टीआर ब्यूरो l
देहरादून l कोरोना के चलते इस बार सोमवती अमावस्या पर हरिद्वार में स्नान नहीं होगा। संक्रमण के चलते इस बार 20 जुलाई को स्नान स्थगित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने प्रदेशवासियों के साथ ही बाहर से आने वाले श्रृद्धालुओं से अपील की है कि 20 जुलाई को सोमवती अमावस्या पर स्नान को हरिद्वार ना आएं।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण हरिद्वार में गंगा स्नान के बजाय सब घर पर ही मां गंगा का स्मरण करके पवित्र भावों से स्नान करें। ताकि इस महामारी के काल में आप सब उत्तराखण्ड सरकार को सहयोग कर सकें।
डीजी कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने कहा कि हर साल गर्मियों में देश भर से करीब 40 लाख लोग सोमवती अमावस्या पर हरिद्वार आकर स्नान करते थे। लेकिन कोरोना के चलते इस बार स्नान की इजाजत नहीं दी गई। क्योंकि इससे भारी संख्या में संक्रमण का खतरा है।
गौरतलब है कि हरिद्वार पुलिस-प्रशासन ने 19 और 20 जुलाई को होने वाली सोमवती अमावस्या का मेला रद्द होने के बाद फैसला लिया है कि किसी भी यात्री के हरिद्वार आने पर उसे 14 दिन क्वारंटाइन किया जाएगा।
साथ ही स्थानीय लोग इस दिन हरकी पैड़ी समेत प्रमुख घाटों पर स्नान नहीं कर पाएंगे। वहीं दो दिन के लिए सीमाओं को सील किया जाएगा। कोरोना महामारी के कारण कावड़ मेला रद्द करने के बाद सोमवती अमावस्या के मेले को भी रद्द किया गया है।
कई सालों बाद सावन माह में पड़ रही सोमवती अमावस्या पर करोड़ों लोगों की भीड़ उमड़ने की आशंका थी। इसी को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने मेले को रद्द किया है। साथ ही हरिद्वार की सीमाओं को 2 दिन के लिए पूरी तरह सील भी किया जाएगा।
खास बात यह है कि गुरुवार को पुलिस ने फैसला लिया कि 19 और 20 जुलाई को बाहरी राज्यों से हरिद्वार आने वाले हर एक प्रत्येक नागरिक को उन्हीं के खर्च पर क्वारंटाइन किया जाएगा।
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