🙏🏻जय माता दी 🙏🏻
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️
🌤️ *दिनांक - 22 सितम्बर 2025*
🌤️ *दिन - सोमवार*
🌤️ *विक्रम संवत - 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)*
🌤️ *शक संवत - 1947*
🌤️ *अयन - दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु - शरद ऋतु*
🌤️ *मास - आश्विन*
🌤️ *पक्ष - शुक्ल*
🌤️ *तिथि - प्रतिपदा 23 सितम्बर रात्रि 02:55 तक तत्पश्चात द्वितीया*
🌤️ *नक्षत्र - उत्तराफाल्गुनी सुबह 11:24 तक तत्पश्चात हस्त*
🌤️ *योग - शुक्ल शाम 07:59 तक तत्पश्चात ब्रह्म*
🌤️ *राहुकाल - सुबह 07:58 से सुबह 09:29 तक*
🌤️ *सूर्योदय - 06:28*
🌤️ *सूर्यास्त - 06:33*
👉 *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण - आश्विन-शारदीय नवरात्र प्रारंभ, घट-स्थापन*
💥 *विशेष - प्रतिपदा को कूष्माण्ड (कुम्हड़ा पेठा) न खाएं क्योकि यह धन का नाश करने वाला है (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
🕉️~*वैदिक पंचांग* ~🕉️
🌷 *नवरात्रि पूजन विधि* 🌷
➡ *22 सितम्बर 2025 सोमवार से नवरात्रि प्रारंभ ।*
🙏🏻 *नवरात्रि के प्रत्येक दिन माँ भगवती के एक स्वरुप श्री शैलपुत्री, श्री ब्रह्मचारिणी, श्री चंद्रघंटा, श्री कुष्मांडा, श्री स्कंदमाता, श्री कात्यायनी, श्री कालरात्रि, श्री महागौरी, श्री सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। यह क्रम शारदीय शुक्ल प्रतिपदा को प्रातःकाल शुरू होता है। प्रतिदिन जल्दी स्नान करके माँ भगवती का ध्यान तथा पूजन करना चाहिए। सर्वप्रथम कलश स्थापना की जाती है।*
➡ *कलश / घट स्थापना विधि*
🌷 *घट स्थापना शुभ मुहूर्त (सुरत) :*
*22 सितम्बर 2025 सोमवार को सुबह 06:27 से सुबह 08:17 तक*
➡ *घट स्थापना अभिजित मुहूर्त - दोपहर 12:07 से दोपहर 12:55 तक*
🙏🏻 *देवी पुराण के अनुसार मां भगवती की पूजा-अर्चना करते समय सर्वप्रथम कलश / घट की स्थापना की जाती है। घट स्थापना करना अर्थात नवरात्रि की कालावधि में ब्रह्मांड में कार्यरत शक्ति तत्त्व का घट में आवाहन कर उसे कार्यरत करना । कार्यरत शक्ति तत्त्व के कारण वास्तु में विद्यमान कष्टदायक तरंगें समूल नष्ट हो जाती है। धर्मशास्त्रों के अनुसार कलश को सुख-समृद्धि, वैभव और मंगल कामनाओं का प्रतीक माना गया है। कलश के मुख में विष्णुजी का निवास, कंठ में रुद्र तथा मूल में ब्रह्मा स्थित हैं और कलश के मध्य में दैवीय मातृशक्तियां निवास करती हैं।*
🌷 *सामग्री:*
👉🏻 *जौ बोने के लिए मिट्टी का पात्र*
👉🏻 *जौ बोने के लिए शुद्ध साफ़ की हुई मिटटी*
👉🏻 *पात्र में बोने के लिए जौ*
👉🏻 *घट स्थापना के लिए मिट्टी का कलश (“हैमो वा राजतस्ताम्रो मृण्मयो वापि ह्यव्रणः” अर्थात 'कलश' सोने, चांदी, तांबे या मिट्टी का छेद रहित और सुदृढ़ उत्तम माना गया है । वह मङ्गलकार्योंमें मङ्गलकारी होता है )*
👉🏻 *कलश में भरने के लिए शुद्ध जल, गंगाजल*
👉🏻 *मौली (Sacred Thread)*
👉🏻 *इत्र*
👉🏻 *साबुत सुपारी*
👉🏻 *दूर्वा*
👉🏻 *कलश में रखने के लिए कुछ सिक्के*
👉🏻 *पंचरत्न*
👉🏻 *अशोक या आम के 5 पत्ते*
👉🏻 *कलश ढकने के लिए ढक्कन*
👉🏻 *ढक्कन में रखने के लिए बिना टूटे चावल*
👉🏻 *पानी वाला नारियल*
👉🏻 *नारियल पर लपेटने के लिए लाल कपडा*
👉🏻 *फूल माला*
🌷 *विधि*
🙏🏻 *सबसे पहले जौ बोने के लिए मिट्टी का पात्र लें। इस पात्र में मिट्टी की एक परत बिछाएं। अब एक परत जौ की बिछाएं। इसके ऊपर फिर मिट्टी की एक परत बिछाएं। अब फिर एक परत जौ की बिछाएं। जौ के बीच चारों तरफ बिछाएं ताकि जौ कलश के नीचे न दबे। इसके ऊपर फिर मिट्टी की एक परत बिछाएं। अब कलश के कंठ पर मौली बाँध दें। कलश के ऊपर रोली से ॐ और स्वास्तिक लिखें। अब कलश में शुद्ध जल, गंगाजल कंठ तक भर दें। कलश में साबुत सुपारी, दूर्वा, फूल डालें। कलश में थोडा सा इत्र डाल दें। कलश में पंचरत्न डालें। कलश में कुछ सिक्के रख दें। कलश में अशोक या आम के पांच पत्ते रख दें। अब कलश का मुख ढक्कन से बंद कर दें। ढक्कन में चावल भर दें। श्रीमद्देवीभागवत पुराण के अनुसार “पञ्चपल्लवसंयुक्तं वेदमन्त्रैः सुसंस्कृतम्। सुतीर्थजलसम्पूर्णं हेमरत्नैः समन्वितम्॥” अर्थात कलश पंचपल्लवयुक्त, वैदिक मन्त्रों से भली भाँति संस्कृत, उत्तम तीर्थ के जल से पूर्ण और सुवर्ण तथा पंचरत्न मई होना चाहिए।*
🙏🏻 *नारियल पर लाल कपडा लपेट कर मौली लपेट दें। अब नारियल को कलश पर रखें। शास्त्रों में उल्लेख मिलता है: “अधोमुखं शत्रु विवर्धनाय,ऊर्ध्वस्य वस्त्रं बहुरोग वृध्यै। प्राचीमुखं वित विनाशनाय,तस्तमात् शुभं संमुख्यं नारीकेलं”। अर्थात् नारियल का मुख नीचे की तरफ रखने से शत्रु में वृद्धि होती है।नारियल का मुख ऊपर की तरफ रखने से रोग बढ़ते हैं, जबकि पूर्व की तरफ नारियल का मुख रखने से धन का विनाश होता है। इसलिए नारियल की स्थापना सदैव इस प्रकार करनी चाहिए कि उसका मुख साधक की तरफ रहे। ध्यान रहे कि नारियल का मुख उस सिरे पर होता है, जिस तरफ से वह पेड़ की टहनी से जुड़ा होता है।*
🙏🏻 *अब कलश को उठाकर जौ के पात्र में बीचो बीच रख दें। अब कलश में सभी देवी देवताओं का आवाहन करें। "हे सभी देवी देवता और माँ दुर्गा आप सभी नौ दिनों के लिए इसमें पधारें।" अब दीपक जलाकर कलश का पूजन करें। धूपबत्ती कलश को दिखाएं। कलश को माला अर्पित करें। कलश को फल मिठाई अर्पित करें। कलश को इत्र समर्पित करें।*
🌷 *कलश स्थापना के बाद माँ दुर्गा की चौकी स्थापित की जाती है।*
🙏🏻 *नवरात्रि के प्रथम दिन एक लकड़ी की चौकी की स्थापना करनी चाहिए। इसको गंगाजल से पवित्र करके इसके ऊपर सुन्दर लाल वस्त्र बिछाना चाहिए। इसको कलश के दायीं ओर रखना चाहिए। उसके बाद माँ भगवती की धातु की मूर्ति अथवा नवदुर्गा का फ्रेम किया हुआ फोटो स्थापित करना चाहिए। मूर्ति के अभाव में नवार्णमन्त्र युक्त यन्त्र को स्थापित करें। माँ दुर्गा को लाल चुनरी उड़ानी चाहिए। माँ दुर्गा से प्रार्थना करें "हे माँ दुर्गा आप नौ दिन के लिए इस चौकी में विराजिये।" उसके बाद सबसे पहले माँ को दीपक दिखाइए। उसके बाद धूप, फूलमाला, इत्र समर्पित करें। फल, मिठाई अर्पित करें।*
🙏🏻 *नवरात्रि में नौ दिन मां भगवती का व्रत रखने का तथा प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करने का विशेष महत्व है। हर एक मनोकामना पूरी हो जाती है। सभी कष्टों से छुटकारा दिलाता है।*
