शुक्रवार, 1 मार्च 2024

मुजफ्फरनगर जिले में 3653 व्यापारी नहीं जमा करा रहे हैं जीएसटी, पढें

 मुजफ्फरनगर । वस्तु एवं सेवा कर विभाग (जीएसटी) में व्यापारी तेजी से पंजीकरण करा तो रहे हैं, वहीँ उसके विपरित काफी संख्या में ऐसे भी व्यापारी है, जो पंजीकरण के बाद रिटर्न दाखिल करने सहित बिलिंग आदि कार्यों में निष्क्रियता दिखा रहे हैं। ऐसे व्यापारियों की जिले में संख्या 3653 है। निष्क्रिय व्यापारियों में स्टेट जीएसटी में पंजीकृत व्यापारियों में संख्या केंद्रीय विभाग के मुकाबले अधिक हैं।


व्यापार को पारदर्शी बनाने और राजस्व को बढ़ाने के लिए स्टेट जीएसटी विभाग की टीम लगातार अभियान चलाकर व्यापारियों को पंजीकरण करा रही है। विभागीय अधिकारियों के दबाव में व्यापारी जीएसटी नंबर लेकर पंजीकरण की संख्या बढ़ा रहे है, लेकिन हजारों की संख्या में जिले में ऐसे भी व्यापारी है जो आंख-मिचोली के खेल में आगे है। मुजफ्फरनगर में छोटे-बड़े सभी पंजीकृत व्यापारियों की संख्या वर्तमान में 26095 है, लेकिन इसमें से नियमित रिटर्न दाखिल करने से लेकर बिलिंग करने में केवल 22443 ही व्यापारी सक्रिय भूमिका में है। निष्क्रिय व्यापारियों की काउंटिंग कर जीएसटी विभाग के अधिकारी लगातार ऐसे व्यापारियों को साफ्टवेयर के माध्यम से नोटिस भेज रहे हैं, जिसके बाद कुछ व्यापारी सक्रिय होकर जीएसटी जमा करते हैं। ऐसे निष्क्रिय व्यापारियों की जांच एसआइबी भी करती है, जिसके बाद फर्म पर पहुंचकर सर्वे के बाद जुर्माना वसूली की कार्रवाई होती है।

सांत्वना गौतम, ज्वाइंट कमिश्नर कार्यपालक, स्टेट जीएसटी का कहना है कि जीएसटी में पंजीकरण के बाद कुछ व्यापारी नियमित रिटर्न फाइल नहीं करना सहित अन्य कार्यों में लापरवाही दिखाते हैं। कुछ व्यापारी ऐसे भी होते हैं, जो व्यापार बंद कर देते हैं। इनकी जांच समय-समय पर की जाती है। वास्तविकता में नियमित नहीं रहने वाली व्यापारियों को आनलाइन साफ्टवेयर से नोटिस भी भेजा जाता है।

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