बुधवार, 12 जुलाई 2023

मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने किया कावड़ यात्रा मार्ग पर पैदल भ्रमण

 मुज़फ्फरनगर ।  मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कावड़ यात्रा मार्ग पर पैदल भ्रमण कर शिवभक्तों द्वारा कावड़ियों के लिए आयोजित विभिन्न कावड़ सेवा शिविरों में जाकर भोलो की सेवा की तथा सफाई कर्मचारियों का उत्साहवर्धन किया।





दिल्ली व नोएडा पर और बढ़ा बाढ का खतरा, 45 साल का टूटा रिकॉर्ड


नई दिल्ली। दिल्ली में यमुना के बढ़ते जलस्तर ने 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बुधवार दोपहर दो बजे नदी का जलस्तर 207.55 मीटर तक जा पहुंचा। इससे पहले 1978 में नदी का जलस्तर 207.49 मीटर तक पहुंचा था। मयूर विहार पुस्ते पर पूर्वी दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर ने जाकर बाढ़ प्रभावित लोगों का हाल जाना। डीएम को यहां पर तत्काल नाव की व्यवस्था करने के लिए कहा। यहां लोग बता रहे हैं कि अभी भी हजारों लोग अंदर फंसे हुए हैं। दिल्ली के निचले इलाकों में लोगों के घरों में पानी घुस गया है। यमुना बाजार डूब गया है। यमुना बाजार के 32 घाट के पहली मंजिल पूरी तरह से डूब गए हैं। नोएडा के सेक्टर 168 में यमुना नदी का पानी गौशाला और आसपास के जंगल में पहुंच गया। ऐसे में दमकल के जवानों ने रेस्क्यू कर 140 गायों की जान बचाई। कुछ कुत्तों को भी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। दिल्ली वालों की मुश्किलें बढ़ा रहा नदी का पानी नोएडा-दिल्ली लिंक रोड तक पहुंच गया है। यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। दोपहर 12 बजे नदी का जलस्तर 207.48 जा पहुंचा है। 1978 का 207.49 मीटर जलस्तर का रिकॉर्ड बस टूटने ही वाला है।

LIVE: भारी बारिश के बीच रुड़की से निकली केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान की कावड़ यात्रा का काफिला

 रुड़की । केंद्रीय राज्य मंत्री डॉक्टर द्वारा कावड़ यात्रा रुड़की में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया।



 शहर के प्रतिष्ठित ए टू जेड ऑटोमोबाइल्स के मालिक धीर सिंह एवं उनके परिवार द्वारा केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान एवं उनके साथ चल रहे अपार जनसमूह का भव्य स्वागत किया गया। विश्राम के बाद कावड़ यात्रा का काफिला अपने गंतव्य की ओर बढ़ा। इस दौरान वहां पहुंचे रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा एवं जिला अध्यक्ष शोभाराम प्रजापति ने केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान एवं तमाम समर्थकों का स्वागत किया। भारी बारिश के बीच केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान की कावड़ यात्रा शुरू हुई।

इस दौरान उनके साथ समाजसेवी सत्य प्रकाश रेशू, देवेंद्र सिंह दहिया, ब्लाक प्रमुख चरथावल अक्षय पुंडीर, भाजपा नेता प्रवीण खेड़ा, ताजा रिपोर्ट डॉट कॉम के निदेशक अभिषेक वालिया, हरेंद्र शर्मा, युवा जिला अध्यक्ष कार्तिक काकरान, डॉक्टर विवेक बालियान आदि साथ चल रहे हैं।

गोमुख के अद्धभुत रहस्य आप भी जानिए

गोमुख का मार्ग बहुत विकट है। सड़क तो क्या कोई पगडंडी भी नहीं है। ऊबड़ खाबड़ पड़े हुए पत्थरों पर चलना पड़ता है, वैसे अब कुछ दूर तक मार्ग बन गया है। चीड्वासा से हो कर गोमुख पहुंचा जाता है। बर्फ के गलने से गंगा का जल उत्पन्न होता है, यहाँ जल का वेग अति तीव्र होता है। जिस ग्लेशियर से गंगा जी निकलीं हैं वह प्रतिवर्ष कम होता जा रहा है। गंगा जी के उद्गम स्थान पर बर्फ का ग्लेशियर लगभग १०० फुट ऊंचा और आधा मील चौड़ा था। इसकी लम्बाई का अनुमान नहीं लगाया जा सकता क्योंकि यहाँ बड़े बड़े पर्वत खड़े हैं जो एक तरफ से बद्रीनाथ से जुड़े हैं तो एक तरफ से केदारनाथ से। यहाँ से बद्रीनाथ 12 मील के लगभग है जो केदारनाथ की अपेक्षा ज्यादा निकट है। यहाँ से केदारनाथ का मार्ग 15 मील है परन्तु इस मार्ग को खोजना अत्यंत कठिन है, परन्तु कोई गुप्त मार्ग यहाँ केदारनाथ के लिए अवश्य है। 


