मुजफ्फरनगर । श्री गणपति खाटू श्याम मंदिर समिति द्वारा गुजरात के मोरबी में हुए हादसे को लेकर संवेदना व्यक्त करते हुए 2 नवंबर को निकलने वाली श्री खाटू श्याम जन्मोत्सव रथ यात्रा को सीमित कर दिया गया है।
ट्रायल में 95 बालको ने भाग लिया जिसमे 50 बल्लेबाज और 45 गेंदबाज शामिल थे। चयन समिति के चेयरमैन विकास राठी और रोहन त्यागी ने सभी खिलाड़ियों की प्रतिभा का बारीकी से आंकलन किया । मुज़फ्फरनगर क्रिकेट एसोसिएशन के निदेशक मनोज पुंडीर ने बताया कि ट्रायल के अगले राउंड में चुने गए बालको को 8 नवंबर को फिर से बुलाया जाएगा जिसके बाद खिलाड़ियो की अंतिम सूची जारी करके जोन स्तर पर होने वाले ट्रायल में भेजा जाएगा।ट्रायल पर संयुक्त सचिव ओमदेव सिंह,कोच अरशद अली भी उपस्थित रहे।
मंगलवार को राष्ट्रीय लोकदल सुप्रीमो सांसद जयंत चौधरी की ओर से उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना को एक चिट्ठी लिखी गई है। विधानसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में जयंत चौधरी ने जनपद मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक विक्रम सैनी को भड़काऊ भाषण के मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट से मिली 2 साल की सजा का मामला उठाया है।
अवगत कराना है कि यातायात नियमों के प्रति जागरूकता एवं सुरक्षित परिवहन को प्रोत्साहित करने के उददेश्य से प्रत्येक वर्ष नवम्बर माह को यातायात माह के रूप में मनाया जाता है। इसी क्रम में आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल द्वारा यातायात कार्यालय पुलिस लाईन, मुजफ्फरनगर से यातायात माह नवम्बर 2022 का शुभारंभ करते हुए जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि माह नवम्बर यातायात माह के रूप में मनाया जाता है, जिसमें वाहनों के चैकिंग अभियान एवं सडक पर सुरक्षित सफर तय करने के उददेश्य से लोगों में जागरूकता फैलाने का कार्य किया जाता है। वर्तमान में यातायात नियमों की अनदेखी के कारण सड़कों पर प्रतिदिन होने वाले हादसों में जनहानि हो रही है, जिसमें इन हादसों से हम अपना बचाव कर सकते हैं, यदि हम यातायात नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित सफर के लिए जागरूक बनें। यातायात पुलिस की ओर से यातायात माह में प्रतिदिन यातायात नियमों के प्रति व्यापक जागरूकता अभियान चलाने के साथ साथ सघन चेंकिग अभियान चलाकर काली फिल्म, बिना सीट बेल्ट, तीन सवारी मोटरसाइकिल, बिना हेलमेट तथा नो इंट्री का पालन न करने वाले वाहनों/वाहन चालकों के विरूद्ध डट एक्ट के तहत कार्यवाही अमल में लाई जाएगी । एसएसपी द्वारा सभी से अपील की गई कि शराब के नशे में वाहन न चलाएं, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करें। वाहन को दाएं-बाएं मोडते समय अपने आगे-पीछे देखते हुए इंडिकेटर का प्रयोग करें। एसएसपी द्वारा कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी स्कूली छात्र/छात्राओं, संभ्रान्त व्यक्तियों व सभी पुलिस अधिकारी/कर्मचारीगण को यातायात नियमों के पालन करने के सम्बन्ध में शपथ दिलाई गई, साथ ही यातायात माह के दौरान चलाये जाने वाले अभियानों के सफल संचालन हेतु यातायात पुलिस को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक नगर अर्पित विजयवर्गीय, पुलिस अधीक्षक देहात अतुल कुमार श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक यातायात कुलदीप सिंह, पुलिस अधीक्षक अपराध प्रशान्त कुमार प्रसाद, सहायक पुलिस अधीक्षक आयुष विक्रम सिंह सहित अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
उत्तर प्रदेश में 17 नगर निगम, 200 नगर पालिका परिषद और 546 नगर पंचायतों सहित कुल 763 नगर निकायों में चुनाव होने हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने निकाय चुनाव की तैयारियां तेज कर दी है। आयोग से जुडे अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि 18 नवंबर को निकाय चुनाव की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। उसके बाद नगर विकास विभाग की ओर से सभी निकायों में पार्षद चुनाव के लिए वार्डों में आरक्षण निर्धारण किया जाएगा। साथ ही नगर पालिका परिषद चेयरमैन, नगर पंचायत अध्यक्ष और नगर निगम महापौर के लिए आरक्षण निर्धारित किया जाएगा।
नवंबर के तीसरे सप्ताह तक आरक्षण निर्धारित होने के बाद उसकी सूचना आयोग को दी जाएगी। उसके बाद आयोग निकाय चुनाव का कार्यक्रम तय कर विभाग को भेजेगा। विभाग की मंजूरी के बाद आयोग की ओर से निकाय चुनाव के कार्यक्रम की अधिकृत घोषणा की जाएगी। खबर है कि उत्तर प्रदेश में इस बार नगरीय निकाय चुनाव दिसम्बर में चार चरणों में करवाए जाने की तैयारी है। राज्य चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार इन चुनावों की मतगणना जनवरी के पहले हफ्ते में होगी। पिछली बार वर्ष 2017 में नवम्बर में चार चरणों में यह चुनाव करवाये गये थे और दो दिसम्बर को मतगणना हुई थी। इस बार चुनाव जनवरी के पहले पखवारे तक सम्पन्न करवाया जाना जरूरी है।
बुढ़ाना। पिछले कईं महीनों से गांव लुहसाना के ग्रामीण अन्य बुखारों के साथ डेंगू से पीड़ित हैं। जिसके चलते ग्रामीणों ने प्रसाशन से कईं बार चिकित्सा विभाग की टीम को गांव में भेजने का आग्रह किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होने पर परेशान पीड़ित सोनू सैनी ने करीब 15 दिन पूर्व एसडीम कार्यालय पर आत्मदाहा करने की चेतावनी दी थी। जिसके बाद प्रशासनिक अमले की नींद टूटी तथा गांव में आनन फानन में एक चिकित्सकीय टीम भेजी गई थी। इस टीम ने अपनी कारगुजारी दिखाते हुए ग्रामीणों के रक्त के नमूने भरे औऱ दावा किया था कि गांव में कोई डेंगू पॉजिटिव नहीं है। चिकित्सा विभाग की घोर लापरवाही से सोमवार की रात में एक महिला समेत तीन की डेंगू से मौत हो गयी है। इन मौतों से गांव में मातम पसरा है। चिकित्सा विभाग के खिलाफ ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
मुजफ्फरनगर। तमंचे की नोक पर बीए की छात्रा से गैंगरेप के मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है। बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में कॉफी पिलाने ...