बुधवार, 29 सितंबर 2021

बोर्ड पर शहीद का फोटो ना लगाने के विरोध में प्रदर्शन


मुजफ्फरनगर । गांव खांजाहपुर बुढ़ाना मोड़ निवासी शहीद प्रशांत शर्मा के नाम पर पूर्व घोषणा के अनुसार शामली रोड पर पर्दाफाश मोती झील पर बने नए पुल का नामकरण करते हुए इसका बोर्ड लगाया गया है। इस बोर्ड पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के फोटो हैं और शहीद प्रशांत शर्मा का बड़ा नाम लिखा है। बोर्ड पर शहीद प्रशांत शर्मा का फोटो नहीं होने पर भाकियू सर्व के अध्यक्ष राजकिशोर शर्मा व ब्राह्मण समाज के कुछ युवाओं ने प्रदर्शन कर चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही बोर्ड पर शहीद का फोटो नहीं लगाया गया तो आंदोलन किया जाएगा।

29 अगस्त 2020 को मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना मोड़ निवासी प्रशान्त शर्मा सेना में अपनी ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे। 30 अगस्त को शहीद का शव बुढ़ाना मोड़ स्थित उनके आवास पर आया तो वहां हजारों लोगों ने अश्रुपूर्ण नेत्रों से शहीद प्रशान्त को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये थे। प्रदेश सरकार की घोषणा के अनुसार सरकार द्वारा शहीद के परिजनों को 50 लाख का चेक तो दे दिया गया, लेकिन न तो अभी तक कोई प्रतिमा स्थापित करायी गयी और न ही प्रशान्त के किसी भाई को एक वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकारी नौकरी दी गई है। बुधवार को शहीद के परिजनों एवं भारतीय किसान सर्व के राजकिशोर शर्मा के नेतृत्व में युवाओं ने मोतीझील पर बने नए पुल के नामकरण शहीद के नाम पर करते हुए लगाए गए बोर्ड पर शहीद का फोटो नही होने पर प्रदर्शन किया। शहीद प्रशान्त के भाई विक्की शर्मा ने कहा कि जिस पुल का निर्माण हो रहा है, उस पर लगे बोर्ड पर शहीद प्रशान्त का नाम तो बड़े शब्दों में लिखा गया है, लेकिन बोर्ड पर जो फोटो लगाये गये है वे प्रधाननमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मोर्या के हंसते हुए फोटो तो लगा दिए गए हैं। शहीद प्रशान्त के भाई विक्की शर्मा ने कहा कि यह कैसे विडम्बना है कि जिस शहीद के नाम पर लोकनिर्माण विभाग सेतु निर्माण करा रहा है, उस बोर्ड पर शहीद का फोटो गायब है। उन्होंने यह भी कहा कि मूर्ति स्थापना को लेकर उनकी कई बार क्षेत्रीय विधायक प्रमोद ऊंटवाल से भी वार्ता है। उन्होंने भी केवल आश्वासन देकर अपना पल्ला झाड़ लिया। विक्की शर्मा ने कहा कि शहीद की प्रतिमा स्थापित करायी जाये तथा परिजनों को एक सरकारी शीघ्र दिलायी जाये। इस दौरान राजकिशोर शर्मा पीनना, सतीश भारद्वाज, हिमांशु शर्मा, तरूण शर्मा, मोंटी शर्मा, अब्दुल्ला, डेविड, शुभम, अभिषेक आदि मौजूद रहे।

मुजफ्फरनगर--सहारनपुर हाईवे पर हादसे में पति-पत्नी समेत तीन की मौत


देवबंद । बुधवार सुबह करीब 5 बजे नागल के पास स्टेट हाईवे पर सधारणसिर चोराहे के निकट एक कार के अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पुलिया से जा टकराने से कार के परखच्चे उड़ गए। घटना में एक दंपत्ति समेत तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कार चालक व एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने घायलों को अस्पताल भिजवाया।

बताया जा रहा है कि सहारनपुर के रेलवे रोड निवासी अशोक सलूजा अपने परिवार के साथ फरीदाबाद गए थे। बुधवार सुबह को वह सहारनपुर लौट रहे थे। जैसे ही अव नागल के पास पहुंचे तो कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पुलिया से टकरा गई। हादसे में अशोक सलूजा, उनकी पत्नी और एक साले की मौत हो गई। जबकि, अशोक सलूजा का बेटा हादसे में गम्भीर रूप से घायल हो गया। हादसे की खबर मिलते ही खलबली मच गई। पुलिस ने मृतको के शव पोस्टमार्टम को भेज दिए हैं।


