रविवार, 31 अक्तूबर 2021

पटेल जयंती पर युवाओं की भूमिका पर चर्चा


मुजफ्फरनगर । सरदार पटेल की जयंती पर  ‘‘राष्ट्रीय एकता में युवाओं की भूमिका’’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। 

आज श्री राम कॉलेज के सभागार में लोह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाते हुए ‘‘राष्ट्रीय एकता में युवाओं की भूमिका’’ विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कॉलिज निदेशक डॉ आदित्य गौतम रहे। कार्यक्रम में महाविद्यालय के अलग अलग विभाग के छात्र - छात्राओं ने अपने विचारो को सबके समक्ष रखते हुए देश की एकता और अखंडता में युवाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला और प्रण लिया कि युवाओं को जाति, धर्म, क्षेत्र, भाषा और बोलियो का भेद मिटा विभिन्नता मे एकता का प्रतीक बन देश की प्रगति में सहायक होना चाहिए। संगोष्ठी मे प्रथम स्थान बी0बी0ए विभाग के हर्ष सैनी, द्वितीय स्थान पत्रकारिता एवम जनसंचार विभाग के निक्षेय धीमान ने प्राप्त किया वहीं तीसरा स्थान संयुक्त रूप से बी0बी0ए की छात्रा राशि मलिक और बी0कॉम विभाग की शिखा ने प्राप्त किया। प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले हर्ष सैनी ने युवाओं को एकता की महत्ता बताई और उन्हें एकजुट होने का संदेश दिया। वहीं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले निक्षेय धीमान ने सरदार पटेल को याद करते हुए युवाओं को देश की एकता में उनके योगदान के विषय में बताया। तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली दोनो छात्राओं राशि मलिक और शिखा ने अपने भाषण की शुरुआत जोश के साथ की और नारो का सहयोग लेते हुए राष्ट्रीय एकता में युवाओं की भूमिका बताई। 

        मुख्य अतिथि डॉ0 आदित्य गौतम ने इस अवसर पर सरदार उधम का उदाहरण देते हुए और उन्हें याद करते हुए उनके जीवन की एक घटना का जिक्र किया और कहा कि सोचिए हम में से कितने लोग भगत सिंह को अपना सकते हैं। साथ ही भगत सिंह को याद करते हुए आर्यन खान का उदाहरण दिया कि जिस 23 साल की उम्र में भगत सिंह ने देश के लिए अपनी जान दे दी थी उसी 23 साल की उम्र में आर्यन खान जैसे युवा ड्रग्स लेते पकड़े गए, फैसला आपको करना है कि आप दोनों में से क्या बनना चाहते हैं। उन्होंने युवाओं को विषय की गंभीरता समझने और बेवजह के उपहासो से बचने का संदेश देते हुए एकजुट होकर चलने की शिक्षा दी।                     

कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलिज कॉर्डिनेटर डॉ प्रेरणा मित्तल ने की उन्होंने कार्यक्रम मे बोलते हुए कहा कि हार या जीत किसी भी प्रतियोगिता का हिस्सा है लेकिन प्रतियोगिता में प्रतिभाग करना भी एक विशेष महत्व रखता है। निर्णायक मंडल में डॉ पूजा तोमर और श्रुति मित्तल रहीं। जिन्होंने प्रतिभागियों के विचार सुनने के बाद विजेताओं का चयन किया और सभी प्रतिभागियो को प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम संयोजक पूजा रघुवंशी और गरिमा सिंह रही जबकि मंच का संचालन बी कॉम विभाग के मयंक और श्रद्धा ने किया।

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