यहाँ से अदृश्य नगरी सिद्धाश्रम स्तवन तीन-चार मील पर ही स्थित है परन्तु साधारण जनमानस को दिखाई नहीं दे सकता। यहाँ जब वृक्ष नाममात्र के दिखलाई देने लगे तो समझ लें कि सिद्धाश्रम निकट ही है। नंदवन के निकट जिसके उत्तर में गंगा ग्लेशियर है तो दक्षिणी भाग में शिवलिंग पर्वत, इसकी ऊंचार 21 हजार फीट है, इसके नीचे एक नदी है जो केदारनाथ से आती है। सिद्धाश्रम की ऊंचाई लगभग 13 हजार फीट तथा गोमुख की ऊंचाई 12 हजार 9 सौ फीट है।


नंदवन से होकर जाने पर मार्ग में चौखम्बा पर्वत मिलता है। नंदवन से हो कर जाने पर गोमुख और सिद्धाश्रम क्षेत्र सामने ही दिखते हैं। यहाँ का मार्ग अत्यंत दुर्गम और पिसलन भरा है चारों तरफ बर्फ ही बर्फ दिखलाई पड़ती है। 


गोमुख का अर्थ 

〰️〰️〰️〰️〰️

भोजपत्र के जंगल से होते हुए गोमुख मिलता है, गोमुख के बारे में किवदंतियां प्रसिद्ध हैं कि गंगा की हिमधारा के ऊपर जो पर्वत है इस सबको संयुक्त रूप से मिलाकर गाय के मुख के समान जो आकृति बनी है, इसे ही गोमुख कहते है। कोई कहता है कि जिस स्थान से गंगा जी निकली है वो स्थान गोमुख की भाँति बना हुआ है। परन्तु विचार करें कि वेद में पृथ्वी को गो भी कहा गया है। निघुंट में पृथ्वी के 22 पर्यायवाची दिए गए हैं, इसमें गो शब्द भी आता है। इसलिए गो नाम पृथ्वी का है, और पृथ्वी का मुख फाड़ कर गंगा जी का उद्गम हुआ है। गंगा के ऊपर का भाग आधा मील तक हिम से आच्छादित है। इसे हिम धारा भी कह सकते हैं.परन्तु गंगा का वास्तविक उद्भव स्थान अज्ञात है। जहाँ कही भी गंगा जी का उद्गम हुआ होगा वह स्थान अदृश्य है, प्रत्यक्ष नहीं। गंगा ग्लेशियर के एक तरफ केदारनाथ दूसरी तरफ बद्रीनाथ है, इतना बड़ा ग्लेशियर पर कहीं भी किसी भी नदी के ऊपर नहीं है। बद्रीनाथ की ओर से अलकनंदा और ऋषिगंगा नदी निकलती हैं। ऋषिगंगा नदी की एक धारा कुछ दूर जा कर अदृश्य हो जाती है, कहा जाता है कि ये नदी सिद्धाश्रम होते हुए कैलाश क्षेत्र की तरफ निकल जाती है। गंगोत्री में केदार-गंगा और रूद्र-गंगा का संगम है। पकोड़ी गंगा भी एक मील बाद गंगा से मिलती है। यहाँ से आधे मील की दूरी पर लक्ष्मी वन है जिसे गंगा जी का बागीचा भी कहते हैं। गंगरोत्री मंदिर के पास भगीरथ शिला है यहाँ पर महाराज भगीरथ ने तपस्या की थी। गौरी कुंड का दृश्य अत्यंत दर्शनीय है। यहाँ से बहुत ऊंचाई से गंगा जी कुंड में गिरती है। यहाँ भगवान शंकर का वरण करने के लिए पार्वती जी ने घोर तपस्या की थी। यह स्थान अत्यंत शांत, रमणीय और आध्यात्मिक है।


