रविवार, 30 मई 2021

नेहा हैंडलूम नकली इंजेक्शन मामले में कई बडे चेहरों पर कसेगा शिकंजा


मेरठ। बागपत में 60 रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में कई गुनाहगारों पर फंदा कस रहा है। मुजफ्फरनगर के नेहा हैंडलूम के मालिक पिता पुत्र की गिरफ्तारी व नकली इंजेक्शन मिलने के मामले में ड्रग विभाग ने हैदराबाद की हैट्रो कंपनी को नोटिस भेज दिया है। दरअसल, इन इंजेक्शन पर इस कंपनी का रैपर चिपका हुआ था। हालांकि अफसर यह भी मान रहे हैं कि मुनाफाखोर इंजेक्शन को असली दिखाने के लिए कंपनी जैसा नकली रैपर भी चस्पा कर सकते हैं।

19 मई को बागपत ड्रग विभाग और क्राइम ब्रांच ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 60 रेमडेसिविर समेत तीन आरोपी पकड़े थे। 52 रेमडेसिविर सील करते हुए 8 इंजेक्शन जांच को भेजे थे। गुरुवार को लखनऊ लैब से आई रिपोर्ट में नमूने रेमडेसिविर इंजेक्शन के नकली होने की पुष्टि हुई है। बागपत के ड्रग इंस्पेक्टर वैभव बब्बर ने बताया कि रेमडेसिवर इंजेक्शन की वॉयल पर हैट्रो कंपनी हैदराबाद छपा हुआ है। इस कंपनी को नोटिस भेजा गया है। सभी वॉयल पर जो बैच नंबर लिखा है, उसको तस्दीक करने के प्रयास किए जा रहे हैं। बब्बर ने कहा कि अभी सिर्फ जांच रिपोर्ट में इंजेक्शन को नकली बताया गया है। उसमें क्या-क्या साल्ट मिले हुए हैं, इसकी रिपोर्ट बाद में आएगी।

बागपत में जो तीन आरोपी पकड़े गए, उनमें दो मुजफ्फरनगर के नेहा हैंडलूम के कपड़ा कारोबारी पिता-पुत्र हैं। उन्हें यह आपूर्ति मोहाली (पंजाब) से एसपी चौहान नामक व्यक्ति ने की थी, जो फरार है। इस खेप के 32 इंजेक्शन मुजफ्फरनगर में पहले सप्लाई हो चुके हैं। बागपत की क्राइम ब्रांच बागपत, मुजफ्फरनगर, हरिद्वार से लेकर मोहाली तक छानबीन कर रही है।

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