रविवार, 28 फ़रवरी 2021

गोदामों को तोड देंगे : राकेश टिकैत


बागपत । भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि वो दिन दूर नहीं है जब जनता गोदामों को को तोड़ देगी। उन्होंने कहा है कि अभी तक उनके गन्ने का भुगतान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन कमजोर हुआ तो किसान मारे जायेंगे।

तीनों कृषि कानून को रद्द करने की मांग दोहराते हुए पत्रकारों से बातचीत में राकेश टिकैत ने कहा कि पहले व्यापारियों के गोदाम बने फिर उसके बाद कानून लाए गए। इसका मतलब है कि ये तीनों कृषि कानून व्यापारियों की सांठ गांठ से बने हैं। वो दिन दूर नहीं है जब जनता इन गोदामों को तोड़ेगी। इसलिए सरकार इन गोदामों का अधिग्रहण कर ले। आगे उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह मंडी एक्ट लेकर आये थे जिसको सर छोटूराम राम ने पंजाब में लागू करवाया। जिसकी वजह से आज पंजाब के किसानों की फसल एमएसपी पर खरीदी जाती है। उन्होंने कहा कि अगर ये आंदोलन ना होता तो सरकार गन्ने की कीमत बढ़ाने के बजाय घटा देती। जिस दिन ये आंदोलन कमजोर हुआ तो उस दिन किसान मारे जाएंगे।राकेश टिकैत ने कहा कि 2021 आंदोलन का साल है और ट्रैक्टर किसानों का प्रतीक बन गया है। साथ ही जब उनसे पूछा गया कि आप किसान आंदोलन का चेहरा बन गए हैं तो उन्होंने कहा कि सिर्फ मैं ही बल्कि 40 लोगों को देश के किसानों ने चुना है। मैं तो एक छोटा सा किसान हूँ जिसके गन्ने का अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। पिछले दिनों राकेश टिकैत ने एक सभा में कहा था कि तिरंगा भी फहरेगा और पार्लियामेंट पर फहरेगा। ये कान खोलकर सुन लो, ये ट्रैक्टर जाएंगे वहीं जाएंगे और हल के साथ जाएंगे। उन पार्कों में जाएंगे जहाँ पार्लियामेंट के बाहर साल 1988 में आंदोलन हुआ था। आगे उन्होंने कहा था कि वहां के पार्कों में ट्रैक्टर चलेगा और वहां पर खेती होगी। इसलिए सरकार बिल वापस ले लें और एमएसपी पर क़ानून बनाएं नहीं तो दिल्ली की पक्की घेराबंदी होगी।

कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

बीए की छात्रा से ट्यूबवेल पर गैंगरेप

मुजफ्फरनगर। तमंचे की नोक पर बीए की छात्रा से गैंगरेप के मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है।  बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में कॉफी पिलाने ...