नवरात्रि में माँ दुर्गा के जिन विभिन्न नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है उन स्वरूपों का हमारे नौ ग्रहों से भी गहरा संबंध होता है। ऐसे में माना जाता है कि यदि विधि पूर्वक हम नवरात्रि में माँ दुर्गा के इन स्वरूपों की पूजा करें तो उनसे संबंधित ग्रह मजबूत होते हैं और उस ग्रह से संबन्धित दोष समाप्त होता है। तो आइए जान लेते हैं, नवरात्रि में माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों में से किसकी पूजा से कुंडली के ग्रहों के शुभ फल प्राप्त होते हैं :-
चंद्रमा - इस ग्रह से जुड़े दोषों के लिए पहले दिन माँ शैलपुत्री की पूजा करें। मां के सिर पर चंद्र होता है और इस रुप की पूजा से चंद्रमा को बल मिलता है।
मंगल - इस ग्रह की शांति के लिए नवरात्रि दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा करें।
शुक्र - इस ग्रह से जुड़े दोषों के लिए तीसरे दिन माँ चंद्रघंटा की पूजा करें।
सूर्य - इस ग्रह की शांति के लिए चौथे दिन माँ कुष्मांडा की पूजा करें।
बुध - इस ग्रह से जुड़े दोषों के लिए पांचवें दिन माँ स्कंदमाता की पूजा करें।
बृहस्पति - गुरु की शांति के लिए छठे दिन माँ कात्यायनी की विधि-विधान से पूजा करें।
शनि - शनि से जुड़े दोषों को दूर करने के लिए सप्तमी के दिन माँ कालरात्रि की पूजा करें।
राहु - इस ग्रह के दोषों को दूर करने के लिए अष्टमी के दिन माँ महागौरी की पूजा करें।
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