मुजफ्फरनगर l छात्रों में कोरोना काल अवधि के दौरान तीव्रता से अवसाद की समस्याओं में उत्तरोत्तर वृद्धि के निदान को दृष्टिगत रखते हुए मण्डलीय मनोविज्ञान केंद्र मेरठ द्वारा विद्यालय में 20 फरवरी को एक दिवसीय मनोवैज्ञानिक परीक्षण तथा
निदानात्मक शिविर का आयोजन किया गया इस शिविर में छात्रों का विभिन्न मनोवैज्ञानिक परीक्षणों के माध्यम से उपचारात्मक निदान एवं समस्याओं का समाधान किया गया।
मण्डलीय मनोवैज्ञानिक डॉ महेंद्र प्रताप सिंह ने प्रश्नोत्तर सत्र में न केवल छात्रों की जिज्ञासाओं का समाधान किया बल्कि अध्यापकों व अभिभावकों के प्रश्नों का भी सकारात्मक उत्तर देते हुए इस बात पर बल दिया कि माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों में उत्पन्न होने वाली मनोवैज्ञानिक समस्याओं के निदान की कार्य योजना इस प्रकार बनाई जानी चाहिए कि छात्रों के मानसिक विकास में उत्तरोत्तर वृद्धि निश्चित उपादानो के अंतर्गत शारीरिक विकास के साथ-साथ कर्मिक रूप से इस प्रकार हो कि उनके मानसिक पटल पर किसी भी परिस्थिति में अवसाद की स्थिति उत्पन्न न हो।
सहायक मनोवैज्ञानिक डॉ शिवराज सिंह तथा काउंसलर डॉ मनीषा तेवतिया ने छात्रों के विभिन्न मनोवैज्ञानिक परीक्षण कर उत्पन्न समस्याओं का समाधान किया। यह शिविर इस संस्था के छात्रों, अभिभावकों तथा अध्यापकों के लिए बहुउपयोगी सिद्ध हुआ।
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