प्रदेश में लगातार विदेशी असलहों का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। इससे पहले अतीक-अशरफ, मेराज, मुकीम काला और अजीत सिंह हत्याकांड में जिगाना व गिरसान पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था। इन विदेशी हथियारों की सप्लाई कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई गैंग से जुड़े तस्कर कर रहे हैं। ऐसे में आशंका है कि इसी गिरोह से जुड़े तस्करों के जरिये शूटर विजय यादव को रिवॉल्वर मुहैया कराई गई।
प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की हत्या में तुर्की की जिगाना व गिरसान पिस्टल का इस्तेमाल हुआ था। चित्रकूट जेल में मेराज व मुकीम काला को भी जिगाना पिस्टल से मौत के घाट उतारा गया था।
अजीत सिंह हत्याकांड में भी जिगाना का ही इस्तेमाल हुआ था। वहीं अब सात जून को लखनऊ के एससी-एसटी कोर्ट में गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा हत्याकांड को चेकोस्लोवाकिया की मैग्नम अल्फा-357 बोर की रिवॉल्वर से अंजाम दिया गया।
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