गुरुवार, 29 अक्तूबर 2020

मुजफ्फरनगर में मिले 33 नए कोरोना पॉजिटिव मिले

मुजफ्फरनगर l Date 29-10-2020


सैंपल रिपोर्ट प्राप्त-1872


 


आज पॉजिटिव-- 33


13 Rtpcr


15 Rapid antigen test 


02 pvt lab


03 meerut 


= 33


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आज ठीक/डिस्चार्ज -10


टोटल डिस्चार्ज- 5411


टोटल एक्टिव केस- 372


गलती होने पर क्यों पकडते हैं कान

 


गौतम, वसिष्ठ, आपस्तंब धर्मसूत्रों और पाराशर स्मृति सहित अन्य ग्रंथों में ज्ञान की कई बातें बताई गई हैं। इन ग्रंथों में रहन-सहन के नियम और तरीकों के बारे में बताया गया है। इन ग्रंथों के अनुसार, हमारे शरीर में पंचतत्वों के अलग-अलग प्रतिनिधि अंग माने गए हैं जैसे- नाक भूमि का, जीभ जल का, आंख अग्नि का, त्वचा वायु का और कान आकाश का प्रतिनिधि अंग। विभिन्न कारणों से शेष सभी तत्व अपवित्र हो जाते हैं, लेकिन आकाश कभी अपवित्र नहीं होता। इसलिए ग्रंथों में दाहिने कान को अधिक पवित्र माना जाता है।


 


1. मनु स्मृति के अनुसार, मनुष्य के नाभि के ऊपर का शरीर पवित्र है और उसके नीचे का शरीर मल-मूत्र धारण करने की वजह से अपवित्र माना गया है। यही कारण है कि शौच करते समय यज्ञोपवित (जनेऊ) को दाहिने कान पर लपेटा जाता है क्योंकि दायां कान, बाएं कान की अपेक्षा ज्यादा पवित्र माना गया है। इसलिए जब कोई व्यक्ति दीक्षा लेता है तो गुरु उसे दाहिने कान में ही गुप्त मंत्र बताते हैं, यही कारण है कि दाएं कान को बाएं की अपेक्षा ज्यादा पवित्र माना गया है।


 


2. गोभिल गृह्यसूत्र के अनुसार, मनुष्य के दाएं कान में वायु, चंद्रमा, इंद्र, अग्नि, मित्र तथा वरुण देवता निवास करते हैं। इसलिए इस कान को अधिक पवित्र माना गया है।


गोभिल गृह्यसूत्र का श्लोक...


मरुत: सोम इंद्राग्नि मित्रावरिणौ तथैव च।


एते सर्वे च विप्रस्य श्रोत्रे तिष्टन्ति दक्षिणै।।


 


3. पराशर स्मृति के बारहवें अध्याय के 19 वें श्लोक में बताया गया है कि के छींकने, थूकने, दांत के जूठे होने और मुंह से झूठी बात निकलने पर दाहिने कान का स्पर्श करना चाहिए। इससे मनुष्य की शुद्धि हो जाती है।


 


पराशर स्मृति का श्लोक...


क्षुते निष्ठीवने चैव दंतोच्छिष्टे तथानृते।


पतितानां च सम्भाषे दक्षिणं श्रवणं स्पृशेत्।।


 


एक नए दृष्टिकोण से समझें ............


 


कान पकड़ना का अर्थ है – बुरे काम को न करने की प्रतिज्ञा करना।


 