गोमुख जलवायु परिवर्तन के कारण लगातार अपनी जगह पीछे की ओर जा रहा है। वो अब तक 18 किलोमीटर पीछे जा चुका है। गंगा गौ मुख रूपी ग्लेशियर से निकलती है। इस स्थान पर इन्हें भगीरथी भी कहा जाता है। यहां से निकलकर गंगा जब अलकनंदा से मिलती हैं तो वह गंगा कहलाती है। उत्तराखंड के उत्तर काशी जिले में हिमालय के शिखरों से निकलने वाली गंगा की उद्गम स्थल गोमुख से गंगोत्री की दूरी लगभग 18 किलोमीटर है। गंगोत्री स्थित गौड़ी कुण्ड को देखने से लगता है कि शिव जी ने निश्चित ही अपनी विशाल जटाओं में गंगा को बांध लिया है। गौड़ी कुण्ड के इस दिव्य दृश्य को देख कर दर्शक आनंद विभोर हो जाता है। गौमुख को देखने से ऐसा लगता है जैसे देवाधिदेव महादेव ने अपनी स्वर्णिम जटा को गोल में घुमाकर इस गौड़ी कुण्ड में एक लट से गंगा को इस कुण्ड में निचोड़ दिया है। यहाँ से पहाड़ों के सीना को चीरती हुई आगे की ओर बढ़ती हैं और यहाँ इसे भागीरथी के नाम से पुकारा जाता है। वैसे देवप्रयाग में सात नदियों की धारा मिलकर गंगा बनती है। इन सब श्रेष्ठ जीवन दायनी देव नदियों के नाम क्रमश: भागीरथी, जाह्नवी, भीलगंगा, मंदाकिनी, ऋषि गंगा, सरस्वती और अलकनंदा है। ये सभी देव नदियां देव प्रयाग में आकर मिलती हैं।     


गोमुख पर लगातार रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों के अनुसार ग्लेशियर का एक टुकड़ा टूटने के कारण गोमुख बंद हो गया है। वैज्ञानिकों के अनुसार ऐसा भी नहीं है कि गोमुख के बंद हो जाने से गंगा में पानी का प्रवाह बंद हो गया हो। गोमुख का क्षेत्रफल 28 किलोमीटर में फैला हुआ है। ये समुद्रतल से 3,415 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसमें गंगोत्री के अलावा नन्दनवन, सतरंगी और बामक जैसे कई छोटे-छोटे ग्लेशियर स्थित हैं। अब गंगा की मुख्य धारा नन्दन वन वाले ग्लेशियर से निकल रही है। गोमुख का बंद होना सबको चकित कर रहा है और गंगोत्री पर शोध करने वाले वैज्ञानिक इसकी पड़ताल करने में जुटे हैं।


वैज्ञानिकों ने पाया है कि गोमुख से निकलने वाली नदी की धारा की दिशा बदल रही है। गोमुख एक ग्लेशियर है और पहले इससे सीधे-सीधे भागीरथी निकलती थीं लेकिन अब इसके बाएं तरफ से निकल रही हैं। गोमुख में एक झील बन गयी है जिसके कारण ये परिवर्तन आया है। इस झील के कारण गंगा लगातार बदली हुई दिशा में बह रही हैं और इसका अंतिम परिणाम गोमुख के नष्ट होने के रूप में हो सकता है।

〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️


*🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩*

*🚩सर्वे भवन्तु सुखिनः॥🚩*

*🚩॥सवेँसनतु निरामया:॥🚩*

*🚩🚩जय श्री राम🚩🚩🚩*

*🚩🚩जय श्री कृष्ण 🚩🚩🚩*

*🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩*


*🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩*

*🚩 .ilसनातन.धर्म.सर्वश्रेष्ठ.है.il 🚩🚩*

*🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩*


*🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩*

*🚩🚩🚩जय हिन्दू समाज 🚩🚩*

*🚩🚩🚩धर्म की जय हो🚩🚩🚩*

*🚩🚩🚩अधर्मी का नाश हो🚩🚩*

*🚩🚩🚩प्राणियों में सद्भावना हो🚩*

*🚩🚩🚩विश्व का कल्याण हो🚩🚩*

*🚩🚩🚩वसुधैव कुटुंबकम🚩🚩🚩*

*🚩🚩🚩हर हर महादेव🚩🚩🚩🚩*

*🚩🚩🚩जय महाकाल🚩🚩🚩🚩*

*🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩*

 

🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏

*🙏🌹श्री प्रियालाल जू की जय🌹🙏*

  *🙏🌹जय जय श्री सीताराम🌹🙏* 

       *🙏🌹जय श्री श्याम🌹🙏*

     *🙏🌹जय श्री बालाजी🌹🙏*

      *🙏🌹हरहर महादेव🌹🙏*

                *🙏🌞🌞🙏*

                   🙏🌹🙏

                      🙏🙏

                         🕉


  *🧡.•°``°•🌺•°``°•. 🧡*

 *🩷(    जय श्री राधे     )🩷* 

    *💚•.¸     🙏   ¸.•`💚*

         *💙 °•.¸¸.•° 💙*  

              *💛   💛*  

                   *🤍*


 *मात्र विषम परिस्थिति में ही नहीं*

  *बल्कि हर समय करें हरि भक्ति...*

             *।। राम राम ।।*


*सब घट मेरा साईया ,सुनी सेज न कोय ।*

*बलिहारी ता घट की जा घट प्रकट होय ।।*

                    

             *li.तुं-ही-तुं.li*


*ना मैं श्रेष्ठ हूँ,*

*ना ही मैं ख़ास हूँ,*


*मैं तो बस छोटा सा,*

*ईश्वर का दास हूँ॥*

  *दास राधे राधे*


 *ॐ ।। श्री हरि : ।। ॐ*

    *हे नाथ ! हे मेरे नाथ ! !*

    *मैं आपको भूलूॅं नहीं !*

  *🌹🌹🌹🌹🌹🌹*


*✍💯% भिखारी हमारे परम् दयालु*

 *श्री प्रियालाल जू व हमारे परम् दयालु*

 *श्री सियाराम जू की चरण धूली का*

        *चौधरी परिवार🙏🌹🙏*

   

*सत्य सनातन धर्म की जय 🚩🚩*

*🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏*


*🌹🌹🌹🌹👏🏻👏🏻👏🏻🌹🌹🌹🌹*

*🌹🌹🌹🌹 हमेशा जपें  🌹🌹🌹🌹*

*🌹हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।🌹*

*🌹हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।।🌹🌹*

*🌹और भागवत गीता पढ़े खुश रहें 🌹🌹*

*🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹*


*🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹*

*🌹🌹भारतवर्ष महान है🌹🌹🌹*

*🌹वंदेभारत 🚩 शुभ दिवस 🌹🌹*

*🌹🇮🇳🇮🇳🇮🇳🚩🇮🇳🇮🇳🇮🇳 🌹*

*🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹*

       

*┈┉══❀((हरि ॐ))❀══┉┈*                  *▬▬▬▬๑⁂❋⁂๑▬▬▬▬*

हादसे में हरियाणा के दो कांवडियों की मौत



शामली। पानीपत रोड पर मंगलवार रात दो कांवडिए हादसे का शिकार हो गये। पुलिस ने बताया कि रात करीब 11:00 बजे हरियाणा के सोनीपत थाना क्षेत्र के गन्नौर के गांव डाबरपुर निवासी चचेरे भाई संजीत और हर्ष और अपने ममेरे भाई घरौंडा निवासी संजू और मनीष के साथ एक ही बाइक पर सवार होकर हरिद्वार गंगाजल लेने जा रहे थे। पानीपत रोड पर मवी फ्लाईओवर के पास अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी जिससे चारों गंभीर रूप से घायल हो गए।

पुलिस ने एंबुलेंस की सहायता से चारों घायलों को सरकारी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने डाबरपुर निवासी चचेरे भाइयों संजीत और हर्ष को मृत घोषित कर दिया। जबकि संजू और मनीष की हालत भी गंभीर होने के चलते उन्हें हायर सेंटर भेजने की तैयारी की जा रही थी। सूचना पर एडिशनल ओपी सिंह और कोतवाली प्रभारी विपिन मौर्य सरकारी अस्पताल पहुंचे और जानकारी ली। घायलों के फोन द्वारा उनके परिजनों को सूचना दे दी गई।

