*विभिन्न इच्छाओ की पूर्ति के लिए देवी के मंत्र, आज प्रथम दिवस से कोई भी मंत्र का निश्चित संख्या में जाप किया जा सकता है*
*सर्वविघ्ननाशक मंत्र*
सर्वबाधा प्रशमनं त्रेलोक् यस्यखिलेशवरी ।
एवमे य त्वया कार् य मस्माद्वैरि विनाशनम् ॥
*ऐश्वर्य प्राप्ति एवं भय मुक्ति मंत्र*
ऐश्वर्य यत्प्रसादेन सौभाग्य-आरोग् य सम्पदः ।
शत्रु हानि परो मोक्षः स्तुयते सान किं जनै ॥
*विपत्तिनाशक मंत्र*
शरणा गतर्दिनार् त परित्राण पारायणे ।
सर्वस्यार्ति हरे देवि नारायणी नमोऽतुते ॥
*स्वप्न में कार्य-सिद्धि के लिए*
दुर्गे देवी नमस्तुभ्य ं सर्वकामार्थसाधिके ।
म म सिद्धिमसिद्धिं वा स्वप्ने सर्वं प्रदर्शय। ।
*दरिद्रता नाश के लिए*
दुर्गेस्मृता हरसि भतिमशेशजन्तो: स्वस्थैं: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि ।
दरिद्रयदुखभयहारिणी कात्वदन्या सर्वोपकारकरणाय सदार्द्रचित्ता। ।
*सर्वकल्याण के लिए*
सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर् वार्थ साधिके ।
शरण्येत्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुऽते ॥
*आरोग्य एवं सौभाग्य प्राप्ति के लिए*
देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि में परमं सुखम् ।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषोजहि ॥
*बाधा मुक्ति एवं धन-पुत्रादि प्राप्ति के लिए*
सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो धन धान् य सुतान्वितः ।
मनुष्यों मत्प्रसादेन भवष्यति न संशय ॥
*सुलक्षणा पत्नी प्राप्ति के लिए*
पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम् ।
तारिणीं दुर्ग संसारसागस् य कुलोद्भवाम्। ।
*शत्रु नाश के लिए*
ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्वाम् कीलय बुद्धिम्विनाशाय ह्रीं ॐ स्वाहा।
मां के नौ रूपों के बीज मंत्र
नवरात्र के दौरान नव दुर्गा के इन बीज मंत्रों की प्रतिदिन की देवी के दिनों के अनुसार मंत्र जाप करने से मनोरथ सिद्धि होती है. आइए जानें *नौ देवियों के दैनिक पूजा के बीज मंत्र*-
नव दुर्गा देवी के मंत्र-
1. शैलपुत्री- ह्रीं शिवायै नम:।
2. ब्रह्मचारिणी- ह्रीं श्री अम्बिकायै नम:।
3. चन्द्रघण्टा- ऐं श्रीं शक्तयै नम:।
4. कूष्मांडा- ऐं ह्री देव्यै नम:।
5. स्कंदमाता- ह्रीं क्लीं स्वमिन्यै नम:।
6. कात्यायनी- क्लीं श्री त्रिनेत्रायै नम:।
7. कालरात्रि - क्लीं ऐं श्री कालिकायै नम:।
8. महागौरी- श्री क्लीं ह्रीं वरदायै नम:।
9. सिद्धिदात्री - ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम:।
*संजीव शंकर महामंडलेश्वर*
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