ऐसा भी कहा जाता है कि कान के मूल में जो नाड़ियाँ हैं उनका मूत्राशय और गुदा से संबंध है। दाहिने कान की नाड़ी मूत्राशय के लिए गई है और बाएँ कान की नाड़ी गुदा से संबंध है। मूत्र त्याग करते समय दाहिने कान को लपेटने से उन नाड़ियों पर दबाव पड़ता है फल स्वरूप मूत्राशय की नाड़ियाँ भी कड़ी रहती हैं। तदनुसार, बहुमूत्र, मधुमेह, प्रमेह आदि रोग नहीं होते। इसी प्रकार दाहिने कान की नाड़ियाँ दबने से काँच, भगन्दर, बवासीर आदि गुदा के रोग नहीं होते। कई सज्जन शौच जाते समय दोनों कानों पर यज्ञोपवीत चढ़ाते हैं उनका तर्क यह है कि मल त्याग के समय मूत्र विसर्जन भी होता है इसलिए दोनों कानों पर उपवीत को बढ़ाना चाहिए। मैथुन के समय कान पर भले ही चढ़ाया जाय पर अशुद्ध अंगों से ऊंचा अवश्य कर लेना चाहिये।


 


क्षुते निष्ठीवने चैव दन्तेच्छिप्टे तथान्नृते।


पतितानाँ चसम्भायें दक्षिणं श्रवण स्पृष्येत।


पाराशर स्मृति 7। 38


 


अर्थात्- छींकने पर, थूकने पर, दाँतों से किसी अंग के उच्छिष्ट हो जाने पर झूठ बोलने और पाठकों के साथ संभाषण करने पर अपने दाहिने कान का स्पर्श करें।


 


छोटी-मोटी अशुद्धताएं कान का स्पर्श करने मात्र से दूर हो जाती हैं। कान को छूने पकड़ने या दबाने से भूल सुधारने का प्रायश्चित होने का सम्बन्ध है। बालक के कान पकड़ने का अध्यापकों का यही प्रयोजन होता है कि उसे देवत्व का और मनोबल का विकास हो। कान पर यज्ञोपवीत चढ़ाने से भी सूक्ष्म रूप से वही प्रयोजन सिद्ध होता है। इसलिए भी मलमूत्र के समय उसके कान पर चढ़ाने का विधान है।


 


आदित्यावसवो रुद्रा वायुरग्निश्व धर्मराट्।


विप्रस्य दक्षिणे कर्णे नित्यं निष्ठन्ति देवताः॥


शंख्यायन-


अग्निरापश्च वेदाश्च सोमः सूर्योऽनिलस्तथा।


सर्वे देवास्तु विप्रस्य कर्णे तिष्ठन्ति दक्षिणें॥


आचार मयूख-


प्रभासादीनि तीर्थानि गंगाद्या सरितस्तथा।


विप्रस्य दक्षिणे कर्णे वसन्ति मुनिरब्रवीत॥


 


परराशरः


 


उपरोक्त तीन श्लोकों में दाहिने कान का पवित्रता का वर्णन है। शांख्यायन का मत है कि आदित्य, वसु, रुद्र, वायु और अग्नि देवता विप्र-के दाहिने कान में सदा रहते हैं। आचार्य मयूखकार का कथन है अग्नि, जल, वेद, सोम, सूर्य, अनिल तथा सब देवता ब्राह्मण के दाहिने कान में निवास करते हैं। पराशर का मत है कि गंगा आदि सरिताएं तीर्थ गण दाहिने कान में निवास करते हैं। इसलिए ऐसे पवित्र अंग पर मलमूत्र त्यागते समय यज्ञोपवीत को चढ़ा लेते हैं जिससे वह अपवित्र न होने पावे।


 


कान और ऊपरी अंगों को निरोगी और सर्वदा पवित्र रखें के लिए विशेष श्री विष्णु मन्त्र पढ़ें l ॐ हुम विष्नवे नम:l🌹🙏🙏


गांधी कालोनी की युवती के अपहरण के प्रयास के आरोपियों को जमानत मिली

मुजफ्फरनगर । युवती से छेड़छाड़ व अपहरण के मामले में गिरफ्तार तीन आरोपियों को ज़मानत मिल गई है। कोर्ट ने 20,20 हज़ार रुपए की ज़मानत दाखिल करने पर रिहा करने के आदेश दिए। 