🙏🏻 *नवरात्रि के प्रथम दिन ही अखंड ज्योत जलाई जाती है जो नौ दिन तक जलती रहती है। दीपक के नीचे "चावल" रखने से माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है तथा "सप्तधान्य" रखने से सभी प्रकार के कष्ट दूर होते है*
🙏🏻 *माता की पूजा "लाल रंग के कम्बल" के आसन पर बैठकर करना उत्तम माना गया है*
🙏🏻 *नवरात्रि के प्रतिदिन माता रानी को फूलों का हार चढ़ाना चाहिए। प्रतिदिन घी का दीपक (माता के पूजन हेतु सोने, चाँदी, कांसे के दीपक का उपयोग उत्तम होता है) जलाकर माँ भगवती को मिष्ठान का भोग लगाना चाहिए। मान भगवती को इत्र/अत्तर विशेष प्रिय है।*
🙏🏻 *नवरात्रि के प्रतिदिन कंडे की धुनी जलाकर उसमें घी, हवन सामग्री, बताशा, लौंग का जोड़ा, पान, सुपारी, कर्पूर, गूगल, इलायची, किसमिस, कमलगट्टा जरूर अर्पित करना चाहिए।*
🙏🏻 *लक्ष्मी प्राप्ति के लिएउ नवरात्रि में पान और गुलाब की ७ पंखुरियां रखें तथा मां भगवती को अर्पित कर दें*
🙏🏻 *मां दुर्गा को प्रतिदिन विशेष भोग लगाया जाता है। किस दिन किस चीज़ का भोग लगाना है ये हम विस्तार में आगे बताएँगे।*
🙏🏻 *प्रतिदिन कन्याओं का विशेष पूजन किया जाता है। श्रीमद्देवीभागवत पुराण के अनुसार “एकैकां पूजयेत् कन्यामेकवृद्ध्या तथैव च। द्विगुणं त्रिगुणं वापि प्रत्येकं नवकन्तु वा॥” अर्थात नित्य ही एक कुमारी का पूजन करें अथवा प्रतिदिन एक-एक-कुमारी की संख्या के वृद्धिक्रम से पूजन करें अथवा प्रतिदिन दुगुने-तिगुने के वृद्धिक्रम से और या तो प्रत्येक दिन नौ कुमारी कन्याओं का पूजन करें। किस दिन क्या सामग्री गिफ्ट देनी चाहिए ये भी आगे बताएँगे।*
🙏🏻 *यदि कोई व्यक्ति नवरात्रि पर्यन्त प्रतिदिन पूजा करने में असमर्थ हैं तो उसे अष्टमी तिथि को विशेष रूप से अवश्य पूजा करनी चाहिए। प्राचीन काल में दक्ष के यज्ञ का विध्वंश करने वाली महाभयानक भगवती भद्रकाली करोङों योगिनियों सहित अष्टमी तिथि को ही प्रकट हुई थीं।*
🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~*
🕒 अक्टूबर 2025 पंचक
शुक्रवार, 3 अक्टूबर 2025 शाम 9:27 बजे बुधवार, 8 अक्टूबर 2025 सुबह 1:28 बजे
शुक्रवार, 31 अक्टूबर 2025 सुबह 6:48 बजे मंगलवार, 4 नवंबर 2025 दोपहर 12:34 बजे
🙏🍀🌷🌻🌺🌸🌹🍁🌺🌷🙏 जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभ आशीष
आपका जन्मदिन: 22 सितंबर
दिनांक 22 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 4 होगा। इस अंक से प्रभावित व्यक्ति जिद्दी, कुशाग्र बुद्धि वाले, साहसी होते हैं। ऐसे व्यक्ति को जीवन में अनेक परिवर्तनों का सामना करना पड़ता है। जैसे तेज स्पीड से आती गाड़ी को अचानक ब्रेक लग जाए ऐसा उनका भाग्य होगा। लेकिन यह भी निश्चित है कि इस अंक वाले अधिकांश लोग कुलदीपक होते हैं। आपका जीवन संघर्षशील होता है। इनमें अभिमान भी होता है। ये लोग दिल के कोमल होते हैं किन्तु बाहर से कठोर दिखाई पड़ते हैं। इनकी नेतृत्व क्षमता के लोग कायल होते हैं।
आपके लिए खास
शुभ दिनांक : 4, 8, 13, 22, 26, 1
शुभ अंक : 4, 8,18, 22, 45, 57
शुभ वर्ष : 2031, 2040, 2060
ईष्टदेव : श्री गणेश, श्री हनुमान,
शुभ रंग : नीला, काला, भूरा
आपकी जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल
करियर: यह वर्ष पिछले वर्ष के दुष्प्रभावों को दूर करने में सक्षम है। आपको सजग रहकर कार्य करना होगा। नौकरीपेशा प्रयास करें तो उन्नति के चांस भी है।
परिवार: पारिवारिक मामलों में सहयोग के द्वारा सफलता मिलेगी। मान-सम्मान में वृद्धि होगी, वहीं मित्र वर्ग का सहयोग मिलेगा। विवाह के मामलों में आश्चर्यजनक परिणाम आ सकते हैं।
बिजनेस: नवीन व्यापार की योजना प्रभावी होने तक गुप्त ही रखें। शत्रु पक्ष पर प्रभावपूर्ण सफलता मिलेगी।
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन मिश्रित फलदायक रहेगा। दिन के आरंभिक भाग में खराब स्वास्थ्य के कारण प्रत्येक कार्यो में विलंब होगा लेकिन धीरे धीरे सुधार आने के बाद कार्य व्यवसाय के प्रति गंभीरता आएगी। मध्यान बाद मेहनत के अनुपात में अधिक लाभ मिलने के योग है व्यवहारिकता पर अधिक ध्यान दें आपके हिस्से का लाभ कोई अन्य ना ले जाये। धन की आमद आज निश्चित नही रहेगी फिर भी आवश्यकता अनुसार हो जाएगी। धार्मिक कार्यो में रुचि बढ़ेगी लेकिन व्यस्तता के चलते ज्यादा समय नही दे सकेंगे देवदर्शन के योग है। परिजन आपका ख्याल रखेंगे लेकिन बदले में कुछ मांग भी की जा सकती है।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन भी व्यस्तता अधिक रहेगी परन्तु आज आप केवल आवश्यक कार्यो को प्राथमिकता देंगे जिससे मध्यान तक कि गई मेहनत संध्या तक आशाजनक लाभ के रूप में मिलेगी। व्यवसायी वर्ग उन्नति होने से प्रसन्न रहेंगे लेकिन कार्य क्षेत्र पर आज किसी भी प्रकार के बदलाव से बचें। सहकर्मी भी पूर्ण सहयोग करेंगे जिससे अधिकांश कार्य समय से पूर्ण कर लेंगे। धन की आमद पहले से बेहतर रहेगी। पारिवारिक वातावरण में आवश्यकता अनुसार परिवर्तन आता रहेगा। महिलाये खरीददारी की जिद पर अड़ेंगी मांग पूरी होने पर ही शांत बैठेंगी। घर मे सुख के साधनों की वृद्धि की योजना बनेगी शीघ्र ही इसपर खर्च भी करना पड़ेगा। संध्या के समय शुभ समाचार की प्राप्ति प्रसन्न करेगी।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज आपके स्वभाव में तल्खी रहेगी। व्यवहार में रूखापन एवं बात बात में क्रोध करने की आदत के कारण आसपास का वातावरण खराब होगा साथ ही सरलता से बन रहे कार्यो को खुशामद करके बनाना पड़ेगा। फिर भी मध्यान तक स्थिति आपकी पकड़ में रहेगी महत्त्वपुर्ण कार्य मे ढील ना दें अन्यथा बाद में ग्लानि होगी। सहकर्मियों से मामूली बात पर उलझना भविष्य के लिये अहितकर रहेगा स्वभाव को संभाले देख भाल कर ही अपनी प्रतिक्रिया दें। व्यवसाय में निवेश आज ना करें पुराने वादों को पूर्ण करने पर जोर दें सामाजिक क्षेत्र पर अति आवश्यक होने पर ही योगदान दें। मध्यान बाद परिजन हानि होने से चिंतित रहेंगे।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आपको आकस्मिक लाभ देकर जाएगा दिन के पूर्वार्ध में घर एवं कार्य क्षेत्र में तालमेल बैठाने में परेशानी होगी इससे होने वाले लाभ में कुछ कसर भी रह सकती है। नौकरी वाले लोग अधिकांश कार्य बाद के लिए टालेंगे इससे प्रतिष्ठा में कमी आएगी। आर्थिक मामलों को मध्यान पूर्व ही निपटाने के प्रयास करें इसके बाद कार्य तो चलते रहेंगे लेकिन संतोष कम ही होगा। कार्य क्षेत्र पर सहकर्मियों की कमी खलेगी फिर भी विलम्ब नही होने देंगे। घरेलू वातावरण मध्यान तक ठीक रहेगा इसके बाद किसी गलतफहमी अथवा मांग पूरी ना होने पर अशांति हो सकती है। संध्या के आसपास सेहत में नरमी आएगी किसी भी कार्य मे उत्साह नही रहेगा।