नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को नई शिक्षा नीति को मंजूरी दे दी जिसमें स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक कई बड़े बदलाव किये गए हैं, साथ ही शिक्षा क्षेत्र में खर्च को सकल घरेलू उत्पाद का 6 प्रतिशत करने तथा उच्च शिक्षा में साल 2035 तक सकल नामांकन दर 50 फीसदी पहुंचने का लक्ष्य है. केंद्र सरकार के इस फैसले की तारीफ भी हो रही है तो वहीं कुछ लोग इसकी आलोचना भी कर रहे हैं. विपक्षी पार्टी कांग्रेस की नेता और फिल्म अभिनेत्री खुशबू सुंदर ने मोदी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. खुशबू ने पार्टी लाइन से इतर बयान के लिए राहुल गांधी ने माफी भी मांगी है.
खुशबू ने ट्वीट कर कहा है कि "नई शिक्षा नीति 2020 पर मेरी राय मेरी पार्टी से अलग है और मैं इसके लिए राहुल गांधी से माफी मांगती हूं, लेकिन मैं सिर हिलाने वाली कठपुतली या रोबोट बनने के बजाय के बजाय तथ्यों पर बात करती हूं. आप अपने नेता से हर चीज पर सहमत नहीं हो सकते, लेकिन आप बतौर नागरिक बहादुरी से अपनी राय या विचार रख सकते हैं."
खुशबू सुंदर ने अपने अगले ट्वीट में कहा कि "राजनीति सिर्फ हल्ला मचाने के लिए नहीं है, ये साथ में मिलकर काम करने के लिए भी है. और भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री कार्यालय को इसे समझना होगा. बतौर विपक्ष, हम इसे विस्तार से देखेंगे और खामियों को भी बताएंगे. भारत सरकार को नई शिक्षा नीति से जुड़ी खामियों को लेकर हर किसी को विश्वास में लेना चाहिए और उस पर काम करना चाहिए."