थाना नई मंडी इलाके में गांधी कॉलोनी की युवती से छेड़छाड़ व अपहरण का प्रयास करने के मामले में गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों अरमान,अज़ीम व आरिफ को कोर्ट से जमानत मिल गई है। आज एसीजेएम फर्स्ट प्रशान्त कुमार सिंह ने जमानत अर्जी पर सुनवाई करने के बाद ज़मानत स्वीकार करते हुए आदेश दिया कि 20-20 हज़ार रुपये के दो दो जमानती दाखिल कर आरोपियों को रिहा किया जाए। इस के बाद रिहाई परवाना जारी हो गया। आरोपियों की ओर से वकील अतुल हसन, वकार अहमद व आफताब आदि ने पैरवी की। गौरतलब है कि नई मंडी पुलिस ने कई संगीन धाराओं में मामला दर्ज कर खालापार निवासी तीन आरोपियों अरमान, अज़ीम व आरिफ को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।


त्रिवेंद्र रावत की सीबाईआई जांच के आदेश पर सुप्रीमकोर्ट ने लगाई रोक


देहरादून। सुप्रीम कोर्ट ने नैनीताल हाईकोर्ट के उस आदेश पर रोक लगा दी है जिसमें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के खघ्लिाफ सीबीआई जांच के आदेश दिए गए थे। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सीबीआई और दो पत्रकारों को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब देने को भी कहा है। सुप्रीम कोर्ट के रोक लगाए जाने के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है और कांग्रेस के साथ ही वकील और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल को कठघरे में खड़ा किया है। 
सीएम त्रिवेंद्र मामले में हाईकोर्ट के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने के बाद बीजेपी ने न सिर्फ कांग्रेस बल्कि वकील कपिल सिब्बल को भी कठघरे में खड़ा किया है। उत्तराखंड बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता मुन्ना सिंह चैहान ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस ने उतावलापन दिखाया उससे साबित होता है कि शिकायतकर्ता उमेश शर्मा और कांग्रेस ने एक साजिश के तहत सीएम की छवि खराब करने के लिए इस आपराधिक षड़यंत्र को अंजाम दिया।


एसडी मैनेजमेन्ट में बीएससी (सीएस) तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने किया जिले का नाम रोशन


मुजफ्फरनगर । एस.डी. कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में बीएससी (सीएस) तृतीय सेमेस्टर का परीक्षाफल घोषित हुआ। जिसमें प्रथम स्थान पर आने वाले अबदुल्लाह ने 66.6 प्रतिशत अंक प्राप्त किये, द्वितीय स्थान सोनू ने 64.2 प्रतिशत व तृतीय स्थान पर आने वाले अनामिका ने 63 प्रतिशत अंक प्राप्त किये। छात्र/छात्राओं ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता एवं बी०एस०सी० (सी०एस०) विभाग के सभी शिक्षकगणों को देते हुए कहा कि सकारात्मक सोच, कठिन प्रयास. शिक्षकगणों द्वारा दिये गये मार्गदर्शन एवं उच्चतम ज्ञान ही सफलता का रहस्य है। इसी कम मे छात्र/छात्राओं ने ऑनलाईन के माध्यम से बताया कि हमारे कॉलेज में उच्च शिक्षित शिक्षक है, जो समय-समय पर हमारा मार्गदर्शन करते रहते है। कॉलेज प्राचार्य डा0 संदीप मित्तल एवं विभागाध्यक्ष डा0 संजीव तायल ने तीनो छात्र/छात्राओं को भविष्य में निरन्तर आगे बढ़ने का आर्शीवाद दिया। प्राचार्य डा0 संदीप मित्तल ने इस अवसर पर कहा कि बच्चों की मेहनत व शिक्षको का सही मार्ग दर्शन ही बच्चों का भविष्य उज्जवल बनाता हैं। उन्होने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारे कॉलेज का परीक्षाफल इस वर्ष भी पिछले वर्ष की ही तरह बहुत अच्छा रहा व उन्होने बी०एस०सी० (सी0एस0) विभाग के विभागाध्यक्ष व सभी शिक्षकगणों को बधाई दी।
विभागाध्यक्ष डा0 संजीव तायल ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारे कॉलेज में छात्र/छात्राओं के लिये प्लेसमेंट के मार्गदर्शन की समुचित व्यवस्था है तथा बी०एस०सी० (सी०एस०) के अधिकतर छात्र/छात्रायें विभिन्न बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में कार्यरत है। जिनका प्लेसमेंन्ट कॉलेज के मार्गदर्शन एवं सहभागिता के माध्यम से हुआ है तथा समय-समय पर विभिन्न कम्पनियों की इंडस्ट्रियल विजिट करायी जाती है, जिससे छात्र/छात्राओं में आत्मविश्वास की भावना बनती है व उन्हे अपने बारे में भविष्य के निर्णय लेने के लिये आसानी हो जाती है, इसके अलावा छात्र/छात्रायें अपने बी०एस०सी० (सी०एस०) के अन्तिम वर्ष में अलग-अलग कम्पनियों में ट्रेंनिग करते है, जिसकी व्यवस्था भी कॉलेज के माध्यम से करायी जाती है। इस अवसर पर पाठ्यक्रम प्रभारी मि० तरूण शर्मा ने कहा कि हमारे कॉलेज में छात्र/छात्राओं के लिये समय-समय पर सेमिनार एवं वर्कशॉप का आयोजन होता रहता है तथा ऑनलाईन कक्षाओं के माध्यम से भी छात्र/छात्राओं को निरन्तर अध्ययन कराया जा रहा है।
डा0 आलोक कुमार गुप्ता ने बताया कि इस अवसर पर बी०एस०सी० (सी०एस०) विभाग के वैभव वत्स, रोबिन गर्ग, चाँदना दीक्षित, प्रतीक गर्ग, नवनीत चौहान, मोहित गोयल, श्वेता, राहुल शर्मा, रोबिन मलिक, प्रशान्त गुप्ता, विनिता चौधरी, शशांक भारद्वाज व सतीश आदि शिक्षकगण व स्टॉफ ने प्रतिभाशाली छात्र/छात्राओं को बधाई व आर्शीवाद दिया।  


पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से कांग्रेस के सरधना नगर अध्यक्ष समेत दो की मौत

मेरठ। जिले के सरधना में रहने वाले कांग्रेस के नगर अध्यक्ष के घर में गुरुवार की सुबह अवैध पटाखा फैैक्ट्री में विस्फोट के साथ रसोई में रखा सिलेंडर फटने से मकान की छत उड़ गई। जिससे नगर अध्यक्ष तथा एक अन्य व्यक्ति समेत दो लोगों की मौत हो गई। हादसे में इस मकान के साथ आसपास के तमाम मकान क्षतिग्रस्त हो गए। दर्जनोें लोग घायल हुए हैं। मकान की छत उड़ने से आसपास के घरों तक मलबे में तब्दील हो गया। हादसे के बाद पुलिस और क्षेत्र के सभी लोग मौके पर पहुंच गए। इलाके में अफरा तफरी मच गई। बचाव कार्य में लगे लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया है। घायलों में दो की हालत गंभीर बनी हुई है। बताया गया है कि सरधना के रहने वाले कांग्रेस के नगर अध्यक्ष आकिल खान के घर में अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाके के साथ रसोई में रखा गैंस भी फट गया। करीब साढ़े नौ बजे हुए इस धमाके से मकान की छत उड़ गई। मलबा आसपास के घरों तक पहुंचा। हादसे में आसिम की मौके पर ही मौत हो गई आसिम खान कांग्रेस के नगर अध्यक्ष थे। जबकि पडौस के एक व्यक्ति कासिम ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। उनके अलावा भी परिवार के सात सदस्य घायल है। अभी भी मलबे से परिवार के अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है।


मीरापुर थाना क्षेत्र में विवाहिता ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

मुजफ्फरनगर l ग्रह कलेश के चलते विवाहिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली l


 


 पुलिस सूत्रों के अनुसार मीरापुर थाना क्षेत्र के कोटला दरबार निवासी आरती पत्नी गोपाल ने ग्रह कलेश के चलते फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली l पड़ोसियों ने पुलिस को दी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी l


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