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आप मानसिक रूप से शांत रहेंगे लेकिन धन संबंधित कामनाये अधिक रहेंगी। मध्यान तक कार्य क्षेत्र पर परिश्रम की अधिकता रहेगी इसके बाद मेहनत का फल धन लाभ के रूप में मिलने लगेगा यह क्रम संध्या बाद तक रुक रुक कर चलता रहेगा। संध्या के समय कहीं से अचनाक लाभदायक समाचार मिलने से मन प्रसन्न रहेगा। आज आप लंबी यात्रा की योजना बनाएंगे इसमे विघ्न भी आ सकते है। सहकर्मी कुछ अनैतिक माग कर सकते है इससे थोड़ी देर के लिए दुविधा होगी। मध्यान बाद का समय अधिकांश कार्यो में सफलता दायक रहेगा लेकिन सतर्क रहें हित शत्रु कोई गड़बड़ कर सकते है। पारिवारिक वातावरण स्थिर रहेगा।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज आपके कारोबार में वृद्धि होगी साथ ही सामाजिक जीवन मे भी चहल पहल बढ़ेगी। समाज के प्रतिष्ठित लोगो के साथ भेंट सार्वजनिक क्षेत्र से सम्मान दिलायेगी लेकिन घर मे इसके विपरीत वातावरण रहेगा। परिजनों को प्रसन्न रखना मुश्किल भरा रहेगा कोई ना कोई सदस्य अकारण ही नाराज होगा। कार्य व्यवसाय को लेकर थोड़ी भागदौड़ करनी पड़ेगी लेकिन दोपहर बाद से परिणाम आपके किये आनंदकारी रहेंगे। धन की आमद आज अच्छी होगी भविष्य के लिए भी नए कार्य मिलेंगे। आज आप मन चाही वस्तुओ पर खर्च कर सकेंगे धन संचय भी होगा। संध्या का समय थकान वाला फिर भी दिन की अपेक्षा बेहतर रहेगा। परिजनों के आगे मौन ही रहें।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज आप दिन के आरंभिक भाग में संभावित लाभ को लेकर उत्साहित रहेंगे। मध्यान से पहले पुरानी योजनाओं से धन लाभ भी होगा लेकिन आज नए कार्यो में धन ना फसाये भविष्य में हानि होने की संभावना है। अतिआवश्यक कार्य मध्यान से पहले पूर्ण करने का प्रयास करें। मध्यान बाद किसी से धन संबंधित मामलों को लेकर कहासुनी हो सकती है धैर्य का परिचय दे अन्यथा स्थिति गंभीर होते देर नही लगेगी। अनैतिक सरकार विरोधी कार्य से बचें कोर्ट कचहरी के चक्कर लगने की संभावना है। परिजन आपकी भावनाओं की कद्र करेंगे लेकिन अपने स्वार्थ हेतु आज किसी भी दलील को नही मानेंगे। संध्या का समय खर्चीला रहेगा। मानसिक रूप से अशान्त रहने के कारण मनोरंजन में रुचि नही रहेगी।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आपका सार्वजनिक जीवन बेहतर बनेगा लेकिन दिखावे की मानसिकता रहने के कारण आवश्यकता से अधिक खर्च करेंगे जिसके फलस्वरूप बजट प्रभावित होगा। सेहत आज सामान्य रहेगी लेकिन पुराने रक्त अथवा चर्म रोग की समस्या फिर से बन सकती है। कार्य व्यवसाय को लेकर आज थोड़े लापरवाह रहेंगे लेकिन मध्यान बाद धन की आवश्यकता पड़ने पर स्वभाव में गंभीरता आ जायेगी। आज समय पर कोई काम।नही आएगा धन के व्यवहार ना चाहकर भी करने पड़ेंगे। घर मे वातावरण शांत रहेगा महिलाए प्रतिस्पर्धा के कारण स्वयं को अन्य से निम्न आंकने पर दुखी होंगी।