लखनऊ । कोविड-19 की बेहतर रिकवरी दर को देखते हुए योगी सरकार राज्य में एक जून से कोरोना कर्फ्यू में आंशिक तौर पर ढील देने जा रही है। अपेक्षाकृत कम संक्रमण वाले जिलों में सुबह सात बजे से रात आठ बजे तक पाबंदी हटाई जाएगी। रात आठ बजे से सुबह सात बजे तक और साप्ताहिक कर्फ्यू जारी रखा जाएगा। अधिक एक्टिव केस वाले जिलों में फिलहाल राहत देने का कोई विचार नहीं है। ऐसे पांच छह जिले हैं। सरकारी व निजी कार्यालयों में 33 फीसदी उपस्थिति की अनिवार्यता रखी जाएगी। शासन स्तर से इस संबंध में रविवार को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ टीम-9 की बैठक में इस पर सहमति बन गई है। इसके आधार पर ही कोरोना कर्फ्यू से प्रदेशवासियों को राहत दिया जाएगा। अभी इस पर शासन स्तर पर मंथन चल रहा है कि पहले किन गतिविधियों को शुरू करने की इजाजत दी जाए। बाजारों को एक साथ खोलने की बजाय इस तरह खोला जाएगा ताकि एकदम से भीड़ न होने पाए। जिससे कोरोना प्रोटोकॉल का पालन होता रहे।
उद्योग व दुकानों को राहत
टीम-9 की बैठक में कोरोना कर्फ्यू पर प्रमुखता से चर्चा हुई, जिसमें एक जून से उद्योग, दुकान और बाजारों को राहत देने पर सहमति बनी है। बैठक में चर्चा के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों को अनलॉक की पूरी रूपरेखा तैयार करने को कहा गया है। प्राथमिकता के आधार पर छूट देते हुए इसका दायरा धीरे-धीरे बढ़ाया जाएगा। प्रदेश में कोरोना का प्रभाव तेजी से कम होने लगा है। रिकवरी रेट भी 97 प्रतिशत तक पहुंचने के बाद सरकार जनता को राहत देने के मूड में है।
रेस्टोरेंट खोले जाएंगे
राज्य सरकार अचानक ही सब अनलॉक नहीं करना चाहती है। कोरोना के सेकेंड स्ट्रेन के साथ ब्लैक फंगल इंफेक्शन को लेकर सतर्कता जरूरी है। इससे अलग-अलग फेज में गतिविधियों में छूट दी जाएगी। सरकार का मानना है कि कोरोना कफ्र्यू के कारण ही प्रदेश में संक्रमण को काफी हद तक नियंत्रित किया गया है। सरकार कपड़े की दुकान, वैवाहिक वस्तुओं की दुकान, निर्माण से जुड़ी सामग्री की दुकान, 50 प्रतिशत कर्मी क्षमता के साथ बड़ी दुकान या रेस्टोरेंट खोलने की अनुमति देगी।
इन पर रहेगी रोक
फिलहाल इन पर रोक बरकरार- कंटेनमेट जोन की सभी दुकान, शॉपिंग मॉल, फिल्म थिएटर, सैलून व सभी प्रकार के सामाजिक, धार्मिक व राजनीतिक कार्यक्रम पर अभी रोक रहेगी।
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