बुलंदशहर। पुलिस की लापरवाही से बड़ी वारदात हो गई। प्रेमी ने प्रेमिका को गोली मारी, खुद आत्महत्या कर ली। मुजफ्फरनगर की प्रेमिका और हरिद्वार का प्रेमी डिबाई के सराय किशनचंद में प्रेमी-प्रेमिका रह रहे थे। किशोरी के पिता ने छपार थाने में गुमशुदा की रिपोर्ट 20 तारीख को दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस बरामदगी के लिए गई थी।
बताया गया है कि प्रेमी गांव फकरेड़ा, थाना भगवानपुर हरिद्वार उत्तराखंड निवासी प्रिंस (25) और छपार निवासी प्रेमिका 20 सितंबर को घर से भागे थे। मुजफ्फरनगर पुलिस नाबालिग प्रेमिका को बरामद करने पहुंची और ऐसी घेराबंदी की, जैसे कोई आतंकी छिपा हो। दहशत में आकर प्रेमी ने प्रेमिका को गोली मार दी और पुलिस की घेराबंदी देख खुद को भी गोली मार ली। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने समझाने के बजाए दोनों को मरने को मजबूर कर दिया। बुलंदशहर के डिबाई में सनसनीखेज घटना से दहशत है।मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर पुलिस के तरीके पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। दहशत में दोनों ने साथ मरने का फैसला लिया।
बताया गया है कि युवक के फूफा प्रमोद ने अपने परिचित से नगर के हाईवे स्थित मोहल्ला सराय किशन चंद्र में एक मकान किराये पर दिला दिया था। 22 सितंबर को दो हजार रुपये एडवांस देकर मकान की ऊपरी मंजिल पर प्रेमी युगल को कमरा दिया गया था। बुधवार देर रात करीब तीन बजे मुजफ्फरनगर की छपार थाना पुलिस ने गुमशुदा की तलाश में युवक के फूफा, ग्राम प्रधान समेत चार लोगों के साथ मकान पर दबिश दी। प्रेमी प्रेमिका दोनों ने पुलिस के कहने पर दरवाजा नहीं खोला। बचने के लिए प्रेमी युगल छत से पड़ोसी के मकान की छत पर करीब तीस मीटर दूर भागे। भागने का रास्ता नहीं दिखने पर और पुलिस से घिरा होने पर युवक ने 315 बोर के तमंचे से प्रेमिका के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। उसके बाद खुद को भी गोली मार ली। फायर की आवाज सुनकर पुलिस गोली न चलाने की चेतावनी देती रही। बात में पुलिस पहुंची तो दोनों के खून से लथपथ शव मिले। दोनों के सिर में गोली लगी थी। पुलिस को मौके पर एक देसी तमंचा, एक खाली कारतूस और एक फंसा हुआ कारतूस मिला। पुलिस ने दोनों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
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