गुरुवार, 20 जुलाई 2023

बुजुर्गों की सेवा से मिलता है ईश्वर का आशीर्वाद : तिवारी मृदुल जी महाराज


मुजफ्फरनगर। कथा व्यास गंगोत्री तिवारी मृदुल जी महाराज ने तिरुपति पैलेस रुड़की रोड पर श्री शिव पुराण कथा के चौथे दिन मां-बाप की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि जब माता पार्वती ने कार्तिक और गणेश के विवाह का जिक्र भगवान शिव से किया तो कार्तिक और गणेश दोनों में विवाह को लेकर आपस में प्रतिस्पर्धा हो गई। कार्तिक चाहते थे कि पहले विवाह मेरा हो ,वहीं श्री गणेश जी चाहते थे कि पहले विवाह मेरा हो।

महादेव और माता पार्वती में निर्णय लिया कि  गणेश और कार्तिकेय में जो तीनोंलोक की परिक्रमा पहले करेगा उसी का विवाह पहले होगा। इस तरह भगवान कार्तिकेय मोर पर सवार होकर तुरंत ही तीनों लोगों की परिक्रमा के लिए निकल गए और चतुर श्री गणेश ने अपने माता-पिता की परिक्रमा कर प्रतियोगिता जीत के विवाह का पहला हक हासिल कर लिया।

श्री मर्दुल जी महाराज ने कहा कि जो नर नारी अपने माता-पिता अर्थात अपने बुजुर्गों की सेवा नहीं करते हैं उन्हें श्री प्रभु द्वारा भी आशीर्वाद नहीं मिलता है।श्री गंगोत्री तिवारी मृदुल जी महाराज ने कथा में पधारे किसान चिंतक एवं वरिष्ठ समाजसेवी कमल मित्तल को अंगवस्त्र ओढ़ाकर सम्मानित किया।

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