित्तल को समाज के सभी वर्गों के लोगों के साथ वैश्य समाज में भी उन्हें पूरा सम्मान मिलता रहा है।
वही सिसौली व आसपास के गांवों से मुजफ्फरनगर नगर पालिका क्षेत्र में निवास कर रहे बीस हजार मतदाता चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएंगे।