गाजीपुर । भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत होली पर भी घर नहीं गए। उनके परिवार के सदस्य नई दिल्ली से सटे गाजीपुर बॉर्डर पर स्थित किसान आंदोलन स्थल पर पहुंचे। इनमें टिकैत की पत्नी सुनीता देवी व बच्चे शामिल थे।
वे सभी वहां किसान आंदोलन के समर्थन में पहुंचे थे। कुछ देर बैठे और फिर उन सभी ने होलिका दहन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान टिकैत और उनकी पत्नी समेत कई किसानों ने कृषि कानून की प्रतियां होलिका में जलाकर राख कर दीं। पत्रकारों ने जब टिकैत से इस बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि ये तो किसानों के काला चिट्ठे थे, जिन्हें जला दिया गया। यह पूछे जाने पर कि कृषि कानून जलाने की नौबत क्यों आई? टिकैत ने पत्रकारों से कहा- वो तो काले कानून हैं, जलाने पड़ेंगे। किसान की बुराई है। किसान का जो उसमें काला चिट्ठा है, वह उसी में है, इसलिए जला दिया।
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