विवाहिता की दहेज हत्या का आरोप लगा किया हंगामा


मुजफ्फरनगर । भोपा थाना क्षेत्र के ग्राम सिकन्दरपुर में महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत पर मृतका के मायके वालों ने अतिरिक्त दहेज की मांग पूरी न होने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उसकी सास को हिरासत में ले लिया गया है।

पुलिस के अनुसार शहर के मौहल्ला किदवईनगर निवासी अजहर अब्बास ने बताया कि उसने अपनी 26 वर्षीय पुत्री साईन फात्मा की शादी करीब छह वर्ष पूर्व सिकन्दरपुर निवासी मौहम्मद अब्बास के साथ मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार की थी। मृतका के पिता ने बताया कि पांच दिन पूर्व मेरी पुत्री को दहेज की मांग पूरी न होने पर मारपीट कर घर से निकाल दिया था। आरोप है कि मृतका का पति मोहम्मद अब्बास बुधवार को मृतका को लेकर गांव सिकन्दरपुर लाया था और देर रात्रि में उसकी हत्या कर दी। 

थाना प्रभारी एमपी सिंह ने बताया कि महिला का शव चारपाई पर पड़ा हुआ था और उसके गले पर चोट के निशान दिखायी दे रहे थे। शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जायेगी। अभी परिजनों की ओर कोई तहरीर नहीं आयी है। पुलिस ने मृतका की सास को हिरासत में ले लिया है।

मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने किया जनसंपर्क


मुजफ्फरनगर । प्रदेश सरकार के साढ़े चार वर्ष पूरे होने पर भाजपा की ओर से घर घर सम्पर्क एवं संवाद अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में नगर विधायक एवं प्रदेश सरकार में स्वतंत्र प्रभार मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने केशव मंडल अध्यक्ष कपिल त्यागी के संयोजन में मौहल्ला रामपुरी का दौरा कर क्षेत्रवासियों से संवाद करते हुए कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार ने हर घर तक लाभ पहुंचाने का काम किया है। राशन वितरण से लेकर विकास के काम कराए गए हैं। माफियाराज को खत्म करने में सरकार के कदम सराहनीय है। आज माफिया जेल में हैं या फिर प्रदेश छोड़कर भाग गया है।

कपिल देव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व मे भारत सरकार व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार जनता के हित मे अभूतपूर्व कार्य कर रही है। भाजपा सरकार अपने मूल मंत्र सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास के आधार पर चहुंमुखी विकास को प्रतिबद्ध है और विश्व पटल पर सबसे लोकप्रिय पार्टी के रूप में ख्याति प्राप्त है। इस अवसर पर कपिल देव ने मौहल्लेवासियों की समस्याओ का मौके पर अधिकारियो को फोन कर निस्तारण कराया।

आईएमए अध्यक्ष बनने पर डा पंकज सिंह व डा हेमंत सचिव और डा काबरा का स्वागत


मुज़फ्फरनगर । इंडियन मेडिकल एसोसिएशन में डॉ पंकज सिंह को अध्यक्ष, डॉ हेमंत शर्मा को सचिव एवं डॉ मनोज काबरा को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। इस खुशी में सर्विसिंज क्लब के सभी सदस्यों ने उनको मिठाई खिला कर अभिनंदन किया।

विजय वर्मा पूर्व ज्वाइंट सेक्रेट्री सर्विसेस क्लब ने उनका स्वागत किया।

बुढाना में जमीन से अवैध कब्जा हटाया



मुज़फ्फरनगर । तहसील बुढाना में सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाते हुए कार्यवाही की गई है ।