मास्टर विजय सिंह के धरने को पूरे हुए 10 हजार दिन



मुज़फ़्फरनगर. शामली की हजारों बीघा कृषि योग्य सार्वजनिक भूमि अवैध कब्जा मुक्त कराने को आंदोलनरत  गांधीवादी मास्टर विजय सिंह के धरने को 10 हजार दिन पूरे हो गए। 1996 से विजय सिंह ने परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए वाइट हाउस के सामने धरना देने वाले विलियम थॉमस का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। विलियम थॉमस ने 9927 दिन तक धरना दिया था। जबकि 16 साल की सबसे लंबी भूख हड़ताल का रिकॉर्ड इरोम शर्मिला के नाम है। ढाई दशक से अधिक समय से धरना दे रहे मास्टर विजय सिंह का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड सहित विभिन्न दस्तावेजों में दर्ज हो चुका है। 

* सैंकड़ो करोड़ की सरकारी भूमि पर भू माफिया का कब्जा

शामली की ऊन तहसील के गांव चौसाना की 700 करोड़  करोड़ की कीमत वाली करीब 4 हजार बीघा सार्वजनिक कृषि योग्य भूमि पर भू-माफिया का अवैध कब्जा है। 26 फरवरी, 1996 को चौसाना के मास्टर विजय सिंह ने अवैध कब्जा हटवाने की मांग करते हुए मुजफ्फरनगर डीएम कार्यालय के सामने धरना शुरू किया था। धरना शुरू हुए के 10 हजार दिन पूरा होने के बावजूद कोई भी सरकार जनहित में मास्टर विजय सिंह को न्याय नहीं दिलवा सकी। आंदोलनों के इतिहास में मास्टर विजय सिंह लंबे धरने के लिए पहले व्यक्ति बन गए. 

* कई जांच रिपोर्ट पर भी नहीं हुई कार्यवाही

कई जांच हो चुकी हैं रिपोर्टों में आरोप साबित हो चुके हैं परंतु शासन प्रशासन ने भूमि घोटाले  की न तो समीक्षा की तथा न ही भूमाफिया पर पूर्ण कार्यवाही की। 8 अप्रैल, 2019 को मुख्यमंत्री योगी की शामली में हुई चुनावी सभा में भी विजय सिंह ने प्रदर्शन किया था। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारी शामली को जांच कराने के आदेश दिए थे। तत्कालीन एसडीएम ऊन सुरेंद्र सिंह ने जांच कर जिलाधिकारी रिपोर्ट दी थी। इसमें सैकड़ों करोड़ की हजारों बीघा सार्वजनिक कृषि भूमि पर पूर्व विधायक का अवैध कब्जा साबित हुआ था। रिपोर्ट में ठा.जगत सिंह को भू-माफिया घोषित करने की संस्तुति भी की गई थी। इसके बाद जिलाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर भौतिक सत्यापन कर कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेज दी थी . ठाकुर आरोपी सत्ताधारी दल में आ गए  फलस्वरूप राजनीतिक हस्तक्षेप व भ्रष्टाचार के कारण के कारण कोई कार्यवाही नहीं हो पाई। गौरतलब है भूमि घोटाले के आरोपी प्रदेश में जिस पार्टी के सत्ता आती है उसी पार्टी में चले आते हैं फल स्वरुप कोई कार्रवाई नहीं होती

* कई रिकार्ड में दर्ज हुआ दुनिया का सबसे लंबा धरना . 

सार्वजनिक कृषि भूमि कब्जा मुक्त कराने की मांग के लिए विजय सिंह 27 साल से लगातार धरना दे रहे हैं। उनका धरना लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, वर्ल्ड रिकार्ड इंडिया और मीरा सेल्स ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हो चुका है। गूगल सर्च में भी मास्टर विजय सिंह का धरना विश्व का सबसे लंबा धरना आता है।

* अमेरिकी विलियम थॉमस से आगे निकले मास्टर विजय सिंह.

अहिंसात्मक धरने के 10 हजार दिन पूरे कर विजय सिंह अमेरिका आंदोलनकारी विलियम थॉमस से आगे निकल गए। विलियम थॉमस ने परमाणु निशस्त्रीकरण की मांग करते हुए अमेरिका में वाइट हाउस के सामने 3 जून 1981 से 23 जनवरी 2009 तक धरना दिया था। उनका धरना 9927 दिन तक चला उनकी मौत हो गई थी। इनके अलावा मणिपुर की इरोम शर्मिला ने भी राज्य में लागू आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर एक्ट के खिलाफ 16 साल तक दुनिया की सबसे लंबी भूख हड़ताल की थी जो समाप्त हो गई है.

