मुजफ्फरनगर। प्रदूषण फैलाने के आरोप में जिले की 11 पेपर मिलों से प्रदूषण नियत्रंण बोर्ड ने मोटा वसूल किया है। स्थानीय प्रदूषण विभाग के अधिकारियों ने जनवरी माह में कुल 11 फैक्ट्रियों से 20 लाख 60 हजार रुपये का जुर्माना वसूल किया।
विगत दिनों एनजीटी के निर्देशों के मुताबिक चलाए गए अभियान के तहत प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मुजफ्फरनगर की टीम ने कई फैक्ट्रियों और पेपर मिलों पर छापे की कार्रवाई की थी। जांच दौरान कई पेपर मिलों में प्रदूषण का स्तर मानकों से खराब पाया गया था, जिस पर विभाग द्वारा उन पर जुर्माना लगाते हुए रिपोर्ट लखनऊ मुख्यालय को भेजी थी। जहां से जनवरी माह में जुर्माने पर संतुति होकर मुजफ्फरनगर आ गई। जिसके बाद विभाग ने जुर्माने की कुल 20 लाख 60 हजार रुपये की रकम वसूल ली।
इसके तहत बिंदल पेपर मिल लिमिटेड, भोपा रोड, मुजफ्फरनगर। (2 लाख 10 हजार रुपये)
गर्ग डुप्लेक्स एडं पेपर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड भोपा रोड, मुजफ्फरनगर। (1 लाख 50 हजार रुपये)
मीनू पेपर्स प्राइवेट लिमिटेड, भोपा रोड, मुजफ्फरनगर। (2 लाख 10 हजार रुपये)
श्री भागेश्वरी पेपर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड (यूनिट-1), भोपा रोड, मुजफ्फरनगर! (1 लाख 80 हजार रुपये)
श्री सिद्धबली पेपर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड, भोपा रोड, मुजफ्फरनगर। (2 लाख 10 हजार रुपये)
सिल्वरटोन पल्प एडं पेपर प्राइवेट लिमिटेड (यूनिट-2), भोपा रोड, मुजफ्फरनगर। (1 लाख 50 हजार रुपये)
सिल्वरटोन पेपर लिमिटेड (यूनिट-1), भोपा रोड, मुजफ्फरनगर। (2 लाख 10 हजार रुपये)
सिल्वरटोन पेपर लिमिटेड (यूनिट-2), भोपा रोड, मुजफ्फरनगर। (2 लाख 10 हजार रुपये)
गैलेक्सी पेपर्स प्राइवेट लिमिटेड, जौली रोड, मुजफ्फरनगर। (1 लाख 40 हजार रुपये)
टीहरी पल्प एडं पेपर्स लिमिटेड (यूनिट-1), भोपा रोड, मुजफ्फरनगर। (1 लाख 80 हजार रुपये)
तिरूपति बालाजी फाइबर लिमिटेड, भोपा रोड, मुजफ्फरनगर। (2 लाख 10 हजार रुपये)
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मुजफ्फरनगर के एई विपुल कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि 'प्रदूषण के कारण पेपर मिल्स पर जुर्माना लगाकर मुख्यालय रिपोर्ट भेजी गई थी। संस्तुति के बाद जनवरी माह में इन पेपर मिल्स से कुल 20 लाख 60 हजार रुपये की रकम बतौर जुर्माना वसूला जा चुका है।'
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