जिलाधिकारी के निर्देशन में मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन को संबोधित शिकायती प्रार्थना पत्र संख्या 400, 133, 210, 111, 52 द्वारा किरण पाल सिंह पुत्र रघुनाथ निवासी ग्राम मोहम्मद राय सिंह थाना भौरा कलां तहसील बुढ़ाना जिला मुजफ्फरनगर के प्रार्थना पत्र पर जिलाधिकारी के आदेशों के अनुपालन में आज दिनांक 29-9-2021 को मौके पर जयेंद्र सिंह, तहसीलदार बुढाना राजस्व टीम मे राजस्व निरीक्षक सिसौली, श भूपेंद्र कुमार एवं लेखपाल श्री अरविंद कुमार द्वारा पट्टेदार की भूमि खसरा संख्या 723 मिल जुमला से 0.0410 हेक्टेयर भूमि पर प्रार्थी  किरण पाल सिंह पुत्र श्री रघुनाथ निवासी ग्राम मोहम्मद रायसिंह को मेंड लगवा कर कब जा दिलवा दिया गया तथा थाना प्रभारी  भौरा कलां को भी उक्त कार्यवाही की एक प्रति उपलब्ध करा दी गई है जिससे अवैध कब्जे दार यदि पट्टेदार की भूमि पर दोबारा अवैध कब्जा करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

अमीरों के बच्चे भी कुपोषण के शिकार हैं


मुजफ्फरनगर । कुपोषण ऐसी समस्या है जिसे लोग अभी तक समझ ही नहीं पाए हैं। यह केवल गरीब और सामाजिक तौर पर वंचित वर्ग में ही नहीं होती है। पढ़े लिखे और समृद्ध परिवारों के बच्चे भी कुपोषण का शिकार होते हैं।

यह बातें डॉ. एम.एस फौजदार, जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सेंटर फॉर एडवोकेसी एण्ड रिसर्च द्वारा बुधवार को शहर के एक होटल में आयोजित पोषण पर मीडिया संवेदीकरण कार्यशाला के दौरान कहीं। उन्होंने बताया संतुलित आहार से कुपोषण से बचा जा सकता है, लेकिन समुदाय को मालूम ही नहीं है संतुलित और पोषक आहार होता क्या है। उनके अनुसार फास्ट फूड और मोबाइल फोन के कारण बच्चे आहार और धूप से मिलने वाली शक्ति से वंचित हो रहे हैं।

डॉ. फौजदार ने कहा घर का बना खाना, मौसमी फल और सब्जियां स्वास्थ्य के लिए सबसे बेहतर होते हैं। उन्होंने कहा कुपोषण से बचाव के लिए सरकारी कई कार्यक्रम चला रही है। इन कार्यक्रमों को समुदाय तक पहुँचाने में मीडिया अहम कड़ी है और कार्यक्रम का क्रियान्वयन तभी सफल होगा जब लाभार्थी तक उसकी जानकारी पहुंचेगी।

डॉ प्रशांत कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा दस्त जैसी बीमारी भी स्वस्थ बच्चों को कुपोषित कर सकती है। इसीलिए स्तनपान और टीकाकरण भी बच्चे के लिए जरूरी है।      

 जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश गौड़ ने कहा बचपन सेहत की आधारशिला होती है और बचपन की शुरुआत उसी दिन से हो जाती है जिस दिन मां के गर्भ में बच्चा आता है। इसीलिए शुरुआती 1000 दिन बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं, इनमें मां के गर्भ के 270 दिन और जन्म के बाद के 730 दिन आते हैं। सुपोषण की शुरुआत भी गर्भधारण के साथ ही करनी होती है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर हर माह मनाया जाने वाला कार्यक्रम गोदभराई दिवस इस सोच को जन समुदाय तक पहुंचाने का प्रयास है।

बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) संतोष शर्मा ने स्तनपान की महत्ता बताई। उन्होंने कहा शिशु को पहले छह माह केवल स्तनपान कराएं। पानी भी न दें। उन्होंने कहा जन्म के समय यदि बच्चे का वजन कम भी हो और उसे छह माह तक केवल स्तनपान ही कराया जाए तो भी छह माह बाद उसका वजन सामान्य हो जाता है। बाजार में बच्चों का वजन बढ़ाने के लिए तमाम उत्पाद बिक रहे हैं लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं कि शिशु के लिए मां के दूध के मुकाबले कुछ भी बेहतर नहीं हो सकता। सीडीपीओ राहुल गुप्ता ने पोषण पर जागरूकता के लिए जनभागीदारी और संवाद पर बल दिया।

पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी)  की प्रभारी डा. आरती नंदवार ने पोषण पुनर्वास केंद्र के कार्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया जनपद में एनआरसी में 15 बिस्तर हैं। यहां 14 दिन तक सैम (तीव्र अतिगंभीर कुपोषित) बच्चों को भर्ती रखकर उनका उपचार किया जाता है।

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