* लखनऊ व दिल्ली राज घाट तक पदयात्रा.

घोटाले मे कार्यवाही न होनें व जन जागरण हेतु विजय सिंह ने दिंनाक 30 मार्च 2012 को मुजफ्फरनगर से लखनऊ तक मा. मुख्यमंत्री निवास तक 19 दिन मे 600 कि0मी0 की पैदल यात्रा की तथा  इसके उपरांत  गांधी जयंती पर 2019 में मुजफ्फरनगर से दिल्ली राजघाट तक पदयात्रा की . 

* सभी जांचे मे आरोप साबित , आंशिक कार्यवाही

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात कर सरकारी भूमि से अवैध कब्जा हटाने की मांग की   जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री ने उच्च जांच समिति का गठन का शासनादेश जारी हुआ था आरोपी सपा में आ गए फिर कोई कार्यवाही नहीं हुई. बसपा सरकार के दौरान सन 2008 मैं प्रमुख गृह सचिव ने कार्रवाई का आदेश दिया था. जिला प्रशासन ने 300 बीघा भूमि अवैध कब्जा मुक्त कराई थी. बाद में राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते कोई कार्रवाई नहीं हुई. इससे पूर्व घोटाले की जाच जिलाधिकारी.अपर जिलाधिकारी.एसडीएम व 1995 में कमिश्नर व आईजी सीबीसीआईडी जांच भी हो चुकी है सभी जांच रिपोर्टों में आरोप साबित है , दंडात्मक कार्यवाही नहीं हुई 28 साल से गांधीवादी सत्याग्रह जारी है.

* न्याय के बदले उत्पीड़न मिला.

2019 मे मुख्यमंत्री योगी का शामली की सभा में जांच व कार्यवाही का वायदा पूरा न होने पर विजय सिंह ने कई बार लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास जाकर योगी से मुलाकात का समय मांगा, मगर मिल नहीं पाए. उल्टा विजय सिंह को लखनऊ के एलआईयू इंस्पेक्टर अश्वनीसिंह के इशारे पर लखनऊ पुलिस द्वारा हजरतगंज थाने में 5 घंटे तक अवैध हिरासत में भी रखा गया था.इससे पूर्व उनके व परिवार पर जानलेवा हमले हुए उनका घर जलाया गया  उनके साथी धीरसिंह को फांसी देकर मार दिया गया18 सितम्बर, 2019 को जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जें ने राजनीतिक दबाव मे मास्टर जी के धरने को समाप्त कराने के लिए दबाव बनाया तथा बुरा भला कहा तथा उनके विरुद्ध कचहरी में अन्डरवियर सुखाने का बेहुद्दा मुकदमा भी दर्ज किया गया .जो तथ्यहीन होने के कारण पुलिस ने निरस्त कर दिया था उन पर एक आत्महत्या का भी केस लगाया गया जो न्यायालय ने बरी कर दिया था , को सहते उन्होंने  उन्होंने अपना गांधीवादी सत्याग्रह जारी रखा.

जैन मुनि की हत्या पर जताया रोष

 


मुज़फ्फरनगर । कर्नाटक में जैन संत आचार्य काम कुमार नंदी जी महाराज की नृशंस हत्या के विरोध में मुजफ्फरनगर जैन समाज ने कर्नाटक सरकार से अपनी मांगों को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से डीएम कार्यालय पर ज्ञापन दिया ज्ञापन देने वालो में जेंन समाज के महिलाएं और पुरूष दर्जनों की संख्या में मौजूद रहे। प्रदीप जैन अध्यक्ष भारतीय सकल जैन समाज के नेतृत्व में पंकज जैन, हर्षवर्धन जैन, पुनीत जैन अखिलेश जैन, प्रवीन जैन हुंडई, राजीव जैन तेल वाले, राजकुमार जैन 67, अमित जैन, डॉक्टर रोहित जैन अप्पू, मनोज जैन, कुलदीप जैन, वीके जैन शामिल रहे।

Featured Post

उत्तराखंड उत्तरकाशी में फटा बादल,भारी तबाही की आशंका, देखें वीडियो

उत्तरकाशी। बादल फटने से धराली में आई विनाशकारी बाढ़, 10 से 12 मजदूरों के दबे होने की आशंका जतायी गई है । गंगोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव धराली ...