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज दिन के पूर्वार्ध में आपका ध्यान आध्यात्मिक कार्यो में ज्यादा रहेगा अप्रत्यक्ष रूप से इसका लाभ आज आपको अवश्य मिलेगा। मानसिक रूप से स्थिर रहेंगे। परोपकार की भावना आज थोड़ी कम ही रहेगी तंत्र मंत्र दान के कार्य करेंगे लेकिन केवल स्वार्थ के लिए ही। काम काज के प्रति नीरसता रहेगी लेकिन मध्यान बाद सफलता का स्वाद चखने के साथ ही धन कमाने की लालसा बढ़ेगी। सरकारी उलझनों से बचने के लिये कागजी कार्यो को आज दुरुस्त रखें ऋण के लिए आवेदन करना आज शुभ रहेगा। धन लाभ संध्या के समय होगा इसके पूर्वनिर्धारित होने से उत्साह नही रहेगा। अन्य छोटे मोटे लाभ भी लगे रहेंगे लेकिन खर्च अधिक रहने से दिखेंगे नही।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन भाग्योदय कारक रहेगा। लेकिन आज लाभ कमाने के लिए मानसिक परिश्रम अधिक करना पड़ेगा व्यवहारिकता के बल पर आज अन्य लोगो की अपेक्षा ज्यादा फल पाने के हकदार रहेंगे। आज आप हाथ आये काम को किसी भी प्रकार जाने नही देंगे। नौकरी पेशा भी लेदेकर काम अधूरा छोड़ने की जगह पूरा करने के पक्ष में रहेंगे। मध्यान बाद भविष्य के खर्चो को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा लाभ कमाने की मानसिकता रहेगी। प्रलोभन के अवसर भी मिलेंगे इनसे बचना ही बेहतर रहेगा अन्यथा भविष्य के लिये नई समस्या खड़ी हो सकती है। नौकरी वाले लोग आरम्भ में लापरवाही दिखाएंगे किसी की फटकार सुनने के बाद ही गंभीरता धारण करेंगे। सेहत कुछ नरम रहेगी
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज भी दिन का आधा भाग बेचैनी में बीतेगा। दिन के आरंभ से ही मन में कोई डर रहेगा। आर्थिक उलझने सुलझने की संभावना नही दिखने से मन मे नकारत्मक विचार आएंगे थोड़ा धैर्य रखें जदबाजी में कोई गलत निर्णय ना लें अन्यथा बाद में पछताना पड़ेगा। मध्यान बाद परिस्थिति में सुधार आने लगेगा। किसी परिचित की सहायता से आर्थिक मसले कुछ हद तक सुलझेंगे। कार्य व्यवसाय में आकस्मिक तेजी आएगी लेकिन प्रतिस्पर्धा आज अधिक रहने के कारण शारीरिक एवं बौद्धिक परिश्रम अधिक करना पड़ेगा। संध्या का समय पिछले कुछ दिनों से बेहतर रहेगा मनोरंजन के अवसर मिलने से मानसिक अशांति दूर होगी। आपके कृपण व्यवहार से कोई नाराज भी हो सकता है।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज दिन का प्रथम भाग सभी कार्यो में विजय दिलाएगा जिस भी काम को हाथ मे लेंगे उसमे से कुछ ना कुछ लाभ अवश्य कमाएंगे। सरकारी कार्यो में भी आज ले देकर विजय मिलेगी। नौकरी वाले लोग ज्यादा भार उठाने के मूड में नही रहेंगे। व्यवसायी वर्ग भी बड़े कामो में ढील देंगे आगे सरकाने के पक्ष में रहेंगे लेकिन मध्यान बाद स्थिति प्रतिकूल होने लगेगी सेहत भी साथ नही देगी मौसमी बीमारियों का प्रकोप अकस्मात ही जकडेगा आवश्यक कार्यो में मध्यान रहते पूर्ण करने का प्रयास करें। परिजन आपके स्वभाव में आये परिवर्तन से रुष्ट होंगे लेकिन स्वार्थ सिद्धि के कारण दर्शाएंगे नही। लंबी यात्रा से बचे हानिकर रहेगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें