नई दिल्ली। मोदी सरकार के 7 साल पूरे हो चुके हैं। तमाम मीडिया चैनल्स में उनकी सरकार के कामकाज पर डिबेट शो चल रहे हैं। मोदी सरकार के पार्ट-2 के दो साल पूरे होने पर कई सारे सर्वे भी हो रहे हैं। ऐसा ही एक डिबेट शो निजी न्यूज चैनल आजतक पर चल रहा था, जिसमें मोदी सरकार के कामकाज पर चर्चा हो रही थी। इसमें एक तरफ बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा और दूसरी ओर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत थीं।
दोनों के बीच गहमा-गहमी-
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत भाजपा पर बेरोजगारी, कोरोना, गरीबी रेखा जैसे तमाम आरोप लगा रहीं थीं। उनका कहना था कि बीजेपी ने आकर देश की बड़ी संस्थाओं को भी नुकसान पहुंचाया। श्रीनेत ने कहा कि आपकी सरकार तो चीन की नाम लेने से भी डरती है वहीं इंदिरा गांधी ने विश्व का भूगोल बदलकर पाकिस्तान के दो टुकड़ें कर दिए। इसी पर संबित पात्रा भी भड़क गए और दोनों के बीच गर्मा गर्मी हो गई।
भारत चीन मुद्दे पर भिड़े दोनों प्रवक्ता-
भारत और चीन के मुद्दे पर बहस चल रही थी। बात देशद्रोह तक पहुंच गई। संबित पात्रा ने कहा कि मैं बताता हूं कि देशद्रोह क्या होता है। उसके बाद पात्रा ने कहा कि जब डोकलाम में स्टैंडऑफ चल रहा हो और पूरा कांग्रेस का कुनबा चाइनीज टेंट के नीचे पकड़ा जाए। उन्होंने कहा कि पहले तो बोल रहे थे कि हम नहीं लेकिन जब तस्वीर सामने आ गई तो कहने लगे हां हम गए थे। पात्रा यहीं तक नहीं रुके उन्होंने 2008 की घटना का जिक्र किया और कहां की मां और बेटे (राहुल गांधी और सोनिया गांधी) दोनों चीन जाते हैं और वहां पर जाकर साइन करके आ जाते हैं न जाने कितने पैसों का आदान-प्रदान होता है।
सुप्रिया श्रीनेत और संबित पात्रा के बीच बहस तेज हो गई और फिर श्रीनेत ने कहा कि अभी ये जोकरपंती करेंगे इतने में पात्रा ने कहा कि हटाओ राहुल गांधी को। ये राहुल गांधी का नाम क्यों ले रही हो। बस इसके बाद थोड़ी गर्मा गर्मी और हुई फिर सुप्रिया श्रीनेत ने पात्रा को गंदी नाली का कीड़ा का बोल दिया। श्रीनेत ने कहा तू तो गंदी नाली का कीड़ा है।
बीजेपी प्रवक्ता आदित्य झा ने लिखा, जनता जो लगातार कांग्रेस की पिटाई कर रही है उससे इनकी मानसिक हालात भी ख़राब हो गयी है अगर नेता नहीं रहे है तो कम से कम ऐसे प्रवक्ता तो मत भेजिए राहुल गांधी बाबा।' मेजर सुरेंद्र पूनिया ने लिखा कि 'ये कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं... राष्ट्रीय! भाषा इस तरह की उपयोग में लेती हैं जैसे किसी माफिया गिरोह की प्रवक्ता हों।' आदित्य त्रिवेदी ने कहा, "ये कैसी भाषा है? राहुल गांधी जी आप इस भाषा का समर्थन करते है? सोचिए अगर ऐसी भाषा संबित जी ने उपयोग की होती तो तथाकथित बुद्धिजीवी वर्ग का हंगामा किस कदर होता।"
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