नई दिल्ली। पंजाब के अपराधियों की शरणगाह बने कनाडा में मोगा जिले के दविंदर बंबीहा गिरोह के सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनिके की बुधवार (20 सितंबर) की रात को हत्या कर दी गई है। आरोपियों ने सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके को लगभग 15 गोलियां मारीं। ये घटना 19 जून को सरे में आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या जैसा ही है। सुक्खा पर कल ही दस लाख का ईनाम घोषित किया गया था।
सूत्रों के मुताबिक दुनिके साल 2017 में फर्जी दस्तावेजों की मदद से भारत से कनाडा भाग गया था। सुखदूल सिंह के खिलाफ सात आपराधिक मामले दर्ज हैं। पंजाब क्षेत्र और आसपास के कम से कम 29 गैंगस्टर हैं, जो कानून से बचने के लिए भारत के बाहर शरण ले रहे हैं। वे या तो भारतीय पासपोर्ट पर या नकली-जाली यात्रा दस्तावेजों की मदद से कई सालों पहले नेपाल के रास्ते भारत छोड़कर दूसरे मुल्क चले गए थे।
आपको बता दें कि सुखदूल सिंह दुनिके का संबंध मोस्ट वांटेड अर्श डल्ला गैंग से था। सुखदूल सिंह दुनिके टारगेट किलिंग करने के लिए जाना जाता था। खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज करते हुए एनआईए ने कल ही यानी बुधवार (20 सितंबर) को अर्श डल्ला गैंग पर 10 लाख का इनाम रखा था। एनआईए ने हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंडा और लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा सहित बब्बर खालसा इंटरनेशनल के पांच कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को नकद इनाम देने की घोषणा की थी।
दुनिके पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में दविंदर बंबीहा गिरोह को सहायता पहुंचाने सहित फंडिंग देकर मजबूत कर रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक दुनिके का झुकाव खालिस्तानी समर्थक संगठनों की ओर भी था। हालांकि, वो ज्यादातर जबरन वसूली के लिए दूसरे को कॉल करता था और कॉन्ट्रेक्ट किलिंग में शामिल रहता था। दुनिके अपने सहयोगियों की मदद से पंजाब और आसपास के राज्यों में अपराधों को अंजाम देने का काम कर रहा था। पिछले साल 14 मार्च को दुनिके ने जालंधर के मल्लियां गांव में एक कबड्डी मैच के दौरान अपने साथियों की मदद से कबड्डी खिलाड़ी संदीप सिंह नंगल की हत्या की साजिश रची थी। उसके खिलाफ पंजाब और आसपास के राज्यों में हत्या और अन्य गंभीर अपराधों के 20 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे।
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